Friday, March 24, 2023

कोरोना के केस में एक बार फिर बढ़ोतरी, गंगाशहर सहित मिले आठ पॉजिटिव

बीकानेर बुलेटिन



कोरोना के मामलों में एक बार फिर बढ़ोतरी होनी शुरू हो गयी है। इसे बढ़ती हुई जांच भी माना जा रह है लेकिन बीकानेर में आज 8 पॉजीटिव मिलने से स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। आज सुदर्शना नगर से 60 वर्षीय पुरूष, चौधरी कॉलोनी निवासी 17 वर्षीय युवक, 22 वर्षीय पुरूष लकी मॉडल स्कूल के पास, रानीबाजार एक नम्बर रोड़ से 20 वर्षीय युवती, इंडियन मिल रोड़ नम्बर 4 से 62 वर्षीय पुरूष, 6 नम्बर रोड से 32 वर्षीय पुरूष और सुदर्शना नगर से 58 वर्षीय महिला पॉजीटिव मिली है।

इस सम्बंध में सीएमएचओ डॉ. अबरार पंवार ने बताया कि बीकानेर में फिलहाल 18 एक्टिव मामले है। जिनमें सामान्य लक्ष्ण होने पर जांच करवायी गयी थी। पंवार ने बताया कि बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए जांच बढ़ाने के निर्देश जारी किए गए है साथ ही बाहर से आने वाले लोगों की भी जांच की जा रही है। पंवार ने कहा आमजन भी कोरोना के नियमों की पालना करे ताकि कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी ना हों।

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राइट टू हेल्थ बिल या राइट टू किल सरकार आमजन के स्वास्थ्य के दायित्व को निभाने में अक्षम

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बीकानेर, 24 मार्च। राजस्थान सरकार की ओर से पारित किए गए राइट टू हेल्थ अधिनियम सरकार का चुनावी वर्ष का जनता को भ्रमित करने का नया शिगूफा और निजी छोटी चिकित्सालयों को बंद करवाना, चिकित्सा सुविधा मे निर्धारित जी.डी.पी. का छह प्रतिशत की जगह एक प्रतिशत खर्च करने के प्रकरण को छुपाना है। राजस्थान सरकार की राज्य की जनता को स्वास्थ्य का अधिकार देने की अक्षमता है।
यह बात शुक्रवार को सार्दुल गंज के आयुष्मान हार्ट केयर सेंटर में राजस्थान सरकार की ओर से पारित राइट टू हेल्थ बिल के विरोध में अखिल राजस्थान प्राइवेट चिकित्सक संघर्ष समिति की बीकानेर इकाई की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी गई। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, बीकानेर इकाई सचिव डाॅ.विकास पारीक, अखिल राजस्थान प्राइवेट चिकित्सक संघर्ष समिति की बीकानेर इकाई अध्यक्ष डाॅ.दीप्ति वाहल, सचिव शैफाली दाधीच, डाॅ. बी.एल.स्वामी व डाॅ.गौरव गोम्बर और डाॅ.अरुण तोणगरिया ने संवाददाताओं के सवालों के जवाब दिए। डाॅ. विकास पारीक ने संवाददाता  में बताया कि सरकार ने अपनी नाकामी को छुपाने के लिए निजी चिकित्सा क्षेत्र के कंधे पर बंदूक रखकर इस बिल को बनाया है जिससे सरकार इस प्रकार से प्रदर्शित करना चाहती है कि चिकित्सक जनता के शत्रु है और प्राइवेट अस्पताल इस बिल को रोकना चाहती है जबकि इस बिल के अंदर इतनी विसंगतियां है कि इस बिल से निजी अस्पतालों के साथ-साथ आम जनता का भी बहुत बड़ा नुकसान है। अभी तक इस बिल कानून नहीं बना है फिर भी सरकार ने विज्ञापन शुरू कर दिया है, जिससे भ्रमित होकर आम जनता को यह लग रहा है कि सरकार ने उन्हें बहुत बड़ा तोहफा दिया है, जबकि यह सरासर झूठ है। हमारा सरकार का सवाल है कि जब इस बिल के अंदर काम करने वाले लोग चिकित्सक है उनको विश्वास में लिए बिना कैसे इस बिल का लागू करने का प्रयास किया जा रहा है और चिकित्सकों की भावनाओं का निरादर करते हुए उनसे एक बार भी वार्ता की कोशिश नहीं की जा रही है अपितु उन्हें अलग-अलग संस्थाओं की तरफ से धमकाया जा रहा है। कोई भी चिकित्सक गन पोईन्ट पर रहकर चिकित्सा सेवा नहीं कर सकता । चिकित्सकों चलाएं जा रहे शांतिपूर्ण तरीके से चलाए जा रहे आंदोलन को दमनात्मक तरीके से लाठीचार्ज करना शर्मनाक है। सभी चिकित्सक लाठी चार्ज की निंदा करते है साथ ही कोटा में शांतिपूर्वक सुन्दरकांड पाठ करने वाले चिकित्सक को घसीट कर पुलिस द्वारा आधिरात को जबरदस्ती ले जाना अत्यंत निंदनीय व भत्र्सना योग्य है। चिकित्सकों ने महिला आयोग से अपील कि इस घटना का संज्ञान लेकर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही करें।

