Saturday, March 13, 2021

105 वर्ष के पीथाराम ने कोरोना के विरुद्ध लगवाया मंगल टीका

बीकानेर बुलेटिन



3,323 बुजुर्गों सहित 5,787 का हुआ कोरोना वैक्सीनेशन 
रविवार को नहीं होगा कोविड टीकाकरण 

सोमवार को अब तक के सर्वाधिक 110 सत्रों में टीकाकरण की तैयारी



बीकानेर, 13 मार्च। कोविड-19 टीकाकरण अभियान एक अलग ही ऊंचाई पर पहुंच गया जब अर्जुनसर पीएचसी के अंतर्गत फुलेजी गांव के 105 वर्षीय पीथाराम कोविड टीका लगवाने पहुंचे। अब तक की सर्वाधिक आयु के लाभार्थी पीथाराम स्वयं टीका लगवाने अपने परिजनों के साथ पहुंचे और वह पूर्णतया स्वस्थ है। 

जिले में शनिवार को कुल 80 सत्रों में टीकाकरण हुआ जिसमें 3,323 बुजुर्गों सहित कुल 5,787 ने टीकाकरण करवाया। जिला कलेक्टर नमित मेहता के निर्देशानुसार टीकाकरण अभियान को शहरों व तहसील मुख्यालयों से आगे बढ़ाते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों तक फैला दिया गया है।

सघन प्रचार प्रसार अभियान आयोजित कर उपखंड अधिकारियों, तहसीलदारों, बीडीओ सहित संपूर्ण मशीनरी को टीकाकरण को सफल बनाने में सुनियोजित किया गया है। 

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुकुमार कश्यप ने बताया कि शनिवार को कुल 5,226 को पहली डोज जबकि 561 व्यक्तियों को कोविड वैक्सीनेशन की दूसरी डोज दी गई। 53 स्वास्थ्यकर्मियों को पहली व 157 को दूसरी डोज लगाई गई। 110 फ्रंटलाइनर को पहली व 404 को दूसरी डोज दी गई। 45 से 59 वर्ष आयु के कोमोरबिडिटीज वाले व्यक्तियों में कुल 1,740 व्यक्तियों ने कोविड वैक्सीन की पहली डोज ली। आरसीएचओ डॉ राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि कोविशील्ड वैक्सीन की 570 जबकि कोवैक्सीन की 18 वायल उपयोग में ली गई। रविवार को कोविड टीकाकरण को विश्राम दिया गया है तथा जिला कलेक्टर नमित मेहता के निर्देशानुसार सोमवार को अब तक की सर्वाधिक संख्या यानी कि 110 सत्रों का आयोजन कर कोविड टीकाकरण की योजना पर काम किया जा रहा है। सभी वर्गों को पहली डोज देने के साथ-साथ जिन्हें पहली डोज लगे 28 दिन हो चुके हैं उन्हें दूसरी डोज देने की व्यवस्था साथ ही साथ रहेगी।

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रम्मत फेस्टिवल से बीकानेर के लोकनाट्य को मिलेगी नई पहचान- डॉ. कल्ला, दूसरे दिन हुआ चार रम्मतों का मंचन

बीकानेर बुलेटिन






उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी भी रहे मौजूद

बीकानेर,13 मार्च। कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने कहा कि रम्मत फेस्टिवल से बीकानेर के लोकनाट्य रम्मत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिल सकेगी ।

 डॉ. कल्ला ने शनिवार को महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के रम्मत पार्क में चल रहे रम्मत फेस्टिवल के दूसरे दिन आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही।  उन्होंने कहा कि रम्मतों का इतिहास, बीकानेर के इतिहास के साथ जुड़ा है। होली के आगमन से पूर्व रम्मतों का आयोजन शहर के सामाजिक ताने-बाने को और अधिक मजबूत बनाता है। रम्मत मंचन यहां के सांप्रदायिक सौहार्द को और गहरा बना देता है। उन्होंने कहा कि रम्मतों  के कथानक ऐतिहासिक घटनाओं से प्रेरित होते हैं, लेकिन इनमें  समसामयिक विषय जोड़कर इनकी प्रासंगिकता को बनाए रखा गया है। यही इस लोकनाट्य की सार्थकता भी है। कला एवं संस्कृति मंत्री ने कहा कि रम्मत फेस्टिवल के जरिए रम्मतों के आयोजन को डिजिटल मीडिया से भी जोड़ा गया है। इससे इस नाट्य विधा से लोक कलाओं में रुचि रखने वाले देश-विदेश के युवा भी इससे जुड़ने के  लिए प्रेरित होंगे।

उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा रम्मत पार्क का निर्माण करवाने और इस पर ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने से युवा अपनी सांस्कृतिक पहचान से रूबरू हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि बीकानेर में रम्मत खेलने की परम्परा सैकड़ों वर्षो से रही है। भाटी ने कहा कि रम्मतों का आयोजन एक उत्सव के रूप में होने से यह कला बीकानेर को विशिष्ट पहचान दिलाएगी। उन्होंने कहा कि कला और सांस्कृतिक धरोहर को सहेजना हमारी साझी जिम्मेदारी है। हम अपनी लोक सांस्कृतिक विरासत को संधारित कर अपनी जड़ों से जुड़े रहे सकते हैं। इस दिशा में विश्वविद्यालय द्वारा किया गया अनूठा प्रयास अहम साबित होगा। उन्होंने महोत्सव के आयोजकों को इसके लिए बधाई दी।

