Thursday, August 12, 2021

बीकानेर:चारण ने दिया ईमानदारी का परिचय

बीकानेर बुलेटिन



आज के समय मे भी ईमानदार व्यक्तियों की कमी नही है। ऐसा ही मामला बिकानेर में सामने आया जहां एक युवक देवराज चारण गांव सिंथल को सड़क पर 9200 रुपये पड़े मिले।इसके बाद फोटो पत्रकार दिनेश गुप्ता से संपर्क किया यह राशि सही हाथों में पहुंचे इसके बारे में विचार विमर्श किया जिसके बाद युवक ने आखिरकार 2 दिन बाद जिसके रुपये थे उनको उनके पैसे लोटा दिया। देवराज चारण ने पैसे लौटकर एक मिसाल कायम की ।कहते है पैसा ही सबकुछ होता है और बड़े बड़े इंसान में ये पैसा लालच पैदा कर देता है। लेकिन बिकानेर के देवराज चारण ने पैसे का लालच नही लेकर अपनी ईमानदार का परिचय दिया। दरअसल देवराज अपने काम से फड बाजार की और से आ रहे थे उसी दौरान उन्हें सड़क पर रुपयों की एक गड्डी मिली। जिसके बाद युवक ने पैसे उठाकर आसपास के लोगो से किसी के पैसे होने के बारे में पूछा लेकिन कोई संतुष्ट जवाब नही मिलने के बाद युवक देवराज ने पास की दुकान पर अपने फोन नम्बर छोड़ दिये। जिसके बाद 2 दिन बाद किसी ने दुकानदार से संपर्क कर पैसे खोने के बात बताई। जिसके बाद देवराज के नंबर पर बात कर अपने पेसो की डीटेल बताई। और युवक ने अपनी ईमानदारी को दिखाते हुए उनको पैसे लोटा दिए। 

दरअसल फड बाजार में ही जूतों की दुकान पर काम करने वाले किशन गिडवानी के ये पैसे थे। घर जाते समय उनकी जेब से रुपये निकल कर गिर गए। उन्होंने उम्मीद छोड़ दी थी कि उन्हें वापस पैसे मिलेंगे । लेकिन युवक के नम्बर मिलने के बाद और अपने पैसे वापस मिलने पर 
देवराज चारण की ईमानदारी को देखकर काफी खुश नजर आएं । इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आज के समय मे इस तरह के ईमानदार लोग बहुत कम है। और उन्होंने देवराज चारण को साधुवाद देते हुए आगे बढ़ने का आशिर्वाद भी दिया।

बहराल इस वाकये से ये तो साबित हो गया कि ईमानदारी आज भी जिंदा है। कुछ लोगो के कारण थोड़ी ईमानदारी पर सवाल खड़े होते है लेकिन देवराज जैसे युवक भी है जो अपनी ईमानदारी का लोहा मनवाते है। वही किशन गिडवानी ने युवक का आभार जताते हुए उनका मिठाई खिलाकर मुह भी मीठा करवाया।

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बीकानेर:संगठन संस्कृत के प्रचार लिए सबको साथ लेकर विकास के लिए तत्पर रहेगा:-दिनेश जोशी

बीकानेर बुलेटिन



आज निदेशालय संस्कृत शिक्षा जयपुर में मंत्रालय कर्मचारियों के अध्यक्ष श्री दिनेश जोशी और उनकी कार्यकारिणी का राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ लोकतांत्रिक के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनवारी शर्मा के नेतृत्व में किया सम्मान ।
सम्मान समारोह में निदेशक संस्कृत शिक्षा श्री दिर्गा राम  रामसनेही जी सहायक निदेशक श्री प्रेम राज वर्मा राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ लोकतांत्रिक के प्रदेश महामंत्री संगठन श्री रमेश तिवारी श्री सुरेंद्र बिश्नोई श्री सुनील खत्री भी रहे मौजूद । सम्मान समारोह के बाद राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ लोकतांत्रिक के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बनवारी शर्मा ने श्रीमान मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन को श्रीमान निदेशक महोदय को सौंपा  । इस अवसर पर मंत्रालय कर्मचारियों के अध्यक्ष श्री दिनेश जोशी ने कहा संगठन सबको साथ लेकर के संस्कृत के प्रचार प्रसार और विकास के लिए तत्पर रहेगा । बनवारी शर्मा ने निदेशक महोदय से कहा कि जल्द से जल्द महासंघ के मांग पत्र  का निस्तारण  करवाया जाए  ।

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जिला कलक्टर ने वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से 27 ग्राम पंचायतों के सरपंचों और ग्रामीणों से किया संवाद

