Friday, March 24, 2023

राहुल गांधी की संसद सदस्यता खारिज, अब नहीं लड़ सकेंगे 6 साल तक चुनाव, 12 तुग़लक़ लेन बंगला भी होगा ख़ाली

बीकानेर बुलेटिन




कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को बड़ा झटका लगा है। उनकी संसद सदस्यता रद्द कर दी गई है‌। वह केरल के वायनाड से सांसद हैं। एक दिन पहले गुजरात में सूरत कोर्ट ने राहुल गांधी के बयान को लेकर 2 साल की सजा सुनाई थी, साथ ही ऊपरी अदालत में चुनौती के लिए 30 दिनों की मोहलत भी दी थी। लेकिन मिडिया सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार अभी अभी राहुल गांधी की संसद सदस्यता रद्द कर दी गई है।


अब जानिए राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता क्यों गई
2019 लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक के कोलार में एक रैली के दौरान राहुल गांधी ने कहा था, ‘चोरों का सरनेम मोदी है। सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है, चाहे वह ललित मोदी हो या नीरव मोदी हो चाहे नरेंद्र मोदी।’

इसके बाद सूरत पश्चिम के बीजेपी विधायक पूर्णेश मोदी ने राहुल के खिलाफ मानहानि का केस किया था। उनका कहना था कि राहुल गांधी ने हमारे पूरे समाज को चोर कहा है और यह हमारे समाज की मानहानि है। इस केस की सुनवाई के दौरान राहुल गांधी तीन बार कोर्ट में पेश हुए थे। आखिरी बार अक्टूबर 2021 की पेशी के दौरान उन्होंने खुद को निर्दोष बताया था।

उनके वकील के मुताबिक, 'राहुल ने कहा कि बयान देते वक्त मेरी मंशा गलत नहीं थी। मैंने तो भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई थी।'

इसी मामले में राहुल गांधी को सूरत कोर्ट ने गुरुवार को दोषी करार दिया। कोर्ट ने उन्हें 2 साल की सजा और 15 हजार का जुर्माना भी लगाया। इसके कुछ देर बाद उसी कोर्ट ने उन्हें 30 दिन के लिए जमानत भी दे दी। मानहानि के मामले में 2 साल की जेल अधिकतम सजा है। यानी इससे ज्यादा इस मामले में सजा नहीं दी जा सकती है।

राहुल गांधी के वकील बाबू मांगूकिया ने बताया कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एचएच वर्मा की कोर्ट ने राहुल गांधी को IPC की धारा 499 और 500 के तहत दोषी ठहराया था। साथ ही उन्हें जमानत दे दी और 30 दिनों के लिए सजा को निलंबित कर दिया, ताकि उन्हें हाई कोर्ट में अपील करने का मौका मिल सके।



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Thursday, January 12, 2023

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां पहुंचे बीकानेर

बीकानेर बुलेटिन




बीकानेर। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और प्रदेश मंत्री और पूर्व युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष अशोक सैनी का बीकानेर आगमन पर सर्किट हाउस में पार्टी पदाधिकारियों ने किया स्वागत करने वालों में मुख्य रूप से संभाग प्रभारी माधो चौधरी, बीकानेर जिला प्रभारी ओम प्रकाश सारस्वत, भाजपा जिलाध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह देहात जिला अध्यक्ष ताराचंद सारस्वत, महामंत्री अनिल शुक्ला, महामंत्री मोहन सुराणा, जिला उपाध्यक्ष एडवोकेट अशोक प्रजापत, जिला मंत्री अरुण जैन, पूर्व यूआईटी चेयरमैन महावीर रांका, सुरेंद्र सिंह शेखावत, गुमान सिंह राजपुरोहित देहात महामंत्री कुंभ नाथ सिद्ध, किसना राम गोदारा रहे शामिल। सतीश पूनिया ने जिला उपाध्यक्ष अशोक प्रजापत को माला पहनाई, भगवान सिंह मेड़तिया, गोकुल जोशी ऋषि मोहन जोशी भी रहे उपस्थित।

