Monday, January 23, 2023

सरकारी नौकरी बचाने के लिए मासूम बेटी को नहर में फेंका, माता-पिता दोनों गिरफ्तार

बीकानेर बुलेटिन



बीकानेर में पांच महीने की बच्ची को नहर में फेंकने का मामला कल सामने आया था। मासूम को किसी और ने नहीं, बल्कि उसके मां-बाप ने फेंका था। ज्यादा परेशान करने वाली बात यह है कि यह जघन्य अपराध उसके पिता ने अपनी सरकारी नौकरी को बचाने के लिए किया। संविदा पर मिली सरकारी नौकरी में परेशानी से बचने के लिए पिता झंवरलाल ​​​​​​ने बेटी अंशिका उर्फ अंशु को मार दिया। पुलिस ने आरोपी पिता और मां दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।


झंवरलाल चांडासर गांव में विद्यालय सहायक के पद पर संविदा पर काम करता है। पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने बताया कि झंवरलाल ने इस घटना में अपनी पत्नी को भी शामिल कर लिया था। वो दो दिन पहले ही छत्तरगढ़ स्थित अपने साले के घर गया था। रविवार शाम को चार सीएचडी स्थित साले के घर से वापस दियातरा जाते समय रास्ते में बच्ची को नहर में फेंक दिया। फिर यहां से दियातरा के लिए रवाना हो गया।

झंवरलाल बाइक पर अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ था। रविवार शाम 5 बजे दंपती ने 5 महीने की बच्ची को इंदिरा गांधी नहर प्रोजेक्ट (IGNP) में फेंक दिया। मासूम को फेंकते देख कुछ लोग चिल्लाए तो बाइक सवार भाग गए। लोगों ने बच्ची को नहर से बाहर निकाला, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।

ट्रेनी एसआई की सूझबूझ से पकड़े गए
घटना की जानकारी मिलने पर छत्तरगढ़ और खाजूवाला एरिया में नाकेबंदी कर दी गई। जहां खाजूवाला के ट्रेनी सब इंस्पेक्टर मुकेश कुमार ने दंपती की बाइक को रोका। पूछताछ करने पर झंवरलाल ने साले के यहां आना बताया। शक होने पर मुकेश कुमार ने उनकी फोटो खींच ली। बाइक का भी फोटो लिया। झंवरलाल का आधार कार्ड का फोटो भी मोबाइल से खींचा। इसके बाद जाने दिया। आला अधिकारियों को इस बारे में पता चला तो दियातरा से झंवरलाल के बारे में जानकारी ली गई। इसके बाद दंपती को गिरफ्तार कर लिया गया।


नौकरी का सवाल था, इसलिए फेंका
झंवरलाल को उम्मीद थी कि वो जल्द ही स्थाई हो जाएगा। नौकरी में शर्त है कि दो से ज्यादा संतान नहीं होनी चाहिए। हालांकि एक बच्ची को नहर में फेंकने के बाद भी उसके तीन बच्चे हैं। इनमें एक बेटी उसने बड़े भाई को गोद दे रखी है। उसका कहना है कि दुर्घटनावश ही बच्ची नहर में गिर गई।

झंवरलाल ने पिछले साल दिसंबर में ही खुद की दो संतान होने का शपथ पत्र दिया था। उसे अंदेशा था कि दो से ज्यादा बच्चे होने पर उसका स्थाईकरण नहीं होगा। ऐसे में उसने एक बच्ची को नहर में फेंककर मार दिया।

Labels: ,

क्या आपको भी सुनाई दी? बीकानेर में जोरदार धमाके की आवाज़, भूकंप की नही हुई पुष्टि

बीकानेर बुलेटिन




बीकानेर। बीकानेर के गंगाशहर व रानी बाजार सहित विभिन्न इलाकों में धमाका होने से सनसनी फ़ैल गई। धमाके 1 बजकर 50 मिनट पर हुए। गंगाशहर में चारों तरफ तीन धमाके सुनाई दिए। लोगों के अनुसार ऐसा लगा जैसे छत्त पर भारी भरकम चीज गिरी हो। खिड़कियां भी हिली। खुले में खड़े लोगों का कहना धमाके भयंकर तेज थे। ऐसा लगा जैसे हवेलियां घर आदि गिर ही जाएंगे।

ख़बर लिखने तक पुलिस कंट्रोल रूम के पास कोई सूचना नहीं थी। वहीं मौसम विभाग जयपुर के डायरेक्टर राधेश्याम ने बताया कि अभी तक रडार में भूकंप जैसी कोई एक्टिविटी डिटेक्ट नहीं हुई है। कुछ समय बाद पता चल सकता है। 

फिलहाल तेज धमाकों को लेकर रहस्य बना हुआ है।

Labels:

पिता का बदला लेने के लिए सरेराह की चाकूबाजी, एक नाबालिग निरुद्ध

बीकानेर बुलेटिन



बीकानेर। जेल वैल पर चाकूबाजी की वारदात को अंजाम देने का मुख्य आरोपी कोटगेट पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। थानाधिकारी गोविंद सिंह चारण मय टीम ने आज सुबह आरोपी को उसके ठिकाने से पकड़ लिया। आरोपी नाबालिग है, उसे निरुद्ध किया गया है। 

चारण के अनुसार कपिल राजपुरोहित व आरोपी के परिवार में पुरानी रंजिश है। 1994 में कपिल राजपुरोहित ने आरोपी के पिता पर चाकू से ताबड़तोड़ वार किए थे। उसी के बाद रंजिश गहरी होती गई। नाबालिग आरोपी ने उसी का बदला लेने के लिए दो दिन पूर्व रात्रि के समय 44 वर्षीय कपिल पर चाकू से ताबड़तोड़ प्रहार किए। हालांकि कपिल की जान बच गई। वह गंभीर घायल हुआ। पुलिस आरोपी से पूछताछ करेगी। वहीं वारदात में शामिल रहे एक अन्य आरोपी की तलाश अभी जारी है।


Labels: ,

गंगाशहर में फायरिंग के आरोप में तीन गिरफ्तार

बीकानेर बुलेटिन




बीकानेर। सोलह दिसम्बर को बीकानेर में फायरिंग करने के बाद फरार हुए चार युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ये चारों युवक फायरिंग के बाद बीकानेर से फरार हो गए। ये चारों जहां भी गए, वहां पुलिस की नजर में थे। पुलिस इनके पीछे-पीछे नहीं भाग रही थी बल्कि साइबर थाने ने इनकी लोकेशन पर हर वक्त नजर रखी। आखिरकार ये थक हार कर बीकानेर आ गए, जहां इन्हें आसानी से दबोच लिया गया।


दरअसल, बीकानेर के गंगाशहर थाना क्षेत्र में रहने वाले इमरान भाटी ने एफआईआर दी थी कि उस पर भवानी सिंह और तीन चार अन्य ने हमला किया। इस दौरान फायरिंग भी की लेकिन इमरान व उसका साथी पवन बाल बाल बच गए। इस हमले के बाद भवानी सिंह बीकानेर से भागकर नागौर पहुंचा, जहां से मेड़ता चला गया। मेड़ता से मुम्बई गया। जहां एक होटल में कुछ दिन ठहरे। मुम्बई से दिल्ली चले गए, यहां भी होटल में ठहरे। तब तक जेब के रुपए खत्म हो गए। पुलिस की कोई खास हरकत इन्हें नजर नहीं आई तो बीकानेर आ गए। इन्हें ये नहीं पता था कि साइबर पुलिस उन पर नजर रखे हुए हैं। पुलिस ने बड़ी होशियारी के साथ भवानी सिंह व उसके दो साथी शक्ति सिंह व करण सिंह के मोबाइल पर नजर रखी। मोबाइल ट्रेकिंग से उन्हें पता रहा कि वो कहां है? कोटगेट पुलिस के सहयोग से इन तीनों को रविवार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और अब सोमवार को अदालत में पेश किया जाएगा।




एक पिस्तौल बरामद

डीएसटी व पुलिस थाना कोटगेट की संयुक्त कार्यवाही से पूर्व में मुल्जिम राजाराम पुत्र रामस्वरूप बिश्नोई उम्र 29 साल निवासी गांव गोडू पुलिस थाना बज्जू को गिरफ्तार कर कब्जा से एक पिस्तौल बरामद की गई। इसी क्रम में पुलिस ने भवानी सोढा, करण सिंह व शक्ति सिंह को पुछताछ के बाद गिरफ्तार किया। करण सिंह और शक्ति सिंह दोनों रामपुरा बस्ती के रहने वाले हैं

Labels: ,

कार ने बाइक को मारी टक्कर, एक की मौत, दो घायल

बीकानेर बुलेटिन




बीकानेर। कुछ देर पहले हुई सड़क दुर्घटना में एक की मौत हो गई। वहीं दो युवकों का पीबीएम के ट्रोमा सेंटर में इलाज चल रहा है। घटना कोलायत के हाडला की बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार तीनों युवक एक मोटरसाइकिल में सवार थे। पीछे से आई कार ने मोटरसाइकिल को टक्कर मारी। तीनों युवकों पीबीएम लाया गया, जहां एक युवक को मृत घोषित कर दिया गया। वहीं विक्रम व विश्वजीत का इलाज जारी है। असहाय सेवा संस्थान के सेवादार भी सेवा में लगे हुए हैं।

Labels: ,