बीकानेर बुलेटिन



योजनाओं की दी जानकारी, सुनी समस्याएं, निस्तारण के दिए निर्देश

बीकानेर, 12 अगस्त। जिला कलक्टर नमित मेहता ने गुरुवार को ई-मित्र प्लस के माध्यम से जिले की 27 ग्राम पंचायतों के सरपंचों, पंचों और ग्रामीणों से संवाद किया। राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी तथा सभी पात्र लोगों से इनका लाभ उठाने का आह्वान किया। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और इनके निस्तारण के लिए सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी नियमित रूप से ग्रामीण क्षेत्रों के दौरे करें। जिला कलक्टर सहित सभी अधिकारी राजीव गांधी आईटी सेंटर से जुड़े, वहीं ब्लॉक और ग्राम पंचायत स्तर पर भी अधिकारी मौजूद रहे। इस दौरान जिला कलक्टर ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सूचना प्रौद्योगिकी का लाभ दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंचाने के लिए ई-मित्र प्लस सेवा प्रारम्भ की गई है। इसके माध्यम से अनेक सुविधाएं ग्रामीण स्तर पर मिल सकेंगी। ग्रामीण इनका लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि ई-मित्र प्लस के माध्यम से ग्रामीणों से सतत संवाद किया जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, घर घर औषधि योजना, मनरेगा, सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना आदि के बारे में बताया।
तीन दिन में दुरुस्त होंगे ट्यूबवेल
पांचू सरपंच ने ग्राम पंचायत के विभिन्न ट्यूबवेल खराब होने की शिकायत की। इस पर जिला कलक्टर ने जलदाय विभाग के कनिष्ठ अभियंता को शुक्रवार को ही मौके पर जाकर वस्तुस्थिति की जानकारी लेने और तीन दिनों में इन्हें दुरुस्त करते हुए अवगत करवाने के निर्देश दिए। उदासर में मृत पशुओं के निस्तारण से सम्बंधित समस्या के लिए शुक्रवार को ही विकास अधिकारी को मौके पर जाने के निर्देश दिए। 
*ग्रामीणों ने रखी बात, अधिकारियों ने दिए जवाब*
जिला कलक्टर द्वारा पहली बार एक साथ 27 पंचायतों के साथ किए गए संवाद को ग्रामीणों ने अच्छी पहल बताया और अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याएं रखीं। इस दौरान ग्रामीणों ने विद्युत के ढीले तार दुरुस्त करवाने, विद्युत आपूर्ति सुचारु रखने, स्कूल और स्वास्थ्य केंद्र क्रमोन्नत करवाने, हड्डा रोड़ी के लिए स्थान स्वीकृत करवाने, विभिन्न क्षेत्रों में सड़कें बनाने, एएनएम सहित अन्य कार्मिक नियुक्त करवाने आदि समस्याएं रखी। जिला कलक्टर ने इनके सम्बन्ध में त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए।


जल जीवन मिशन के तहत होंगे घर-घर कनेक्शन
इस अवसर पर जिला कलक्टर ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत गांव-गांव में पेयजल कनेक्शन दिए जाएंगे। इसके बाद अंतिम छोर तक पेयजल उपलब्धता की समस्या का स्थाई समाधान हो जाएगा। उन्होंने एनएफएसए के तहत लंबित आवेदनों का निस्तारण करने, मनरेगा के तहत अधिक से अधिक रोजगार प्राप्त करने की बात कही। जिला कलक्टर ने जनसुनवाई से सम्बंधित प्रकरणों के प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए, जिससे यह प्रस्ताव स्वीकृति के लिए सरकार को भिजवाए का सकें।
इस दौरान जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाश, अतिरिक्त कलक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक, महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक शारदा चौधरी, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के संयुक्त निदेशक सत्येंद्र सिंह, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के उपनिदेशक एलडी पंवार, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओपी चाहर, उपनिदेशक (कृषि) कैलाश चौधरी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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राजस्थान में 1 सितंबर से खुलेंगे स्कूल, जारी हुई नई गाइडलाइन

बीकानेर बुलेटिन



गहलोत सरकार ने स्कूल खोलने को लेकर  बड़ा फैसला किया है. राज्य के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों में कक्षा 9वीं से 12वीं तथा विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालयों और कोचिंग संस्थानों में कक्षाओं का नियमित संचालन बुधवार 1 सितम्बर, 2021 से प्रारम्भ किया जाएगा.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत  ने मंत्री समूह ने प्रदेश के शैक्षणिक संस्थानों में अध्ययन अध्यापन गतिविधियां शुरू करने के लिए की गई सिफारिशों का अनुमोदन कर दिया है. गहलोत के निर्णय के बाद गृह विभाग ने शैक्षणिक संस्थानों में कोरोना संक्रमण  की रोकथाम के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं. 

गृह विभाग द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार, कक्षाएं केवल 50 प्रतिशत उपस्थिति क्षमता के साथ खुल सकेंगी. साथ ही, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग (Medical and health department) की ओर से कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम हेतु निर्धारित प्रोटोकॉल एवं समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों की सभी शैक्षणिक परिसरों में सख्ती से पालना सुनिश्चित की जाएगी

शिक्षण संस्थानों में कक्षाओं का संचालन निम्न दिशा-निर्देशों के साथ शुरू होगा-


राज्य के सरकारी / निजी विश्वविद्यालय / महाविद्यालय / विद्यालयों (कक्षा 9वीं 12वी तक) की नियमित शिक्षण गतिविधियों का संचालन 50 प्रतिशत क्षमता के साथ 1 सितम्बर से प्रारम्भ किया जा सकेगा. विश्वविद्यालय / महाविद्यालय / विद्यालय के शैक्षणिक व अशैक्षणिक स्टाफ एवं संस्थान के लिए आवागमन हेतु संचालित बस, ऑटो एवं कैब के चालक इत्यादि को 14 दिन पूर्व वैक्सीन की कम-से-कम एक खुराक अनिवार्य रूप से लेनी होगी.


• प्रदेश के समस्त कोचिंग संस्थान अपने शैक्षणिक और अशैक्षणिक स्टाफ के वैक्सीन की दोनों खुराक ले चुके होने की अनिवार्यता की शर्त के साथ 1 सितम्बर से बैठक 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित हो सकेंगे. साथ ही, संबंधित संस्थान द्वारा - intimation के माध्यम से ऑनलाइन पोर्टल https://covidinfo.rajasthan.gov.in पर संस्थान में अध्ययनरत विद्यार्थियों की संख्या बैठक क्षमता एवं कु स्टाफ / कार्मिकों / विद्यार्थियों के प्रतिशत वैक्सीनेशन की सूचना अपलोड करनी होगी.

