Tuesday, August 30, 2022

गणेश चतुर्थी: जानिए शुभ महूर्त, आसान स्टेप्स में पूजन विधि

बीकानेर बुलेटिन



बीकानेर। प्रथम पूज्य देव भगवान गणेश का प्राकट्य दिवस गणेश चतुर्थी बुधवार को मनाया जाएगा। घर-घर और मंदिरों में भगवान गणेश की पूजा-अर्चना कर महाआरती की जाएगी। गणेश चतुर्थी से दस दिवसीय गणेश पूजन उत्सव का आगाज होगा। श्रद्धालु घरों में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित कर दस दिनों तक पूजा-अर्चना करेंगे। वहीं घर-घर के मुख्य द्वार के ऊपर स्थापित भगवान गणेश की मूर्तियों का तेल, सिंदूर, बर्ग, मालीपाना, धूप, दीप, नैवेद्य, इत्र, रोली, पुष्प आदि पूजन सामग्रियों से पूजन कर मोदक का विशेष भोग लगाया जाएगा।
बीकानेर बुलेटिन की तरफ से सभी पाठकों को हार्दिक बधाई।

गणेश पूजन का सर्वश्रेष्ठ समय

सुबह 11.20 से दोपहर 1.20 बजे तक

गणेश स्थापना के शुभ मुहूर्त 
सुबह 6 बजे से 9 बजे तक
सुबह 10:30 बजे से दोपहर 2 बजे तक 
दोपहर 3:30 बजे से शाम 5 बजे तक 
शाम 6 बजे से 7 बजे तक

छोटी पूजा विधि
1. चौकी पर स्वस्तिक बनाकर एक चुटकी चावल रखें।
2. उस पर मौली लपेटी हुई सुपारी रखें। इन सुपारी गणेश की पूजा करें।
3. इतना भी न हो पाए तो श्रद्धा से सिर्फ मोदक और दूर्वा चढ़ाकर प्रणाम करने से भी भगवान की कृपा मिलती है।

गणपति पूजा से जुड़ी ध्यान रखने वाली बातें
1. गणेश जी की मूर्ति पर तुलसी और शंख से जल नहीं चढ़ाना चाहिए।
2. दूर्वा और मोदक के बिना पूजा अधूरी रहती है।
3. गणपति के पसंदीदा फूल: जाती, मल्लिका, कनेर, कमल, चम्पा, मौलश्री (बकुल), गेंदा, गुलाब
4. गणपति के पसंदीदा पत्ते: शमी, दूर्वा, धतूरा, कनेर, केला, बेर, मदार और बिल्व पत्र
5. पूजा में नीले और काले रंग के कपड़े न पहनें।
6. चमड़े की चीजें बाहर रखकर पूजा करें और भगवान को अकेले कभी न छोड़ें।
7. स्थापना के बाद मूर्ति को इधर-उधर न रखें, यानी हिलाएं नहीं।

