Sunday, August 14, 2022

जोश उमंग के साथ दिव्यांग बच्चों ने भी निकाली तिरंगा रैली

बीकानेर बुलेटिन




बीकानेर सेवा आश्रम विशेष आवासीय विद्यालय द्वारा आजादी के अमृत मोहत्सव पर तिरंगा यात्रा निकाली।संचालक भीष्म कौसिक ने बताया कि हमें देश के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश का नागरिक होने का गर्व होना चाहिए और जहां पूरा देश आजादी के 75 वें साल पर अमृत महोत्सव को धूमधाम से मना रहा है वहीं सेवा आश्रम ने भी हर वर्ष की भांति दिव्यांग बच्चो के साथ आजादी के रंगों में सराबोर होकर तिरंगा यात्रा निकाली । रैली संचालक महेश माथुर ने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव मनाना प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का विषय है और इसी भाव को देखते हुए सेवा आश्रम विशेष आवासीय विद्यालय के दिव्यांग बच्चो के साथ तिरंगा यात्रा को निकाला गया है। उन्होंने बताया कि हमारा यह पूर्ण प्रयास रहता है कि हम देश के सभी त्योंहार दिव्यांग बच्चो के साथ मनाएं और इस बार 75वे आजादी के अमृत महोत्सव को पूरा देश एक त्योंहार की तरह मना रहा है तो इस महोत्सव को मनाने में पीछे ना रहे इसी प्रयास के साथ आज तिरंगा यात्रा निकाली गई है इस अवसर पर सेवा आश्रम विशेष आवासीय विद्यालय पवन पुरी विशेष शिक्षक श्री पृथ्वीराज, देवेंद्र कुमार वर्मा, अमित सुंदरलाल, महेश माथुर विजय सिंह तंवर आदि उपस्थित हुए।


Labels:

लंपी का कहर, बिना टेंडर दवाइयां खरीदने की छूट-CM गहलोत, बीकानेर जिला कलेक्टर को लगी फटकार

बीकानेर बुलेटिन





लंपी से निपटने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बिना टेंडर दवाइयां खरीदने की छूट कलेक्टर्स को दे दी है। उन्होंने कहा युद्ध स्तर पर इस बीमारी से निपटने के लिए काम करना है। रविवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रिव्यू बैठक में बोल रहे थे। गहलोत ने 15 अगस्त को दोपहर 2 बजे फिर से बैठक बुलाई है। इसमें सभी सांसद, विधायक, जिला प्रमुख, प्रधान, कलेक्टर्स, सम्भागीय आयुक्त, सरपंच, पंच, वार्ड पंच, गौशाला संचालक, प्रबंधक, कलेक्टर, सीईओ, जिलापरिषद, पंचायत राज अधिकारी, नगर निगम के मेयर, पालिका चेयरमैन, निकायों के अधिकारी, पशुपालन, कृषि, गोपालन जैसे सम्बंधित विभागों के मंत्री और अधिकारी जुड़ेंगे।

गहलोत ने कहा- प्रदेश के तमाम जिला कलेक्टर इस वीसी की तैयारी के लिए अपने विभागों को निर्देश दे दें। मंत्री प्रभारी जिलों में कलेक्टर से कॉन्टेक्ट करें। लंपी प्रभावित जिलों को लेकर बैठक में चर्चा होगी। जिन जिलों में अभी तक लंपी नहीं फैला है, हमारी कमजोरी या लापरवाही से वो जिले प्रभावित हो जाएं, तो हमें दुख होगा। गहलोत ने कहा लंपी डिजीज को हमें गम्भीरता से लेना पड़ेगा। क्योंकि कोरोना में तो पूरी दुनिया और देश इनवॉल्व था। व्यवस्थाएं उसी ढंग से हो गईं। राजस्थान को इस बीमारी से निपटने के लिए फैसले लेने होंगे।

