Saturday, July 24, 2021

सावन में भगवान शिव के रुद्राभिषेक का विशेष महत्व, जन्म राशि के अनुसार करें रुद्राभिषेक

बीकानेर बुलेटिन


जयपुर: देवों के देव महादेव को प्रसन्न करने का एकमात्र उपाय है महारुद्राभिषेक. सावन के पवित्र माह  में एक बार महारुद्राभिषेक जरूर कराना चाहिए. सावन का महीना सभी के लिए किसी वरदान से कम नहीं होता है और सावन में भगवान शिव से मांगी गई समस्त मनोकामनाएं शीघ्रता से पूर्ण होती है. इस महीने में भगवान शिव के रुद्राभिषेक का विशेष फल मिलता है. सावन के महीने में भगवान शिव के रुद्राभिषेक का विशेष महत्व होता है. सावन के महीने में भक्त सोमवार के दिन शिवालयों में रुद्राभिषेक करते हैं. पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि सावन 25 जुलाई से शुरू हो रहे हैं. इस बार सावन में चार सोमवार होंगे. इस साल सावन का महीना 29 दिन का है. श्रावण मास का सोमवार बहुत ही सौभाग्यशाली एवं पुण्य फलदायी माना जाता है. सावन के सोमवार का भक्तों को बहुत इंतजार रहता है. इस महीने में भोलेशंकर की विशेष अराधना की जाती है. लोग  भोले शंकर का रुद्राभिषेक कराते हैं. राशि के अनुसार अलग-अलग औषधि से रुद्राभिषेक कराने का विशेष महात्म होता है. साधक में शिवत्व रूप सत्यं शिवम सुन्दरम् का उदय हो जाता है उसके बाद शिव के शुभाशीर्वाद से समृद्धि, धन-धान्य, विद्या और संतान की प्राप्ति के साथ-साथ सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती है. 

रुद्राभिषेक
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया रुद्राभिषेक करने से सभी देवों के अभिषेक करने का फल मिलता है. रुद्राभिषेक में सृष्टि की समस्त मनोकामनायें पूर्ण करने की शक्ति है अतः अपनी आवश्यकता अनुसार अलग-अलग पदार्थों से अभिषेक करके प्राणी इच्छित फल प्राप्त कर सकता है. 

सावन में शिव पूजा के 8 खास दिन
पहला सोमवार: 26 जुलाई
दूसरा सोमवार: 02 अगस्त
तीसरा सोमवार: 09 अगस्त
चौथा सोमवार: 16 अगस्त
प्रदोष व्रत: 5 व 20 अगस्त 
चतुर्दशी तिथि: 7 और 21 अगस्त

ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि निम्न वस्तुओं से करें शिव का महारुद्राभिषेक :-
• दूध : घर का वातावरण सुखद और पवित्र रहने के लिए
• दही : पारिवारिक कलह और अचानक नुकसान से बचने के लिए
• शहद : विद्या प्राप्ति के लिए
• शक्कर : खुशहाली के संचार के लिए
• नारियल पानी : शत्रु प्रभाव व प्रेत बाधा दूर करने के लिए
• भस्म : शत्रुओं के विनाश लिए
• वर्षा जल : नकारात्मक शक्तियों के नाश के लिए
• गन्ने का रस : लक्ष्मी प्राप्ति के लिए
• गंगा जल : ग्रहों द्वारा उत्पन्न दोष दूर करने के लिए
• भांग :सुखद स्वास्थ की प्राप्ति के लिए
• घी :कारोबार में अड़चनें दूर करने के लिए

महारुद्राभिषेक के शुभ फल :-
• घर - संपत्ति की प्राप्ति होती है.
• शत्रुओं का साया समाप्त होता है.
• समाज में मान - सम्मान की प्राप्ति होती है.
• दुखों का अंत होता है.
• लक्ष्मी का वास घर में सदैव बना रहता है.