बाजारों में रही रौनक
गणेश चतुर्थी को लेकर शहर के विभिन्न बाजारों में विशेष रौनक रही। लोगों ने भगवान गणेश की मूर्तियों की खरीदारी की। वहीं गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश की पूजा अर्चना के लिए विविध पूजन सामग्रियों, श्रीफल, ऋतुफल, बूंदी से बनाए गए मोदक प्रसाद रूप में खरीदे। घरों के मंदिरों को सजाने के लिए विभिन्न प्रकार के सजावटी सामान की भी खरीदारी हुई। मंदिरों और गणेश मूर्तियों को सजाने के लिए रंग बिरंगी रोशनियों, थर्मोकॉल शीट, चमकीले कई रंगों के कागज, सजावटी फूल और पत्तियां आदि की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ रही।
घरों में चलेंगे अभिषेक-पूजन के दौर
गणेश चतुर्थी पर घर-घर में भगवान गजानंद की पूजा-अर्चना होगी। घर-परिवार के सदस्य घरों में स्थापित भगवान गणेश की मूर्तियों का दही, दूध, घी, शक्कर, शहद, केशर से बनाए गए पंचामृत से अभिषेक करेंगे। भगवान गणेश के भजन और स्तुतियों के गायन होंगे। गणेश चतुर्थी को लेकर शुक्रवार को घरों में तैयारियां चलती रही।
अभिषेक-पूजन का विशेष महत्व
गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश के अभिषेक और पूजन का विशेष महत्व है। ज्योतिषाचार्य पंडित राजेन्द्र किराडू के अनुसार गणेश भक्त भगवान गजानंद की दस दिनों तक विशेष आराधना और पूजन करते है। पंचामृत से अभिषेक अथर्वशीर्ष मंत्रोचार से किया जाएगा और षोडशोपचार पूजन कर भक्त विशेष फल प्राप्ति के लिए गणेश सहस्त्रनामावलि से दन दिनों तक अलग-अलग द्रव्यो यथा मोदक, लाजा, दूर्वा आदि से विशेष पूजन करेंगे।
ऋषि पंचमी पर्व परसों
ऋषि पंचमी पर्व गुरूवार को मनाया जाएगा। इस दिन ऋषियों के पूजन का विशेष महत्व है। श्रद्धालु लोग पवित्र सरोवरों में संध्या, दशविध स्नान, प्रायश्चित संकल्प, हवन, यज्ञापवित, पूजन एवं तर्पण करेंगे। पंडित किराडू के अनुसार इस दिन यज्ञोपवित का पूजन कर साल भर उसी यज्ञोपवित को धारण करते है।दशविध स्नान में गोबर, गोमूत्र, भस्मी, स्वर्ण, धान्य, फल, पंचगव्य, सर्वोषधि, गोरज, कुशोदक आदि से अलग-अलग स्नान करेंगे। ऋषि पंचमी पर कुछ समाज और जातियों में रक्षाबंधन की भी परम्परा है।

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नागौर से युवक किडनैप, गंगाशहर पुलिस ने फिल्मी स्टाइल में पीछा किया, आरोपियों के कब्जे से पिस्टल बरामद

बीकानेर बुलेटिन



नागौर के एक होटल से मंगलवार दोपहर एक युवक का अपहरण कर लिया गया, जिसे बीकानेर पुलिस ने शाम होते-होते मुक्त कराया। हालांकि किडनेप करने वाले युवक भागने में सफल हो गए। पुलिस ने एक स्विफ्ट कार और हथियार बरामद किए हैं।

बीकानेर के सीओ सदर पवन भदौरिया ने बताया कि दोपहर करीब ढाई बजे सूचना मिली थी कि एक स्विफ्ट गाड़ी जिसमें तीन चार लड़के है। उन्होंने नागौर के करनु गांव में स्थित किसान होटल से कानाराम नामक व्यक्ति का अपहरण कर लिया है। ये लोग बीकानेर की ओर जा रहे हैं। जिस पर पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने सूचना मिलने के साथ ही पुलिस को अलर्ट कर दिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर बीकानेर अमित बुढानिया के नेतृत्व में जेएनवीसी एएसआई नैनुसिह ने बाईपास रोड पर नापासर चौराहा पर नाकाबन्दी की। इसी दौरान पुलिस थाना गंगाशहर बीकानेर डीओ हैड कांस्टेबल जयप्रकाश मय ड्राईवर बाबूलाल, कांस्टेबल विक्रम सिंह व सुनील ने उदयरामसर बायपास पर नाकाबंदी की पर गाड़ी नाकाबन्दी तोड़कर उक्त कार का नापासर चौराहा की तरफ भाग गई। पुलिस ने इसका पीछा किया और कार फिल्मी स्टाईल में नापासर चौराहा से नाकाबन्दी तोड़कर टोल की तरफ भागी जिसका पीछा किया गया। कांकरिया फार्म के सामने अनूप गैस गोदाम के पास रूकवाया। जिसमें सवार तीन-चार युवक अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे । पुलिस थाना जेएनवीसी व गंगाशहर की टीम ने अपहत युवक कानाराम पुत्र जालाराम जाति मेघवाल उम्र 22 साल निवासी तांतवास पुलिस थाना पांचौड़ी जिला नागौर को बदमाशों की चुंगल से छुड़ाया गया। वृताधिकारी सदर पवन भदौरिया मौके पर पहुंचे। पुलिस थाना जेएनवीसी ने गाड़ी अन्दर से मिले देशी पिस्टल को बरामद किया जाकर आर्म्स एक्ट में आरोपी दुर्गाराम पुत्र मांगी लाल मेघवाल निवासी तांतवास नागौर व अन्य 03 साथियों के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध कर अनुसंधान शुरू किया गया। अपहत युवक कानाराम को पुलिस थाना पाचौड़ी को सकुशल सुपर्द किया गया।