• शैक्षणिक व अशैक्षणिक स्टाफ / विद्यार्थियों के आवागमन हेतु संचालित स्कूल बस / ऑटो / कैब इत्यादि वाहन की बैठक क्षमता के अनुसार ही अनुमत होंगे.


• नियमित कक्षाओं के अध्ययन के लिये छात्रों की बैठक व्यवस्था एक सीट छोड़कर इस प्रकार की जायेगी कि प्रत्येक कक्ष में छात्रों की उपस्थिति कक्ष की क्षमता के 50 प्रतिशत से अधिक नहीं हो.


• ऑनलाइन / डिस्टेंस लर्निंग अध्यापन को वरीयता और प्रोत्साहन दिया जाएगा.


• विद्यालयों में कक्षा 1 से 8वीं तक की नियमित शिक्षण गतिविधियां आगामी आदेश तक केवल ऑनलाइन माध्यम से संचालित रहेंगी.


राज्य में शिक्षण गतिविधियों के सुचारू रूप से संचालन हेतु शिक्षण संस्थाओं (विश्वविद्यालय / महाविद्यालय / विद्यालय / कोचिंग संस्थान द्वारा सुनिश्चित की जाएगी-


  • शिक्षण संस्थानों में आने से पूर्व सभी विद्यार्थियों द्वारा अपने माता-पिता / अभिभावक से लिखित अनुमति लेना अनिवार्य होगा. यदि माता पिता/ अभिभावक अपने बच्चों को अभी ऑफलाइन अध्ययन हेतु कक्षाओं में नहीं भेजना चाहते तो उन पर संबंधित संस्थान द्वारा उपस्थिति के लिए दबाव नहीं बनाया जाएगा. इन विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन अध्ययन की सुविधा निरन्तर संचालित रखी जाएगी.

  • शिक्षण संस्थानों द्वारा प्रार्थना सभा का आयोजन नहीं किया जायेगा.

  • अध्ययन अवधि के दौरान संस्थान में एवं आवागमन के दौरान फेस मास्क पहनना अनिवार्य होगा. मास्क नहीं तो प्रवेश नहीं के नियम की पालना आवश्यक है. किसी विद्यार्थी / स्टाफ के पास मास्क नहीं होने पर संस्थान द्वारा मास्क उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाएगा.

  • शिक्षण संस्थानों द्वारा प्रत्येक शैक्षणिक व अशैक्षणिक स्टाफ / विद्यार्थी की स्क्रीनिंग की व्यवस्था करनी होगी एवं इसके उपरान्त ही प्रवेश दिया जाएगा. मुख्य द्वार पर प्रवेश एवं निकास के दौरान संस्था परिसर, कक्षाओं में सामाजिक

  • दूरी (दो गज की दूरी) का ध्यान रखा जाएगा एवं संस्थान में किसी भी स्थान पर विद्यार्थी अभिभावक / कर्मचारी अनावश्यक रूप से एकत्रित न हो एवं संस्थान परिसर में स्थित कैंटीन को आगामी आदेशों तक बंद रखा जायेगा.

  • प्रत्येक फ्लोर पर क्लासरूम एवं फैकल्टी रूम में कुर्सियों, सामान्य सुविधाओं एवं मानव सम्पर्क में आने वाले सभी बिन्दुओं जैसे रेलिंग्स, डोर हैण्डल्स एवं सार्वजनिक सतह, फर्श आदि को प्रतिदिन सेनेटाइज किया जाएगा एवं खिड़की / दरवाजों को खुला रखा जाएगा, ताकि हवा का पर्याप्त प्रदाह सुनिश्चित रहे.

  • संस्थान में प्रतिदिन काम में आने वाली स्टेशनरी एवं अन्य उपकरणों को सेनेटाइज करना अनिवार्य होगा.




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बीकानेर:अवैध हथियार सहित दो गिरफ्तार

बीकानेर बुलेटिन



प्रफुल्ल कुमार आईपीएस महानिरीक्षक पुलिस बीकानेर रेन्ज, बीकानेर द्वारा चलाये जा रहे आपरेशन वज्र के तहत जिले में अवैध हथियारों की खरीद-फरोख्त होने के संबंध में गुप्त सूचना प्राप्त हुई। जिस पर विशेष टीमों का गठन कर आसूचना एकत्र कर कार्यवाही करने बाबत निर्देशित किया गया।

जिसके परिणामस्वरूप डीएसटी टीम ने मुखबिर सूचना व तकनीकी विश्लेषण की सहायता से जानकारी जुटाकर पुलिस थाना रावतसर की टीम के सहयोग से दिनांक ११ अगस्त को सड़क आम रावतसर से खेतावाली नजद पदम विहार कॉलोनी, रोही चक २४ डीडब्लयूडी रावतसर से दो मुल्जिमानों गुरलाल सिंह व सुखवन्त सिंह के कब्जा से ३२ बोर के कुल ६ पिस्तल (माउजर) मय ०९ मैग्जीन सहित गिरफ्तार किया गया।

मुल्जिम सुखवन्त के खिलाफ पुलिस थाना हनुमानगढ़ टाउन में एससी/एसटी के तहत पूर्व में मामला दर्ज है। पुलिस ने दोनों पर अभियोग संख्या ३९०/२०२१ धारा ३,५,७,८,/२५ (१)(सी), ३/२५(६), ३/२५(८) आम्र्स एक्ट में मामला दर्ज कर अनुसंधान अशोक कुमार बिश्नोई पुलिस निरीक्षक थानाधिकारी रावतसर द्वारा शुरू किया गया।

