Sunday, May 16, 2021

निजी अस्पतालों की व्यवस्थाओं के प्रभावी पर्यवेक्षण के लिए शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी होंगे समन्वयक पर्यवेक्षक प्रशासनिक अधिकारियों को बनाया चिकित्सालय वार प्रभारी, सहप्रभारी भी नियुक्त

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बीकानेर, 16 मई। कोविड-19 संक्रमण से उत्पन्न परिस्थितियों के मद्देनजर निजी चिकित्सालयों में समस्त चिकित्सकीय एवं अन्य व्यवस्थाओं के प्रभावी पर्यवेक्षण और कोविड-19 संबंधी रोगियों के उपचार में आने वाली समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक सौरभ स्वामी को समन्वयक पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। साथ ही विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों को चिकित्सालय वार प्रभारी एवं सह प्रभारी भी बनाया गया है। यह सभी अधिकारी समन्वयक पर्यवेक्षक के निर्देशन में संबंधित निजी चिकित्सालय में व्यवस्थाएं सुचारू रखना सुनिश्चित करेंगे।

जिला कलक्टर नमित मेहता ने बताया कि गोविंदम अस्पताल के लिए अतिरिक्त संभागीय आयुक्त सुनीता चौधरी को प्रभारी और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक डाॅ. देवेन्द्र चौधरी को सहप्रभारी नियुक्त किया गया है। अतिरिक्त कलक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक को कोठारी अस्पताल का प्रभारी तथा उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ. योगेन्द्र तनेजा का सह प्रभारी बनाया गया है। एमएन हाॅस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर के प्रभारी अतिरिक्त कलक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा और सहप्रभारी आरसीएचओ डाॅ. राजेश गुप्ता होंगे।
इसी प्रकार फोर्टिस डीटीएम हाॅस्पिटल के लिए नगर विकास न्यास के सचिव नरेन्द्र सिंह पुरोहित को प्रभारी और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. सुकुमार कश्यप को सहप्रभारी नियुक्त किया गया है। जीवन रक्षा हाॅस्पिटल के प्रभारी नगर निगम उपायुक्त पंकज शर्मा और सह प्रभारी वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डाॅ. बीएल मीणा होंगे। वहीं वरदान हाॅस्पिटल का प्रभारी प्रशिक्षु आइएएस सिद्धार्थ पलनिचामी और सहप्रभारी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के उपनिदेशक डाॅ. राहुल हर्ष को बनाया गया है।

सभी प्रभारी एवं सहप्रभारी प्रतिदिन संबंधित चिकित्सालय में कम से एक एक बार निरीक्षण करेंगे और निर्धारित प्रारूप में सूचना संकलित करेंगे। वहीं वर्तमान में 18 और 19 मई को चक्रवाती तूफान ‘ताऊते’ की चेतावनी के मद्देनजर संबंधित अस्पतालों में पावर बैक अप (जनरेटर, डीजी सेट, इनवर्टर), फायर सेफ्टी के साथ आॅक्सीजन आदि अन्य आवश्यक व्यवस्थाओ को अस्पताल प्रबंधन व संबंधित विभागों से समन्वय रखते हुए सुचारू बनाएंगे।

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बीकानेर:तूफान 'ताऊते' की चेतावनी के मद्देनजर घरों से बाहर नहीं निकलें आमजन

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बीकानेर, 16 मई। तूफान 'ताऊते' से सम्बन्धित मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर आमजन को घरों से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है। अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक ने बताया कि मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनी के अनुसार राजस्थान के कई जिलों में 18 और 19 मई को बारिश और तूफान आने की संभावना है। इसके मद्देनजर जिला प्रशासन द्वारा जिले में भी सभी आवश्यक तैयारियाँ की गई हैं। सभी सम्बन्धित विभागों को सतर्क रहते हुए कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं।  आमजन भी इसके मद्देनजर सतर्क रहें और घरों से बाहर नहीं निकलें। साथ ही दूसरों को भी बेवजह इसके लिए प्रेरित करें। जिला प्रशासन द्वारा 'ताऊते' के मद्देनजर नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। आमजन इसके दूरभाष नम्बर 0151-2226031 पर सम्पर्क कर सकते हैं। यह नियंत्रण कक्ष राउंड दा क्लॉक कार्यरत रहेगा। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा इस सम्बंध में दिशा निर्देश जारी करते हुए, आमजन से सतर्क रहने की अपील की है। इसके मद्देनजर आमजन को टिन शेड, टॉवर आदि से दूर रहने की सलाह भी दी गई है।

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वैभव पणिया का रिकॉर्ड पांचवा प्लाज्मा दान। बीकानेर ब्लड सेवा समिति समिती के कुल 29 प्लाज्मा दान सम्पन्न

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रक्तदान और प्लाज्मा दान के लिए अग्रिम पंक्ति में कार्यरत संस्था बीकानेर ब्लड सेवा समिति के रक्तमित्र वैभव पणिया ने रविवार को अपना पांचवा प्लाज्मा दान देकर बीकानेर में सबसे ज्यादा बार प्लाज्मा देने का रिकॉर्ड कायम किया और 2 प्लाज्मा केस और आपात आने पर उनके लिए रक्तमित्र मुकुल डागा, तुषार दुजारी के सहयोग से अर्पित डागा भाई का ऐंटीबॉडी चेकअप करवाया गया।  इनके बाद रक्तवीर अर्पित डागा ने भी अपना सीसीपी प्लाज्मा दान दिया और 2 व्यक्तियों के जीवन रथ को एक बार पुनः गति दी। 