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सीएमएचओ ने किया मेला रूट के स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण, चिकित्सा अधिकारी को थमाया कारण बताओ नोटिस

बीकानेर बुलेटिन



बिना अनुमति हेडक्वार्टर छोड़ने पर सेरूणा के चिकित्सा अधिकारी को थमाया कारण बताओ नोटिस



बीकानेर, 30 अगस्त। बिना अनुमति मुख्यालय छोड़ने पर सेरूणा के चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ दौलतराम भारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मोहम्मद अबरार पंवार ने मंगलवार को पूनरासर मेला रूट में आने वाले सभी मुख्य स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि सेरूणा चिकित्सा अधिकारी अपने ड्यूटी मुख्यालय पर मौजूद नहीं थे जबकि मेले और मौसमी बीमारियों के मद्देनजर विशेष रुप से 24 घंटे स्वास्थ्य सेवाओं को अलर्ट मोड पर रखा गया है। समय समय पर निर्देश जारी किए गए हैं। नोटिस का 3 दिन में संतोषजनक प्रत्युत्तर ना मिलने पर विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। 

इसके अतिरिक्त डॉ अबरार ने गुसाईसर, नौरंगदेसर, श्रीडूंगरगढ़ व लखासर स्वास्थ्य केंद्रों का औचक निरीक्षण किया जहां कमोबेश सभी व्यवस्थाएं संतोषजनक पाई गई। डॉ अबरार ने सभी मेला रुट के स्वास्थ्य केंद्रों को 24 घंटे अलर्ट मोड पर रहने, समस्त कर्मचारियों के अवकाश निरस्त करने तथा मेलों के दौरान मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए स्वास्थ्य शिक्षा का प्रचार के निर्देश दिए। डॉ अबरार के साथ संस्थापन शाखा के जयकुमार मान मौजूद रहे।

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खिलाड़ियों ने दूसरे दिन भी दिखाया दमखम, स्कूली विद्यार्थियों ने प्रस्तुत किए सांस्कृतिक कार्यक्रम

बीकानेर बुलेटिन


राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक खेल

बीकानेर, 30 अगस्त। राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलों के दूसरे दिन मंगलवार को ग्राम पंचायत स्तर पर छह खेलों की स्पर्धाएं आयोजित हुई। इस दौरान गांव-गांव की खेल प्रतिभाओं ने अपना दमखम दिखाया। ग्रामीण क्षेत्रों में दिनभर उत्सव सा माहौल रहा।

ग्राम पंचायत स्तर पर चार दिन चलने वाले इस आयोजन के दूसरे दिन ग्रामीणों ने कबड्डी, खो-खो जैसे पारंपरिक खेलों के साथ वॉलीबॉल, टेनिस बॉल, शूटिंग बॉल के प्रति भी काफी उत्साह दिखाया। क्रिकेट और हॉकी के मुकाबलों में ग्रामीण दर्शकों ने जबरदस्त उत्साह दिखाया। चार दिनों में जिले में 8 हजार से अधिक टीमें भागीदारी निभा रही हैं। मंगलवार को स्कूली विद्यार्थियों ने देशभक्ति और सांस्कृतिक भावना से ओतप्रोत कार्यक्रम प्रस्तुत किए। नोखा में बुजुर्गों ने कबड्डी के मैदान पर अपना दमखम दिखाया। यहां ब्लॉक मुख्य शिक्षा अधिकारी ने भी ग्रामीणों का साथ दिया।

