Tuesday, September 6, 2022

Chiranjeevi Jeevan Raksha Yojana: मुख्यमंत्री गहलोत ने लॉन्च की योजना, मिलेगी पीड़ित को तुरंत राहत

बीकानेर बुलेटिन



Jaipur: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता और संवेदनशीलता के साथ प्रदेशवासियों को बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा देने की दिशा में कार्य कर रही है और इसी का परिणाम है कि आज राजस्थान चिकित्सा और स्वास्थ्य सेवाओं में मॉडल स्टेट बनकर उभर रहा है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री निःशुल्क निरोगी राजस्थान योजना और मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना जैसी महत्वाकांक्षी योजनाएं प्रारम्भ की हैं.

इसी क्रम में गहलोत ने सड़क दुर्घटना पीडितों की जीवन रक्षा के लिए मुख्यमंत्री चिरंजीवी जीवन रक्षा योजना की शुरूआत की. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि इन सभी योजनाओं का धरातल पर प्रभावी क्रियान्वयन हो. योजनाओं के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए ताकि जानकारी के अभाव में कोई इनके लाभ से वंचित न रहे. साथ ही, प्रभावी क्रियान्वयन के लिए योजनाओं की नियमित मॉनिटरिंग और समय-समय पर जनता का फीडबैक लिया जाना चाहिए.

योजना के अंतर्गत सड़क दुर्घटना में देश के किसी भी राज्य का निवासी घायल व्यक्ति बिना किसी एफआईआर और औपचारिकता के मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना से संबद्ध निजी और सरकारी अस्पतालों में 72 घंटों तक निशुल्क उपचार प्राप्त कर सकता है. इसके लिए चिरंजीवी योजना का पात्र होना आवश्यक नहीं है. 72 घंटे के उपरांत गैर चिरंजीवी लाभार्थी मरीज को राजकीय अस्पताल में रैफर किया जाएगा. मरीज स्वेच्छा से निजी अस्पताल में अपने खर्च पर उपचार प्राप्त कर सकता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सा औरस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी, चिकित्सक और नर्सिंग समुदाय पूर्ण सेवा भावना के साथ इस महत्वाकांक्षी योजना को सफल बनाने में जुटें जिससे राजस्थान स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में देश का अग्रणी राज्य बन सके.


CM ने की समीक्षा बैठक

गहलोत मुख्यमंत्री निवास पर चिकित्सा विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि राजस्थान आज स्वास्थ्य सेवाओं में देश का अग्रणी राज्य बनकर उभर रहा है. राज्य में बजट का 7 प्रतिशत हिस्सा चिकित्सा औरस्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च किया जा रहा है. राजस्थान में 88 फ़ीसदी परिवार हैल्थ इंस्योरेंस के तहत आते हैं जबकि राष्ट्रीय स्तर पर इसका औसत मात्र 41 प्रतिशत है. आज प्रदेश में एमआरआई, सीटी स्केन जैसी महंगी जांचों के साथ-साथ लीवर ट्रांसप्लांट, बोनमैरो ट्रांसप्लांट जैसा महंगा इलाज निशुल्क करवाया जा रहा है. उन्होंने बताया कि 21.14 लाख मरीजों को 2111.41 करोड़ रूपए के निशुल्क उपचार से लाभांवित किया जा चुका है. निजी अस्पतालों को 21 दिन के अंदर भुगतान किया जा रहा है.

सरकार के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि आमजन को गांव-ढाणी में बेहतरीन चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार तत्परता के साथ कार्य कर रही है. राज्य में 337 प्राथमिक तथा 194 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नए खोले गए हैं. सभी स्वास्थ्य केन्द्रों औरचिकित्सालयों में कार्यभार के अनुसार चिकित्सक व नर्सिंग स्टाफ की नियुक्ति की जा रही है. साथ ही, प्रसव सुविधाओं को और मजबूत किया गया है इससे राज्य में मातृ औरशिशु मृत्युदर में 304 और37.7 की कमी आई है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ‘राइट टू हैल्थ’ की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रही है. उन्होंने कहा कि राइट टू हैल्थ बिल को जल्द ही अन्तिम रूप दिया जाएगा. इस बिल में रोगियों के हित में आवश्यक सभी प्रावधान सम्मिलित किए जाएंगे.