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SDM ने देखी नोखा अस्पताल की व्यवस्थाए जताया संतोष

बीकानेर बुलेटिन





नोखा उपखंड अधिकारी स्वाती गुप्ता ने बुधवार को नोखा की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का अचानक अवलोकन करते हुए अस्पताल की व्यवस्थाएं देखी ।  नोखा तहसीलदार द्वारका प्रसाद शर्मा साथ में थे ज्ञात रहे कि 1 दिन पहले ही भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अस्पताल की व्यवस्थाओं और सोनोग्राफी मशीन नहीं होने से रोगियों को होने वाली परेशानी बाबत ज्ञापन उपखंड अधिकारी को दिया था । उपखंड अधिकारी ने अस्पताल में सभी तरह की व्यवस्थाएं देखी । अस्पताल प्रभारी डॉ सुनील बोथरा और मुख्य ब्लाक चिकित्सा अधिकारी श्याम बजाज ने उन्हें सभी कक्षो , लेबर वार्ड, चिकित्सकों के कक्षों, दवा वितरण केंद्रों , लेब , आई अस्पताल जहां नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर गुलाब खत्री रोगियों के आंखों में लेंस प्रत्यारोपण कर रहे थे , ऊपरी मंजिल पर भर्ती रोगियों के वार्ड तथा अस्पताल के पिछवाड़े मोर्चरी के पास निर्माण कार्य आदि का अवलोकन करवाया । उपखंड अधिकारी ने सोनोग्राफी मशीन के बारे में पूछने पर अस्पताल प्रभारी डॉ बोथरा ने बताया कि अस्पताल में सोनोग्राफी विशेषज्ञ भी नहीं है सोनोग्राफी मशीन के लिए सांसद अर्जुन राम ने आश्वासन दिया लेकिन अभी तक मशीन आई नहीं है मशीन आ जाने पर सोनोग्राफी विशेषज्ञ की मांग की जाएगी इस संवाददाता ने उपखंड अधिकारी से पूछने पर उपखंड अधिकारी ने अस्पताल की व्यवस्थाओं पर संतोष जताया |

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बीकानेर में शुक्रवार को रहेगी विभिन्न क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित

बीकानेर बुलेटिन




बीकानेर, 12 अगस्त। राजस्थान राज्य विद्युत प्रसारण निगम पूगल रोड़ स्थित 132 केवी सब स्टेशन में विद्युत उपकरणों के आवश्यक रख-रखाव के लिए शुक्रवार को प्रातः 6.30 बजे से 10 बजे तक विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी। 
बीकेईएसएल के सहायक अभियंता ने बताया कि गुरूवार को सोनगिरी कुआं, पारीक चौक, पाबूबारी के अन्दर, सैटेलाइट हॉस्पिटल, जस्सूसर गेट, सीताराम गेट के बाहर, विश्वकर्मा गेट के बाहर, नैनों का मोहल्ला, चून्नाभट्टा, कालू मोदी बाड़े के पास, प्रताप बस्ती के पास, कब्रिस्तान, चौखुंटी पुलिया, सुभाष मार्ग, वैद्य मघाराम कॉलोनी, चैननाथ धूना, कोठारी हॉस्पिटल के पास, रांकावत भवन, पूगल बस स्टेण्ड, पण्डित धर्मकांटा, पारीक चौक, कसाईयों की बारी, बिन्नाणी चौक, दाऊजी रोड, चूनगरों का मौहल्ला, जोशीवाड़ा, दो पीर, डूडी सिपाहियों का मौहल्ला, भाटियों का चौक, आसानियों का चौक, तेलीवाड़ा, बख्तावरों का कुंआ, जगमन कुंआ, प्रताप मॉल के पीछे, नत्थूसर बास, नयाशहर थाना, माहेश्वरी भवन, धर्म नगर द्वार, सर्वोदय बस्ती, रेलवे वर्कशॉप, रेलवे हॉस्पिटल, गुरूद्वारा, अन्त्योदय नगर, जवाहर नगर, हरिजन बस्ती, एमएम ग्राउण्ड के पीछे, बंगला नगर, पूगल रोड, सब्जी मण्डी, चुंगी चौकी, नाल रोड, अंसल कॉलोनी, कृष्णा विहार, महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय, विश्वकर्मा कॉलोनी, गणेश कॉलोनी, रंगा कॉलोनी, एफसीआई गोदाम के पीछे, गणगौर स्कूल के पास, मुस्तफा मस्जिद, जलुजी की खेड़ी, बाबू मार्केट, एमपी. कॉलोनी सैक्टर 1 से 17, ऊनमण्डी, पूगल रोड ब्रिज, भीमनगर, रामपुरा बाईपास, रंगोली फैक्ट्री, काजरी फार्म हाउस, लालगढ़ स्टेशन, छत्ता फैक्ट्री, रामपुरा गली नम्बर 1 से 23, कबीर आश्रम, ओड़ों का मौहल्ला, करनी इण्डस्ट्रियल एरिया, करमीसर रोड़, डी-1, विश्नोई मौहल्ला, जीवननाथ बगेची, मुरलीधर व्यास कॉलोनी सेक्टर 3, एफ, डी, सी, बहानी की बाड़ी, भूतनाथ मंदिर के पास, सुथारों की शमशान, करमीसर रोड़, पुनियानन्द आश्रम के पास, श्रीरामसर, कल्ला पैट्रोल पम्प के पीछे, सहारण पैट्रोल पम्प, टाटा मोटर, स्वामी केश्वानन्द कृषि विश्वविद्यालय, बीछवाल आदि क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति बाधित रहेगी।