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Tuesday, June 15, 2021

राजस्थान में गहराते राजनीतिक संकट के बीच एक बड़ा फैसला

बीकानेर बुलेटिन




जयपुर. राजस्थान में गहराते राजनीतिक संकट के बीच एक बड़ा फैसला लिया गया है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से कोई भी रूबरू नहीं हो सकेगा. अगले दो माह तक सीएम अशोक गहलोत व्यक्तिगत नहीं मिलेंगे. सीएम ऑफिस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दो महीने न किसी से मिलेंगे और न घर से बाहर निकलेंगे. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही करेंगे मीटिंग और वार्तालाप करेंगे. सीएम गहलोत ने यह फैसला पोस्ट-कोविड के कारण डॉक्टर की सलाह पर लिया है. डॉक्टर्स ने कहा है कि अभी एक-दो महीने और वीसी से ही मीटिंग करें. विभागों की बैठकें और रिव्यू मीटिंग्स भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की जा रही हैं. कोरोना को लेकर एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी रूप से मीटिंग्स की गई हैं. लगभग 15-16 माह में करीब 355 वीसी की जा चुकी हैं, जिनसे कई बार गांव तक के प्रतिनिधि-वार्ड पंच, सरपंच भी जुड़ते हैं.
इसी बीच, राजस्थान में गहलोत-पायलट की कलह के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की परेशानी अपने ही कुनबे से बढ़ती जा रही है. गहलोत खेमे की विधायक इंदिरा मीणा ने आज पाला बदल कर पायलट का समर्थन किया.  इंदिरा मीणा ने कहा कि पार्टी नेतृत्व को पायलट की मांगें माननी चाहिए औऱ मंत्रीमंडल विस्तार होना चाहिए. इतना ही नहीं इंदिरा मीणा ने विधायकों की फोन टेपिंग औऱ उन पर दबाब के मसले पर कहा कि विधायकों में ये डर और अनिश्चितता खत्म होनी चाहिए लेकिन कहा मेरा फोन टेप नहीं हुआ. बहुजन समाज पार्टी से कांग्रेस में शामिल होने वाले छह विधायको ने आज अपनी अलग बैठक कर मौजूदा हालात में आगे की ऱणनिति पर चर्चा. बीएसपी विधायकों ने भी मंत्रीमंडल विस्तार की मांग की.

BSP से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों ने बढ़ाई गहलोत की टेंशन
बहुजन समाज पार्टी से कांग्रेस में शामिल हुए छह विधायकों ने भी गहलोत की परेशानी बढ़ा दी. इन विधायकों ने जयपुर में एक विधायक के आवास पर अलग से बैठक की. कांग्रेस में शामिल होने के डेढ़ साल बाद ही मंत्री नहीं बनाए जाने से खफा है. एक विधायक लाखन सिंह ने कहा कि मंत्रीमंडल का विस्तार होना चाहिए. वहीं दूसरे विधायक संदीप यादव ने कहा कि हमारे कांग्रेस में शामिल होने से ही गहलोत सरकार में स्थरिता आई. अब गहलोत हमारा मान-सम्मान तय करें.

सूत्रों के मुताबिक पायलट खेमे औ खुद के गुट के विधायकों की भी नाराजगी के बाद गहलोत ने मंत्रीमंडल विस्तार औऱ राजनीतिक नियुक्तियों पर काम करना शुरू कर दिया है. गहलोत एक खाका तैयार पर पार्टी हाईकमान से बात कर सकते हैं लेकिन तत्काल के बजाय अगले महीने करना चाहते हैं.
मंत्रीमडंल में नौ सीट खाली हैं. कुछ मंत्रियों को हटा सकते हैं जिससे ज्यादा विधायकों को मौका दे सके. इसी तरह करीब 40 सीटें निगम बोर्डो में हैं जहां विधायकों को मौका दिया जा सकता है लेकिन गहलोत एक साथ के बजाय किश्तों में नियुक्ति करना चाहते हैं.