Labels:

बीकानेर से बजेगा राजे का बिगुल! 9 अक्टूबर को आएंगी वसुंधरा राजे

बीकानेर बुलेटिन



पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे 9 अक्टूबर को बीकानेर आ रही हैं। यहां देशनोक करणी माता मंदिर में दर्शन के साथ ही देहात और शहर में बड़ी जनसभाओं को भी संबोधित करने की योजना बन रही है। फिलहाल इतना तय है कि वो बीकानेर पश्चिम के पूर्व विधायक गोपाल जोशी के निधन पर शोक जताने उनके निवास पर जाएंगे। वहीं, बीकानेर पूर्व की विधायक सिद्धिकुमारी से भी मिलने उनके आवास पर जाएंगी। खास बात ये है कि वसुंधरा राजे की बीकानेर यात्रा की कमान शहर या देहात भाजपा के बजाय पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी के पास है, जो पहले ही भाजपा छोड़ चुके हैं।

भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने बताया कि वसुंधरा राजे 9 अक्टूबर को देशनोक आएंगी। इसके बाद पूर्व विधायक गोपाल जोशी और बीकानेर पूर्व की विधायक सिद्धिकुमारी के आवास पर जाएंगी।

एक महीने में दूसरी बार भाटी से मिले

दरअसल, भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे के समर्थक नेता एक महीने में दूसरी बार बीकानेर आए हैं। पहली और दूसरी दोनों बार उन्होंने स्थानीय भाजपा संगठनों से चर्चा करने के बजाय सीधे देवीसिंह भाटी से संपर्क किया है। यहां तक कि भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने भी अपने आने की सूचना संगठन को नहीं दी। उनके साथ पूर्व मंत्री युनूस खान और राजपाल सिंह भी आए हैं।

देहात भाजपा अध्यक्ष ताराचंद सारस्वत ने बताया कि उन्हें न तो मीटिंग के बारे में जानकारी है, न ही वसुंधरा राजे की प्रस्तावित यात्रा के बारे में। उधर, शहर अध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा- बीकानेर में आकर भी पूर्व अध्यक्ष भाजपा कार्यालय नहीं आए। अगर आ जाते तो हम उन्हें माला ही पहनाते। कार्यकर्ता भी खुश हो जाते।

देशनोक में हुई ओपन मीटिंग

करीब बीस दिन पहले इन्हीं तीन नेताओं ने देवीसिंह भाटी से उनके आवास पर मुलाकात की थी, तब घटनाक्रम के बारे में किसी को पता नहीं चला। इस बार भाटी के साथ देशनोक में सार्वजनिक मीटिंग की गई। इस बारे में भी भाजपा की शहर व देहात इकाई को कोई सूचना नहीं दी गई। शहर अध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह ने तो भास्कर से यहां तक कहा कि पूर्व प्रदेशाध्यक्ष के नाते पार्टी कार्यालय पर आते तो माला पहनाकर कार्यकर्ता खुश ही होते। वहीं देहात अध्यक्ष ताराचंद सारस्वत ने कहा कि उन्हें राजे की यात्रा के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

बीकानेर से बजेगा राजे का बिगुल!