कुलपति प्रो. वी. के. सिंह ने कहा कि रम्मत महोत्सव के दौरान ग्यारह रम्मतों का मंचन होगा। दूसरे दिन आचार्यों के चौक की अमर सिंह राठौड़ रम्मत, बिस्सों के चौक की भक्त पूरणमल की रम्मत, बारह गुवाड़ की नौटंकी शहजादी की रम्मत तथा बारह गुवाड़ की स्वांग मेहरी की रम्मत का मंचन किया गया। इस दौरान भारती और राहुल जोशी द्वारा लोकगीतों की प्रस्तुति दी गई। 


आयोजन सचिव डॉ बिट्ठल बिस्सा ने बताया कि डॉ. कल्ला और उच्च शिक्षा मंत्री ने सभी रम्मतों के उस्तादों का अभिनन्दन किया। कुलसचिव संजय धवन द्वारा अतिथियों का आभार व्यक्त किया गया। इससे पहले अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर दूसरे दिन के कार्यक्रमों का शुभारंभ किया।

इनका हुआ अभिनन्दन

इस दौरान भक्त पूरणमल रम्मत के किशन कुमार बिस्सा, अमर सिंह राठौड़ रम्मत के डॉ. मेघराज आचार्य, नौटंकी शहजादी बारह गुवाड़ के भंवरलाल जोशी, अमर सिंह राठौड़ मशालची नाई के दया राम, स्वांग मेहरी बारह गुवाड़ के विजय कुमार ओझा, फक्कड़ दाता नत्थूसर गेट के पंडित जुगल किशोर ओझा 'पुजारी बाबा',  स्वांग मेहरी भट्टडो का चौक के नवल आचार्य, स्वांग मेहरी कीकाणी व्यासों के चौक के एड. मदन गोपाल व्यास, हेडाऊ मेहरी मरुनायक चौक के अजय कुमार देराश्री, ब्राह्मण स्वर्णकार सुनारों की गुवाड़ के लक्ष्मी नारायण सोनी, कन्नू रँगा, मदन जैरी और कैलाश पुरोहित का अभिनन्दन किया गया।

रविवार को होगा चार रम्मतों का मंचन

आयोजन से जुड़े गोपाल बिस्सा ने बताया कि रम्मत समारोह के अंतिम दिन रविवार को मरुनायक चौक और बारह गुवाड़ की हेडाऊ मेहरी तथा ब्राह्मण स्वर्णकार और भट्टडों के चौक की स्वांग मेहरी रम्मत का मंचन होगा।

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कोरोना अपडेट:बीकानेर में नही थम रहा कोरोना, इन इलाकों से आज आये संक्रमित

बीकानेर बुलेटिन




देश मे बढ़ती कोरोना की दूसरी लहर के बीच अब बीकानेर में भी कोरोना वायरस ने तेजी से अपने पैर पसारने शुरू कर दिए है । जिसमे आज शाम आई रिपोर्ट में एक साथ छः नए पॉजिटिव मरीज सामने आए है जिसकी पुष्टि सीएमएचओ ने करते हुए बताया कि  बीकानेर में अभी एक्टिव केस 32 है।और आज आई रिपोर्ट में छः पॉजिटिव में एक नोखा रोड़ से एक आर्मी केंट से, एक खतुरिया कॉलोनी से रिपोर्ट हुआ है वंही इनमें एक झुंझुनूं व एक हनुमानगढ़ का रोगी भी पॉजिटिव रिपोर्ट हुआ है ।

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राजस्थान के लोक कलाकार दपु खान का निधन, Coke Studio सिंगर और `मूमल` से थे मशहूर

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जैसलमेर  के ख्यातनाम अंतर्राष्ट्रीय लोक कलाकार  दपु खान मिरासी का आज निधन हो गया. जैसलमेर की गलियों से लेकर इंटरनेट पर उनकी आवाज में मूमल गीत गूंज रहा है, मगर आज वो जगह खाली है, जहां एक टाट की बोरी पर कमायचा लेकर दपु खान बैठे रहते थे.

दपु खान मिरासी के निधन की खबर आते ही हिन्दू-मुस्लिम सभी की आंखें नम हो गयी. मूमल नामक गीत से मशहूर दपु खान की वो मीठी आवाज भी उन्हीं के साथ चली गयी. बताया गया है कि दपु खान झणकली गांव के मूल निवासी थे. आज दिल का दौरा पड़ा था और वो जोधपुर के निजी अस्पताल में भर्ती थे. वहीं, उन्होंने अंतिम सांस ली. जैसलमेर किले के ऊपर और कलाकारों के बीच में पुराने समय से एक वाद्य यंत्र कमायचा की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए, दपु खान तीस वर्षों से दुनिया भर के लोगों का मनोरंजन कर रहे थे.


मंदिरों और शाही दरबार में गाते हैं दपु खान के समूह के लोग

दपु ने भारत के लगभग सभी प्रमुख शहरों में प्रदर्शन किया है. उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के लिए व्हाइट हाउस में भी गाया है, जो कुछ साल पहले जोधपुर आए थे. वह दपु खान को अपने समूह के साथ गाते हुए सुना था. साथ ही कोक स्टूडियो में भी कई राजस्थानी गीतों की प्रस्तुतियां दी हैं. रेत के बीच में दपु खान और उनके समूह ने अपने शक्तिशाली आत्मीय संगीत में 1500 साल पुरानी विरासत को संभाला. वर्तमान में, इनके समूह में चार सदस्य हैं, जो शुभ अवसरों पर मंदिरों और शाही दरबार में विभिन्न अवसरों पर गाते हैं.

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बिना पट्टेधारियों के लिए सरकार का तोहफा, 500 वर्गमीटर तक के भूखण्डों पर मकान बनाने के लिए...

बीकानेर बुलेटिन








500 वर्गमीटर तक के भूखण्डों पर मकान बनाने के लिए नक्शा पास करवाने की जरूरत नहीं, सरकार ने जनता को दी राहत

 
जयपुर, अशोक गहलोत सरकार 2 अक्टूबर से प्रदेशभर में ‘प्रशासन शहरों के संग' अभियान चलाएगी। इस बार सरकार अभियान में जनता को बड़ी राहत देगी। नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने आज विधानसभा में बजट अनुदान मांगों पर जबाब देते हुए बताया कि इस बार प्रशासन शहरों के संग अभियान में अनकंडीशनल पट्टे जारी किए जाएंगे। इससे लोगों को पट्टे पर बैंक लोन लेने में कोई समस्या नहीं आएगी। यही नहीं इस बार सरकार ने उन लाखों दुकान संचालकों को भी राहत देने का निर्णय किया है, जिनकी दुकानें आवासीय परिसर में बनी है। धारीवाल ने सदन में बताया कि इसके लिए नियमों में शिथिलता दी जाएगी। अभियान में और क्या-क्या बड़ी शिथिलताएं दी जा सकती हैं। इन शिथिलताओं के लिए क्या-क्या नियम बनाए जाएंगे इस पर अध्ययन किया जा रहा है। अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों संग इसको लेकर कुछ बैठकें भी बुलाई जाएगी, जिसमें इन पर चर्चा की जाएगी।

उन्होंने कहा कि गत कार्यकाल साल 2008 से 2013 तक जब अभियान चलाया था, तब सरकार कंडीशनल सशर्त पट्टे जारी किये गये थे। इस कारण जब उस पट्टे को लेकर भूखण्डधारी बैंक से निर्माण कार्य या खरीदने के लिए लोन लेने जाता था तो बैंक उस पट्टे की इसी सशर्त को देखकर लोन नहीं देते थे। समस्या को देखते हुए इस बार सरकार ने अभियान में सभी को अनकंडीशनल पट्टे जारी करने का निर्णय किया है। धारीवाल ने बताया कि गत कार्यकाल में हमारी सरकार ने इस अभियान के जरिए पूरे प्रदेश में 5 लाख लोगों को आवास के पट्टे जारी किए थे।
आवासीय कॉलोनीयों में बनी दुकानों के भी पट्टे देंगे। 

इसके अलावा दूसरी सबसे बड़ी राहत उन दुकान संचालकों को मिलेगी, जिनकी दुकानें रिहायशी कॉलोनी में बसे आवासीय भूखण्डों पर बनी है। जयपुर की बात करें, तो मानसरोवर, राजापार्क, प्रताप नगर, गोपालपुरा बाइपास, बरकत नगर सहित कई सैकड़ों ऐसी कॉलोनियां है, जिनमें आवासीय भवनों में कॉमर्शियल एक्टिविटी (दुकान, शोरूम आदि) संचालित है। इन दुकानों का नियमन करते हुए उन्हें पट्टे देने की मांग पहले चलाए प्रशासन शहरों के संग अभियान में उठी थी। अब सरकार ऐसे मकानों के साथ-साथ उनमें संचालित दुकानों के भी नियमन करते हुए पट्टे जारी करेगी। हालांकि इस मामले पर फैसला अभी मंत्रीमंडल स्तर पर लिया जाएगा।



500 वर्गमीटर से 2500 वर्गमीटर तक के भूखण्ड पर नक्शा पास करवाने के लिए नगर निकायों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं होगी। इसके लिए सरकार से पंजीकृत आर्किटेक्ट से नक्शा अनुमोदित कराकर निर्माण शुरू किया जा सकता है।

राज्य में किसी भी निकाय क्षेत्र में अगर आपके पास स्वयं का 500 वर्गमीटर तक का भूखण्ड है और उस पर आप अपने स्वयं के रहने के लिए आवास बनाना चाहते है, तो उस भवन की निर्माण अनुमति के लिए आपको किसी से अनुमति लेने की जरूरत नहीं है। राज्य सरकार ने 500 वर्गमीटर तक के भूखण्डों पर भवन मानचित्र पेश करने की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। इससे प्रदेश के लाखों भूखण्डधारियों को बड़ी राहत मिलेगी।

नगरीय विकास एवं स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल ने बताया कि इससे पहले सरकार ने 250 वर्गमीटर तक के भूखण्डों पर ही भवन निर्माण के लिए नक्शा पेश करने की छूट दे रखी थी, लेकिन अब इस दायरे को बढ़ाकर 250 से 500 वर्गमीटर कर दिया। उन्होंने बताया कि राज्य के कई छोटे-छोटे शहरों में लोगों के पास बड़े भूखण्ड (250 वर्गमीटर से बड़े) है, जिन पर आवास बनाने के लिए लोगों को नक्शा पास करवाना पड़ता है, जिसके लिए उन्हे नगरीय निकायों (नगर पालिका, परिषद, यूआईटी या विकास प्राधिकरण) के चक्कर काटने पड़ते है। लोगों की इसी समस्या को देखते हुए सरकार ने यह निर्णय लिया है। धारीवाल ने कल राज्य विधानसभा में इसको लेकर घोषणा भी की है।

90 वर्गमीटर तक सैटबेक छोड़ने की नहीं है कोई जरूरत
राजस्थान बिल्डिंग बायलॉज 2020 में राज्य सरकार ने प्रावधान किया है कि अगर किसी भी व्यक्ति के पास 90 वर्गमीटर (लगभग 100 वर्गगज) तक का अगर भूखण्ड है तो उसे सैटबैक छोड़ने की जरूरत नहीं है। इन भूखण्डों पर निर्माण करने वाले लोगों को सैटबेक छोड़ने के नाम पर अक्सर परेशान किया जाता है। इसे देखते हुए सरकार ने सैटबेक छोड़ने की अनिवार्यता को खत्म किया है।


दो दिन पहले परिवहन मंत्री ने जताई थी नाराजगी

दो दिन राज्य सरकार के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने नगर निगम हैरिटेज के एक कार्यक्रम में आवास निर्माण के दौरान नगर निगम, जेडीए के सतर्कता विंग की ओर से की जाने वाली कार्यवाही पर सवाल उठाए थे। खाचरिवास ने मंच से कहा था कि जयपुर में छोटे-छोटे मकान बनाने वाले गरीब लोगों को विजीलेंस शाखा के कर्मचारी-अधिकारी अवैध निर्माण बताकर परेशान करते है। उन्होंने कहाा था कि विजीलेंस को अगर छोटे-छोटे मकानों पर कोई कार्यवाही करनी है तो उसे पहले स्थानीय पार्षद, विधायक या कोई अन्य जनप्रतिनिधि को विश्वास में लेना चाहिए।

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जल जीवन मिशन पर राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों की वर्चुअल कांफ्रेंस

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केन्द्र सरकार राजस्थान को जल जीवन मिशन में 90 प्रतिशत सहायता देकर वर्ष 2013 से पहले की स्थिति को बहाल करे-जलदाय मंत्री

जयपुर/बीकानेर, 13 मार्च। जलदाय मंत्री डॉ. बी. डी. कल्ला ने केन्द्र सरकार से जल जीवन मिशन में राजस्थान को 90 प्रतिशत केन्द्रीय हिस्सेदारी की मांग को एक बार फिर पुरजोर तरीके से उठाते हुए केन्द्रीय सरकार से वर्ष 2013 से पहले की स्थिति को बहाल करने का आग्रह किया है। 

डॉ. कल्ला ने शनिवार को केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री से श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत की अध्यक्षता में जल जीवन मिशन के तहत राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों की वर्चुअल कांफ्रेंस में प्रदेश की जनता के दूरगामी हितों से जुड़ी इस मांग की विस्तार से चर्चा करते हुए ईस्टर्न कैनाल परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने और शेखावाटी इलाके को यमुना का पानी दिलाने के लिए भी केन्द्र सरकार से मध्यस्थता करने का भी आग्रह किया। 

जलदाय मंत्री ने कहा कि राजस्थान में पानी का संकट सबसे बड़ा है। यहां भू-गर्भ जल की न्यून मात्रा में उपलब्ध है, ऐसे में नदियों को जोड़ने की योजना में पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों के लिए 37 हजार 247 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी ईस्टर्न कैनाल परियोजना को जल्द से मंजूरी दी जाए। 
डॉ. कल्ला ने वर्चुअल कांफ्रेंस में बताया कि प्रदेश में 2024 तक एक करोड़ एक लाख घरों में नल कनैक्शन देने के लक्ष्य के साथ जल जीवन मिशन के कार्यों को गति दी जा रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में इस वित्तीय वर्ष के अंत तक 19.5 लाख घरों मे नल कनैक्शन हो जाएंगें। वर्ष 2021-22 में 30 लाख, 2022-23 में 40 लाख और 2023-24 में 12 लाख घरों में नल कनैक्शन देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। लेकिन इसकी सफल क्रियान्विति के लिए केन्द्र सरकार की 90 प्रतिशत वित्तीय भागीदारी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 से पहले राजस्थान को मरूस्थलीय जिलों के लिए 100 प्रतिशत तथा अन्य जिलों के लिए 90 प्रतिशत केन्द्रीय सहायता पेयजल परियोजनाओं के क्रियान्वयन के लिए मिलती थी। केन्द्र सरकार द्वारा पहाड़ी राज्यों में जहां बर्फ और पानी उपलब्ध है तथा केन्द्र शासित प्रदेशों को फिलहाल जल जीवन मिशन के तहत 100 प्रतिशत सहायता दी जा रही है। वहीं राजस्थान जहां जल की उपलब्धता ही सबसे बड़ा संकट है और भौगोलिक स्थितियां चुनौतीपूर्ण एवं गांवों के बीच की दूरियां बहुत ज्यादा है, मात्र 50 प्रतिशत ही केन्द्रीय सहायता उपलब्ध कराई जा रही है। इसे देखते हुए वर्ष 2024 तक प्रदेश में जल जीवन मिषन के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए पुनः वर्ष 2013 के पहले की स्थिति के समान 90 प्रतिशत केन्द्रीय सहायता के स्टेटस को बहाल किया जाना आवश्यक है। डॉ. कल्ला ने माही नदी के बाढ़ के पानी को जवाई बांध तक ले जाने के लिए पुरजोर कार्यवाही की भी मांग की।


जलदाय मंत्री ने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश के सभी जिलों में आईएसए (इम्पलीमेंटेशन सपोर्ट एजेंसी-कार्यक्रम क्रियान्वयवन एजेंसी) के चयन और 40 हजार 613 गांवों में ग्राम जल एवं स्वच्छता समितियों (वीडब्ल्यूएससी-विपेज वाटर एंड सेनिटेषन कमेटी) के गठन का कार्य पूर्ण कर लिया गया है, इसके साथ ही 23 हजार से अधिक वीडब्ल्यूएससी सदस्यों का प्रशिक्षण भी पूर्ण कर लिया गया है। 

डॉ. कल्ला ने केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री से जल जीवन मिशन के तहत योजनाओं के पुनः संयोजन (रेट्रोफिटिंग) के कार्यों के लिए अवधि को दो साल बढ़ाने का भी आग्रह किया, जिससे इन योजनाओं में नई टंकियों के निर्माण एवं अन्य इंफ्रांस्ट्रक्चर के विकसित करने के कार्य को पूरा किया जा सके। जलदाय मंत्री ने वर्चुअल कांफ्रेंस में बीकानेर के एनआईसी सेंटर से शिरकत की। पीएचईडी के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत, विशिष्ट शासन सचिव उर्मिला राजोरिया, मुख्य अभियंता (ग्रामीण) श्री आरके मीना, मुख्य अभियंता (विशेष प्रोजेक्ट्स) श्री आरसी मिश्रा, मुख्य अभियंता (तकनीकी) श्री संदीप शर्मा, डब्ल्यूएसएसओ के निदेशक श्री अमिताभ शर्मा, चीफ कैमिस्ट श्री राकेश माथुर एवं अन्य सम्बंधित अधिकारियों ने भी इस वर्चुअल कांफ्रेंस में शिरकत की। 

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उच्च शिक्षा मंत्री भाटी रविवार को गांव बासी बरसिंहसर पहुंचेंगे

बीकानेर बुलेटिन





पूर्व प्रधान स्व.भोमराज आर्य की पुण्य तिथि पर आयोजित रक्तदान शिविर में होंगे शामिल


बीकानेर, 13 मार्च। उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी रविवार को सुबह 10 बजे बीकानेर से प्रस्थान कर, सुबह 11 बजे गांव बासी बरंिसंहसर पहुंचेंगे और पूर्व प्रधान स्व. भोमराज आर्य की तृतीय पुण्य तिथि पर आयोजित रक्तदान शिविर में शामिल होंगे।
उच्च शिक्षा मंत्री भाटी इस अवसर पर स्व.भोमराज को श्रद्धासुमन अर्पित कर,उन्हें श्रद्धाजंलि देंगे। इसके बाद वे बीकानेर से दोपहर 3.30 बजे जयपुर के लिए प्रस्थान करेंगे।


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बीकानेर: बुजुर्ग सास की हत्या की आरोपी बहु को जेल भेजा

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बीकानेर । नोखा के चरकड़ा की ढाणी में अपनी बुजुर्ग सास चंद्र कंवर की हत्या के मामले में नामजद संतोष कंवर को पुलिस ने शुक्रवार को हिरासत में लेने के बाद न्यायालय में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा के तहत जेल भिजवा दिया। सीआई नोखा अरविन्द सिंह शेखावत ने यह जानकारी देते हुए बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी संतोष कंवर बीकानेर शहर के एक प्राईवेट होस्पीटल में भर्ती थी।

शुक्रवार को होस्पीटल से उसे डिस्चार्ज करते ही हिरासत में ले लिया गया। जानकारी में रहे कि यह मामला चरकड़ा गांव में रहने वाली चंद्रकंवर की हत्या से जुड़ा है। जिसके छोटे बेटे को पचास हजार रुपए देने से नाराज होकर बड़े बेटे टीकमसिंह की विवाहिता संतोष कंवर ने अपनी 77 साल की वृद्ध सास चंद्र कंवर की मूसल मारकर नृशंस हत्या कर दी थी।