बीकानेर जिला कलेक्टर को पशुपालन मंत्री की फटकार

सीएम की लाइव रिव्यू बैठक में बीकानेर जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल को पशुपालन मंत्री लालचन्द कटारिया ने फटकार लगा दी। मंत्री गोविंदराम मेघवाल ने जब मुख्यमंत्री को बताया कि बीकानेर में फील्ड फायरिंग रेंज में दिक्कत है। फायरिंग रेंज में पशु ज्यादा जाते हैं। वहां ज्यादा पशु मरे हैं। मिलिट्री वालों से मिलकर अस्पताल से भी अनुरोध है कि मरे हुए पशुओं दफाना दिए जाएं, तो बाकी पशु बीमारी से कम प्रभावित होंगे। लेकिन पूगल, खाजूवाला, छतरगढ़ क्षेत्र में स्टाफ की कमी हैं। आज भी मैं पूगल में हूं। स्टाफ की कमी पूरी करवाएं और टीमें बढ़ाने की जरूरत है। छतरगढ़ के गांव के लोग कह रहे थे कि टीम अभी तक वहां पहुंची ही नहीं है। कलेक्टर और पशुपालन अधिकारी टीम भेजें। 1300-1400 पशु बीकानेर जिले में मर गए हैं।

बीकानेर फील्ड फायरिंग रेंज में लंपी से मरे 261 पशु

इस पर बीकानेर कलेक्टर ने बताया फील्ड फायरिंग रेंज लूणकरणसर में है। वहां अभी तक 261 पशुओं की मौत हुई है। नागौर, गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू 4 जिलों से वहां गाय चरने के लिए पशुपालक छोड़ते हैं। बड़ा एरिया है। मरे पशुओं के डिस्पोजल के लिए वीडीओ को डेढ मीटर गड्ढा खोदकर चूना-नमक डालकर डिस्पोजल को कहा है। नई मरी गायें और पुरानी सड़क किनारे पड़ी मृत गायों का डिस्पोजल कर रहे हैं। 6 मोबाइल टीम काम कर रही है। स्टाफ का इश्यु है। एडिशनल डायरेक्टर ऑफिस में 10 LSA (पशुधन सहायक) बैठे हैं। कल फ्री करवाकर वहां दे देंगे।

मैंने परसो मीटिंग में कहा था,तो रिलीव करके क्यों नहीं भेजा ?

मंत्री लालचंद कटारिया ने कलेक्टर को फटकारते हुए कहा- मैंने परसो मीटिंग में कहा था कि जो 10 LSA (पशुधन सहायक) ऑफिस में बैठे हैं। उसी दिन रिलीव करके उन्हें फील्ड में भेजो। इस पर कलेक्टर ने कहा-एडिशनल डायरेक्टर ने अभी रिपोर्ट नहीं किया है। तो मंत्री ने कहा- फील्ड में स्टाफ की कमी है, तो तुरंत भेजना चाहिए था, बात हो गई थी। कलेक्टर ने फिर सफाई देते हुए कहा वहां एडिशनल डायरेक्टर हैं। अभी तक रिपोर्ट नहीं किया है। कल तक रिपोर्ट कर देंगे। मंत्री कटारिया ने कहा- जिन एडिशनल डायरेक्टर ने यह काम नहीं किया है, उन पर कार्रवाई करो। जब परसो जब कह दिया था, तो यह काम उसी टाइम हो जाना चाहिए था। वो ऑफिस में बैठे-बैठे क्या कर रहे हैं। उन्हें रवाना करो। इस पर कलेक्टर की बोलती बंद हो गई।


Labels:

गंगाशहर में चोरों के हाथ मौज,एक ही दुकान दूसरी बार धावा बोला, दाल नही गली तो बगल वाली दुकान से नगदी ले उड़े