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49 रेलवे स्टेशनों के रिडेवलपमेंट का फ़ैसला,बीकानेर जोधपुर का भी होगा कायाकल्प

बीकानेर बुलेटिन




 रेल मंत्रालय ने 49 रेलवे स्टेशनों के रिडेवलपमेंट का फ़ैसला लिया है. ये काम रेल भूमि विकास प्राधिकरण यानी आरएलडीए को सौंपा गया है. इनमें से कुछ अमरावती, राजकोट, मथुरा, आगरा फ़ोर्ट, बीकानेर, कुरुक्षेत्र और भोपाल सहित अन्य स्टेशन हैं. आरएलडीए, पहले से ही भारत सरकार के स्मार्ट सिटी परियोजना के अंतर्गत आने वाले 60 रेलवे स्टेशनों का विकास कार्य कर रहा है.

स्टेशन रिडेवलपमेंट से बढ़ेगा इलाक़े में रोज़गार


आरएलडीए के वाइस चेयरमैन वेद प्रकाश डुडेजा ने कहा, " स्टेशन पुनर्विकास वस्तुत: आंतरिक रूप से शहरी विकास से जुड़ा हुआ है. इन स्टेशनों का पुनर्विकास यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं प्रदान करेगा और उनका यात्रा अनुभव बेहतर होगा. इससे खुदरा, रियल एस्टेट और पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार के कई गुना अवसर बनेंगे. एक जिम्मेदार संघठन के रूप में, नए भारत की आकांक्षाओं को पूरा करते हुये रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए) निर्धारित समयानुसार पुनर्निर्मित स्टेशनों को देश की जनता को सौपनें के लिए प्रतिबद्ध है."


इन रेलवे स्टेशनों को रिडेवलपमेंट के लिए चुना गया है



  1. मेरठ सिटी (एनआर, उत्तर प्रदेश )

  2. मुरादाबाद (एनआर, उत्तर प्रदेश )

  3. दीन दयाल उपाध्याय ( मुगल सराय )

  4. गोरखपुर (एनईआर, उत्तर प्रदेश )

  5. अलीगढ़ (एनसीआर, उत्तर प्रदेश )

  6. गोंडा (एनईआर, उत्तर प्रदेश )

  7. मथुरा (एनसीआर, उत्तर प्रदेश )

  8. आगरा फ़ोर्ट (एनसीआर, उत्तर प्रदेश)

  9. बरेली (एनआर, उत्तर प्रदेश)

  10. जामनगर (डब्ल्यूआर, गुजरात)

  11. भावनगर (डब्ल्यूआर, गुजरात)

  12. गांधीधाम (डब्ल्यूआर, गुजरात)

  13. जूनागढ़ (डब्ल्यूआर, गुजरात)

  14. राजकोट डब्ल्यूआर गुजरात

  15. भोपाल डब्ल्यूसीआर मध्य प्रदेश

  16. बीना डब्ल्यूसीआर मध्य प्रदेश

  17. झांसी डब्ल्यूसीआर मध्य प्रदेश

  18. उज्जैन डब्ल्यूआर मध्य प्रदेश

  19. ब्यास एनआर पंजाब

  20. जालंधर सिटी एनआर पंजाब

  21. भटिंडा जं. एनआर पंजाब

  22. नया पठानकोट ( चक्की बैंक ) एनआर पंजाब

  23. साईनगर सिरडी सीआर महाराष्ट्र

  24. नांदेड़ एससीआर महाराष्ट्र

  25. अमरावती सीआर महाराष्ट्र

  26. अकोला सीआर महाराष्ट्र

  27. छपरा एनईआर बिहार

  28. सितामढ़ी ईसीआर बिहार

  29. बरौनी ईसीआर बिहार

  30. दरभंगा ईसीआर बिहार

  31. धनबाद ईसीआर झारखंड

  32. टाटानगर एसईआर झारखंड

  33. जसीडीह ईआर झारखंड

  34. तिरुनेलवेल्ली एसआर तमिलनाडु

  35. चेन्नई सेंट्रल एसआर तमिलनाडु

  36. बेगमपेट एससीआर तेलंगाना

  37. काचीगुड़ा एससीआर तेलंगाना

  38. गुडूर एससीआर आंध्रप्रदेश

  39. राजमन्ड्री एससीआर आंध्रप्रदेश

  40. बंडेल ईआर पश्चिम बंगाल

  41. न्यू कूच बिहार एनएफआर पश्चिम बंगाल 42. बीकानेर एनडब्ल्यूआर राजस्थान

  42. जोधपुर एनडब्ल्यूआर राजस्थान

  43. पालमपुर एनआर हिमाचल प्रदेश

  44. सिलचर एनएफआर असम

  45. कुरुक्षेत्र एनआर हरियाणा

  46. वास्को-द-गामा एसडब्ल्यूआर गोवा

  47. मैसूर एसडब्ल्यूआर कर्नाटक

  48. हरिद्वार एनआर उत्तराखंड


पीपीपी मॉडल पर होगा रिडेवलपमेंट


आरएलडीए ने हाल ही में पुरी और लखनऊ रेलवे स्टेशनों के लिए पुनर्विकास प्रक्रिया में भाग लेने के लिए योग्य डेवलपर्स से बोलियां आमंत्रित करने के लिए रिक्वेस्ट फॉर क्वॉलिफ़िकेशन ( आरएफक्यू ) की प्रक्रिया पूरी की है. परियोजनाओं को डेवलपर्स और निवेशकों से समान रूप से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है. इसके अलावा, देहरादून, नेल्लोर, तिरुपति, पुडुचेरी, एर्नाकुलम और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास के लिए, आरएफक्यू को अंतिम रूप दिया गया है और जल्द ही आरएफपी जारी किए जाएंगे. इन सभी स्टेशन परियोजनाओं का सरकारी निजी कंपनी भागीदारी ( पीपीपी ) मॉडल के तहत पुनर्विकास किया जाएगा.