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Sunday, April 18, 2021

कोरोना के चलते राहुल गांधी ने रद्द की बंगाल में अपनी सभी चुनावी रैलियां

बीकानेर बुलेटिन





देश में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बड़ा फैसला किया है। पश्चिम बंगाल में बचे हुए बाकी चरणों के चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक भी चुनावी रैलियां नहीं करेंगे। कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए राहुल गांधी ने पश्चिम बंगाल में होने वाली अपनी सभी रैलियों को रद्द कर दिया है। साथ ही उन्होंने सभी राजनीतिक दलों से इस पर विचार करने की सलाह दी है। इस बात की जानकारी उन्होंने ट्वीट कर दी है। 

राहुल गांधी ने पहले अंग्रेजी में ट्वीट करते हुए कहा, ‘कोविड की स्थिति को देखते हुए मैं पश्चिम बंगाल में अपनी सभी सार्वजनिक रैलियों को स्थगित कर रहा हूं। मैं सभी राजनीतिक नेताओं को सलाह दूंगा कि मौजूदा परिस्थितियों में बड़ी सार्वजनिक रैलियों के आयोजन के परिणामों पर गहराई से विचार करें।' वहीं उन्होंने हिन्दी में ट्वीट करते हुए लिखा- कोविड संकट को देखते हुए, मैंने पश्चिम बंगाल की अपनी सभी रैलियां रद्द करने का निर्णय लिया है। राजनैतिक दलों को सोचना चाहिए कि ऐसे समय में इन रैलियों से जनता व देश को कितना ख़तरा है।'


पश्चिम बंगाल विधानसभा का कार्यकाल 30 मई को समाप्त हो रहा है। 17वें विधानसभा चुनाव के लिए  7,34,07,832 वोटर्स उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला 27 मार्च से जारी है। पश्चिम बंगाल में कुल आठ चरणों में चुनाव होंगे। अब तक पांच चरणों के लिए वोटिंग हो चुकी है और छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को, सातवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को और आठवें और अंतिम चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। वहीं, पांच राज्यों में एक साथ 2 मई को नतीजे घोषित किए जाएंगे।

राहुल गांधी ने रविवार को ही एक ट्वीट के जरिए पीएम मोदी पर निशाना साधा, जिसमें बंगाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि उनकी रैली में इतनी भीड़ है कि जहां तक उनकी नजर जा रही है, लोग ही लोग दिख रहे हैं। पीएम मोदी के भाषण का यह वीडियो भी सोशल मीडिया पर काफी वायरल है और इसी संदर्भ में राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा- बीमारों और मृतकों की भी इतनी भीड़ पहली बार देखी है।'




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Friday, February 12, 2021

राहुल गाँधी ने पीलीबंगा में किसान महापंचायत की,मंच पर सोफे-कुर्सियों की जगह लगवाई खाट, किसान सभा में अचानक टूटी खाट

बीकानेर बुलेटिन



 राजस्थान के दो दिन के दौरे पर पहुंचे राहुल ने शुक्रवार को पीलीबंगा में किसान महापंचायत की। मंच पर सोफे-कुर्सियों की जगह खाट लगवाई। जब भाषण शुरू किया तो उन्होंने कृषि कानूनों से जुड़ी ज्यादातर वही बातें कहीं, जो एक दिन पहले लोकसभा में कही थीं। राहुल गांधी के संबोधन के लिए बने मंच पर खाट रखे गए थे. वहीं, मंच पर जिस खाट पर सचिन पायलट बैठे थे, वह अचानक टूट गई. कुछ नए आरोप भी लगाए। उन्होंने कहा कि अगर तीन कृषि कानून लागू हुए तो देश के 40% लोग बेरोजगार हो जाएंगे।

23 मिनट के भाषण में राहुल ने 7 बार किसानों के साथ-साथ मजदूरों, छोटे दुकानदारों का भी नाम लिया। 12 बार प्रधानमंत्री मोदी का जिक्र किया। पढ़ें, उनके भाषण की बातें...