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पूनरासर मेलाः जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक ने लिया जायजा, सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद रखने के दिए निर्देश

बीकानेर बुलेटिन




बीकानेर, 30 अगस्त। जिला कलक्टर श्री भगवती प्रसाद कलाल एवं पुलिस अधीक्षक श्री योगेश यादव ने मंगलवार को पूनरासर स्थित हनुमान मंदिर और मेला स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने मेले के लिए की जा रही व्यवस्थाओं का जायजा लिया। 
जिला कलक्टर ने कहा कि मेले के दौरान यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी ना हो, इसके लिए समस्त व्यवस्थाएं समय रहते पूरी कर ली जाए। उन्होंने कहा कि मेले में बड़ी संख्या में दर्शनार्थी आएंगे, इसे देखते हुए मंदिर परिसर में समुचित बेरीकेटिंग  की जाए। श्रद्वालुओं के लिए पानी, छाया और बैठक आदि की उपलब्धता रहे। रात के समय में प्रकाश का उचित इंतजाम हो। उन्होंने पार्किंग स्थल पर गाड़ियों की पार्किंग, सुरक्षा, धर्मशालाओं में यात्रियों के ठहराव, सेवा जत्थों के ठहराव सहित सभी व्यवस्थाओं की समीक्षा की। 
जिला कलक्टर ने अधिकारियों व मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों के साथ मंदिर परिसर का भ्रमण कर समस्त व्यवस्थाओं का जायजा लिया। जिला कलेक्टर ने कहा कि पुलिस द्वारा सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए जाएं।
मंदिर में किए दर्शन
जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने पूनरासर हनुमान मंदिर के दर्शन किए और आरती की। पुजारी रतनलाल बोथरा ने आरती करवाई। पुजारी महावीर बोथरा ने जिला कलक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को शॉल, चादर एवं पुस्तक भेंट किया। उन्होंने बताया कि मेले के दौरान 25 पुजारी व्यवस्थाओं में तैनात रहेंगे। पुजारी ट्रस्ट के अध्यक्ष  राजेंद्र बोथरा एंव पुजारी विनोद बोथरा सुरत से बीकानेर पहुँच चुके हैं। इस अवसर पर श्रीडूंगरगढ़ की उपखंड अधिकारी डॉ. दिव्या चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सुनील कुमार, ट्रैफिक इंचार्ज प्रदीप चारण, सेरूणा थानाधिकारी रामचंद्र ढाका, सरपंच प्रकाश नाथ, राजेंद्र बोथरा, विनोद बोथरा, विजय बाफना, हर्षित मारू, मान नाथ, शुभकरण, नत्थानाथ, रामेश्वर नाथ, पार्षद सुनील गेधर एवं ग्रामीण उपस्थित रहे।
गौशाला का किया निरीक्षण
जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने अंजनी माता मंदिर के दर्शन किए और ट्रस्ट द्वारा संचालित गौशाला का निरीक्षण किया। उन्होंने लंपी स्किन रोग के मद्देनजर की गई व्यवस्थाओं का फीडबैक लिया और दवाइयों की उपलब्धता, साफ सफाई सहित अन्य व्यवस्थाएं देखी।

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राजस्थान रेप के मामले में देश में तीन साल से टॉप पॉजिशन पर

बीकानेर बुलेटिन



महिलाओं-युवतियों के प्रति यौन अपराध के मामले में राजस्थान ने देश के सभी राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। दुनिया के नक्शे पर अलग पहचान रखने वाले प्रदेश के लिए ये आंकड़े शर्मिंदगी वाले हैं। हाल ही में जारी राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB ) के आंकड़ों के अनुसार राजस्थान रेप के मामले में देश में पहले नंबर पर है।

रेप के मामलों में राजस्थान ने मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और असम को भी पीछे छोड़ दिया है। राजस्थान में साल 2021 में रेप के इतने केस दर्ज हुए हैं, जितने तीन बड़े राज्यों में मिलाकर भी दर्ज नहीं हुए।