संवाददाता सम्मेलन में बताया गया कि सरकार द्वारा चिकित्सकों को बार-बार यह ज्ञान दिया जा रहा है कि चिकित्सा सेवा कार्य है, लेकिन सरकार से यह कोई क्यों नहीं पूछता कि राज्य की जनता के उत्तम स्वास्थ्य का दायित्व सरकार का है,ना कि निजी चिकित्सा संस्थाओं का । निजी चिकित्सक यह बात इसलिए कहना चाहते है क्योंकि सरकार ने आज तक निजी चिकित्सा संस्थानों से  वाणिज्यिक दर पर बिजली, पानी, फायर सुविधा से ले रही वहीं कई.अस्पतालों में जी.एस.टी. भी वसूल रही है। निजी चिकित्सकों को सरकार सेवाभावी नहीं मानते हुए व्यवसाय मानकर उसका शोषण कर रही है।

संवाददाता सम्मेलन में बताया गया कि भारत सरकार की आयुष्मान योजना को राजस्थान सरकार ने चिरंजीवी योजना का नाम दिया है । केन्द्र सरकार व राज्य सरकार ने एक बीमा एजेन्सी से टाई अप कर राज्य सरकार चिरंजीवी योजना के माध्यम से करोड़ों रुपए का राजस्व सरकारी अस्पतालों से वसूल कर रही है तथा केन्द्र सरकार को अंगूठा दिखा रहे है। शिक्षा-चिकित्सा में सरकार अपने दायित्व के अनुसार जनता के लिए व्यय नहीं कर जनता को गुमराज किया जा रहा है । संवाददाता सम्मेलन में बताया गया कि सरकार ने चिरंजीवी योजना, भामाशाह योजना व आर.जी.एच. के बकाया करोड़ों रुपए की राशि का भुगतान निजी अस्पतालों को पिछले पांच-छःह वर्षों से नहीं कर रही है।

संवाददाता सम्मेलन में बताया कि राइट टू हैल्थ बिल में केवल दुर्घटना व प्रसव के समय अमरजेन्सी सुविधा देने की के बारे में विवरण दिया गया है, दूसरी चिकित्सा सुविधाओं के बारे में समस्त अधिकार राज्य प्राधिकरण के पास रखे है, जिनके बारे में किसी भी का कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया है। जबकि विज्ञापित किया जा रहा है कि सभी चिकित्सा सुविधा निजी अस्पतालों में इस बिल के बाद निःशुल्क सुलभ करवाई जाएगी। मानवीय आधार पर हर चिकित्सक दुर्घटनाग्रस्त को मदद करने के लिए हमेशा तत्पर रहता है, चिकित्सकों ने हर प्रयास से दुर्घटनाग्रस्त को बचाने का प्रयास किया है।