शुक्रवार देर शाम को अवीश राखेचा जैन ने अपने पिताजी भामाशाह स्व. नथमल जी राखेचा की पुण्य स्मृति में अपना प्रथम प्लाज्मा दान समिति के माध्यम से दिया। अवीश जी ने अपने पिताजी के सेवाप्रवर्ति को अपनाते हुए यह कार्य पूरे मनोभाव से पूर्ण किया। समिति संचालक रवि व्यास पारीक ने बताया कि शनिवार तक कुल 29 प्लाज्मा दान दाताओं के माध्यम से 58 सीसीपी  डोज़ बनाकर मरीज़ो के लिए प्रदान की गई। प्लाज्मा दान के दौरान राजकीय ब्लड बैंक पीबीएम के डॉ प्रेम पड़िहार, डॉ कालूराम मेघवाल, डॉ ऋषि माथुर, डॉ ईशान जोशी, डॉ मनोज सैनी, डॉ गौतम हर्ष और समिति के सचिव विक्रम इछपुल्याणी (अरोड़ा), रक्तमित्र तरूण सिंह शेखावत, चंचल शर्मा और मुकुल डागा उपस्थित रहें।

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कानि. मुखराम जाखड़ के जन्मदिन पर 43 यूनिट रक्त संग्रह

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रक्तदान का कोई अवसर न चूकना ही मानवता का ओलंपिक है। रविवार सुबह 11 बजे से 1 बजे तक बीकानेर नयाशहर थाना के कानिस्टेबल मुखराम जाखड़ के जन्मदिन पर लगे रक्तदान शिविर में कुल 43 यूनिट रक्त संग्रह पीबीएम रक्तकोष में किया गया। यह शिविर बीकानेर ब्लडसेवा समिति और गरीब सेवा संस्थान के सयुंक्त तत्वावधान में आयोजित हुआ जिसमें श्रीडूंगरगढ़ के रामेश्वर सियाग,  रणधीर ओला, राजेन्द्र जाखड़, प्रकाश कूकना, अन्य 10-12 युवाओं और बीकानेर के रक्तवीरों रामचंद्र बिश्नोई, अमित ने भाग लिया। 


समिति के संचालक  रवि व्यास पारीक के अनुसार कुल 43 यूनिट रक्तदान में रक्तदात्री आकांक्षा सुथार पवनपुरी निवासी ने समिति के माध्यम से अपना प्रथम रक्तदान दिया, डॉ मनोज सैनी ने रक्तदात्री को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया और आरजे रोहित शर्मा ने भी अपना स्वैच्छिक रक्तदान दिया। शिविर के समापन पर राजकीय ब्लड बैंक के वरिष्ठ अधिकारी डॉ कालूराम मेघवाल ने मुखराम जाखड़ को प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया। इस दौरान समिति सचिव विक्रम इछपुल्याणी (अरोड़ा), रक्तमित्र सुमित शर्मा, चंचल शर्मा, तरूण सिंह शेखावत, मुकुल डागा, नरेश सारस्वत, तुषार दुजारी आदि उपस्थित रहें।

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बीकानेर:प्राइवेट टैंकरों से जलापूर्ति की दरें निर्धारित,अधिक राशि ले तो करे इन नम्बरों पे शिकायत

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30 जून तक रहेंगी प्रभावी, अधिक राशि वसूलने पर होगी कार्यवाही

बीकानेर, 16 मई। नहरबंदी और गर्मी के मौसम को देखते हुए बीकानेर नगर निगम क्षेत्र में प्राइवेट टैंकरों से जलापूर्ति की दरें निर्धारित की गई हैं। इससे अधिक राशि वसूले जाने पर सम्बन्धित के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।

जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता दीपक बंसल ने बताया कि प्रथम 5 किलोमीटर की दूरी के लिए जलापूर्ति की दर 90 रुपये प्रति एक हजार लीटर प्रति ट्रिप निर्धारित की गई है। वहीं पांच किलोमीटर से अधिक दूरी होने पर 20 रुपये प्रति एक हजार लीटर प्रति किलोमीटर अतिरिक्त राशि देनी होगी। यह दरें नियमानुसार अनुमोदन के पश्चात् निर्धारित की गई हैं, जो कि आगामी 30 जून तक प्रभावी रहेंगी।

अधिक राशि वसूलने पर कर सकेंगे शिकायत

बंसल ने बताया कि यदि किसी प्राइवेट टैंकर चालक द्वारा निर्धारित दरों से अधिक राशि वसूली जाती है तो इसकी शिकायत जिला परिवहन अधिकारी कार्यालय के दूरभाष नंबर 0151-2970048 अथवा जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के नियंत्रण कक्ष 0151-2226454 पर की जा सकती है। शिकायत की जांच करते हुए दोषी पाए जाने की स्थिति में संबंधित के विरूद्ध नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।

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बीकानेर:सब्‍जी मंडिया 24 मई तक बंद रहेंगी

