Friday, February 19, 2021

भगवान भास्कर की निकली सवारी, पुष्पवर्षा से हुआ स्वागत

बीकानेर बुलेटिन




बीकानेर। शुक्रवार को सूर्य सप्तमी पर शाकद्वीपीय समाज की ओर से शोभायात्रा निकाली गई। सूर्य भगवान की शोभायात्रा भजनों की प्रस्तुति व ऊंट-घोड़ों तथा डांडियों के साथ निकाली गई। सूर्य सप्तमी महोत्सव समिति के प्रणव भोजक ने बताया कि लक्ष्मीनाथजी मंदिर से सूर्य भगवान सवारी का शुभारम्भ हुआ जो भुजिया बाजार, रांगड़ी चौक, आसानियों का चौक, जसोलाई, मोहता चौक, सेवगों के चौक, केसरदेसर मोहल्ला आदि मुख्य मार्गों से होते हुए लक्ष्मीनाथ मंदिर परिसर में पहुंची। शोभायात्रा में बच्चे सूर्यभगवान, गणेश भगवान, पार्वती माता व रिद्धि-सिद्धि देवी देवताओं का स्वरूप धर कर शामिल हुए। लक्ष्मीनाथ मंदिर में सूर्य यज्ञ, सूर्य पूजा, सूर्य कथा और अभिषेक का आयोजन किया गया।

Labels: ,

अपना घर वृद्धाश्रम ने भगवानदास को पहुंचाया परिवार तक

बीकानेर बुलेटिन



बीकानेर अपना घर वृद्धाश्रम के द्वारा यहां आवासित एक वृद्व भगवानदास को उनके परिवार तक पहुंचाया गया है। वृद्धाश्रम के संस्थापक अशोक कुमार मूँधड़ा ने बताया कि अपना घर वृद्धाश्रम में अपने परिवार से बिछड़े लाचार व बेसहारा हालात में मिलने वाले आवासितों को उनके परिवार से मिलवाने की मुहिम में लगा है। उन्होंने बताया कि आश्रम में निवास कर रहे भगवानदास के परिवार को तलाश कर उन्हें उनके परिजनों से मिलवाया। भगवानदास लगभग बीस वर्ष पूर्व अपने परिवार से बिछड़ गए थे और उनकी मानसिक हालत सही नहीं थी।


मूंधड़ा ने बताया कि वर्ष 2016 में प्रभु भगवानदास को किसी समाज सेवी द्वारा रेलवे स्टेशन, नोखा पर गंभीर रूप अवस्था में पाया गया तो उनको अपना घर आश्रम नोखा में भर्ती करवाया गया। इसके बाद भगवान दास का स्थानांतरण अपना घर वृद्धश्रम, बीकानेर कर दिया गया तथा इलाज से भगवान दास की हालात में सुधार होने लगा। इलाज उपरान्त एक सर्वे के दौरान भगवानदास ने अपना गाँव मउरानीपुर, जिला झाँसी बाताया। आश्रम के कार्यालय प्रभारी ज्ञानसिंह द्वारा झाँसी पुलिस को सूचना दी गई और उनके बारे में जानकारी की खोजी गई। पुलिस की मदद से भगवानदास के भाई घनश्याम से संपर्क किया गया। भगवानदास के जिन्दा होने की सूचना मिलते ही उनके भाई घनश्याम तुरंत उनको लेने के लिए अपना घर वृद्धाश्रम, बीकानेर पहुंचे। भगवान दास को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उप निदेशक एल.डी.पंवार की उपस्थिति में अपने भाई से मिलवाया गया। इस मौके पर रमेश राठी, ज्ञानसिंह तथा कार्यलय स्टाफ उपस्थित रहे।