माना जा रहा है कि आने वाले विधानसभा चुनाव में अपना दमखम दिखाने के लिए राजे बीकानेर से शुरुआत कर रही है। इससे पहले भी परिवर्तन यात्रा के दौरान भी राजे बीकानेर के देशनोक मंदिर आई थी। पिछले विधानसभा चुनाव से पहले भी राजे ने करणी माता के दर्शन किए थे।

परनामी ने दी वसुंधरा राजे के कार्यक्रम की जानकारी

देशनोक में मीटिंग के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत में परनामी ने बताया कि 9 अक्टूबर को भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष वसुंधरा राजे देशनोक आएंगी। यहां मंदिर में दर्शन के बाद बीकानेर में पूर्व विधायक गोपाल जोशी के निधन पर शोक व्यक्त करने उनके घर जाएंगी। बीकानेर पूर्व की विधायक सिद्धि कुमारी की माताजी के निधन पर शोक जताने के लिए वसुंधरा उनके लालगढ़ स्थित आवास पर जाएंगी।

बीकानेर में जनसभा

माना जा रहा है कि बीकानेर में जूनागढ़ के पास 9 अक्टूबर को ही वसुंधरा राजे की जनसभा भी हो सकती है। देवीसिंह भाटी को ही इस जनसभा की जिम्मेदारी मिल सकती है।


Labels:

संभागीय आयुक्त ने जताई नाराजगी,गाड़ी रोक कहा...

बीकानेर बुलेटिन



बीकानेर। शहर के मुख्य मार्ग केईएम रोड पर किये गये एक तरफा रास्ते के चलते दुकानों के आगे गाडियों नहीं करने की हिदायत के बाद भी दुकानों के आगे दुपहिया वाहन खड़े हो रहे है। जिसे देख यहां से निकल रहे संभागीय आयुक्त नीरज के पवन ने वहां खड़े यातायात कर्मियों पर नाराजगी जताई। इस दौरान संभागीय आयुक्त ने गुस्से भरे लहजे में कहा जाओ तुम गाड़ी भर के लाओ मैं देख लूंगा।

फिर ट्रैफिक पुलिस ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की। जिसकी मॉनिटरिंग संभागीय आयुक्त ने वहीं खड़े होकर की। इस मौके पर अनेक वाहन चालकों ने मिन्नतें भी की। लेकिन उनकी एक न सुनी और एक के बाद एक अव्यवस्थित खड़ी गाडियों को ट्रेफिक थाने ले जाया गया। जहां कागजी कार्यवाही पूरी होने के उपरान्त जुर्माना लगाकर छोड़ा गया।

Labels:

नकली नोटों पर पुलिस की एक और बड़ी कार्रवाई, नकली नोटों के साथ युवक गिरफ़्तार

बीकानेर बुलेटिन




सोमवार को नकली नोटों के कागज़ों के साथ पकड़े गए युवक को पुलिस ने अपराध की पुष्टि के बाद गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान बज्जू खालसा हाल वैद्य मघाराम कॉलोनी निवासी मनोज पुत्र हंसराज विश्नोई के रूप में हुई है। युवक से करीब 29 हजार के अन फिनिश्ड नकली नोट बरामद हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक एक कागज़ पर चार नोट सैट किए गए थे। सभी पर गांधी जी का वाटर मार्क व हरी पट्टी थी। आरोपी यह नोट कोरियर के माध्यम से ग्वालियर के माफिया को सप्लाई करता था। पुलिस आज इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेगी।

बता दें कि आरोपी सोमवार को डीटीडीसी कोरियर में एक पार्सल बुक करवाने गया था। वह पहले भी पार्सल भेज चुका था। कोरियर ब्रांच के पास ग्वालियर से सूचना थी। पिछले पार्सल के समय से ही युवक पर शक था। सोमवार को जब उससे पार्सल के बारे में सवाल पूछे तो वह संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहा था। इस पर पार्सल चैक किया गया, तो उसमें नकली नोटों के कागज निकले। प्रत्येक कागज में नोटों के सांचे बने हुए थे। कोरियर वालों ने उसे बिठा लिया बाद में पुलिस को सूचना कर दी।