जन्म राशि के अनुसार रुद्राभिषेक
विश्वविख्यात भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास ने बताया कि जन्म राशि के अनुसार रुद्राभिषेक से सुख समृद्धि  एवं  ग्रह बाधाओं की मुक्ति पा सकते हैं. शिव के रूद्र रूप के पूजन और अभिषेक करने से जाने-अनजाने होने वाले पापाचरण  एवं जीवन में कष्ट, अभाव, व्यवधान, स्वास्थ्य, कॅरियर, धन आदि की बाधाओं से मुक्ति पाना चाहते हैं तो राशि के अनुसार रुद्राभिषेक करके जीवन में सभी समस्याओं से निजात पा सकते हैं. विश्वविख्यात भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास आपको बता रहे हैं किस राशि के अनुसार रुद्राभिषेक कैसे करना चाहिए .

मेष राशि 
मेष राशि वाले जातकों के लिए गाय के कच्चा दूध में से शहद मिलाकर रुद्राभिषेक करने से समस्त बाधाओं से मुक्ति मिल सकती है साथ में लाल चंदन एवं लाल पुष्प चढ़ाने से सौभाग्य में एवं धन.धान्य में वृद्धि होगी .

वृष राशि 
वृषभ राशि वाले जातकों के लिए दही से अथवा मधु से रुद्राभिषेक कराने से राशि के स्वामी शुक्र की कृपा साथ साथ में सुख संपत्ति की प्राप्ति होगी. आपकी राशि के अनुसार सफेद पुष्प एवं बेलपत्र चढ़ाना  शिव सहस्त्रनाम का पाठ करना लाभप्रद होगा ..

मिथुन राशि 
मिथुन राशि का स्वामी बुध है और मिथुन राशि वाले जातकों के लिए गन्ने के रस से रुद्राभिषेक कराना साथ में धतूरा भाग बेलपत्र चढ़ाना मिथुन राशि वाले जातकों के लिए लाभप्रद होगा .

कर्क राशि 
कर्क राशि वाले जातकों के लिए दूध में शक्कर मिलाकर भगवान शिव का रुद्राभिषेक करना चाहिए साथ में श्वेत अर्क, मदार, सफेद पुष्प सफेद वस्त्र एवं रुद्राष्टक का पाठ करना आपके लिए लाभदायक होगा .

सिंह राशि 
सिंह राशि वाले जातकों के लिए मधु अथवा गुड़ युक्त तीर्थ  जल से रुद्राभिषेक कराना लाभदायक होगा . साथ में लाल पुष्प लाल चंदन भगवान को अर्पित कर सकते हैं .

कन्या राशि 
कन्या राशि वाले जातकों के लिए गन्ने का रस से रुद्राभिषेक कराना लाभदायक होगा एवं साथ में दूर्वा भाग धतूरा बेलपत्र जीवन में धनदायक सिद्ध हो सकता है .

तुला राशि
तुला राशि वाले जातकों को लिए मधु से रुद्राभिषेक कराना साथ में श्वेत पुष्प मदार का पुष्प श्वेत वस्त्र से पूजन करने से जीवन में सुख समृद्धि एवं ग्रहों की कृपा प्राप्त हो सकती है .

वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वाले जातकों को  शहद युक्त तीर्थ जल से रुद्राभिषेक करना  एवं लाल पुष्प चढ़ाना आपके लिए लाभदायक होगा .

धनु राशि 
धनु राशि वाले जातकों के लिए गाय के दूध में केसर मिलाकर के एवं पीले पुष्प से पीले वस्त्र से पूजन करने पर भगवान शिव जी की कृपा के साथ साथ में ग्रहों की कृपा प्राप्त होगी .

मकर राशि 
मकर राशि वाले जातकों के लिए गंगाजल से रुद्राभिषेक कराना साथ साथ में शमी पत्र बिल्वपत्र भाग धतूरा चढ़ाना आपके लिए लाभदायक होगा .

कुंभ राशि 
कुंभ राशि वाले जातकों के लिए दुर्वा अथवा शमी के रस से रुद्राभिषेक कराने से राशि के स्वामी भगवान शनि की कृपा एवं ग्रह बाधाओ  से मुक्ति प्राप्त हो सकती है .

मीन राशि  
मीन राशि वाले जातकों के लिए केसर मिश्रित तीर्थ जल से रुद्राभिषेक एवं पीले चंदन , हल्दी, पीले वस्त्र से भगवान  शिव का पूजन करने से कुंडली संबंध संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है.