सास की मौत के बाद बारह दिन तक पुलिस ने घर के किसी परिजन से पूछताछ नहीं की। बाद में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी पुलिस को पता चल गया कि हत्या संतोष कंवर ने की है। संतोष को भी भनक लग गई कि उसकी करतूत अब सामने आने वाली है। ऐसे में उसने बीकानेर आकर नागणेचीजी मंदिर के पास स्थित एक निजी अस्पताल में अपना ऑपरेशन करवा लिया। पुलिस को तब तक इसका पता नहीं लगा। जांच पूरी होने के बाद पुलिस गिरतार करने पहुंची तो पता चला कि वो अस्पताल में भर्ती मिली। पुलिस के मुताबिक संतोष कंवर के पेट का ऑपरेशन हुआ है। उसके पेट में पहले से एक गांठ थी। ऐसी हालत मेंउसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई,इसलिये पुलिस ने उसकी निगरानी के लिये महिला कांस्टेबल को तैनात कर दिया था।

शुक्रवार को होस्पीटल के चिकित्सकों ने जैसे ही संतोष कंवर को डिस्चार्ज किया पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।

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पीबीएम मैं पानी की किलत मुख्य विषेश वर्ग किन्नर समाज आया आगे

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बीकानेर संभाग की सबसे बडी पीबीएम अस्पताल जहाँ हजारों लोगों का रोज आवागमन रहता है

और गर्मी और नहर बंदी को देखते हुए पीबीएम अस्पताल में पानी की कमी शुरू हो गई है पीबीएम अस्पताल मै पानी की कमी को देखते हुए किन्नर समाज की अध्यक्ष रजनी बाई अग्रवाल ने पीबीएम हेल्प कमेटी अध्यक्ष सुरेंद्र सिह राजपुरोहित से संपर्क किया  और कहाँ  की पीबीएम अस्पताल में पानी की किलत है हम सहयोग करना चाहते है आज पीबीएम हेल्प कमेटी अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह राजपुरोहित , गुरु रजनी बाई अग्रवाल किन्नर समाज अध्यक्ष की शिष्य मुस्कान बाई किन्नर, लता बाई किन्नर, शप्रिया सक्सेना किन्नर, तनु सिह राजपुत किन्नर, शैलजा किन्नर के साथ पीबीएम अधीक्षक ओफिस पहुंचे और पीबीएम अधीक्षक परमेंद्र सिरोही से मुलाकात की और नहर बंदी गर्मी के दौरान पानी की किलत से झुज रहे पीबीएम अस्पताल को मुख्य समाज विशेष किन्नर समाज ने पानी के टेंकर डलवाने की घोषणा की रोज हजारों लिटर पानी इस विशेष समुदाय किन्नर समाज की और से पीबीएम अस्पताल मैं डलवाया जायेगा।


 किन्नर समाज की इस पहल पर पीबीएम अधीक्षक डाक्टर परमेंद्र सिरोही ने किन्नर समाज का आभार व्यक्त किया और कहाँ की सभी के सहयोग से ही पीबीएम का विकास हो सकेगा किन्नर समाज अध्यक्ष रजनी बाई के शिष्य मुस्कान बाई अग्रवाल ने कहा की इस पुनीत कार्य के लिए आगे आये हैं और आगे भी जरूरत पडी तो ऐसे पुनीत कार्य के लिए हम सदैव तत्पर रहेगें पीबीएम अधीक्षक और किन्नर समाज की मुस्कान बाई अग्रवाल ने पानी के टेंकर को रवाना किया इस मौके पर कमेटी के कोशल कुमार पडिहार, राकेश सिंह राजपुरोहित ने किन्नर समाज की इस जन सेवा की प्रसंशा की और आभार व्यक्त किया।

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बीकानेर: जिला कलक्टर पहुंचे ट्रॉमा सेंटर, घायलों की जानी कुशलक्षेम

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बीकानेर, 13 मार्च। जिला कलेक्टर नमित मेहता ने शनिवार को ट्रॉमा सेंटर पहुंचकर बाप के निकट हुई सड़क दुर्घटना के घायलों की कुशलक्षेम पूछी तथा चिकित्सकीय व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) बीआर धोजक तथा पीबीएम अधीक्षक डॉक्टर परमिंदर सिरोही मौजूद रहे। जिला कलक्टर ने पीबीएम अधीक्षक को निर्देश दिए कि मरीजों के इलाज में किसी प्रकार की कोताही नहीं हो। सभी आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। घायलों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि यदि उन्हें उपचार अथवा किसी प्रकार की अन्य सहायता की आवश्यकता है तो पीबीएम अधीक्षक को बताएं ।उल्लेखनीय है कि बाप के पास हुई सड़क दुर्घटना के 12 घायलों को पीबीएम रेफर किया गया। इनमें 5 बच्चे भी शामिल हैं।

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बीकानेर: आज वरिष्ठ नागरिकों ने निकाली जागरूकता रैली

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मंगल टीका जागरूकता अभियान

आमजन को दिया संदेश, कोरोना एडवाइजरी की करें पालना, सभी पात्र लोग लगवाएं टीका

90 साल के डॉ. मधु

सूदन व्यास, वरिष्ठ नागरिक समिति के अध्यक्ष डॉ एस एन हर्ष ने कहा टीका पूर्णतया सुरक्षित
अभियान समन्वयक राजेन्द्र जोशी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक लीलाधर पंवार रहे मौजूद

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प्रदेश में जल जीवन मिशन में 1866.41 करोड़ रुपये की 646 परियोजनाएं मंजूर

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1532 गांवों में 4 लाख 41 हजार 448 घरों को मिलेगा नल से जल कनैक्शन

जयपुर में बगरू, नागौर में लाडनूं और बाड़मेर में पोकरण-फलसूंड-बालोतरा-सिवाना जलापूर्ति योजना-4 बी के तहत तीन मेजर प्रोजेक्ट्स की स्वीकृति

जयपुर, 12 मार्च। जलदाय विभाग की जल जीवन मिशन (जेजेएम) अन्तर्गत राज्य स्तरीय योजना स्वीकृति समिति (एसएलएसएससी) की बैठक अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत की अध्यक्षता में शुक्रवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित की गई। बैठक में प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में  जेजेएम के तहत 1866.41 करोड़ रुपये की 646 परियोजनाओं को मंजूरी प्रदान की गई। इससे 1532 गांवों में 4 लाख 41 हजार 448 घरों को नल से जल कनैक्शन दिए जाएंगे।

अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री पंत ने बताया कि बैठक में मेजर प्रोजेक्ट्स के तहत 3 मल्टी विलेज स्कीम (लागत-707.06 करोड़ रुपये, 1 लाख 39 हजार 410 घरों में नल से कनैक्शन) को मंजूरी दी गई। इसके तहत जयपुर के बगरू में 130 गांवों की वृहद परियोजना को स्वीकृति प्रदान की गई है, इस पर 255.33 करोड़ रुपये खर्च होंगे तथा 45 हजार 52 घरों में नल कनैक्शन जारी किए जाएंगे। इसी प्रकार नागौर जिले की लाडनूं पंचायत समिति के तहत 102 गांवों और ढाणियों की 205.97 करोड़ रुपये की योजना स्वीकृत की गई है, जिसमें 48 हजार 316 घरों में नल कनैक्शन होंगे। बाड़मेर जिले में पोकरण-फलसूंड-बालोतरा-सिवाना जलापूर्ति योजना-4 बी के तहत 167 गांवों की वृहद परियोजना को भी मंजूरी दी गई। इसमें 167 गांवों सहित 411 ढाणियों में 46 हजार 42 नल कनैक्शन होंगे।
 
श्री पंत ने बताया कि बैठक में क्षेत्रीय परियोजनाओं सहित 537 सिंगल विलेज स्कीम (लागत-969.11 करोड़ रुपये, 2 लाख 50 हजार 747 घरों में नल से कनैक्शन) को मंजूरी दी गई, इनमें 22 जिलों अजमेर, अलवर, बांसवाड़ा, बाड़मेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, डूंगरपुर, श्रीगंगानगर, जयपुर, जैसलमेर, झालावाड़, झुंझुनू, जोधपुर, करौली, कोटा, नागौर, पाली, सवाईमाधोपुर, सीकर, टोंक एवं उदयपुर के 931 गांवों में घर-घर नल कनैक्शन दिए जाएंगे।


उन्होंने बताया कि इसके अलावा क्षेत्रीय परियोजनाओं सहित 106 सिंगल विलेज स्कीम (लागत-190.24 करोड़ रुपये, 51 हजार 331 घरों में नल से कनैक्शन) के अतिरिक्त प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई। इसके तहत 11 जिलों अजमेर, भरतपुर, धौलपुर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जयपुर, जोधपुर, नागौर, सवाईमाधोपुर, टोंक एवं उदयपुर के 202 गांवों में घर-घर नल कनैक्शन दिए जाएंगे।

बैठक में इसके अलावा उदयपुर जिले के 224 गांवों के लिए 160.81 लाख की लागत से 6 डीपीआर तैयार करने के प्रस्ताव को भी स्वीकृति दी गई। इसके तहत 54 हजार 105 घरों में नल से जल कनैक्शन दिया जाना प्रस्तावित है। बैठक में भारत सरकार में जल शक्ति मंत्रालय के अधिकारियों के अलावा  राज्य में जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के सम्बंधित अधिकारी शामिल हुए।

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भाजपा बीकानेर देहात का हल्ला बोल कार्यक्रम जिला कलेक्टर को राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन

बीकानेर बुलेटिन





गहलोत सरकार जनता का विश्वास खो चुकी अब पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं- जिलाध्यक्ष सारस्वत

बीकानेर-भारतीय जनता पार्टी बीकानेर देहात का हल्ला बोल कार्यक्रम आज बीकानेर में रतन बिहारी पार्क से जिला कलेक्टर कार्यालय तक रहा जिसमे भाजपा कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस की जनविरोधी नीतियों के कारण सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए जिलाध्यक्ष ताराचंद सारस्वत के नेतृत्व मे जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। भाजपा कार्यकर्ता बीकानेर देहात की सभी पांच विधानसभाओं से पहुंचे जिसमे खाजूवाला श्रीडूंगरगढ़ नोखा लुणकनसर श्रीकोलायत विधानसभा से भाजपा कार्यकर्ता हजारों की संख्या में गाड़ियों से रतन बिहारी पार्क पहुंचे वहां से जिलाध्यक्ष ताराचंद सारस्वत के नेतृत्व मे पूर्व विधायक डॉ विश्वनाथ मेघवाल के साथ रैली के रूप में गहलोत सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ नारेबाजी करते गहलोत सरकार हाय! हाय!, युवाओं को रोजगार दे न सके वह सरकार बदलनी है, किसानों की फसलो का मुआवजा दो, युवाओं को रोजगार दो, अवैध जिप्सम खनन को रोको आदि नारेबाजी करते हुए भाजपा कार्यकर्ता कलेक्टर कार्यालय पहुंचें।


जिला कलेक्टर कार्यालय पर ज्ञापन देने से पूर्व भाजपा जिला अध्यक्ष ताराचंद सारस्वत ने सभा को संबोधित करते हुए कहा गहलोत सरकार किसानों नौजवानों से झूठे वादो के दम पर बरगला कर सत्ता में आई है कांग्रेस सरकार मात्र 2 साल में ही जनता का विश्वास खो चुकी है सत्ताधारी दल के विधायक आपस मे गुटबाजी के चलते अविश्वास से दो भागों में बंटे हुए है कांग्रेस पार्टी आमजन के प्रति अपनी जिम्मेवारी को भुलाकर एक दूसरे को नीचा दिखाने मे लगे हुए हैं राज्य के मुख्यमंत्री ने अपने ही दल के विधायकों को अपने पाले में रखने की कोशिश में, जनता के प्रति अपनी जिम्मेदारी को भुला दिया है। अपने घोषणा पत्र में किसानों के कर्ज माफी के वादे को भुला दिया है बिजली की बढ़ी हुई दरों से किसानों की कमर टुट चुकी है और बिजली कंपनी द्वारा अवैध वसूली परवान पर है, किसानों को अवैध वीसीआर भरकर लूटा जा रहा है। किसानों को इस समय फसल के लिए एक ओर पानी की बहुत जरूरत है लेकिन विभाग की नाकामी कारण किसान बिजली के बिल नहीं चुका पा रहे हैं उनके ट्रांसफार्मर उतारे जा रहे हैं राज्य में आम आदमी का जीना मुश्किल होता जा रहा है राज्य सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे पा रही। 

अब गहलोत सरकार को पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं यह सरकार जनता का विश्वास खो चुकी है।
पूर्व संसदीय सचिव डॉ विश्वनाथ मेघवाल ने हल्ला बोल को संबोधित करते हुए कहा गहलोत सरकार ने किसानों को कर्ज माफी, बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया था लेकिन अब इसको भुला दिया है राज्य में अपराधी बेखौफ होकर घूम रहे हैं आमजन में भय का माहौल है राज्य में अपराध चरम सीमा पर है राज्य में महिलाओं के साथ आए दिन बलात्कार गैंगवार की घटनाएं हो रही है अनुसूचित जाति पर अत्याचार की घटनाएं में वृद्धि हुई है गहलोत सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही वो अपने मद में मस्त है जिले में किसानों की बहुत खराब है सरकार किसानों की ओर ध्यान नहीं दे रही है किसानों की फसलों को अंतिम नहरी पानी की जरूरत थी लेकिन नहर बंदी के कारण किसानों को पानी नहीं मिल पाया जिससे किसानों की फसल खत्म हो चुकी है सरकार को शीघ्र गिरधावरी करवा कर उचित मुआवजा देना चाहिए जिले में अवैध रूप से माफिया सक्रिय, जिले में अवैध जिप्सम की खुदाई हो रही है अवैध बजरी खनन माफिया का खेल चला रहा है।


हल्ला बोल कार्यक्रम में रामनिवास महिया देवीलाल मेघवाल बजरंग लाल सारस्वत अगर सिंह डॉ भागीरथ मुण्ड भंवरलाल ढाका हेमनाथ जाखड़ इंदर सिंह राठौड़ जगविन्द्रसिह सिद्धू राकेश कस्वा रामदेव सोनी कुंदन सिंह राठौड़ माधो सिंह भाटी अमजद खान जसराज सिवर महेंद्र सिंह हीरालाल यादव कोजुराम सारस्वत विक्र  सिंह राजपुरोहित भाजपा मंडल अध्यक्ष गिरधारी राम गोदारा जसवंत दैया छगन प्रजापत सहीराम चौधरी महावीर प्रजापत श्याम सुंदर ज्याणी सरवन शर्मा देवी सिंह शेखावत पवन सिंह मोहन कस्वा श्याम सुंदर शर्मा रामनिवास सहित मण्डल अध्यक्ष, मोर्चा अध्यक्ष व महिला मोर्चा की महिला कार्यकर्ता शामिल हुई।

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