कृषि पूरी दुनिया का सबसे बड़ा बिजनेस
‘‘कल मैंने पार्लियामेंट में किसानों के मुद्दे पर भाषण दिया था। नरेंद्र मोदी के लाए तीन कानूनों के लक्ष्य और इसके पीछे की सोच मैंने समझाई। आज भी मैं आपको इन तीन कानूनों के लक्ष्य और सोच के बारे में समझाना चाहता हूं। सच्चाई ये है कि कृषि सिर्फ हिंदुस्तान का ही नहीं, दुनिया का सबसे बड़ा बिजनेस है। आज इस बिजनेस को कोई एक व्यक्ति नहीं चलाता। हिंदुस्तान की 40% जनता इस बिजनेस की भागीदार है। करोड़ों लोग इस धंधे को हिंदुस्तान के लिए चलाते हैं। इनमें किसान, मजदूर, छोटे दुकानदार, व्यापारी, आढ़तिए शामिल हैं।’’

कांग्रेस अमूल लेकर आई, यह लाखों किसानों की कंपनी है
‘‘कांग्रेस पार्टी की कोशिश रही है कि इस धंधे को किसी एक व्यक्ति के हाथ में न जाने दें। आजादी के दिन से आज तक ये हमारा लक्ष्य रहा है कि ये जो धंधा है, ये हिंदुस्तान के 40% लोगों का धंधा ही रहे। उदाहरण आपको दिखते हैं। अमूल कंपनी है। कांग्रेस पार्टी लाई थी। लाखों किसानों की कंपनी है। पूरे देश में दूध डिलीवर करती है।’’

पहला कानून मंडी खत्म करेगा, दूसरा जमाखोरी बढ़ाएगा और तीसरा इंसाफ नहीं लेने देगा
‘‘अब बात करते हैं तीन कानूनों की। ये क्या हैं? ये आपको मीडिया में सुनाई नहीं देगा, क्योंकि जो लोग किसानों, मजदूरों, छोटे व्यापारियों से उनका धंधा छीनना चाहते हैं, मीडिया उन्हीं का है।’’

‘‘पहला कानून कहता है कि कोई भी बड़ा बिजनेस देश में कहीं भी किसी भी किसान से अनलिमिटेड अनाज खरीद सकता है। अगर एक व्यक्ति पूरे देश का अनाज, सब्जी खरीदना चाहे तो खरीद सकता है। मुझे बताइए कि अगर ऐसा है तो मंडी की क्या जरूरत? पहला कानून मंडी को खत्म करने का कानून है।’’

‘‘दूसरा कानून कहता है कि कोई भी उद्योगपति कितनी भी सब्जी, कितना भी अनाज, कितना भी फल कितनी भी देर के लिए स्टोर कर सकता है। आज अनाज मंडी में बिकता है। जैसे ही यह दूसरा कानून लागू होगा, हिंदुस्तान में अनलिमिटेड, बेलगाम जमाखोरी चालू हो जाएगी। हिंदुस्तान के सबसे अमीर अरबपति लोग यह करेंगे। तब क्या होगा? किसान माल बेचने जाएगा। उसके सामने छोटा व्यापारी नहीं होगा, मंडी नहीं होगा। हिंदुस्तान के सबसे अमीर उद्योगपति उसके सामने खड़े होंगे।’’

‘‘तीसरा कानून कहता है कि जब हिंदुस्तान का किसान उस उद्योगपति के सामने खड़ा होगा, जब वह अपनी उपज के लिए दाम मांगेगा तो वह अदालत में नहीं जा सकेगा। इस तरह पहला कानून मंडी को मारने का, दूसरा कानून एसेंशियल कमोडिटीज एक्ट को खत्म करने और जमाखोरी चालू करने का और तीसरा कानून न्याय से दूर रखने का है।’’

हिंदुस्तान के 40% लोग बेरोजगार हो जाएंगे
‘‘एक बात समझिए कि ये सिर्फ किसानों पर आक्रमण नहीं है। ये हिंदुस्तान की 40% जनता पर आक्रमण है। किसान सबसे जागरुक है, उसे यह बात पहले समझ आ गई। किसान ने अंधेरे में टॉर्च लगा रखी है, उसे भविष्य दिख रहा है। अगर ये तीन कानून लागू हो गए, किसान तो गया। उसकी जमीन गई। उसके साथ-साथ छोटा दुकानदार भी गया। व्यापारी-मजदूर भी गया। हिंदुस्तान के 40% लोग बेरोजगार हो जाएंगे। मोदी जी कहते हैं कि ये हमने किसानों के लिए किया। अगर ये किसानों के लिए है तो पूरे देश का किसान दुखी क्यों है। दिल्ली की बॉर्डर पर लाखों किसान क्यों खड़े हैं? 200 किसान शहीद क्यों हुए?’’