राजस्थान में साल 2021 में कुल 6,337 रेप के मामले सामने आए, जो साल 2020 के 5,310 के मुकाबले एक हजार ज्यादा हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 2020 और 2021 में राजस्थान में सबसे अधिक रेप के मामले सामने आए हैं। राजस्थान के बाद मध्यप्रदेश में रेप के मामले दर्ज हुए। वहां पर 2020 में 2,339 मामले थे, जबकि 2021 में ये नंबर बढ़कर 2,947 हो गए।

राजस्थान में रोज 17 महिलाओं-युवतियों से रेप:देश में सबसे ज्यादा दुष्कर्म; तीन साल से टॉप पॉजिशन पर
जयपुर25 मिनट पहले
महिलाओं-युवतियों के प्रति यौन अपराध के मामले में राजस्थान ने देश के सभी राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। दुनिया के नक्शे पर अलग पहचान रखने वाले प्रदेश के लिए ये आंकड़े शर्मिंदगी वाले हैं। हाल ही में जारी राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB ) के आंकड़ों के अनुसार राजस्थान रेप के मामले में देश में पहले नंबर पर है।


रेप के मामलों में राजस्थान ने मध्यप्रदेश, उत्तर प्रदेश और असम को भी पीछे छोड़ दिया है। राजस्थान में साल 2021 में रेप के इतने केस दर्ज हुए हैं, जितने तीन बड़े राज्यों में मिलाकर भी दर्ज नहीं हुए।

राजस्थान में साल 2021 में कुल 6,337 रेप के मामले सामने आए, जो साल 2020 के 5,310 के मुकाबले एक हजार ज्यादा हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 2020 और 2021 में राजस्थान में सबसे अधिक रेप के मामले सामने आए हैं। राजस्थान के बाद मध्यप्रदेश में रेप के मामले दर्ज हुए। वहां पर 2020 में 2,339 मामले थे, जबकि 2021 में ये नंबर बढ़कर 2,947 हो गए। इस खबर पर आगे बढ़ने से पहले नीचे दिए गए पोल में हिस्सा लेकर आप अपनी राय जाहिर कर सकते हैं।


पांच राज्य जहां सबसे अधिक रेप केस हुए दर्ज
साल 2021 में राजस्थान, एमपी के बाद महाराष्ट्र, यूपी और असम में सबसे अधिक मामले दर्ज हुए। NCRB के अनुसार यूपी में 2,845 रेप केस रजिस्टर हुए। वहीं, महाराष्ट्र में 2,496 रेप केस रिपोर्ट हुए हैं। असम में 1733 जबकि दिल्ली में 1250 केस दर्ज किए गए।

रेप केस के मामलों में राजस्थान 2020 से टॉप पर है। इसके बाद से दुष्कर्म और महिला हिंसा को लेकर अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। यही कारण है कि राजस्थान पिछले 3 साल से महिला हिंसा के मामलों में पहले पायदान पर रहा है।

दो साल में 13 हजार से ज्यादा केस
प्रदेश में पिछले 28 महीनों (2020 से अप्रैल 2022) तक दुष्कर्म के 13,890 केस दर्ज हुए हैं। इनमें से 11,307 दुष्कर्म नाबालिग लड़कियों से हुए। वहीं दो साल में 12 साल से छोटी उम्र की 170 बच्चियों से दरिंदगी के मामले सामने आए।

सरकार ने ऐसे मामलों में 2013 में फांसी की सजा का प्रावधान किया। इसके बावजूद इन अतिसंवेदनशील मामलों में पॉक्सो कोर्ट का दबाव बढ़ाया जा रहा है। जयपुर की 7 पॉक्सो कोर्ट में ही 700 से अधिक केस पेंडिंग होने के बावजूद यहां बालिगों के केस ट्रांसफर किए जा रहे हैं। जयपुर मेट्रो की 2 कोर्ट में ऐसे 62 केस हैं। प्रदेश में इसकी संख्या 100 से ज्यादा है।