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रोट्रेक्ट क्लब बीकानेर एवं फ्लोरल हॉस्पिटल के संयुक्त तत्वावधान में कल नि:शुल्क हड्डी रोग जांच शिविर

बीकानेर बुलेटिन



फ़्लोरल हॉस्पिटल के डॉक्टर पंकज मोहता ने बताया कि 25 जुलाई को फ्लोरल हॉस्पिटल शिव वैली में हड्डी रोग जांच शिविर रखा गया है। इस संदर्भ में प्रकल्प संयोजक रोहित पचीसिया एवं सहसंयोजक गौरव चोधरी ने बताया की इस जांच शिविर में डॉक्टर पंकज मोहता द्वारा परामर्श नि: शुल्क होगा साथ ही उनके द्वारा लिखी गई खून की जांच एवं एक्स-रे भी नि:शुल्क होगा।

इसके साथ साथ घुटने दर्द के मरीज के लिए पीआरपी थेरेपी भी निःशुल्क की जाएगी । परामर्श शिविर का समय सुबह 9 बजे से दोपहर 4 बजे तक का रहेगा । शिविर में केवल 100 मरीज का ही रजिस्ट्रेशन किया जाएगा । रजिस्ट्रेशन के लिए 9928405048 नंबर जारी किए गए हैं ।


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इन दो सरकारी बैंकों के प्राइवेटाइजेशन को लेकर आई बड़ी खबर

बीकानेर बुलेटिन



सरकार ने दो बड़े सरकारी बैंक के निजीकरण का रास्‍ता साफ कर दिया है. सरकार की तरफ से इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के निजीकरण को लेकर पिछले माह कई बातें हुई थीं. अब इस दिशा में सरकार की तरफ से एक बड़ा कदम उठाया गया है. हाल ही में अल्टरनेटिव मेकैनिज्म के ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स ने एक बैठक की है. इस मीटिंग में वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, रेल मंत्री अश्विनी वैष्‍णव और कोल मिनिस्‍टर शामिल थे. इस ग्रुप पर ही बैंकों के निजीकरण को लेकर फैसला लेने की जिम्‍मेदारी है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस फैसले से बैंकों के ग्राहकों पर कोई असर नहीं होगा. उनकी सर्विस पहले की तरह जारी रहेंगी

वित्त मंत्री ने बजट में किया था निजीकरण का ऐलान

जून माह में खबरें आई थीं कि सरकार ने दो बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया और इंडियन ओवरसीज बैंक के प्राइवेटाइजेशन का रास्ता लगभग साफ कर दिया है.

कैबिनेट सचिव की अगुआई में हुई बैठक में इससे जुड़े तमाम नियामकीय और प्रशासनिक मुद्दों पर चर्चा हुई थी. अब इसकी मंजूरी के लिए विनिवेश पर गठित मंत्रियों के समूह या वैकल्पिक मैकेनिज्म या अल्टरनेटिव मेकैनिज्म के ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स के सामने पेश किया गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2021 के बजट भाषण में सरकारी बैंकों के प्राइवेटाइजेशन का ऐलान किया था.

उन्‍होंने अपने बजट भाषण में वित्त वर्ष 2021-22 में दो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (PSB) और एक सामान्य बीमा कंपनी का निजीकरण करने का प्रस्ताव रखा था.

उन्होंने कहा था, ‘ आईडीबीआई बैंक के अलावा, हम वर्ष 2021-22 में दो सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और एक सामान्य बीमा कंपनी के निजीकरण का प्रस्ताव रखते हैं.’

इसके बाद नीति आयोग ने अप्रैल में कैबिनट सचिव की अगुवाई में बने सचिवों के कोर ग्रुप को कुछ बैंकों के नाम प्राइवेटाइजेशन के लिए सुझाए.

सरकार ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए विनिवेश के जरिये 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा था. इस साल फरवरी में रिपोर्ट आई थी कि केंद्र सरकार ने 4 मिड साइज बैंकों को प्राइवेटाइजेशन के लिए शॉर्टलिस्ट किया है. इनमें बैंक ऑफ महाराष्ट्र , बैंक ऑफ इंडिया (BoI), इंडियन ओवरसीज बैंक और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का नाम शामिल है. इन चार बैंकों में से दो का निजीकरण वित्त वर्ष 2021-22 में होगा.