Labels: ,

गलत इलाज से मृत्यु पर वारिस को 15 लाख प्लस ब्याज सहित मुआवजा

बीकानेर बुलेटिन





 
बीकानेर@ शयोबक्स पुत्तर श्री बालूराम जाट निवासी चाडसर  तहसील सरदारशहर चूरू के दिनांक 15 फरवरी 2010 को पेट में दर्द हुआ जिस पर डॉ बी के चौधरी मोटाराम चौधरी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर पंखा रोड चूरू में दिखाया तो डॉक्टर ने जांच कर बताया कि पित्ताशय में पथरी है ऑपरेशन करके निकालनी पड़ेगी ₹50000 खर्च आएगा दिनांक 20-02 2010 को भर्ती किया वह ऑपरेशन कर गाठ निकाली तथा 26-2 -2010 को छुट्टी दी उसके बाद 12से 15 बार बदल बदल कर दवाइयां दी जाती रही और अनावश्यक दिया जाता रहा कि सही इलाज हुआ है लेकिन  मरीज के पेट दर्द में आराम नहीं हुआ दिनांक 21 मई  2010 को डॉक्टर से बात की कि आराम नहीं है तो डॉक्टर ने बताया कि पथरी की जयपुर से जो जांच कराई थी उसमें कैंसर पाया गया इस प्रकार 17  मार्च 2010 को रिपोर्ट की जानकारी 21-05-2010 को दी जानबूझकर रिपोर्ट छुपाई और इलाज देते रहे दिनांक 26 -05-2020 को एस एम एस जयपुर दिखाया वहां जांच करके बताया कि पथरी समझकर जो गांठ निकाली वह  पथरी नहीं कैंसर की गांठ थी जिसका गलत इलाज कर निकाल दी है जबकि उसका शेक होना था ऑपरेशन कर काठ निकालने से कैंसर सारे शरीर में फैल गया और दिनांक 23-06- 2020 को मरीजप की मृत्यु हो गई डॉक्टर ने अपने फायदे के लिए के लिए मरीज स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया कैंसर की गांठ के साथ छेड़छाड़ नहीं करनी चाहिए गलत ट्रीटमेंट दिया जिससे मृत्यु हो गई तथा कैंसर के तथ्य को छिपाया डॉक्टर की लापरवाही रही 
स्व मरीज के वारिसान बरजी देवी पत्नी धनाराम ताराचंद श्री चंद पुत्र  व   किसतुरी पुत्री ने जिला मंच  उपभोक्ता संरक्षण चूरू में परिवाद पेश किया जिसका निर्णय  दीया डॉ बीके चौधरी सीनियर स र्जन है मरीज कि कैंसरकी रिपोर्ट आने के बाद आचार्य तुलसी कैंसर सेंटर बीकानेर रेफर कर दिया इस प्रकार  कृत्य सेवा दोस्त की श्रेणीमें नहीं माना परिवार खारिज कर दिया  इससे व्यथित होकर मरीज के   वारिस ने द्वारकादास पारीक एडवोकेट के माध्य से राज्य उपभोक्ता विवाद प्रतितोष आयोग सर्किट बेंच बीकानेर में अपील दायर की बताया कि डॉक्टर ने सेवाओं में कमी दी है और  डॉक्टर बीके चौधरी ने यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड से अपने हॉस्पिटल का बीमा करा रखा है जरिए वीडियो कॉन्फ्रेसिंग बहस माननीय श्री कमल कुमार बागड़ी सदस्य न्यायिक माननीय श्री अतुल कुमार चटर्जी सदस्य न्यायिक माननीय श्री  शोभा सिंह  सदस्य ने सुनकर निर्णय दिया कि परिवादी के गाल ब्लेंडर में कैंसर था देरी से बताया तो मृत्यु हो गई परिवादी की ऑपरेशन के लिए  सहमति नहीं लि देरी से बताने के कारण कैंसर लीवर में फैल गया बीमा का  प्रसन्न डॉक्टर वीके चौधरी व बीमा कंपनी के बीच का है इसमें आयोग  हस्तक्षेप नहीं कर सकता इस क्षतिपूर्ति के लिए विपक्षी पूर्ण जिम्मेदार है विवाद जिला मंच ने जो परिवार खारिज किया वह सही नहीं है उपरांत आयोग ने प्रान्त किया जाकर आदेश दिया कि विपक्षी परिवादी गण को 15 लाख रुपए परिवाद प्रस्तुति दिनांक 02-08 -2010 से 9 परसेंट वार्षिक ब्याज कि दर सहित अदा करें परिवादी गण की ओर से पैरवी द्वारकादास पारीक एडवोकेट ने की ।

Labels:

बायो गैस को इंधन के विकल्प के रूप में अपनाएं किसान-कुलपति

बीकानेर बुलेटिन


एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण आयोजित




बीकानेर, 19 फरवरी। राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के तहत ‘बायो गैस संयंत्रों की जैविक खेती एवं पर्यावरण संरक्षण में भूमिका’ विषयक एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण शिविर शुक्रवार को कृषि अभियांत्रिकी विभाग एवं कृषि प्रौद्योगिकी सूचना केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान् में स्वामी विवेकांनद कृषि संग्रहालय सभागार में आयोजित हुआ।

उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह ने की। उन्होंने कहा कि विकास की अंधाधुंध दौड़ में जलवायु में बड़ा परिवर्तन आया है। इसके अनेक दुष्परिणाम हमारे सामने हैं। ऐसे में यह आवश्यक हो जाता है कि हम बायोगैस को ईंधन के विकल्प के रूप में अपनाएं। किसानों, खासकर पशुपालकों को इस तकनीक से अवगत करवाएं तथा बायो गैस की अधिक से अधिक इकाईयां स्थापित के लिए इन्हें प्रेरित करें।

प्रो. सिंह ने मरुस्थलीय क्षेत्र की मौसम संबंधी प्रतिकूलताओं और पानी की कम उपलब्धता के बारे में बताया तथा कहा कि इस क्षेत्र में पशुपालन हमेशा किसानों का सहारा बना है। खेती के साथ पशुपालन करने वाले तुलनात्मक रूप से अधिक लाभ कमाते हैं। इसे समझते हुए विश्वविद्यालय द्वारा समन्वित कृषि प्रणाली इकाई स्थापित की गई है। छोटी जोत के किसानों के लिए यह वरदान साबित हुई है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण में आए किसानों को इकाई का अवलोकन करवाया जाए तथा परम्परागत खेती के साथ पशुपालन एवं उद्यानिकी को अपनाकर किसानों को अधिक सशक्त एवं समर्थ बनाया जा सकता है, इसकी जानकारी दी जाए।

प्रसार शिक्षा निदेशक डाॅ. एस. के. शर्मा ने कहा कि कृषि रसायनों के अंधांधुध उपयोग का दुष्परिणाम हमारे सामने हैं तथा हम एक बार फिर जैविक खेती की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे में बायोगैस तकनीक बेहद उपयोगी साबित हो सकती है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में वर्ष 1954 से किसानों द्वारा इसे अपनाया जाता रहा है, लेकिन आज के दौर में इसे और अधिक प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है।  

काजरी अध्यक्ष डाॅ. एन. डी. यादव ने कहा कि बायो गैस इकाईयों की स्थापना किसानों के लिए उद्यमिता विकास, जैविक खेती के प्रोत्साहन के साथ ऊर्जा स्त्रोत में वृद्धि की राह आसान करेगी। उन्होंने कहा कि गुजरात एवं महाराष्ट्र सहित कई राज्यों के किसान इसका उपयोग कर रहे हैं। मरुस्थलीय क्षेत्र के किसान भी इसे अपनाएं।

राष्ट्रीय कृषि उच्च शिक्षा परियोजना के समन्वयक डाॅ. एन. के. शर्मा ने कहा कि बायो गैस प्लांट किसानों को आत्मनिर्भर बनाने में सक्षम है। इससे दूरदराज के क्षेत्रों के किसानों की ईंधन की मांग की आपूर्ति की जा सकती है। उन्होने बताया कि विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय बीज परियोजना द्वारा खरीफ फसल के लिए मूंग, मोठ और ग्वार के गुणवत्तायुक्त बीज विक्रय के लिए तैयार किए गए हैं। इच्छुक किसान यह बीज खरीद सकते हैं।