बीकानेर बुलेटिन




गंगाशहर स्थित एक ज्वेलरी शौ रूम चोरों के निशाने पर है। सात महीने पहले जिस दुकान से चोर पांच किलो चांदी और पच्चीस ग्राम सोना उड़ा चुके थे, वहीं फिर चोरी का प्रयास हुआ। गनीमत रही कि इस बार सीसीटीवी कैमरा और दुकान का ताला दोनों ही नहीं टूटे। हालांकि चोर इससे निराश नहीं हुए, उन्होंने पास ही स्थित एक रिहायशी मकान पर हाथ साफ कर लिया। करीब एक-दो घंटे चोर बेखौफ इस एरिया में काम करते रहे लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगी। चोर सीसीटीवी कैमरे में कैद हो चुके हैं, उसी आधार पर पुलिस तलाश कर रही है।



गंगाशहर में कान्हा ज्वैलर्स की दुकान पर चोरों ने 18 दिसम्बर 2021 की रात सैंधमारी की थी। तब भी सोना और चांदी चोरी हुए थे। इस बार दुकान मालिक रामकिशन सोनी ने मजबूत ताले लगाए थे जो काफी देर मशक्कत के बाद भी नहीं टूटे। इस पर चोर ने पास ही स्थित जगराम गोदारा के मकान पर हाथ साफ कर लिए। यहां चोरी हुए सामान की अब तक पुष्टि नहीं हुई है। जगराम के घर से पच्चीस हजार रुपए नगद और दो मोबाइल लेकर फरार हो गए।

सीसीटीवी तोड़ने का प्रयास

चोरों ने कान्हा ज्वैलर्स पर लगे सीसीटीवी कैमरे को तोड़ने का प्रयास किया। एक कैमरे को तोड़ने की कोशिश दूसरे कैमरे में कैद हो गई। हालांकि चोर कैमरे को तोड़ नहीं सका। इसके बाद कान्हा ज्वैलर्स के ताले तोड़ने के लिए लोहे के एक सरिये का उपयोग किया। सरिये को ताले के बीच में डालकर काफी देर मोड़ा लेकिन मजबूत ताला टूटा नहीं। काफी देर कोशिश के बाद उन्होंने पास ही स्थित जगराम गोदारा के घर पर सेंधमारी की।

नाम मात्र बरामदगी

इसी शॉप पर दिसम्बर में पांच किलो चांदी और पच्चीस ग्राम सोना चोरी हुआ था। इसमें पुलिस ने चोरों को पकड़ लिया लेकिन बरामदगी नाम मात्र हो सकी। चोरों से महज आधा किलो चांदी मिली, जबकि शेष साढ़े चार किलो चांदी और पच्चीस ग्राम सोना अब तक बरामद नहीं हो सका।

गश्त बढ़ाने की जरूरत

क्षेत्र के युवा अधिवक्ता अनिल सोनी का कहना है कि गंगाशहर में चोरियों की लगातार बढ़ती घटनाओं के बीच गश्त बढ़ाने की जरूरत है। चोर देर रात अपने काम को अंजाम देते हैं, तब पुलिस गश्त पर होती है लेकिन हाथों हाथ पकड़े नहीं जाते।

Labels:

आजादी के 75 साल बाद भी दलित बच्चे को जातिवाद का शिकार होना पड़ा, पानी की मटकी को छूने पर मिली मौत, ये कैसी आज़ादी!

बीकानेर बुलेटिन





दलित छात्र ने स्कूल में पानी की मटकी क्या छू ली, टीचर ने उसे इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई। पिछले करीब 24 दिन से बच्चे का अहमदाबाद में इलाज चल रहा था। इससे पहले उदयपुर में भी इलाज चला था। घटना राजस्थान के जालोर जिले के सायला थाना क्षेत्र के सुराणा गांव की है।


पिता का आरोप है कि 20 जुलाई को तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले उनके 9 साल के बेटे इंद्र मेघवाल ने पानी की मटकी को छू ली थी। इसके बाद टीचर छैल सिंह ने इतनी पिटाई की थी कि उसकी हालत गंभीर हो गई। पुलिस ने एससी-एसटी एक्ट में मामला दर्ज किया है।