आरएलडीए के पास चार मैंडेट हैं


रेल भूमि विकास प्राधिकरण ( आरएलडीए ) रेलवे भूमि के डेवलपमेंट के लिए रेल मंत्रालय के तहत एक वैधानिक प्राधिकरण है. विकास योजना के तहत आरएलडीए के पास चार प्रमुख मैंडेट हैं- 1. कॉमर्शियल जगहों को पट्टे पर देना 2. कॉलोनी पुनर्विकास, 3. स्टेशन पुनर्विकास और 4. मल्टीपरपज़ कैम्पस बनाना


रेलवे की वो ख़ाली पड़ी ज़मीनें जिन पर अब विकास होगा


भारतीय रेलवे के पास पूरे भारत में लगभग 43,000 हेक्टेयर खाली भूमि है। साथ ही, आरएलडीए वर्तमान में 84 रेलवे कॉलोनी पुनर्विकास परियोजनाओं को संभाल रहा है और हाल ही में पुनर्विकास के लिए गुवाहाटी में एक रेलवे कॉलोनी को लीज पर दिया है. आरएलडीए के पास लीज पर देने के लिए देश भर में 100 कमर्शियल (ग्रीनफ़ील्ड) साइटें हैं और प्रत्येक के लिए पात्र डेवलपर्स को एक खुली और पारदर्शी बोली प्रक्रिया के माध्यम से चुना जाएगा.


कुल 172 रेलवे स्टेशनों का हो रहा है कायाकल्प


आरएलडीए वर्तमान में 109 स्टेशनों पर चरणबद्ध तरीके से काम कर रहा है, जबकि इसकी सहायक कंपनी, आईआरएसडीसी अन्य 63 स्टेशनों पर कार्य कर रही है. पहले चरण में, आरएलडीए ने पुनर्विकास के लिए नई दिल्ली, तिरुपति, देहरादून, नेल्लोर, कटक और पुडुचेरी जैसे प्रमुख स्टेशनों को प्राथमिकता दी है. भारत सरकार द्वारा शुरू की गई स्मार्ट सिटी परियोजनाओं के एक हिस्से के रूप में भारत भर के रेलवे स्टेशनों को पीपीपी मॉडल पर पुनर्विकास किया जाएगा.

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मेडिकल रिलीफ सोसायटी से चिकित्सालय में संसाधन की स्वीकृतियां जारी

बीकानेर बुलेटिन





 मेहरा की अध्यक्षता में पीबीएम चिकित्सालय की मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की बैठक