कार्यक्रम समन्वयक इंजी. जे. के. गौड़ ने कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में बताया। इस दौरान बायो गैस उत्पादन तकनीक एवं इसके उपयोग, विभिन्न प्रकार के बायो गैस संयंत्र, इनका संचालन एवं रख रखाव, जैविक खेती में इनकी भूमिका, बायोगैस संयंत्र एवं पर्यावरण संरक्षण सहित विभिन्न विषयों पर विशेषज्ञों के व्याखन हुए। कुलपति ने प्रशिक्षण से संबंधित पुस्तक का विमोचन किया तथा गोबर गैस प्लांट चलाने वाले किसानों को सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. सीमा त्यागी ने किया। इस दौरान संग्रहालय प्रभारी डाॅ. दीपाली धवन, रतन सिंह शेखावत, राजेन्द्र सिंह शेखावत, गिरीश आचार्य सहित विभिन्न क्षेत्रों के किसान मौजूद रहे।

Labels:

गर्मियों के सीजन के लिए तैयारी जलदाय मंत्री ने सभी जिलों में आकस्मिक कार्यों के लिए 50-50 लाख रुपये की दी मंजूरी

बीकानेर बुलेटिन




प्रदेश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में निर्बाध पेयजल आपूर्ति के निर्देश

पेयजल व्यवस्था की मॉनिटरिंग के लिए अतिरिक्त वाहनों की भी स्वीकृत




जयपुर, 19 फरवरी। जलदाय मंत्री डॉ. बी. डी कल्ला ने आगामी गर्मियों के मौसम में प्रदेश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जनता के लिए पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए सभी जिलों में आकस्मिक कायोर्ं के लिए 50-50 लाख रुपये की राशि खर्च करने की स्वीकृति प्रदान की है। इसके तहत जिला कलक्टर्स की अनुशंषा पर सम्बंधित क्षेत्र के अतिरिक्त मुख्य अभियंता अपने अधीन आने वाले जिलों में 50 लाख रुपये तक की सीमा में पेयजल व्यवस्था से सम्बंधित आवश्यक कार्य करा सकेंगे।

जलदाय मंत्री द्वारा इस सम्बंध में स्वीकृति दिए जाने के बाद विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत ने गर्मियों और इंदिरा गांधी कैनाल परियोजना क्षेत्र के 9 जिलों में  मार्च माह में प्रस्तावित नहरबंदी के सम्बंध में सभी जिला कलक्टर्स को विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए हैं। इनमें कलक्टर्स को अपने-अपने जिलों में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 50 लाख रुपये की सीमा में आकस्मिक पेयजल व्यवस्थाओं के कार्य चिन्हित करते हुए उनकी सूची का अनुमोदन करने को कहा गया है। जिला कलक्टर्स द्वारा इन कार्यों को अनुमोदन किए जाने के बाद सम्बंधित अतिरिक्त मुख्य अभियंता इस सम्बंध में कार्यों की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति विभागीय वेबसाईट पर उपलब्ध मॉड्यूल के माध्यम से जारी करेंगे।

डॉ. कल्ला ने बताया कि प्रत्येक जिले के लिए स्वीकृत धनराशि का उपयोग विभागीय नियमों और प्रावधानों का पालन करते हुए अधिकतम उपभोक्ताओं को लाभांवित करने के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। अधिकारियों को स्वीकृत किए जाने वाले कार्यों को एक निश्चित समयावधि में पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे गर्मी के मौसम में प्रभावित उपभोक्ताओं को राहत प्रदान की जा सके। सभी जिलों में 50 लाख रुपये की सीमा में ही खर्च की अनुमति होगी, अगर किसी स्थान इस सीमा के बाहर व्यय की आकस्मिक जरूरत होगी तो सक्षम स्तर से इस बारे में विचार करते हुए निर्णय लिया जाएगा। सभी जिला कलक्टर्स को स्वीकृत कार्यों की प्रगति की समीक्षा, उनके स्तर पर साप्ताहिक समीक्षा बैठक में करने के भी निर्देश दिए गए हैं।

जलदाय मंत्री डॉ. कल्ला ने खास तौर पर आगामी मार्च माह में 9 जिलों श्री गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, चुरू, बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, नागौर एवं झुंझुनू के क्षेत्रों में इंदिरा गांधी नहर में प्रस्तावित नहरबंदी के मद्देनजर, सम्बंधित अतिरिक्त मुख्य अभियंताओं को इस दौरान पेयजल आपूर्ति सुचारू बनाए रखने के लिए की जाने वाली आवश्यक व्यवस्थाओें और गतिविधियों की रिपोर्ट भी मुख्य अभियंता शहरी एवं ग्रामीण के माध्यम से भिजवाने के निर्देश दिए हैं।

इंदिरा गांधी नहर परियोजना के 9 जिलों में नहरबंदी के दौरान कम गहराई के नलकूप, ग्रामीण एवं शहरी पेयजल परियोजना क्षेत्रों में जल परिवहन, निजी जल स्रोतों को किराए अथवा लीज पर लेने, नहर के पानी को संग्रहित करने के लिए कॉफर डेम या नई जल संरचनाएं तैयार करने, पाईप या जम्बो पम्पसैट्स के माध्यम से पानी को लिफ्ट करने के अलावा सम्बंधित जिला कलक्टर या जल संसाधन विभाग के साथ समन्वय करते हुए पेयजल सप्लाई व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए इस धनराशि का युक्ति-युक्त उपयोग किया जाएगा।

किराए पर अतिरिक्त वाहनों की भी मंजूरी

जलदाय मंत्री ने बताया कि प्रदेश में आगामी गर्मियों में पेयजल आपूर्ति की मॉनिटरिंग के लिए विभाग में किराए पर आगामी 31 मार्च तक के लिए 260 तथा एक अप्रेल 2021 से 31 अगस्त 2021 तक के लिए 421 अतिरिक्त वाहनों के उपयोग की भी स्वीकृति जारी की गई है। विभाग में नियमित किराए के 460 वाहनों के अलावा स्वीकृत इन वाहनों का उपयोग हैंडपम्प मरम्मत अभियान और समर कंटीजेंसी कार्यों के साथ पेयजल परियोजनाओं तथा जलापूर्ति से सम्बंधित कार्यों की निगरानी के लिए भी किया जाएगा।  

डॉ. कल्ला ने बताया कि विभाग में 31 मार्च 2021 तक अजमेर रीजन में 36, भरतपुर में 23, बीकानेर में 27, जयपुर में 47, जोधपुर में 55, कोटा में 23 तथा उदयपुर रीजन में 49 अतिरिक्त वाहनों का उपयोग किया जा सकेगा। इसी प्रकार 31 मार्च 2021 से 31 अगस्त 2021 की अवधि के लिए अजमेर रीजन में 60, भरतपुर में 38, बीकानेर में 34, जयपुर में 64, जोधपुर में 119, कोटा में 43 तथा उदयपुर रीजन में 63 अतिरिक्त वाहनों के उपयोग की स्वीकृति जारी की गई है।

जलदाय मंत्री ने बताया कि जलदाय विभाग के सभी क्षेत्रीय एवं जिलों के प्रभारी अभियंताओं को हैंडपम्प मरम्मत अभियान, पेयजल योजनाओं के रखरखाव तथा मॉनिटरिंग के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश भी दिए गए है जिससे गर्मी के मौसम में राज्य के किसी भी हिस्से में लोगों को पेयजल से सम्बंधित किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो।

Labels:

मुख्यमंत्री ने लिया संवेदनशील निर्णय पंचायती राज के 9000 कनिष्ठ लिपिकों को जल्द मिलेगी पदोन्नति

बीकानेर बुलेटिन



जयपुर, 19 फरवरी। राज्य सरकार ने प्रदेश की विभिन्न ग्राम पंचायतों में कनिष्ठ लिपिक के पदों पर कार्यरत लगभग 9000 कार्मिकों को पदोन्नति का तोहफा देने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने इसके लिए सम्बन्धित विभाग को वर्ष 2013 में भर्ती हुए कनिष्ठ लिपिकों के संवर्ग के लिए वरिष्ठता निर्धारित करने और पदोन्नति प्रक्रिया शुरू करने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी हैै। 

श्री गहलोत ने पंचायती राज विभाग अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कनिष्ठ लिपिक संवर्ग में बीते 7 वर्षों से लम्बित पदोन्नति प्रक्रिया को जल्द से जल्द शुरू किया जाए। इससे पंचायती राज विभाग में नवसृजित पदों पर नियुक्त हुए लगभग 9000 मंत्रायलिक कार्मिकों को पदोन्नति का अवसर मिल सकेगा और यह पंचायती राज संस्थाओं के सशक्तीकरण की दिशा में बड़ा कदम होगा।

गौरतलब है कि वर्ष 2013 में नवसृजित पदों पर भर्ती किए गए ग्राम पंचायत के कनिष्ठ लिपिकों के संवर्ग के लिए वरिष्ठता निर्धारित करने के लिए कोई प्रावधान नहीं किया गया था। कर्मचारी संगठन काफी समय से पदोन्नति प्रक्रिया में इस विसंगति को दूर करने की मांग कर रहे थे। अब मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने इन कार्मिकों को पदोन्नति का लाभ देने के लिए संवेदनशील निर्णय लिया है। 

Labels: ,

26 फरवरी को प्रतिष्ठानों को बंद रखने काआह्वान, जीएसटी अधिकारी कर रहे है दुर्व्यवहार

बीकानेर बुलेटिन




आज दिनांक 19/फरवरी 2021 को बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल में पिछले दिनों गुजरात में जीएसटी अधिकारियों द्वारा व्यापारियों के साथ किए गए दुर्व्यवहार एवं सरकार द्वारा असीमित रूप से जीएसटी अधिकारियों को अधिकार के विरोध में एक मीटिंग का आयोजन किया गया इसमें व्यापारियों ने सरकार द्वारा जीएसटी अधिकारियों को अश्मित अधिकार देने को व्यापारियों के अहित में माना गया जीएसटी अधिकारी अपने असीमित अधिकारों का उपयोग करते हुए व्यापारियों को टेक्सलेट भरना रिटर्न लेट वरना मिसमैच आदि अन्य कई असीमित अधिकारों का इस्तेमाल करते हुए व्यापारियों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं एवं उनको परेशान किया जा रहा है इसके विरोध में बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल ने कैट का समर्थन करते हुए 26 फरवरी को 2:00 बजे तक बीकानेर के समस्त व्यापारिक प्रतिष्ठानों को एवं औद्योगिक प्रतिष्ठान को बंद रखने का निवेदन किया गया आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता श्री रमेश जी पुरोहित ने की जो कि राजस्थान प्रदेश cat के महासचिव भी है अन्य सदस्यों में  उपाध्यक्ष हेतराम गॉड अनिल कुमार सोनी (झूमर सा) सचिव वेदप्रकाश अग्रवाल  संगठन सचिव  ईश्वरचंद  बोथरा कोषाध्यक्ष मनोज सोलंकी अन्य सदस्यों में मक्खन लाल अग्रवाल विपिन मुसरफ सचिन भाटिया सतीश पुरोहित सुशील शर्मा गोविंद सिंह कच्छावा आदि सदस्यों ने भाग लिया।

         

Labels:

सिंह का आईजीएमपी में हुआ शानदार स्वागत

बीकानेर बुलेटिन




बीकानेर। सचिवालय अधिकारी संघ के अध्यक्ष मेघराज सिंह पंवार का बीकानेर में अनेक संगठनों का अभिनंदन किया गया। इसी कड़ी में इंदिरा गांधी नगर परियोजना में भी पंवार का गर्मजोशी से स्वागत हुआ। भारतीय मजदूर संघ व विजिलेंस विभाग द्वारा मेघराज सिंह का साफा पहनाकर अभिनंदन किया। इस मौके पर सिंह ने कार्मिकों को विश्वास दिलाया कि उनकी लंबित मांगों के लिये वे संगठन स्तर पर सरकार से वार्ता करेंगे और जल्द ही निस्तारित मांगों पर सकारात्मक निर्णय करवाएंगे। साथ ही सिंह ने कार्मिकों को आईजीएमपी विभाग के वर्क चार्ज कर्मचारियों के पदनाम परिवतर्न मांग का आश्वासन दिया। सिंह का स्वागत करने वालों में गुरदीपसिंह,प्रमोद सिंह, पुखसिंह, महेन्द्र शर्मा,कैलाश जोशी,राजेन्द्र सिंह,कृष्णा कंवर,बृजमोहन तंवर,राजेन्द्र सिंह शेखावत,हेमेंद्र सिंह,विक्रम सिंह,तरुण जांगिड़,सुरेश सारण,प्रमोद दिवान,भंवर जनागल,राजेन्द्र शेखावत,धन सिंह,योगेश पांडेय,कान सिंह,बृजपाल सिंह प्रमुख थे।

Labels:

मेडिकल स्टोर का अनुज्ञापत्र निलंबित

बीकानेर बुलेटिन





बीकानेर, 19 फरवरी। औषधि अनुज्ञापन प्राधिकारी एवं सहायक औषधि नियंत्रक सुभाषचंद्र मुटनेजा ने सादुल कालोनी स्थित चंचल मेडिकल स्टोर में विभिन्न अनियमितताएं पाए जाने पर संबंधित फर्म का अनुज्ञापत्र 4 दिन के लिए निलम्बित किया है। मुटनेजा ने बताया कि निरीक्षण के दौरान अनुज्ञापत्र नियमानुसार प्रदर्शित नही किए गए व योग्य व्यक्ति निरीक्षण शुरू होने के 20 मिनट बाद आया। उन्होंने बताया कि फर्म के क्रय बिल क्रोनोलोजिकल आॅर्डर में नहीं मिले तथा निरीक्षण के समय निरीक्षण पुस्तिका फर्म द्वारा उपलब्ध नहीं करवाई गई। उन्होंने संबंधित फर्म का अनुज्ञापत्र 22 से 25 फरवरी तक निलम्बित कर दिया है।

Labels:

बृह्मलीन गौसेवी संत श्री पदमाराम जी कुलरिया की स्मृति में रक्तदान शिविर रविवार को

बीकानेर बुलेटिन




बृह्मलीन गौसेवी संतश्री पदमाराम जी कुलरिया की स्मृति में संतश्री के पुत्र कानाराम-शंकरलाल-धर्मचंद कुलरिया के द्वारा श्रद्धांजलि स्वरूप जयपुर में 21 फरवरी 2021 रविवार को रक्तदान शिविर का आयोजन पिंक विनायक होस्पीटल धूलेश्वर गार्डन, धूलेश्वर महादेव मंदिर के पास सरदार मार्ग सी स्कीम जयपुर में होगा। राज जाँगिड ने बताया कि ये रक्तदान शिविर विश्वकर्मा जाँगिड फाउंडेशन के नेतृत्व में आयोजित होगा और इस रक्तदान शिविर के संयोजक फाउंडेशन के विक्रम जाँगिड है। शिविर सुबह 9 से बजे से सायं 5 बजे तक चलेगा। जाँगिड ने आह्वान किया कि संतश्री पदमाराम जी कुलरिया की स्मृति आयोजित रक्तदान शिविर में रक्तदान अवश्य करें। रक्तदान करके हम समाज सेवा में बड़ी भूमिका अदा कर सकते हैं। किसी की जिंदगी बचाने के लिए रक्तदान करना पुण्य कार्य है। रक्तदान महादान है। जाँगिड ने कहा कि हमारे रक्त का एक अंश किसी भी परिवार का वंश बचा सकता है। इसलिए हमें इसके लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।

Labels:

अग्रवाल की याद में राम मंदिर निर्माण के लिये सौंपा एक लाख का चैक

बीकानेर बुलेटिन





बीकानेर। शहर के प्रतिष्ठित व्यवसायी रहे स्व.हुलास चंद अग्रवाल की प्रथम पुण्यतिथि पर उनके पुत्र अरूण कुमार अग्रवाल ने अयोध्या में बनने वाले श्रीराम मंदिर निर्माण के लिये एक लाख रूपये का चैक संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता डॉ अजय सिंह को सौंपा। इस मौके पर तरूण,रोहित व ताराचंद अग्रवाल भी मौजूद रहे।

Labels:

कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री का निधन

बीकानेर बुलेटिन



कांग्रेस पार्टी के लिए दुख भरी घटना सामने आई जब कांग्रेस पार्टी के पूर्व केंद्रीय मंत्री का निधन हो गया कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कैप्टन सतीश शर्मा का आज गोवा में निधन हो गया. वो 73 साल के थे. सतीश शर्मा रायबरेली और अमेठी से सांसद रह चुके थे और साल 1993 से 1996 तक वो केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री के पद पर रहे.