उस मटकी से सिर्फ टीचर पानी पीते थे
बच्चे के पिता देवाराम ने बताया कि स्कूल में जातिवाद के नाम पर मेरे बेटे की पिटाई की गई। सामान्य दिनों की तरह 20 जुलाई को भी इंद्र स्कूल गया था। सुबह करीब साढ़े दस बजे उसे प्यास लगी। उसने स्कूल में रखी मटकी से पानी पी लिया। उसे नहीं पता था कि यह मटकी स्कूल के टीचर छैल सिंह के लिए रखी गई है। इससे सिर्फ छैल सिंह ही पानी पीते हैं।

छैल सिंह ने इंद्र को बुलाया और जमकर पीटा। इतना पीटा की उसकी दाहिनी आंख और कान पर अंदरुनी चोटें आईं। छैल सिंह ने जातिसूचक शब्दों का भी प्रयोग किया। पहले तो लगा कि हल्की चोट आई है, लेकिन ऐसा नहीं था। पिटाई के बाद इंद्र की तबीयत खराब होने लगी तो उसे जालोर डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल ले गए।

जालोर से उसी दिन उदयपुर रेफर कर दिया गया था। यहां भी तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो कुछ दिनों बाद अहमदाबाद ले गए थे। यहां इलाज के दौरान शनिवार सुबह करीब 11 बजे मौत हो गई।

आरोपी टीचर हिरासत में लिया गया
इस बीच शनिवार दोपहर इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। शुरुआती जांच में सामने आया कि पिटाई से बच्चे के कान की नस फट गई थी। शनिवार को बच्चे की मौत के बाद शनिवार शाम टीचर छैल सिंह को सायला पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

स्कूल ने बनाई जांच कमेटी
बच्चा सुराणा गांव के ही सरस्वती विद्या मंदिर में पढ़ता था। इस मामले के बाद मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी की ओर से जांच कमेटी बनाई गई है। आदेश में बताया कि सरस्वती विद्या मंदिर सुराना में एक बच्चे की पिटाई का मामला सामने आया है। पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी (PEEO) अशोक कुमार दवे और प्रतापराम को जांच सौंपी है। घटना की जानकारी मिलने के बाद एसपी हर्षवर्धन अग्रवाल और सीओ हिम्मत सिंह बच्चे के घर पहुंचे। मामले की जांच जालोर सीओ हिम्मत सिंह चारण को सौंपी गई है।

5 लाख का मुआवजा मिलेगा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने स्टूडेंट की मौत पर दुख जताते हुए पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपए मुआवजा देने की बात कही है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि मामले की जल्द जांच के लिए केस ऑफिसर स्कीम में लिया गया है।

एससी-एसटी एक्ट में मामला दर्ज
जालोर के एसपी हर्षवर्धन अग्रवाल ने कहा कि मर्डर और SC-ST एक्ट में मामला दर्ज कर लिया गया है। टीचर को हिरासत में लिया गया है। मटकी वाली बात की अभी पुष्टि नहीं हुई है। स्कूल में पानी की एक बड़ी टंकी है, वहीं सारे लोग पानी पीते हैं। ऐसी जानकारी सामने आई है। स्कूल में पढ़ाने वाले SC टीचर ने भी यही बात बताई है।


Labels:

एमजीएसयू की पहल हर घर तिरंगा अभियान में ग्राम स्वरूपदेसर हुआ तिरंगामय, हर घर तिरंगा अभियान में दिखा ग्राम स्वरूपदेसर की महिलाओं और बच्चों में विशेष उत्साह : डॉ. मेघना शर्मा

बीकानेर बुलेटिन





एमजीएसयू की पहल हर घर तिरंगा अभियान में ग्राम स्वरूपदेसर हुआ तिरंगामय 


स्वरूपदेसर को स्मार्ट विलेज बनाना रहेगा एमजीएसयू का प्रयास : प्रभु दान चारण
 

हर घर तिरंगा अभियान में दिखा ग्राम स्वरूपदेसर की महिलाओं और बच्चों में विशेष उत्साह : डॉ. मेघना शर्मा