 बीकानेर, 12 अगस्त। संभागीय आयुक्त एवं मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी, पीबीएम अस्पताल के अध्यक्ष बी.एल.मेहरा ने कहा कि रोगियों को बेहतर उपचार मुह्हैया कराने के लिए राजस्थान मेडिकल रिलीफ सोसायटी के माध्यम से आवश्यक संसाधन सुलभ कराये जाए। साथ ही राज्य सरकार द्वारा संचालित चिकित्सा से जुड़ी सभी योजनाओं का लाभ रोगियों को समय पर बिना परेशानी के  मिले, यह सुनिश्चित किया जाए। उपलब्ध संसाधनों को रोगियों को लाभ मिले इसके लिए चिकित्सक संवेदनशीलता के साथ कार्य करें।
       संभागीय आयुक्त मेहरा गुरूवार को सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज के सभागार में राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी, पीबीएम चिकित्सालय की बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने चिकित्सालय में विभिन्न विभागों के सुचारू संचालन के लिए प्लेसमेन्ट एजेन्सियों के माध्यम से लगाए गए उच्च कुशल, कुशल, अर्द्ध कुशल व अकुशल कार्मिकों के कार्यों और उनकी उपस्थिति की समीक्षा की और निर्देश दिए कि इनकी उपस्थिति की जांच नियमित रूप से की जाए। अनुपस्थित पाये जाने पर प्लेसमेन्ट एजेन्सी पर प्लेन्टी लगाए तथा इनके मानदेय मंे कटौति की जाए। उन्होंने कहा कि प्लेसमेन्ट एजेन्सी के माध्यम से लगे कार्मिकों के कार्यों की नियमित समीक्षा और उनके कार्यों में सुधार के प्रयास की जाए।
       बैठक में जिला कलक्टर नमित मेहता ने पीबीएम अस्पताल की आय बढाने के लिए स्थाई सोर्स विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पीबीएम चिकित्सालय की जमीन पर दुकाने बनाकर, आय में वृद्धि की जा सकती है। अस्पताल प्रशासन इसके प्रस्ताव तैयार करें, कि किस जगह पर दुकानों का निर्माण कराया जा सकता है। उन्होंने आरयूआईडीपी के तीसर चरण के लागू होने से पहले चिकित्सालय में कराये जाने वाले कार्यों के प्रस्ताव बनाने के भी निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने पीबीएम चिकित्सालय में सरस डेयरी बूथ स्थापित करने के लिए प्रस्ताव देने के निर्देश दिए और कहा कि प्राप्त प्रस्तावों को डेयरी को भेजे जायेंगे और लॉटरी के माध्यम से सरस डेयरी बूथ का आवंटन करवाया जायेगा।
बैठक में ये हुए निर्णय- बैठक में ब्लॅड बैंक में स्थापित एपरिसिस मशीन के लिए रिजेन्ट व अन्य कन्ज्यूमेबल की आपूर्ति के लिए 30 लाख रूपये की ,बायोकेमेस्ट्री विभाग में स्थापित इम्यूनोलाइजर के लिए रिजेन्ट व अन्य कन्ज्यूमेबल की आपूर्ति के लिए 1 करोड़ रूपये की, ब्लॅड बैंक द्वारा आयोजित होने वाले ब्लॅड शिविरों में चिकित्सीय दल को आने-जाने वाले के लिए 16 सीटर ए.सी.वाहन किराये पर तथा जीएनएम टीसी स्कूल के विद्यार्थियों को भ्रमण हेतु 50 सीटर वाहन किराये पर लेने तथा चिकित्सालय के साजो सामान को चिकित्सालय के विभिन्न विभागों में पहुंचाने के लिए लोडिंग वाहन किराये पर लिए जाने के लिए 25 लाख रूपये की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति दी गई। समिति के सदस्य त्रिलोकी कल्ला ने वर्तमान में चल रहे ई-रिक्सा के अलावा दो ई-रिक्सा और स्वीकृत किए जाने का सुझाव दिया, जिसके प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए गए गए।
       चिकित्सालय के डब्ल्यू कॉटेज में दो सामान्य श्रेणी के कॉटेज को वातानुकूलित करने के प्रस्ताव पर जिला कलक्टर ने मेहता ने कहा कि इस कार्य को दानदाताओं के सहयोग से करवाया जाए। दानदाता नहीं मिलने पर इस कार्य को सोसायटी द्वारा करवाया जा सकता हैं। इन्डोर मरीजों को भर्ती पंजीकरण का जो कि वर्तमान में 20 रूपये शुल्क है,उसे जोधपुर मेडिकल कॉलेज के चिकित्सालय के समकक्ष रखा जाए।  साथ ही मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना का पैकेज रोगियों को पूरा मिले, इसके लिए एक कमेटी का गठन किया जाए। यह कमेटी चिकित्सालय में दवा उपलब्ध नहीं होने की स्थिति में बाजार से दवा क्रय करने पर सुझाव देगी। इसके अलावा बायोप्सी की मौजूदा दर 50 रूपये से बढ़ाकर 100 रूपये करने का निर्णय लिया गया।
बैठक में सदस्य सचिव राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी, पीबीएम अस्पताल एवं अधीक्षक डॉ.परमेन्द्र सिरोही ने गत् बैठक में हुए निर्णयों की पालना रिपोर्ट प्रस्तुत की और बताया पूर्व में दिए गए निर्देशों की पूरी पालना कर दी गई है।
       इस अवसर पर प्राचार्य एवं नियंत्रक सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज डॉ. मुकेश आर्य, अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. एल.ए.गौरी, अतिरिक्त प्राचार्य द्वितीय वरिष्ठ आचार्य एवं विभागाध्यक्ष दंत रोग विभाग डॉ. रंजन माथुर, विभागाध्यक्ष ब्लॅड बैंक डॉ.देवराज आर्य, डॉ.देवेन्द्र अग्रवाल, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी डॉ.पी.डी.तंवर, उपाधीक्षक पीबीएम डॉ. के.के.मिश्रा, सदस्य त्रिलोकीे कल्ला, नवरतन सिंघवी, विधि सलाहकार ओम भादाणी, वरिष्ठ लेखाधिकारी चतुर्भुज राजपुरोहित, विधि अधिकारी अब्दुल रहमान पंवार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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हाथकरघा बुनकरों को पुरस्कृत करने के लिए आवेदन आमंत्रित

बीकानेर बुलेटिन






बीकानेर, 12 अगस्त। हाथकरघा बुनकरों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से जिला स्तरीय हाथकरघा पुरस्कारों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। 
जिला उद्योग केन्द्र की महाप्रन्धक मंजू नैण गोदारा ने बताया कि हाथकरघा बुनकरों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा इन्हें प्रतिवर्ष नगद पुरस्कार दिए जाते हैं। इसी श्रृंखला में इस वर्ष के पुरस्कारों के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। जिला स्तरीय पुरस्कार के लिए वही बुनकर पात्र होंगे जो पिछले 3 वर्षों से हाथकरघा पर बुनाई का कार्य कर रहे हैं तथा इस अवधि में पुरस्कार के लिए चयनित नहीं हुए हैं। 
उन्होंने बताया कि पात्र हाथकरघा बुनकर अपना आवेदन 31 अगस्त तक  चौपड़ा कटला, रानी बाजर स्थित जिला उद्योग केन्द्र कार्यालय में जमा करवा सकते हैं। आवेदन फार्म भी यहीं उपलब्ध रहेंगे।

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मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना: डोर-टू-डोर सर्वे कर सभी पात्र परिवारों को योजना से जोडे़ं- मुख्यमंत्री

बीकानेर बुलेटिन





जयपुर। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश की जनता को उपचार के महंगे खर्च से मुक्ति दिलाने के लिए राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा जैसी महत्वाकांक्षी योजना शुरू की है। इस योजना का उद्ेश्य राजकीय अस्पतालों के साथ-साथ लोगों को निजी अस्पतालाें में भी बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं कैशलेस उपलब्ध कराना है। उन्होंने निर्देश दिए कि डोर-टू-डोर सर्वे के माध्यम से सभी पात्र परिवारों को इस योजना से जोड़ा जाना सुनिश्चित करें। 

