बीकानेर बुलेटिन
बीकानेर। नए साल पर जिले में पुलिस महकमे में नए कप्तान के साथ बहुत कुछ नया देखने को मिलेगा। नई व्यवस्थाएं लागू होंगी। नई व्यवस्थाओं से बहुत कुछ बदल जाएगा। स्थानीय पुलिस प्रशासन को पूर्व में बनाए गए प्रस्तावों के नए साल में मंजूरी मिलने की आस है। नए प्रस्तावों को मंजूरी मिलने पर पुलिस महकमे की नई उम्मीदों को पंख लगेंगे।
इनसे पुलिस होगी हाईटेक
एक : जिला पुलिस यातायात को सुगम व सरल बनाने के लिए नए साल में इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आइटीएमएस) लागू करेगी। नया सिस्टम लागू होने से पुलिस की सिरदर्दी कम होगी। यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्ती होगी। पुलिस को यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों से उलझने की जरूरत नहीं होगी। चालान ऑनलाइन होंगे और चालकों को डाक से घर भेजे जा सकेंगे।
दो : जिले में एक एएसपी कार्यालय, सीओ सर्कल, दो थाने और तीन पुलिस चौकियां खुलने के प्रस्ताव भेजे गए हैं। इन प्रस्तावों को मंजूरी मिली, तो पुलिस की व्यवस्थाओ में इजाफा होगा। सुरक्षा व कानून व्यवस्था मजबूत होगी। अपराधों व अपराधियों पर अंकुश लग सकेगा। नए साल में कई पुलिस कर्मचारियों-अधिकारियों को डीपीसी से पदोन्नत किया जाएगा।
तीन : नए साल में जिला पुलिस की खुद की फोरेंसिक लैब होगी। फोरेंसिक लैब से योग्य पुलिस कांस्टेबलों का चयन कर उन्हें प्रशिक्षित किया जा रहा है। इस तरह का बीकानेर पुलिस नवाचार कर रही है। यह नवाचार सफल रहा, तो प्रदेशभर में इसे अपनाया जाएगा। इस लैब में कार्यरत कार्मिक मोडुस ऑपरेंडी ब्यूरो एवं मोबाइल स्पेशल यूनिट के साथ मिलकर काम करेंगे।
समय की जरूरत है बदलाव
सेवानिवृत आरपीएस ओमप्रकाश जोशी का कहना है कि पुलिस में अब समय की जरूरत के हिसाब से बदलाव होने चाहिए। बदलावों से ही पुलिस सशक्त होगी। पुलिस की कार्यशैली पारदर्शी होना जरूरी है। शहर और जनसंख्या बढ़ रही है, लेकिन पुलिस का समुचित विकास नहीं हो रहा है। पुलिस अब भी वर्षों पुरानी शैली पर काम कर रही है। पुलिस को बदमाशों से निपटने के लिए हाइटेक संसाधनों से लैस करना होगा।
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