संवाददाता सम्मेलन में बताया गया कि पी.बी.एम.अस्पताल सहित राजस्थान की सरकारी अस्पतालों निःशुल्क इलाज का बहाना बनाकर  सरकार करोड़ों का राजस्व, चिरंजीवी योजना, आर.जी.एच.एस. के माध्यम से  वसूल रही है। यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक हमारी मांगें नहीं मानने और इस काले कानून को वापस नहीं ले लें। इस आंदोलन में विभिन्न संस्थाओं रेजीडेंट डाक्टर एसोसिएशन, सेवारत चिकित्सा संघ, मेडिकल काॅलेज टीचर एसोसिएशन, पैरा मेडिकल एसोसिएशन, लैब एसोसिएशन, केमिस्ट एसोसिएशन और कई सामाजिक एवं स्वयं सेवी संस्थाओं का सहयोग मिल रहा है।

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ईसर बना दूल्हा, गवर दुल्हन, गूंजे गीत, हुई विवाह की रस्में, रौनक से सराबोर रहे पार्क

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बीकानेर। धुलंडी के साथ शुरू हुए सोलह दिवसीय गणगौर महोत्सव की शुक्रवार को बीकाणा में धमचक रही। चहुंओर सजी-धजी महिलाओं, युवतियों, किशोरियों व बच्चों का रैला नजर आया। आसपास के पार्क रौनक से सराबोर रहे।

दरअसल, धुलंडी के साथ शुरू हुआ सोलह दिवसीय गणगौर महोत्सव में आज तीज के मौके पर घरों में गेहूं व बाजारी के आटे के बूर के साथ बने ढोकलों के चूरमे का परम्परागत रूप से गवरजा को भोग लगाया। इसी के साथ सामूहिक रूप से गवरजा का पूजन-अर्चन भी धूमधाम से किया गया। इस मौके पर घरों में गवरजा व ईशर का विशेष रूप से श्रृंगार भी किया गया।

गणगौर पूजन करतीं हुई कन्याओं ने आज लास्ट दिन गणगौर माता को इस प्रकार विदाई सुथारो कि बड़ी ग्वाड़ बीकानेर में देखने को मिली अर्पिता, चिचू, आरती, पिंकी,चंचल, माधुरी व सभी सहेलियां ग्रुप ने मिलकर पुजा अर्चना की।



दूसरी ओर तीज के मौके पर पिछले लम्बे अर्से से गणगौर का पूजन करती चली आ रही महिलाओं ने परम्परागत रूप से तीज के व्रत व गणगौर पूजन का उद्यापन किया। इस मौके पर अपने घरों से सामूहिक रूप से ढोल-नगाड़ों के साथ नाचते गाते हुए महिलाएं अपने आसपास के पार्क पहुंची। जहां जमकर महिलाओं व युवतियों ने ढोल नगाड़ों पर घूमर किया। पार्क से परम्परागत रूप से कलश सजाकर वापस महिलाएं अपने-अपने घर पहुंची। जहां उद्यापन करने वाली महिलाओं के साथ युवतियों ने धूमधाम के साथ गणगौर का पूजन किया। इस मौके पर सोलह सुहागिनों को भोजन करवाकर उन्हें दक्षिणा दी गई। 

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राहुल गांधी की संसद सदस्यता खारिज, अब नहीं लड़ सकेंगे 6 साल तक चुनाव, 12 तुग़लक़ लेन बंगला भी होगा ख़ाली

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कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को बड़ा झटका लगा है। उनकी संसद सदस्यता रद्द कर दी गई है‌। वह केरल के वायनाड से सांसद हैं। एक दिन पहले गुजरात में सूरत कोर्ट ने राहुल गांधी के बयान को लेकर 2 साल की सजा सुनाई थी, साथ ही ऊपरी अदालत में चुनौती के लिए 30 दिनों की मोहलत भी दी थी। लेकिन मिडिया सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार अभी अभी राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द कर दी गई है।