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सभी सब्‍जी मंडिया 24 मई तक बंद रहेंगी, महामारी रेड अलर्ट जन अनुशासन लॉक डाउन के कारण कोटगेट व कोतवाली थाना क्षेत्र में कोटगेट, बडा बाजार, फड बाजार तथा डागा बिल्डिंग के पास चलने वाली सभी सब्‍जी मंडियां आगामी 24 मई तक बंद रहेंगी। इन चारों मंडियों में लगभग 1000 व्‍यापारी सब्‍जी बेचने का काम करते हैं।

पूर्व में इन मंडियों से जुडे व्‍यापारियों ने स्‍वैच्‍दा से एक सप्‍ताह तक मंडी बंद रखने का निर्णय लिया था मगर रविवार 16 मई को कोटगेट व कोतवाली थाना परिसर में हुई अलग-अलग बैठकों के बाद जिला प्रशासन के आग्रह पर मंडी व्‍यापारियों ने आगामी 24 मई तक मंडियों को बंद रखने के निणर्य पर मुहर लगा दी।

हालांकि कुछ सब्‍जी व्‍यापारी सोमवार से मंडी खालेने के पक्ष में थे मगर प्रशासन के दबाव के आगे उनकी नहीं चली। सबंधित थानाधिकारियों ने साफ-साफ समझा दिया कि मंडी में जहां भी सब्‍जी की दुकानें हैं वे या तो स्‍वैच्‍छा से बंद रखी जाए वरना कानूनन संबंधित क्षेत्रों को सीज कर वहां बेरिकेटिंग कर दी जाएगी।

मंडी से जुडे व्‍यापारी राजू  भाई ने समाचार सेवा को बताया कि बैठक में व्‍यापारियों ने जिला व पुलिस प्रशासन के आग्रह को स्‍वीकार करते हुए आगामी 24 मई तक मंडी बंद रखने का निर्णय स्‍वीकार किया है। उन्‍होंने बताया कि इस दौरान मंडी व्‍यापारी यदि चाहे तो मंडी के बाहर अन्‍य स्‍थानों पर रेहडी लगाकर सब्‍जी की बिक्री सोशल डिस्‍टेसिंग की पालना करते हुए कर सकते हैं मगर मं‍डियों में बनी दुकानों का उपयोग 24 मई तक बंद रहेगा।

हालांकि कुछ मंडी व्‍यापारियों का कहना है कि मंडी के बाहर खुले में सब्‍जी बिक्री जारी है जबकि उनका धंधा चौपट हो रहा है।  रविवार को मंडी में एकत्र हुए व्‍यापारियों ने पहले सुबह नौ बजे बैठक कर इस बारे में एक राय करने का तय किया था मगर बाद में कोटगेट थाने के प्रभारी मनोज माचरा के फोन के बाद सभी ने रविवार की शाम कोटगेट थाने में होने वाली मंडी समिति की बैठक में होने वाले निर्णय के बाद आगामी कार्रवाई करने का तय किया था।

व्‍यापारियों का कहना है कि मंडी के बाहर ही सडक पर अनेक लोगों ने सब्‍जी की बिक्री शुरू की हुई है। वहां सोशल डिस्‍टेंसिंग की पालना नहीं हो रही है। व्‍यापारियों के अनुसार यदि मंडी की सभी दुकाने एक साथ खोलने की अनुमति मिल जाती है तो मंडी में एक समय में अधिक भीड नहीं रहेगी ग्राहक अलग अलग दुकानों पर सब्‍जी खरीद सकेंगे मगर व्‍यापारियों की यह मांग नहीं मानी गई।

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बीकानेर:18+ कोरोना वैक्सीन को लेकर आई खबर

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बीकानेर में शुक्रवार और शनिवार को दो दिन लगातार 18+ कोरोना वैक्सीन लगने के बाद सोमवार से फिर नहीं होगा वैक्सिनेशन। आज रात ना करें इंतजार ऑनलाइन स्लाॅट ऑपन होने का।

RCHO डॉ. राजेश गुप्ता से मिली जानकारी अनुसार 45+ आयु वर्ग में सोमवार को COVISHIELD वैक्सीन लगेगी। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में केवल 45+ आयु वर्ग में वैक्सिनेशन होगा।

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कोरोना अपडेट:डबल रिकवरी पर आधे पॉजिटिव आये आज

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कोविड सम्बन्धी दैनिक रिपोर्ट

दिनांक: 16-5-2021

कुल सेम्पल- 2380
पॉजिटिव- 589
रीकवर-. 1122
कुल एक्टिव केस- 6743
इंस्टिट्यूशनल आइसोलेट- 67
होम क्वारेन्टइन- 5750
कन्टेन्टमेंट जोन- 9
352 माइक्रो कंटेनमेंट


बीकानेर में कोरोना का ग्राफ लगातार तेजी से बढ़ रहा है। रविवार की दुसरी रिपोर्ट में फिर धमाका हुआ और 438 में 151 जुड़कर कोरोना पाॅजिटिव आंकड़ा दिन भर में 589 हो गया।


मुरलीधर व्यास कॉलोनी, मुक्ता प्रसाद नगर, भीनासर, गनगाशहर, रानी बाजार, जयनारायण व्यास काॅलोनी, केके कॉलोनी, गांधी काॅलोनी, करनी नगर, रामपुरा बस्ती, सर्वोदय बस्ती, पुगल रोड़, नत्थुसर बास, नत्थुसर गेट, जस्सुसर गेट, समता नगर इत्यादि क्षेत्रों से आए सामने।


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ताऊते तूफान अलर्ट: अस्पतालों में विद्युत आपूर्ति ना हो बाधित, सभी अधिकारी रहें मुस्तैद, जिला कलक्टर ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग से की तैयारियों की समीक्षा, उपखण्ड अधिकारियों को दिए निर्देश

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बीकानेर, 16 मई। जिला कलक्टर नमित मेहता ने कहा कि ताऊते तूफान के संबंध में जारी अलर्ट को देखते हुए समय रहते सभी व्यवस्थाएं कर ली जाएं। कोविड की वर्तमान स्थिति के मद्देनजर अस्पतालों में विद्युत आपूर्ति प्रभावित नहीं हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए।

जिला कलक्टर रविवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी उपखण्ड अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मौसम विभाग द्वारा राज्य के कुछ जिलों में ताऊते तूफान का हल्का-मध्यम प्रभाव रहने की चेतावनी जारी की गई है। इसके मद्देनजर जिले में भी पूर्ण सतर्कता रखी जाए। अंधड़ या बरसात आने की स्थिति में भी अस्पतालों में कोविड प्रबंधन प्रभावित नहीं हो। प्रत्येक चिकित्सा संस्थान में विद्युत आपूर्ति निर्बाध रहे, इसके मद्देनजर सभी व्यवस्थाएं कर ली जाएं। सभी चिकित्सा संस्थानों में जनरेटर हों। यह चालू स्थिति में रहें तथा आवश्यकता पड़ने पर इनका तत्काल उपयोग किया जा सके। विद्युत निगम के अधिकारी एक्टिव मोड पर रहें तथा विद्युत आपूर्ति के व्यवधान को तुरंत दुरुस्त किया जाए, जिससे कोरोना मरीजों के इलाज में किसी प्रकार की परेशानी नहीं आए। 

जिला कलक्टर ने कहा कि प्रत्येक उपखण्ड अधिकारी, इससे संबंधित सभी व्यवस्थाओं की माॅनिटरिंग खुद करें तथा निचले स्तर तक मशीनरी को मुस्तैद रखा जाए। प्रत्येक उपखण्ड के निजी अस्पतालों को भी इसके लिए निर्देशित कर दिया जाए। आपसी समन्वय की कमी से किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। नगर पालिकाओं तथा ग्राम पंचायत के आपदा राहत से सम्बंधित सम्बन्धी सभी संसाधन  तैयार रखे जाएं। 

डोर-टू-डोर सर्वे बेहद महत्वपूर्ण

जिला कलक्टर ने कहा कि कोरोना के संभावित रोगियों की प्रारंभिक स्तर पर पहचान करने और इन्हें आवश्यक चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के हिसाब से डोर टू डोर सर्वे बेहद महत्वपूर्ण है। इसकी नियमित मोनिटरिंग की जाए तथा यह सुनिश्चित करें कि आईएलआई प्रकृति के मरीजों  को तत्काल दवाइयां मिलें। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में सर्वे एक सतत प्रक्रिया है, प्रत्येक उपखण्ड में इसके लिए अधिक से अधिक टीमें गठित हों और यह प्रत्येक घर तक पहुंचें।

क्वारेंटीन अवहेलना की शिकायत करें वेरीफाई

जिला कलक्टर ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव मरीज द्वारा होम क्वारेंटीन नियम की अवहेलना नहीं की जाए, इसके मद्देनजर 'कोविड क्वारेन्टीन अलर्ट सिस्टम' के माध्यम से इसकी सतत मोनिटरिंग की जा रही है। इस मोनिटरिंग सिस्टम पर किसी पॉजिटिव मरीज द्वारा कहीं मूवमेंट किया जाना पाया जाता है, तो इसका वेरीफिकेशन किया जाए अवहेलना सिद्ध होने पर सम्बन्धित के विरुद्ध महामारी अधिनियम के तहत कार्यवाही हो। 

कोविड प्रबंधन की जानी स्थिति

जिला कलक्टर ने कोविड प्रबंधन की उपखण्डवार स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि प्रत्येक क्षेत्र में अगले दस-बारह दिन अत्यधिक सतर्कता बरती जाए। सभी अधिकारी सतर्क रहें तथा टीम भावना के साथ कार्य करें। सभी फ्रंट लाइन वर्क्स का कोविड वेक्सीनेशन हो जाए। उन्होंने कहा कि सोमवार से कोरोना जांच के लिए एंटीजन टेस्ट प्रत्येक ब्लॉक में भी चालू हो जाएं। इसके लिए अभी आवश्यक तैयारियां कर ली जाएं। 
इस दौरान अतिरिक्त जिला कलक्टर (नगर) अरुण प्रकाश शर्मा, प्रशिक्षु आईएएस सिद्धार्थ पलानीचमी मौजूद रहे।

पीबीएम सहित सभी अस्पतालों को दिए निर्देश

जिला कलक्टर ने पीबीएम सहित सभी अस्पतालों को भी ताऊते तूफान की चेतावनी के मद्देनजर अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पीबीएम अधीक्षक सहित जिला मुख्यालय के सभी निजी चिकित्सालयों को विद्युत आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में वैकल्पिक संसाधनों को चाक-चौबंद रखने को कहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को भी जिले भर के चिकित्सकीय संस्थानों की मॉनिटरिंग के लिए निर्देशित किया है।

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देशनोक के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में बनेगा आॅक्सीजन जनरेशन प्लांट-भाटी,विधायक कोष से नगर पालिका देशनोक को मिलेगी एम्बूलेंस

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लगातार तीसरे दिन फील्ड में रहे उच्च शिक्षा मंत्री, आधा दर्जन स्वास्थ्य केन्द्रों में दिये स्वास्थ्य उपकरण

बीकानेर, 16 मई। उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि देशनोक के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में आॅक्सीजन जनरेशन प्लांट शीघ्र ही स्थापित किया जाएगा। अगले तीन दिनों में इसकी स्वीकृति मिल जाएगी। साथ ही नगर पालिका देशनोक को विधायक निधि कोष से एक एम्बूलेंस दी जाएगी।

उच्च शिक्षा मंत्री भाटी ने रविवार को देशनोक के श्रीमती सूरज देवी मोतीलाल स्मृति हाॅल में ब्लाॅक स्तरीय अधिकारियों की बैठक के दौरान यह जानकारी दी। इस दौरान उन्होंने पानी-बिजली, चिकित्सा आदि की समस्याओं के त्वरित समाधान के निर्देश भी दिए। उन्होंने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए अब तक किए गए प्रयासों की समीक्षा की और कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी की दूसरी लहर का प्रभाव शहरों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों पर भी पड़ा है। यह अत्यंत चिंताजनक है। कोविड के खिलाफ राज्य सरकार द्वारा सही समय पर उचित कदम उठाए हैं और स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार में राज्य सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है।  उन्होंने कहा कि विधायक निधि कोष से 18 से 44 वर्ष के युवाओं के टीकाकरण के लिए उन्होंने भी 3 करोड़ रूपये मुख्यमंत्री कोविड सहायता कोष में दिए हैं। क्षेत्र का कोई भी युवा टीकाकरण से वंचित नहीं रहे, यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि कोलायत विधानसभा क्षेत्र के 6 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कोरोना उपचार प्रबंधन के लिए 50 लाख रूपये स्वीकृत किए हैं। विधानसभा क्षेत्र कोलायत में स्वास्थ्य सम्बन्धी आधारभूत सुविधाओं के विकास के लिए सतत प्रयास किए जा रहे हैं। इसमें राज्य सरकार द्वारा मुहैया करवाई गई सुविधाओं के साथ जन सहयोग भी लिया जा रहा है।


कोरोना टीका सुरक्षा कवच

उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि देशनोक भामाशाहों का कस्बा है। उपखण्ड अधिकारी और नगर पालिका प्रशासन इन भामाशाहों से संवाद स्थापित करें और महामारी से आमजन के बचाव के लिए सहयोग का आह्वान करें। उन्होंने बैठक में मौजूद पार्षदों से आह्वान किया कि देशनोक कस्बे को कोरोना मुक्त करने के लिए उनके द्वारा आमजन को समझाईश की जाए, कि कोई भी अनावश्यक रूप से घरों से बाहर ना निकलें। वार्डों में नियमित रूप से सोडियम हाइपोक्लोराइड का छिड़काव करवाएं। आमजन को समझाइश करें कि कोरोना का टीका उनके बेहतर स्वास्थ्य व जीवन के लिए सुरक्षा कवच है। पात्र लोग इसे नम्बर आने पर आवश्यक रूप से लगवाएं।

उच्च शिक्षा मंत्री की प्रेरणा से दानदाताओं ने दिए आॅक्सीजन कंसंट्रेटर

भाटी द्वारा भामाशाहों से सहयोग के आह्वान पर दीपचंद भूरा परिवार की ओर से 5 तथा संतोष चंद सिपानी ने एक आॅक्सीजन कंसंट्रेटर भेंट किया। दोनों ही परिवारों ने कहा कि चिकित्सालय में संसाधनों की कमी नहीं आने दी जाएगी तथा सहयोग का यह क्रम अनवरत जारी रहेगा।

देशनोक-नापासर रोड से हटाएं अतिक्रमण

उच्च शिक्षा मंत्री ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियन्ता को निर्देश दिए कि देशनोक और नापासर कस्बों को जोड़ने वाली 10 किलोमीटर रोड का नवीनीकरण शीघ्र करवाएं। साथ ही इस मार्ग पर एकत्रित मिट्टी को हटाएं तथा जिन लोगों ने अतिक्रमण किए हैं, उसे भी प्रशासन के सहयोग सेे बेदखल किया जाए। देशनोक कस्बे के बाहरी क्षेत्र में पेयजल लाइन बदलने के प्रस्ताव बनाने के लिए जलदाय विभाग के अभियंता को निर्देशित किया। गांवों में बंद व चालू ट्यूबवैल की जानकारी ली और निर्देश दिए कि रिपेयेरेबल नलकूपों को शीघ्र दुरुस्त करें। साथ ही हिदायत दी कि देशनोक हैलीपेड के पास बना ट्यूबवैल आगामी 4 दिनों में शुरू हो जाए। उन्होंने कहा कि कस्बे के जिन क्षेत्रों में पेयजल नहीं पहुंच रहा हैं, वहां टैंकरों के माध्यम से पेयजल आपूर्ति की जाए। देशनोक में आधार कार्ड बनाने की सुविधा नहीं होने पर उपखण्ड अधिकारी को निर्देश किए इस संबंध में कार्यवाही करते हुए कस्बे में आधार कार्ड बनवाने का प्रबंधन करें।

स्वास्थ्य केन्द्रों को भेंट किए संसाधन

उच्च शिक्षा मंत्री भाटी कोलायत विधानसभा क्षेत्र के सघन दौरे के दौरान देशनोक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, पुलिस थाना देशनोक सहित पलाना, बरसिंहसर, दासौड़ी, हदां व दियातरा के स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे और कोविड-19 के प्रबंधन तथा आवश्यक संसाधनों के बारे में फीडबैक लिया। उन्होंने देशनोक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया और यहां कोविड-19 के रोगियों के उपचार के लिए की गई व्यवस्थाओं के बारे में जाना। पुलिस थाना देशनोक में वृताधिकारी पुलिस नेम सिंह, थाना प्रभारी जगदीश सिंह शेखावत और नगर पालिका की अधिशासी अधिकारी श्रीमती सुरेन्द्र चैधरी को सेनेटाइजर,एन-95 मास्क तथा सोडियम हाइपोक्लोराइड भेंट किए।

उच्च शिक्षा मंत्री भाटी ने देशनोक के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 5, दासौड़ी, दियातरा व हदां के स्वास्थ्य केन्द्र में एक-एक आॅक्सीजन कंसंट्रेटर सहित सेनेटाइजर,एन-95 मास्क, पीपीई किट तथा सोडियम हाइपोक्लोराइड चिकित्सा प्रभारी को भेंट किए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी द्वारा अगर और भी संसाधनों की मांग आएगी, तो उसे पूरा किया जाएगा। उन्होंने यहां कोविड के एक्टिव तथा कुल पॉजिटिव मामलों के की समीक्षा के साथ आॅक्सीजन तथा दवाओं की उपलब्धता के बारे में जानकारी ली। कोविड वार्ड में पर्याप्त संख्या में बेड सहित अन्य सुविधाएं रखने के चिकित्सा प्रभारी को निर्देश दिए।


इंदिरा रसोई का किया निरीक्षण, जरूतमंदों को गुणवतापूर्ण मिले भोजन

उच्च शिक्षा मंत्री ने नगर पालिका तथा रामप्रताप हनुमानदास मूंधड़ा चैरिटेबल ट्रस्ट देशनोक द्वारा अम्बेडकर भवन में संचालित इंदिरा रसोई का अवलोकन किया और यहां भोजन कर रहे लोगों से भोजन की गुणवत्ता के बारे में जानकारी ली। उन्होंने यहां जल कक्ष, भण्डार कक्ष, रसोई की साफ-सफाई का जायजा लिया और ईओ नगर पालिका को भोजन की गुणवत्ता पर नजर रखने के निर्देश दिए। ट्रस्ट अध्यक्ष श्रीनिवास मूंधड़ा ने बताया कि यहां 8 रूपये में भोजन दिया जा रहा है तथा जिनके पास पैसे नहीं है,उन्हें ट्रस्ट द्वारा निःशुल्क भोजन उपलब्ध करवाया जा रहा है। इसके अलावा राधा देवी मूंधड़ा द्वारा व्यक्तिगत रूप से प्रतिदिन 100 पैकट भोजन के गरीबों को दिए जा रहे हैं।

इनकी रही उपस्थिति

उच्च शिक्षा मंत्री के दौरे के दौरान नगर पालिका देशनोक के चैयरमैन ओम प्रकाश मूंधड़ा, उपखण्ड अधिकारी मीनू वर्मा, सीओ (पुलिस) नोखा नेमसिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.सुकुमार कश्यप, ब्लाॅक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ.रमेश गुप्ता, एसएचओ जगदीश सिंह शेखावत, चिकित्सा प्रभारी डाॅ. लोकेन्द्र सिंह राठौड़,अधीक्षण अभियन्ता जलदाय विभाग विजय वर्मा, नगर पालिका ईओ श्रीमती सुरेन्द्र चैधरी,सोमगिरि महाराज कोलायत सहित विभिन्न वार्डों के पार्षद मौजूद रहे।

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वैक्सीन लगवाने के बाद कितने फीसदी लोगों को देखना पड़ सकता है अस्पताल का मुंह

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कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए देश में कई महीनों से वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है। करोड़ों लोगों को टीका लग भी चुका है, लेकिन अभी भी दूर-दराज इलाकों में ऐसे लोग भी हैं, जिनके मन में वैक्सीन को लेकर कई तरह के सवाल हैं। टीका बनाने वाले वैज्ञानिक भी पहले ही साफ कर चुके हैं कि वैक्सीन्स पूरी तरह से सुरक्षित हैं। अब एक स्टडी में सामने आई है, जिसको पढ़कर वैक्सीन के महत्व का पता चलता है। दिल्ली स्थित इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल ने स्टडी के हवाले से बताया है कि जिन लोगों ने वैक्सीन लगवाई है, उसमें से 97.38 फीसदी लोगों का कोरोना से बचाव होता है, जबकि सिर्फ 0.06 फीसदी लोगों को अस्पताल तक जाने की जरूरत पड़ती है।   