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बाबा रामदेव मंडल सेवा समिति का जत्था रवाना, डॉ. कल्ला और अर्जुन मेघवाल ने दिखाई हरी झंडी

बीकानेर बुलेटिन



बीकानेर, 30 अगस्त। रामदेवरा पैदलयात्रियों की सेवा-सुश्रुषा के लिए बाबा रामदेव मंडल सेवा समिति के सेवा जत्थे को मंगलवार को शिक्षा मंत्री डॉ. बी.डी.कल्ला और केंद्रीय कला एवं संस्कृति राज्य मंत्री श्री अर्जुनराम मेघवाल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया ।
    इस अवसर पर शिक्षा मंत्री डॉ. कल्ला ने कहा कि संस्था द्वारा पिछले 50 वर्षों से पैदल यात्रियों के लिए निश्चल भाव से सेवा कार्य किया जा रहा है, यह अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि सेवा भावना बीकानेर की पहचान है। भाद्रपद में भरने वाले सभी मेलों में अनेक संस्थाएं पूरे उत्साह के साथ भागीदारी निभाती हैं। उन्होंने कहा कि सामाजिक समरसता के इस मेले में राजस्थान सहित पूरे देश से लाखों की तादाद में लोग शिकरत करते हैं।
     केंद्रीय कला एवं संस्कृति राज्य मंत्री श्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि बाबा रामदेव मेला सामाजिक समरसता का प्रतीक हैं। यहां धर्म, जाति, सम्प्रदाय और भेदभाव से ऊपर उठकर लोग आस्था के साथ आते हैं। ऐसे में सेवादारों द्वारा इनकी सेवा करना पुण्यदाई है।
रोटरी क्लब के गवर्नर श्री राजेश चूरा ने कहा कि परहित से बड़ा कोई धर्म होता। संस्था द्वारा पांच दशकों से किया जा रहा कार्य युवा पीढ़ी के लिए अनुकरणीय है। 
   इस दौरान शिक्षा मंत्री डॉ. कल्ला तथा केंद्रीय कला एवं संस्कृति राज्य मंत्री श्री मेघवाल, वैद्य किशनलाल आसोपा और राजेश चूरा द्वारा समिति की ओर सेवादारों को दिए जाने वाले टी-शर्ट का विमोचन किया गया।
समिति संयोजक राजेंद्र पुरोहित ने बताया कि पांच दिन चलने वाले इस सेवा अभियान में सेवादारों द्वारा पैदल यात्रियों के लिए चानी गांव, कुंडिया,  बडी शीड, बुधलाई तलाई, डाली बाई, रावतसरिया तालाब स्थल पर भोजन और मेडिकल आदि की व्यवस्था की जाएगी।
 इस दौरान समिति के अध्यक्ष विट्ठलदास आचार्य, सचिव झंवरलाल आचार्य, पार्षद विजयसिंह राजपूत, दुलीचंद सेवग, आनंद जोशी, विक्की पुरोहित, कृष्णचंद पुरोहित, नंदकिशोर आचार्य, लालचंद सुथार, विजयशंकर हर्ष, कन्हैयालाल सोलंकी, मांगीलाल और सूरजाराम मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ चंद्रशेखर श्रीमाली ने किया।

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बीकानेर:ट्रेन की चपेट में आने से करीब एक दर्जन गायों की मौत

बीकानेर बुलेटिन



बीकानेर। गौमाता पर संकट का समय चल‌ रहा है। एक तरफ लम्पी ने चारों तरफ हाहाकार मचा रखा है। गौवंश लगातार लम्पी का शिकार हो रहा है। इसी बीच बीती रात ट्रेन की चपेट में आने से 11 गायों की मौत हो गई। नाल थाने के एच एम श्रवणराम ने बताया कि घटना नाल ओवर ब्रिज के पास की है। बीती रात यहां करीब 11-12 गायें ट्रेन की चपेट में आ गई। 