अब जानिए राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता क्यों गई
2019 लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक के कोलार में एक रैली के दौरान राहुल गांधी ने कहा था, ‘चोरों का सरनेम मोदी है। सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है, चाहे वह ललित मोदी हो या नीरव मोदी हो चाहे नरेंद्र मोदी।’

इसके बाद सूरत पश्चिम के बीजेपी विधायक पूर्णेश मोदी ने राहुल के खिलाफ मानहानि का केस किया था। उनका कहना था कि राहुल गांधी ने हमारे पूरे समाज को चोर कहा है और यह हमारे समाज की मानहानि है। इस केस की सुनवाई के दौरान राहुल गांधी तीन बार कोर्ट में पेश हुए थे। आखिरी बार अक्टूबर 2021 की पेशी के दौरान उन्होंने खुद को निर्दोष बताया था।

उनके वकील के मुताबिक, 'राहुल ने कहा कि बयान देते वक्त मेरी मंशा गलत नहीं थी। मैंने तो भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई थी।'

इसी मामले में राहुल गांधी को सूरत कोर्ट ने गुरुवार को दोषी करार दिया। कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा और 15 हजार का जुर्माना भी लगाया। इसके कुछ देर बाद उसी कोर्ट ने उन्हें 30 दिन के लिए जमानत भी दे दी। मानहानि के मामले में 2 साल की जेल अधिकतम सजा है। यानी इससे ज्यादा इस मामले में सजा नहीं दी जा सकती है।

राहुल गांधी के वकील बाबू मांगूकिया ने बताया कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एचएच वर्मा की कोर्ट ने राहुल गांधी को IPC की धारा 499 और 500 के तहत दोषी ठहराया था। साथ ही उन्हें जमानत दे दी और 30 दिनों के लिए सजा को निलंबित कर दिया, ताकि उन्हें हाई कोर्ट में अपील करने का मौका मिल सके।



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कोलकाता में श्री महर्षि गौतम जयन्ती महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया

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बंगीय गुर्जरगौड़ समाज कोलकाता  के आराध्य अक्षपाद न्याय शास्र  प्रणेता महर्षि गौतम जयन्ती महोत्सव बङी घुमघाम से मनाया गया सचिव  राजकुमार उपाध्याय ने बताया कि गौतम जयन्ती के शुभ अवसर पर विशाल प्रभात फेरी शोभा यात्रा समाज के गणमान्य सदस्यो के द्वारा श्री गौतम मन्दिर से बङाबजार के विभिन्न अचंलो से गुजरती हुई अहिल्या आंगन भवन मालापाड़ा मे यात्रा समापन हूई एवं विशेष बीकानेर समाज गौतम सेवा ट्रस्ट के कैलेण्डर की प्रति का लोकार्पण कोलकाता मे किया गया और समाज के सदस्यों को वितरण किया गया समाज के  सैकङो संखया मे भक्त नाचते गाते हुए मीठे मीठे सुरीले भजनो की अमृत वर्षा की गई एवं गौतम जी के रथ पर पुष्प वर्षा विभिन्न जगहो पर समाज के बनघूओ द्वारा कि गई और जगह जगह पानी, जुस, ठंडाई की सेवा दी गई ।

 अध्यक्ष आसकरण बच्छ ने सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया एवं सयोजको के अथक प्रयास से सफल आयोजन के लिए सराहना की गौतम सेवा संस्थान के चेयरमैन रामअवतार शर्मा ने विशेष संस्था  पूर्व अध्यक्ष राधेश्याम सुरावत ,अध्यक्ष आसकरण बच्चछ, रमेश जाजङा की पानी जुस ठंडाई की उत्तम सेवा के लिए भरपूर प्रशंसा की एवं समाज के गणमान्य सदस्यो की विशेष उपस्थिति रही गणेश जोशी (इशरू),भंवर लाल बचछ,ओम प्रकाश उपाध्याय,  बृज मोहन जाजङा, राधेश्याम पंचारिया,वासुदेव सांखी,  गोरधन सुरावत, भवानी शंकर उपाध्याय चंपा लाल पंचारिया , हंस राज उपाध्याय श्याम पहिवाल, , मदन उपाध्याय, रेवंत पंचारिया, प्रेम जोशी, अनशुमान जोशी, दिपक जोशी, महावीर पंचारिया,भगवान सुरावत, पवन जोशी, शिव जाजड़ा, दिनेश उपाध्याय, हङमान बच्चछ, श्रवण उपाध्याय आदि