श्री गहलोत बुधवार को मुख्यमंत्री निवास से वीडियो कॉन्फे्रंस के माध्यम से मुख्यमंत्री चिंरजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि योजना का व्यापक  लाभ पहुंचाने के लिए जरूरी है कि शहरों के साथ-साथ निचले स्तर तक बडे़ और अच्छी स्वास्थ्य सुविधाओं वाले अधिकाधिक निजी अस्पतालों को इस योजना में जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि एक भी जरूरतमंद पात्र परिवार योजना में रजिस्टे्रशन से वंचित नहीं रहे। जिन परिवारों का जनआधार पंजीयन हो चुका है, उन्हें आवश्यक रूप से योजना में शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि इस योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।

श्री गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री निशुल्क दवा एवं जांच योजना तथा निरोगी राजस्थान जैसी योजनाओं के बाद स्वास्थ्य के क्षेत्र में यह एक क्रांतिकारी योजना है, जो यूनिवर्सल हैल्थ कवरेज प्रदान करने की दिशा में बड़ा कदम है। प्रदेश के 1 करोड़ 33 लाख परिवार इस योजना से अब तक जुड़ चुके हैं। एनएफएसए तथा सामाजिक-आर्थिक जनगणना, कोविड अनुग्रह राशि प्राप्त करने वाले परिवारों, संविदाकर्मी, लघु एवं सीमांत कृषकों का इस योजना में बिना किसी प्रीमियम के निशुल्क रजिस्टे्रशन किया गया है, जबकि अन्य पात्र परिवारों को भी मात्र 850 रूपए में ही 5 लाख रूपए के कैशलेस बीमा की सुविधा प्रदान की है। 

श्री गहलोत ने कहा कि लोगों को अस्पताल में इस योजना का लाभ लेने में किसी तरह की परेशानी नहीं आए, इसके लिए वहां हैल्प डेस्क स्थापित की जाएं। साथ ही अस्पतालों में रोगियों और उनके परिजनों को योजना से संबंधित तमाम जानकारी उपलब्ध करवाने की उचित व्यवस्था सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि योजना के सफल संचालन के लिए हर स्तर पर नियमित मॉनिटरिंग की जाए। 

चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने कहा कि चिरंजीवी योजना प्रदेशवासियों को निशुल्क उपचार उपलब्ध कराने की दिशा में मुख्यमंत्री का महत्वपूर्ण निर्णय है। विभाग उनकी मंशा के अनुरूप इस योजना का बेहतर क्रियान्वयन सुनिश्चित करेगा। उन्होंने कहा कि योजना में निरंतर अस्पतालों को जोड़ा जा रहा है, ताकि लोगों को अपने नजदीकी स्थान पर ही बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। 

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सचिव श्री सिद्धार्थ महाजन ने बताया कि अब तक 1 लाख 46 हजार से अधिक मरीजों को योजना के तहत 190 करोड़ रूपए से अधिक का निशुल्क उपचार प्रदान किया गया है। योजना में क्लेम की संख्या लगातार बढ़ रही है। 

चिकित्सा शिक्षा सचिव श्री वैभव गालरिया ने बताया कि मेडिकल कॉलेज से जुडे़ अस्पतालों में योजना के तहत 42 करोड़ रूपए के क्लेम निस्तारित किए जा चुके हैं और नियमित रूप से योजना की समीक्षा की जा रही है। उन्होंने बताया कि अस्पतालों में दाखिल होने वाले रोगियों की तुलना में क्लेम के अनुपात को लगातार बेहतर किया जा रहा है। 

स्टेट हैल्थ एश्योरेंस एजेंसी की सीईओ अरूणा राजोरिया ने प्रस्तुतीकरण देते हुए बताया कि गाइडलाइन में संशोधन कर निजी अस्पतालों की संख्या को बढ़ाया जा रहा है। एक जुलाई से अब तक 85 नए अस्पताल एम्पेनल्ड किए जा चुके हैं। इस प्रकार कुल 479 निजी अस्पताल योजना में जुड़ चुके हैं, इनमें बडे़ अस्पताल भी शामिल हैं। कोविड की दूसरी लहर के दौरान जिन लाभार्थियों से राशि लेने की शिकायतें प्राप्त हुई थीं, उसे गंभीरता से लेते हुए रिफण्ड दिलाया गया है। अब तक 267 लाभार्थियों को रिफण्ड मिल चुका है। 

बैठक में मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य, प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा श्री अखिल अरोरा, स्टेट हैल्थ एश्योरेंस एजेंसी के ज्वाइंट सीईओ श्री कानाराम, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भण्डारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। 

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बीकानेर:शादी का झांसा देकर किया दुष्कर्म, मामला दर्ज

बीकानेर बुलेटिन




जामसर थाना क्षेत्र में एक युवक ने शादी का झांसा देकर महिला के साथ दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। इस मामले में जामसर निवासी दो बच्चों की मां ने पुलिस को रिपोर्ट देकर बताया है कि अकबर उर्फ बबलू से उसकी जान-पहचान थी। अकबर ने मीठी बातें कर उसे अपने जाल में फांसा और शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करता रहा चार साल पहले उसने पति से भी तलाक करवा दिया। बाद में शादी के नाम पर टालमटोल करने लगा। आरोप है कि सात साल तक शादी का झांसा दुष्कर्म करने के बाद अकबर ने दूसरी महिला से निकाह कर लिया। पीड़िता ने विरोध किया तो उसे और दोनों बच्चों को जान से मारने की धमकी दी। एसएचओ गौरव खिडिय़ा ने बताया कि पीड़िता की रिपोर्ट पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। उसके बयान लिए जाएंगे और मेडिकल करवाया जाएगा।

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