सतीश शर्मा कैंसर से पीड़ित थे और पिछले कुछ समय से बीमार थे. शर्मा के बेटे समीर ने कहा, ‘‘उनका गोवा में रात आठ बजकर 16 मिनट पर निधन हो गया. उनका अंतिम संस्कार आज शुक्रवार को दिल्ली में किया जाएगा. उनका पार्थिव शरीर गोवा से दिल्ली लाया जा रहा है.’’सतीश शर्मा के निधन पर कांग्रेस पार्टी ने दुख जताया है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री कैप्टन सतीश शर्मा के निधन पर गहरा दुख हुआ. कैप्टन शर्मा ने हमेशा पार्टी के प्रति समर्पण व देश के प्रति सम्मान की भावना से कार्य किया।

Labels:

गंगाशहर युवक को बनाया बंधक,अगले दिन फाँसी पे लटका मिला शव,नामजद मुकदमा दर्ज

बीकानेर बुलेटिन



गंगाशहर मूल के मुकेश रांकावत पुत्र मांगीलाल रांकावत की आत्महत्या प्रकरण में नया मोड़ आ गया है। मृतक मुकेश के छोटे भाई गंगाशहर नोखा रोड़ निवासी मनीष रांकावत ने बरकत खान नाम के व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। मनीष के अनुसार 16 फरवरी की शाम को उसके नंबर पर बरकत का फोन आया था। आरोपी ने कहा कि उसने मुकेश को सुबह से बंधक बना रखा है, अगर भाई को छुड़वाना चाहते हो तो उसके पैसे दे दो। इस पर मनीष ने बरकत को अपने पिता मांगीलाल से बात करवाई। मांगीलाल ने बरकत से समझाइश करते हुए परिस्थिति बताई तथा पांच हजार की चार किश्तों में बीस हजार रूपए चुकाने का आश्वासन दिया। इस दौरान बरकत ने मुकेश से भी बात करवाई थी। 

परिवादी मनीष के अनुसार बरकत ने फोन काट दिया था, वापिस फोन आया तो उसने भी वही कहा जो पिता ने कहा। इसके बाद वे शादी में चले गए। अगले दिन सुबह मनीष व उसके पिता जयपुर चले गए। मनीष के अनुसार दोपहर करीब दो बजे उसके नंबर पर एक व्यक्ति का फोन आया, जिसने अपना नाम मनोज झाबक बताया। उसने कहा कि आपके भाई ने आत्महत्या कर ली है और फोन काट दिया। मनीष ने अपने पिता मांगीलाल को बात बताई तो मांगीलाल ने मनोज नामक व्यक्ति को फोन मिलाया। मनोज ने आत्महत्या की पुष्टि करते हुए स्वयं को मुकेश के रथखाना स्थित मकान का पड़ोसी बताया। 
इसके कुछ देर बाद सदर पुलिस का फोन भी आया।
परिवादी के अनुसार मृतक मुकेश पहले बाहर रहता था। कोरोना काल में उसे पीलिया हुआ, स्थिति गंभीर होने पर उसे बीकानेर लाया गया। अस्पताल में भी भर्ती करवाना पड़ा। इसके बाद उसके स्वास्थ्य को देखते हुए रथखाना स्थित मकान में उसे शिफ्ट किया गया। मनीष के अनुसार पब्लिक पार्क नजदीक होने की वजह से वहां शिफ्ट किया गया था। उसका टिफिन गंगाशहर से ही जाता था। हाल ही में करीब बीस दिन पहले मुकेश ने पॉलीथिन की एक फर्म में नौकरी शुरू कर दी थी। आशंका है कि इसी दौरान बरकत खान से संपर्क हुआ हो। 
उल्लेखनीय है कि परिवादी के अनुसार मामला केवल बीस हजार रूपयों का ही था। लेकिन बीस हजार के लिए आरोपी ने मुकेश को सुबह से शाम तक बंधक बनाए रखा। आरोप है कि बरकत खान ने मुकेश को आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया। 
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 306 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की है। शुक्रवार को पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। मामले की जांच एएसआई अरुण कुमार मिश्रा कर रहे हैं।

Labels: ,