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ट्रैन की चपेट में आया युवक, मौत

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बीकानेर। बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ थाना क्षेत्र में बीती रात ट्रैन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। मिली जानकारी के मुताबिक यह युवक अपने खेत से घर लौट रहा था। इसी दौरान हादसे का शिकार हो गया। मृतक शंकर मेघवाल है। जो कि बीती रात खेत में काम करने के बाद रात को घर लौट रहा था। रास्ते में ट्रेन की पटरियां पार करते हुए पत्थर से ठोकर लगी और वह पटरियों पर गिर गया। वह वापस संभाल पाता उस से पहले ही वहां ट्रेन आ गई और मौके पर ही ट्रेन से कट कर उसकी मौत हो गई। मृतक के भाई सहीराम ने मर्ग दर्ज करवाई है।

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पिस्तौल छीन कर बदमाश ने पुलिस पर गोली चलाने का किया प्रयास, जवाबी कार्रवाई में बदमाश के पैर में लगी गोली

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बीकानेर पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ अब सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है। गुरुवार देर रात पुलिस ने एक बदमाश को पकड़ा। वो भागने लगा तो गोली मार दी। जिसे बाद में घायल अवस्था में पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर पहुंचाया गया। सात हजार का इनामी बदमाश दीपू उर्फ दीपेंद्र की स्थिति अभी गंभीर बनी हुई है।

दरअसल, बीकानेर पुलिस पिछले कई दिनों से हार्डकोर अपराधियों को दबोचने में लगी है। इसी कड़ी में सात हजार रुपए के इनामी बदमाश दीपू उर्फ दीपेंद्र को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस पहुंची। उसे पकड़कर पुलिस ला रही थी कि रास्ते में उसने पुलिस उप निरीक्षक व कोतवाली थानाधिकारी संजय सिंह की रिवाल्वर छीनकर भागने का प्रयास किया। इस दौरान एक गोली उसके पैर में लगी। जिससे वो घायल हो गया। रात करीब तीन बजे उसे पीबीएम अस्पताल के ट्रोमा सेंटर पहुंचाया गया। जहां उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।


दीपू उर्फ दीपेंद्र पर इस समय विभिन्न थानों में पंद्रह से अधिक मामले दर्ज है। वो जयनारायण व्यास कॉलोनी पुलिस थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उस पर लूट, मारपीट सहित अनेक मामले दर्ज है। पुलिस को सभी मामलों में उसकी लंबे समय से तलाश थी। मुखबीर की सूचना पर उसे गुरुवार रात दबोचा गया।

इस मामले में पुलिस का कहना है कि उसने आत्मरक्षा में गोली चलाई थी। संजय सिंह की रिवाल्वर छीनने का प्रयास किया। अगर वो सफल हो जाता तो पुलिस पर फायरिंग भी कर सकता था। हालांकि फायरिंग मामले में अब पुलिस को अलग से रिपोर्ट देनी होगी।

हार्डकोर अपराधियों को पकड़ने के लिए आईजी दिनेश एमएन ने सख्त निर्देश दिए थे। इसी के तहत बीकानेर में पिछले दिनों एक ही दिन में पांच सौ पुलिस कर्मियों ने नब्बे से ज्यादा स्थानों पर रेड की थी। जिसमें स्वयं पुलिस अधीक्षक भी शामिल रही। इस बार आईजी भी पूरी कार्रवाई पर नजर बनाए रखे हुए हैं। इस कार्रवाई में दीपू उर्फ दीपेंद्र का पता लगाने में साइबर एक्सपर्ट हेड कांस्टेबल दीपक यादव की खास भूमिका रही।

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