अस्पताल ने हेल्थकेयर वर्कर्स पर की गई स्टडी के परिणाम जारी किए हैं। इस स्टडी के जरिए से यह पता लगाने की कोशिश की गई कि वैक्सीन लेने के बाद कितने फीसदी लोगों को संक्रमण हुआ है। दिल्ली के अपोलो अस्पताल में की गई इस स्टडी में शामिल हेल्थकेयर वर्कर्स ने कोविशील्ड वैक्सीन लगवाई थी। स्टडी के निष्कर्ष एक पीयर-रिव्यूड मेडिकल जर्नल में प्रकाशन के लिए विचाराधीन हैं। अपोलो हॉस्पिटल्स ग्रुप के ग्रुप मेडिकल डायरेक्टर डॉ. अनुपम सिब्बल ने कहा, "भारत में हाल ही में चल रहे टीकाकरण अभियान के बीच कोरोना की दूसरी लहर में मामलों में भारी वृद्धि देखी गई है। टीकाकरण के बाद संक्रमण की खबरें आई हैं, जिसे ब्रेकथ्रू संक्रमण के रूप में भी जाना जाता है। ये संक्रमण कुछ व्यक्तियों में आंशिक और पूर्ण टीकाकरण के बाद भी हो सकते हैं।"

डॉ. सिब्बल, जो पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के एक वरिष्ठ सलाहकार भी हैं, ने कहा, "स्टडी से संकेत मिलता है कि कोरोना टीकाकरण 100 फीसदी इम्युनिटी प्रदान नहीं करता है। पूर्ण टीकाकरण के बाद भी यह गंभीर स्थिति होने से बचाता है। हमारी स्टडी से पता चला है कि 97.38 फीसदी टीकाकरण करने वालों को संक्रमण नहीं हुआ और अस्पताल में भर्ती होने की दर केवल 0.06 प्रतिशत थी। स्टडी के नतीजे यह भी बताते हैं कि ब्रेक-थ्रू संक्रमण केवल एक छोटे प्रतिशत में होता है और ये मुख्य रूप से मामूली संक्रमण होते हैं जो गंभीर बीमारी का कारण नहीं बनते। वैक्सीनेशन के बाद आईसीयू वाली स्थिति और मृत्यु भी नहीं हुई। यह स्टडी कोरोना वैक्सीनेशन को मजबूत ही बनाती है।''

स्टडी में 3,235 हेल्थकेयर वर्कर्स को शामिल किया गया। कुल में से सिर्फ 85 को कोरोना संक्रमण हुआ। इसमें से 65 ही पूरी तरह से वैक्सीनेटेड थे। 20 को सिर्फ एक ही डोज लगाई गई थी।। वहीं, महिलाएं ज्यादा इससे प्रभावित हुई हैं।

 ऑर्थोपेडिक्स के वरिष्ठ सलाहकार डॉ. राजू वैश्य ने कहा कि ऐसी कई वजह है, जो ब्रेक-थ्रू संक्रमण के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं और उसमें मानव व्यवहार भी शामिल है। डॉ. वैश्य, जो स्टडी के प्रमुख लेखकों में से एक हैं, ने कहा कि मानव शरीर में पर्याप्त इम्युनिटी विकसित करने के लिए कोरोना वैक्सीन को समय लगता है।

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राजस्थान:तूफान तौकते को देखते हुए राज्य सरकार अलर्ट मोड़ पर

बीकानेर बुलेटिन




राजस्थान में आने वाले संभावित तूफान तौकते को देखते हुए राज्य सरकार अलर्ट मोड़ पर आ गई है । इस सम्बंध में प्रमुख ऊर्जा सचिव दिनेश कुमार ने शनिवार को तीनों डिस्कॉम एवं प्रसारण निगमों के अधिकारियों जिसमे जयपुर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक नवीन अरोड़ा, जोधपुर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक  अविनाश सिंघवी और अजमेर डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक वी.एस भाटी,  निदेशक तकनीकी , संभागीय मुख्य अभियन्ता डिस्काम्स व प्रसारण तथा अधीक्षण अभियन्ता वितरण की वीसी के माध्यम से बैठक ली । 

वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से प्रमुख शासन सचिव ऊर्जा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी वितरण निगमों , संभागों एवं सर्किल स्तर पर 24 घंटे कार्यरत रहने वाले कंट्रोल रूम की स्थापना की जाएगी, जिसमें राउंड दी क्लॉक कनिष्ठ अभियंता ड्यूटी देंगे। चीफ इंजीनियर मैटीरियल मैनेजमेंट  जरूरी सामान जैसे ट्रांसफॉर्मर, पोल,कंडक्टर आदि पर्याप्त मात्रा में  सुनिश्चित करेगे। सभी  वितरण निगमों के अधिकारी अपने हैडक्वाटर पर इमरजेंसी टीम मय वाहन व  जरूरी सामान और उपकरण 24 घंटे तैयार रखेंगे जो सम्बन्धित सहायक अभियंता (O&M) और अधिशाषी अभियन्ता (O&M) के निर्देशन में काम करेगे. अधिशाषी अभियंता ( O&M) अपने क्षेत्र के 132 ओर 220 केवी जीएसएस के नोडल अफसर होगे और सम्बन्धित प्रसारण निगम के अधिकारी से सामजस्य रखेंगे । प्रसारण निगम  की आपातकालीन टीम संभाग स्तर पर गठित की जाएगी ।
यदि इस तूफान से कोई एरिया प्रभावित होता है तो सबसे पहले उस एरिया में स्थित कोविड अस्पताल और ऑक्सीजन प्लांट की सप्लाई को प्राथमिकता पर सबसे पहले सुचारु रूप से चालू किया जाएगा और उसके बाद  अन्य एरिया व Individual उपभोक्ता की सप्लाई को। 

इस दौरान सभी उपभोक्ताओं से यह अपेक्षा की जाती है कि यदि उनकी सप्लाई में कुछ विलंब हो रहा है तो वो इस महामारी को देखते हुए डिस्कॉम कर्मचारियों को अपना सहयोग दें।      

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DRDO की कोरोना दवा 2DG अगले हफ्ते मार्केट में होगी लॉन्च

बीकानेर बुलेटिन





दिल्ली: कोरोना मरीजों के इलाज के लिए डीआरडीओ की दवा '2-डीजी' की 10 हजार डोज का पहला बैच अगले हफ्ते की शुरुआत में लॉन्च किया जाएगा. ये जानकारी डीआरडीओ के अधिकारियों ने दी. अधिकारियों ने कहा कि भविष्य में दवा के इस्तेमाल के लिए उत्पादन में तेजी लाने का काम किया जा रहा है. ये दवा डीआरडीओ के वैज्ञानिकों की एक टीम ने बनाई है जिसमें कि डॉ अनंत नारायण भट्ट भी शामिल हैं.


कल, कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री डॉ के सुधाकर ने DRDO परिसर का दौरा किया. DRDO के वैज्ञानिकों ने मंत्री को 2DG दवा के बारे में जानकारी दी जो कोविड की लड़ाई में गेम-चेंजर हो सकती है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी बयान में सुधाकर के हवाले से कहा गया, "रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा विकसित 2-डीजी बड़ी उपलब्धि है. यह महामारी से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती. इससे अस्पतालों में भर्ती मरीज तेजी से ठीक होंगे और चिकित्सकीय ऑक्सीजन पर भी निर्भरता घटेगी."

2DG दवा का कब-कब हुआ परीक्षण
अप्रैल 2020 में महामारी की पहली लहर के दौरान, आईएनएमएएस-डीआरडीओ के वैज्ञानिकों ने प्रयोगशाला परीक्षण किए. उन्होंने पाया कि यह दवा सार्स-सीओवी-2 वायरस के खिलाफ प्रभावी ढंग से काम करती है और वायरल बढ़ने को रोकती है. मई 2020 में कोविड मरीजों में 2-डीजी के चरण-2 के नैदानिक परीक्षण की अनुमति दी. मई से अक्टूबर 2020 के दौरान किए गए दूसरे चरण के परीक्षणों में दवा सुरक्षित पाई गई और उनकी रिकवरी में महत्वपूर्ण सुधार दिखाया गया. फेज-2 में 110 मरीजों का ट्रायल किया गया.


सफल परिणामों के आधार पर डीसीजीआई ने नवंबर 2020 में चरण-3 नैदानिक परीक्षणों की अनुमति दी. दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु के 27 कोविड अस्पतालों में दिसंबर 2020 से मार्च 2021 के बीच 220 मरीजों पर फेज-3 क्लीनिकल ट्रायल किया गया. तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल के विस्तृत आंकड़े डीसीजीआई को पेश किए गए. मरीजों के लक्षणों में काफी अधिक अनुपात में सुधार देखा गया. इसी तरह का रुझान 65 साल से अधिक उम्र के मरीजों में देखा गया.

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कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बाद बच्चों की सुरक्षा गाइडलाइन जारी

बीकानेर बुलेटिन



कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बाद बच्चों की सुरक्षा हेतु गाइडलाइन जारी हो गई है। राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश जारी किए हैं। 
दरअसल, तीसरी लहर को बच्चों के लिए ख़तरनाक बताया जा रहा है। इसी आशंका को ध्यान में रखते हुए आयोग पहले ही अलर्ट मोड पर आ गया है। आयोग ने सभी समिति के समस्त जिलाध्यक्षों व सदस्यों को शिशु अस्पतालों व शिशु वार्डों में वेंटिलेटर, ऑक्सीजन, चिकित्सक, नर्सिंग कर्मी जैसी आधारभूत का निरीक्षण करने के निर्देश दिए हैं।

जिला कलेक्टरों को अपने स्तर पर समिति गठित कर शिशु अस्पतालों में आधारभूत सुविधाएं सुनिश्चित करवाने के निर्देश भी दिए हैं। सभी जिलों की बाल कल्याण समितियों, बाल एवं शिशु गृहों तथा छात्रावासों में पल्स ऑक्सीमीटर क्रय करने के निर्देश हैं। इसके अतिरिक्त उपखंड, ग्राम व ब्लॉक स्तर पर बच्चों के लिए अलग से डेडिकेटेड कोविड सेंटर बनाए जाएंगे। इन सेंटरों में ऑक्सीजन सहित प्रर्याप्त  आवश्यक सुविधाएं भी होंगी।


बता दें कि पहली लहर में उम्रदराज लोगों पर कोरोना ने कहर बरपाया था। दूसरी लहर में युवाओं के लिए कोरोना जानलेवा बना हुआ है। ऐसे में तीसरी लहर बच्चों के लिए ख़तरनाक होने की आशंका को हल्के में नहीं लिया जा सकता। बच्चों की सुरक्षा हेतु समय रहते ही संसाधन जुटाने जरूरी है। 

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