बैंक कर्मी सरकार के फैसले से नाखुश

कमेटी ने निजीकरण की संभावना वाले बैंकों के कर्मचारियों के हितों के संरक्षण से जुड़े मुद्दों पर भी विचार-विमर्श किया. एएम की मंजूरी के बार इस मामले को प्रधानमंत्री की अगुवाई वाले केंद्रीय मंत्रिमंडल को अंतिम मंजूरी के लिए भेजा जाएगा. कैबिनेट की मंजूरी के बाद निजीकरण के लिए जरूरी नियामकीय बदलाव किए जाएंगे. बैंक यूनियन इन दोनों बैंकों के प्राइवेटाइजेशन का विरोध कर रही है. नौ बैंक यूनियनों के समूह यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन ने सरकारी बैंकों के निजीकरण के खिलाफ 15 और 16 मार्च को राष्ट्रव्यापी बैंक हड़ताल की घोषणा की थी.

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राजस्थान में शिक्षण संस्थाओं को खोलने की तिथि और एसओपी के लिए पांच मंत्रियों की समिति गठित

बीकानेर बुलेटिन



जयपुर, 23 जुलाई। राज्य मंत्रिपरिषद की गुरूवार को हुई बैठक में शिक्षण संस्थाओं को पुनः प्रारम्भ करने के लिए हुए सैद्धांतिक निर्णय के बाद मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने प्रदेश में शिक्षण संस्थाओं को खोलने की तिथि और एसओपी के संबंध में निर्णय लेने के लिए पांच मंत्रियों की एक समिति गठित की है। 

श्री गहलोत ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए हुई बैठक में कहा कि इस समिति में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. रघु शर्मा, कृषि मंत्री श्री लालचंद कटारिया, शिक्षा राज्यमंत्री श्री गोविंद सिंह डोटासरा, उच्च शिक्षा राज्यमंत्री श्री भंवर सिंह भाटी तथा चिकित्सा एवं तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग शामिल होंगे। यह समिति शिक्षण संस्थाओं को खोलने की तारीख एवं इसके लिए विस्तृत एसओपी तैयार करने पर निर्णय करेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी की संभावित तीसरी लहर के दृष्टिगत शिक्षण संस्थाओं को खोलने की एसओपी के संबंध में गहन विचार-विमर्श कर निर्णय लिया जाना चाहिए। इसके लिए मंत्रियों की समिति भारत सरकार के स्वास्थ्य तथा मानव संसाधन मंत्रालयों, आईसीएमआर एवं अन्य राज्य जहां शैक्षणिक संस्थान प्रारम्भ किए गए हैं, उनके साथ संपर्क कर उनके अनुभव और फीडबैक पर चर्चा करेगी। साथ ही, भारत सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों की जानकारी लेकर शिक्षण संस्थाओं को खोलने की तारीख एवं एसओपी के संबंध में निर्णय करेगी। 

बैठक में चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. राजाबाबू पंवार, डॉ. सुधीर भंडारी, डॉ. वीरेन्द्र सिंह, डॉ. एमएल गुप्ता, डॉ. अमरजीत मेहता, डॉ. प्रवीण माथुर एवं डॉ. मनीष ने देश तथा दुनिया में कोविड संक्रमण की स्थिति, बच्चों पर इसके प्रभाव तथा आने वाले दिनों में संक्रमण की आशंका पर विस्तृत जानकारी दी। सभी विशेषज्ञों की राय थी कि शिक्षण संस्थानों में सभी शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक स्टाफ, बच्चों के परिवहन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले वाहनों के ड्राइवर तथा संपर्क में आने वाले अन्य व्यक्तियों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। साथ ही, कोविड प्रोटोकॉल की पालना सुनिश्चित की जा सके, इसके लिए विस्तृत गाइडलाइंस जारी की जाए। 

बैठक में चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा, चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग, मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य, पुलिस महानिदेशक श्री एमएल लाठर, प्रमुख सचिव गृह श्री अभय कुमार, प्रमुख शासन सचिव वित्त श्री अखिल अरोरा, स्वास्थ्य सचिव श्री सिद्धार्थ महाजन, चिकित्सा शिक्षा सचिव श्री वैभव गालरिया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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