जयनारायण व्यास कॉलोनी पुलिस आरोपी को थाने ले आई। नकली नोटों के कागज़ों के संबंध में पूछताछ की गई। आरोपी ने जुर्म कबूल लिया। पुलिस ने आरोपी के घर से भी बरामदगी की बताते हैं। पुलिस इस गिरोह से जुड़े लोगों का पता लगा रही है। मामले की जांच कोटगेट के कार्यवाहक थानाधिकारी राजेंद्र लेघा को दी गई है। एसपी योगेश यादव व एएसपी अमित कुमार के निर्देशन में जांच चल रही है। कई और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है।



Labels:

70 साल पूरानी समस्या, समाधान अब तक नहीं, कोटगेट रेलवे क्रॉसिंग पर आरयूबी को लेकर संशय

बीकानेर बुलेटिन




प्रशासन की ओर से कोटगेट अंडर ब्रिज की फाइनल गवर्नमेंट अप्रूव्ड ड्राइंग में आरयूबी के ऊपर लोकल ट्रैफिक यथावत रखा गया है जो रेलवे को मंजूर नहीं है। इससे कोटगेट पर आरयूबी बनाने की योजना संकट में आ गई है।

कोटगेट रेलवे क्रॉसिंग की समस्या से रोजाना करीब एक लाख लोग जाम में फंसकर परेशान होते हैं। सात दशक बाद भी बीकानेर की जनता को इस समस्या से छुटकारा नहीं मिला है।

यूआईटी ने प्राइवेट कंसल्टेंट से डीपीआर तैयार करवाई और फाइनल जीएडी तैयार कर रेलवे को सौंप दी। लेकिन, जीएडी में आरयूबी बनने के बाद भी उसके ऊपर से ट्रैफिक बंद नहीं किया। रेलवे ने यूआईटी की ओर से तैयार जीएडी को सही नहीं माना। डीआरएम राजीव श्रीवास्तव का कहना है कि अंडर ब्रिज बनने के बाद उसके ऊपर से ट्रैफिक गुजारने का कोई अर्थ ही नहीं है। अब प्रशासन को दुबारा जीएडी तैयार करनी होगी।

कोटगेट फाटक पर फिर बिगड़ी ट्रैफिक व्यवस्था
कोटगेट पर 145 मीटर बनना है आरयूबी : कोटगेट रेलवे क्रॉसिंग बंद होने पर जाम की समस्या से आमजन को छुटकारा दिलाने के लिए 3.6 मीटर चौड़ा व 2.5 मीटर हाइट के आरयूबी की योजना बनाई गई थी। आरयूबी फड़ बाजार के मोड़ से शुरू होकर रेल पटरियों के नीचे से होता हुआ कोटगेट से 20 मीटर पहले तक बनना था। इसकी कुल लंबाई 145 मीटर और आरयूबी के दोनों ओर मूवमेंट के लिए 3.5 मीटर की स्विस लाइन भी रखी गई।

70 साल पूरानी समस्या, समाधान अब तक नहीं : जनता 70 सालों से शहर के बीचो बीच रेलवे क्रॉसिंग की समस्या झेल रही है। राज्य में चाहे कांग्रेस की सरकार हो या भाजपा की। नेताओं ने जनता को कभी बाईपास तो कभी केईएम रोड पर एलिवेटेड रोड के सब्जबाग दिखाए। दोनों ही बनाना संभव नहीं हुआ तो प्रशासन ने सांखला फाटक के पास कोटगेट आरयूबी का रास्ता निकाला।

Labels:

संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन की पहल पर संत श्री पद्माराम कुलरिया के परिजन आए आगे, उपलब्ध करवाए 25 हजार शब्दकोश, विद्यार्थियों को हिंदी-अंग्रेजी शब्दकोश का निःशुल्क वितरण शुरू

बीकानेर बुलेटिन



सरकारी स्कूलों में दसवीं और बारहवीं में पढ़ने वाले एक लाख विद्यार्थियों को हिंदी-अंग्रेजी शब्दकोश का निःशुल्क वितरण शुरू


