बीकानेर बुलेटिनजयप्रकाश गहलोत
बीकानेर। लड़कपन की हरकतें युवाओं को आगे जाकर कॅरियर बनाने के समय भारी पड़ती है। सरकारी अथवा प्राइवेट नौकरी से लेकर विदेश में शिक्षा अथवा रोजगार हासिल करते समय जब चरित्र प्रमाण पत्र की आवश्यकता पड़ती है तब उन्हें गलती का अहसास होता है। परन्तु पुलिस उनके पुराने रेकॉर्ड के आधार पर चरित्र प्रमाण पत्र देने से इनकार कर देती है। जिसके चलते नौकरी पाने से वंचित रह जाते है। जिले में पुलिस वेरीफिकेशन के लिए आवेदन करने वाले 15 हजार 889 लोगों में से 442 को पुलिस ने चरित्र प्रमाण पत्र देने से मना किया है। इनमें युवा अवस्था में कदम रखने वाले 20-21 साल की उम्र के करीब डेढ़ सौ युवा है।पुलिस के अनुसार यह आंकड़ा एक साल के दौरान का है।चरित्र प्रमाण पत्र देने के लायक नहीं माना गया उनमें 138 ऐसे युवा है जो कभी सार्वजनिक रूप से हथियार लहराने, अपराधारियों के सोशल मीडिया ग्रुप से जुड़कर अपराध में सहयोग करने के मामलों में नामजद हुए। अब सरकारी नौकरी, निजी कम्पनी में जॉब अथवा सुरक्षा गार्ड जैसी नौकरी देश-विदेश में करने के लिए चरित्र प्रमाण पत्र मांगने पुलिस के पास पहुंचे। किसी न किसी तरह के अपराध में लिप्तता के चलते पुलिस ने अच्छे चरित्र का प्रणाम-पत्र नहीं दिया है।
अपराधियों पर नजर...एक साल में पुलिस कार्रवाई के आंकड़े
- 11 सोशल मीडिया ग्रुप आपराधियों के पुलिस ने चिन्हिृत किए है।- 2400 लोग इन आपराधिक ग्रुपों से जुड़े होने सामने आ चुके है।
- 179 पर हथियार प्रदर्शन अथवा भड़काऊ पोस्ट करने पर कार्रवाई की है।- 65 लोगों पर झगड़ा करने, पाबंद करने की कार्रवाई की है।
- 90 लोगों को फिर अपराध नहीं करने की चेतावनी देकर छोड़ा है।
पुलिस वेरीफिकेशन आवेदन की स्थिति पर एक नजर
- साल 2019 में कुल आवेदन 10,851
- 8321 के खिलाफ कोई प्रकरण दर्ज नहीं
- 311 के खिलाफ प्रकरण दर्ज पाया गया
- 2219 आवेदन रिजेक्ट किए गए
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- साल 2020 में कुल आवेदन 13 हजार 214
- 10261 के खिलाफ कोई प्रकरण दर्ज नहीं
- 326 के खिलाफ प्रकरण दर्ज पाया गया
- 2627 आवेदन रिजेक्ट किए गए
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साल 2021 में कुल आवेदन 11 हजार 943
- 9689 के खिलाफ प्रकरण दर्ज नहीं
- 376 के खिलाफ प्रकरण दर्ज मिला
- 1878 आवेदन रिजेक्ट किए गए
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- साल 2022 में अब तक आवेदन 15 हजार 889
- 12 हजार 339 के खिलाफ प्रकरण दर्ज नहीं
- 442 के खिलाफ प्रकरण दर्ज पाया गया
- 2 हजार 645 आवेदन रिजेक्ट हुए
अभिभावक निगरानी रखें....
युवावर्ग को अपराध से दूर रखने के लिए अभिभावक किशोर व युवा अवस्था में कदम रखने वाले बेटे-बेटियों की निगरानी रखें। पुलिस वेरीफिकेशन में कई युवाओं के खिलाफ अपराधिक गतिविधियां सामने आने पर चरित्र प्रमाण-पत्र जारी नहीं किए गए। जिले में अब तक करीब पांच सौ लोगों को पुलिस ने चरित्र प्रमाणपत्र देने से इनकार किया हैं।
योगेश यादव, पुलिस अधीक्षक बीकानेर
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