घटना के बारे में सुनने वाले लोग स्तब्ध रह गए। पहले से ही लम्पी की वजह से बड़ी संख्या में गौमाता काल का ग्रास बन रही है। उस पर इस दुर्घटना में एक साथ 11 गायों की मौत से बड़ा नुकसान हुआ है।

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MGSU:वीसी के बचाव में उतरी एमजीएसयू कर्मचारी कल्याण समिति की फौज

बीकानेर बुलेटिन



वीसी के बचाव में उतरी एमजीएसयू कर्मचारी कल्याण समिति की फौज, महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय (एमजीएसयू) बीकानेर के वीसी प्रो. वीके सिंह व साथी स्टाफ सदस्यों पर एक शिक्षिका द्वारा लगाए गए छेड़छाड़ व प्रताड़ना के आरोप के मामले में कर्मचारी कल्याण समिति वीसी व विवि के अन्य आरोपी सदस्यों के बचाव में सामने आई है। समिति की ओर से जिला पुलिस अधीक्षक को सोमवार को भेजे ज्ञापन में विवि के सहायक आचार्यों, वरिष्ठ अधिकारियों-कर्मचारियों सहित कुल 63 विवि कार्मिकों ने मामले की तुरंत निष्पक्ष जांच कर एफआर लगाने की मांग की है।

समिति ने कुलपति सहित सभी निर्दोष शिक्षकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों को राहत मिल सके इसके लिये सम्पूर्ण प्रकरण में निष्पक्ष जांच करने तथा शीघ्रातीशीघ्र एफ. आर. लगाई जाने की मांग की है। ज्ञापन में कहा गया है कि शिकायतकर्ता सहायक आचार्य द्वारा कराई गई एफ. आई. आर. एवं शिकायती पत्र में दर्ज आरोप निराधार एवं असत्य तथ्यों के आधार पर प्रस्तुत किये गये हैं। इसके कारण विश्वविद्यालय की छवि धूमिल हुई है।

विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों इस कारण भारी रोष व्याप्त है। ज्ञात रहे कि विवि की एक सहायक आचार्य शिक्षिका ने 26 अगस्त को नाल थाने में वीसी सहित विवि के चार अन्य अधिकारी- कार्मिकों के खिलाफ छेड़छाड़ व प्रताडना का मामला दर्ज कराया था। इसके साथ ही पीडिता ने 27 अगस्त को पुलिस अधीक्षक को एक पत्र देकर विवि के छह अन्य अधिकारी कार्मिकों से जान का खतरा होने की आशंका बताते हुए सुरक्षा की मांग की थी।

कर्मचारी कल्याण समिति से जुडे सदस्यों का कहना है कि सहायक आचार्य की एफ. आई. आर. एवं शिकायती पत्र में दर्ज आरोप निराधार एवं असत्य है।इसके कारण विश्वविद्यालय की छवि धूमिल हुई है। ज्ञापन में बताया गया है कि विश्वविद्यालय के इतिहास में इससे पूर्व इस प्रकार की शिक्षकों, कर्मचारी एवं अधिकारियों के विरूद्ध पुलिस कार्यवाही सम्बंधी कोई घटना नहीं हुई है। विश्वविद्यालय में सभी शिक्षकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों में पारिवारिक एवं सौहार्द का माहौल रहा है।

ऐसे में एक महिला शिक्षक द्वारा कुलपति सहित 4 अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरूद्ध एफ.आई.आर. दर्ज कराना तथा 6 अन्य शिक्षकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरूद्ध शिकायती पत्र प्रस्तुत कर अर्थात 11 शिक्षकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियो के विरूद्ध एफ. आई. आर. / शिकायत दर्ज कराना द्वेषता की भावना को दर्शाता है। इसके कारण उक्त सभी की छवि को व्यक्तिगत एवं सामाजिक स्तर पर धूमिल किया गया है जो कि सही नहीं है। ज्ञापन में कहा गया है कि उक्त प्रकरण में विश्वविद्यालय परिवार जांच में पूर्ण रूप से आवश्यक सहयोग करेगा।

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