आजादी के अमृत महोत्सव थीम से गांव-गांव को जोड़ना जरूरी : डॉ. बिट्ठल बिस्सा


भारतीय ग्रामीण संस्कृति को भरपूर जीता है हमारा राष्ट्रीय ध्वज : डॉ॰अनिल कुमार दुलार


एमजीएसयू द्वारा गोदित ग्राम स्वरूपदेसर में हर घर तिरंगा अभियान के तहत आज पंचायत के सदस्यों को साथ लेकर एमजीएसयू के प्रतिनिधि दल ने रैली के रूप में गांव के प्रत्येक घर में तिरंगा लगवाने, फहराने व प्रत्येक व्यक्ति को तिरंगे का महत्व समझाने का सुप्रयास किया। एमजीएसयू का प्रतिनिधिदल शनिवार सुबह तिरंगे लेकर स्वरूपदेसर पहुंचा। 
ग्राम पंचायत व समिति के समस्त सदस्यों से चर्चा करते हुए प्रत्येक घर पर तिरंगा लगाने की अपील के साथ साथ आज़ादी के अमृत महोत्सव के महत्व पर प्रकाश डालते हुए गांव के एक एक सदस्य को तिरंगा अभियान से जुड़ने की अपील की। एमजीएसयू के दल में गोदित गांव के प्रभारी डॉ. प्रभुदान चारण ने कहा स्वरूपदेसर को स्मार्ट विलेज बनाने का प्रयत्न सदैव एमजीएसयू करता रहा है एवंम विकास चरणों से परिचित करवाते हुए ग्रामवासियों से निरंतर मिलते रहने का प्रयास एमजीएसयू के सदस्य करते रहते हैं।  एमजीएसयू की मीडिया सेल के समन्वयक डॉ मेघना शर्मा ने कहा कि गांव की महिलाओं और बच्चियों में खासा उत्साह देखा गया और उन्होंने तिरंगे को अपने घर पर पारंपरिक रंगोली, मांडना इत्यादि अलंकरण की तरह लगाने हेतु स्वीकार किया। डॉ॰ मेघना ने बूढ़ी गांधी कहलाने वाली  मातंगिनी हाज़रा के जीवन से प्रेरणा लेने का उद्घोष मंच से किया।
एमजीएसयू के आजादी के अमृत महोत्सव के नोडल अधिकारी डॉ. बिट्ठल बिस्सा के अनुसार अमृत महोत्सव के महत्व से गांव गांव को जोड़ने पर ही संपूर्ण भारतवर्ष इसके महत्व को जान सकेगा और युवा पीढ़ी इससे आगे और बड़ा स्वरूप देने में सफल रहेगी। 

पर्यावरण विभाग के डॉ॰ अनिल कुमार दुलार के अनुसार हमारा राष्ट्रीय ध्वज  भारतीय ग्रामीण संस्कृति को भरपूर जीता है  और तीनों रंग अनेकता में एकता को परिलक्षित करते हैं।

ग्राम पंचायत के सदस्यों में सरपंच उदराम जी, रत्न सिंह सियाग, प्रहलाद, ग्राम विकास अधिकारी अभिषेक उपाध्याय, भँवर, बाबूलाल, महिलाएं व बालक बालिकायें और पंचायत समिति के अन्य लोग  तिरंगा रैली में शामिल रहे। 
उल्लेखनीय है स्वरूपदेसर गांव में हर घर तिरंगा अभियान को सफल बनाने के लिए कुलपति सचिवालय में 13 से 15 अगस्त के मध्य तिरंगा अभियान के पोस्टर का विमोचन कुलपति प्रो. विनोद कुमार सिंह की अध्यक्षता में किया गया था जिसे आज साकार रूप देने के लिए एमजीएसयू का प्रतिनिधिदल स्वरूपदेसर रवाना हुआ ।