‘‘ये सब 4 लोगों के लिए हो रहा है। ये जो 40% लोगों का धंधा है, इसमें किसान, मजदूर, छोटे दुकानदार, मंडी में काम करने वाले शामिल हैं। पहला आक्रमण इन पर नोटबंदी के वक्त हुआ था। गरीबों के घर से पैसा निकाला। मैंने उस समय कहा था कि ये कालेधन के खिलाफ लड़ाई नहीं है। हिंदुस्तान की रीढ़ की हड्‌डी को तोड़ा जा रहा है। GST ने भी छोटे दुकानदारों को खत्म कर दिया। नरेंद्र मोदी जी अपने मित्रों के लिए रास्ता साफ करना चाहते हैं। आज तक छोटे दुकानदारों को GST आज तक नहीं समझ आया।’’

‘‘फिर कोरोना आता है। नरेंद्र मोदी बिना कोई इशारे के लॉकडाउन लगा देते हैं। हिंदुस्तान के मजदूर घर की ओर जाते हैं। नरेंद्र मोदी ने बिना कोई इशारे लॉकडाउन लगा दिया। वे हाथ जोड़कर बस-रेल का टिकट मांगते हैं। प्रधानमंत्री कहते हैं कि मैं नहीं देने वाला। वे भूखे मर गए। फिर उसी समय 1.50 लाख करोड़ रुपए का कर्जा माफ कर दिया गया। इस देश में रोजगार कौन देता है? दो-तीन उद्योगपति नहीं देते, किसान, छोटा दुकानदार, व्यापारी देता है। उन्हें आपने जान से मार दिया।’’

मोदी पता नहीं क्या-क्या बोलते हैं
‘‘बेरोजगारी फैलती जा रही है। नरेंद्र मोदी हर रोज कोई न कोई नया बहाना बनाते हैं। पता नहीं क्या-क्या बोलते हैं। आपने संसद में प्रधानमंत्री का चेहरा देखा होगा। कहते हैं कि हम किसानों से बात करना चाहते हैं। बात किस बात की? इस कानून को आप खत्म कीजिए, किसान आपसे बात करने को तैयार है। हम किसान, मजदूर, छोटे व्यापारियों के साथ खड़े होकर इस कानून को लागू नहीं होने देंगे। रद्द करके ही दम लेंगे।’’

मोदी जी ने हिंदुस्तान की पवित्र जमीन चीन को दे दी
‘‘चीन हिंदुस्तान की जमीन पर आया। हजारों किलोमीटर जमीन चीन की सेना ने हिंदुस्तान से छीन ली। हमारे जवानों को शहीद किया और कल लोकसभा-राज्यसभा में रक्षा मंत्री कहते हैं कि समझौता हो गया। समझौता किस बात का? मोदी जी की सरकार ने हिंदुस्तान की पवित्र जमीन चीन को पकड़ा दी। पैंगॉन्ग लेक में हिंदुस्तान का पोस्ट फिंगर-4 पर होता था। चीन ने अपनी सेना को अंदर डाला। समझौते में कहा गया है कि हम अब फिंगर-3 पर अपना पोस्ट लगाएंगे। फिंगर-3 और फिंगर-4 के बीच की हिंदुस्तान की पवित्र जमीन मोदी जी ने चीन को दे दी है।’’

‘‘वे चीन के सामने नहीं खड़े हो पाएंगे, किसानों को धमकी देंगे। वे किसानों को मारेंगे, पीटेंगे, दीवार बनाएंगे। ये नरेंद्र मोदी जी की सच्चाई है। बस एक गलतफहमी है नरेंद्र मोदी को। वे हिंदुस्तान के किसानों, मजदूरों की शक्ति नहीं जानते। समझ ही नहीं है उन्हें। किसान, मजदूर, छोटे व्यापारी अब उन्हें अपनी शक्ति दिखाने जा रहा है।’’

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