बीकानेर, 6 सितम्बर। जिले की सरकारी स्कूलों में दसवीं और बारहवीं में पढ़ने वाले एक लाख विद्यार्थियों को हिंदी-अंग्रेजी डिक्सनरी के निःशुल्क वितरण का अभियान मंगलवार को राजकीय महारानी सीनियर सैकण्डरी स्कूल में शुरू हुआ। संभागीय आयुक्त डॉ. नीरज के. पवन की पहल पर संत श्री पद्माराम कुलरिया के परिजनों ने आगे आते हुए 25 हजार शब्दकोश उपलब्ध करवाए हैं।

प्रार्थना सभा के दौरान आयोजित कार्यक्रम में संभागीय आयुक्त डॉ. पवन ने कहा कि आज के प्रतियोगी दौर में हिंदी के साथ अंग्रेजी का ज्ञान भी बेहद जरूरी है। सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली बेटियों की दोनों भाषाओं पर पकड़ रहे, इसके मद्देनजर यह पहल की गई है। उन्होंने आह्वान किया कि बेटियां इस डिक्सनरी से प्रतिदिन कम से कम एक मीनिंग याद करें। इस प्रकार एक वर्ष में बच्चियां 365 नए शब्द सीखने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि जीवन में सफलता के लिए लक्ष्य का निर्धारण जरूरी है। बेटियां लगन और समर्पण के साथ पढ़ाई करें तो उन्हें सफलता जरूरी हासिल होगी।

संभागीय आयुक्त ने संत श्री पद्माराम कुलरिया के परिजनों कानाराम, शंकरलाल और धर्म कुलरिया का आभार जताया और कहा कि जिले के समस्त सरकारी विद्यालयों में दसवीं और बारहवीं में पढ़ने वाली सभी लगभग एक लाख बालिकाओं को ऐसे शब्दकोश उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिले के अनेक भामाशाहों ने समय-समय पर आगे आकर सहयोग दिया है। डिक्सनरी वितरण के इस कार्य में दानदाताओं के योगदान के दूरगामी बेहतर परिणाम सामने आएंगे।

भामाशाह शंकर लाल कुलरिया ने कहा कि संत श्री पद्माराम कुलरिया बालिका शिक्षा के पक्षधर थे। उनके पदचिन्हों पर चलते हुए यह पहल की गई है। बेटियां पढ़ें-लिखें और आगे बढ़ें इसके मद्देनजर आगे भी सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहले चरण में उनके परिवार के माध्यम से 25 हजार शब्दकोश उपलब्ध करवाए गए हैं।

कार्यक्रम का संयोजन करते हुए साहित्यकार राजेन्द्र जोशी ने संत श्री पदमाराम कुलरिया परिवार के सामाजिक सरोकार से जुड़े कार्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कार्यक्रम की रूपरेखा और इसकी आवश्यकता के बारे में भी बताया।

इस दौरान संभागीय आयुक्त और शंकर लाल कुलरिया ने बारह बालिकाओं को डिक्सनरी वितरित कर अभियान की शुरूआत की। वहीं शहरी क्षेत्र के प्रधानाचार्यों तथा नोखा और पांचू के ब्लॉक शिक्षा अधिकरियों को बच्चों की संख्या के आधार पर वितरण के लिए यह शब्दकोश प्रदान किए। 

इससे पहले जिला शिक्षा अधिकारी (माशि) सुरेंद्र सिंह भाटी ने स्वागत उद्बोधन दिया। प्रधानाचार्य शारदा पहाड़िया ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। इस दौरान अतिरिक्त संभागीय आयुक्त ए. एच. गौरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) पंकज शर्मा, अतिरिक्तजिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक शिक्षा) सुनील बोड़ा सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित थे। इससे पहले अतिथियों ने दीप प्रज्जवलित कर समारोह का शुभारंभ किया

Labels: