Friday, September 23, 2022

नौकरी लगवाने का झांसा देकर पैसे ठगने वाले के घर की दीवार, रेलिंग व मीटर तोड़ डाले, तीन गिरफ्तार

बीकानेर बुलेटिन



बीकानेर। मुरलीधर निवासी डिंपल के बंद मकान की रेलिंग व मीटर तोड़ने के आरोपियों को नयाशहर पुलिस के एएसआई वेदपाल ने धर दबोचा है। आरोपियों की पहचान खिंदासर, कोलायत निवासी संतोष पुत्र मनोहर, पठियाल, भोजासर निवासी हंसराज पुत्र रामरख व पठियाल निवासी रामस्वरूप पुत्र भगवाना राम के रूप में हुई है। एएसआई वेदपाल के अनुसार प्रार्थिया मुरलीधर निवासी रामदेव के मकान में रहती है। 14 सितंबर की रात उसका मकान बंद था। इसी रात आरोपियों ने घर की रेलिंग व मीटर तोड़ डाला। 



पुलिस पूछताछ में एक आरोपी ने बताया है कि उसके बहनोई मांगीलाल की रामदेव से जान पहचान थी। उसने नौकरी लगवाने का झांसा देकर उनसे पैसे ठग लिए। बार बार तकादा करने पर भी पैसे नहीं लौटाए गए। हालांकि आरोपियों के बयानों की सत्यता अभी प्रमाणित नहीं है। जांच करने पर ही सच सामने आ सकता है। 

उल्लेखनीय है कि आरोपियों को थानाधिकारी वेदपाल शिवराण के नेतृत्व में एएसआई वेदपाल मय टीम ने गिरफ्तार किया है। ख़बर लिखने तक आरोपियों से पूछताछ जारी थी।

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जान से मारने की नियत से तेजाब से भरी बोतल फेंकी

बीकानेर बुलेटिन




बीकानेर। सास-ससुर को जान से मारने की नियत से उन पर तेजाब से भरी बोतल फेंकने का दिलचस्प मामला जयनारायण व्यास कॉलोनी थाना क्षेत्र में सामने आया है। इस मामले में ससुर ने दामाद को नामजद किया है। मामले की जांच कर रहे सहायक उप निरीक्षक भानीराम ने बताया कि इस आशय की रिपोर्ट जयपुर रोड देवनगर निवासी ताराचन्द मीणा पुत्र बहादुर सिंह ने थाने में दी है।रिपोर्ट के मुताबिक मामला 18 जुलाई का बताया जाता है। रिपोर्ट में ससुर ताराचन्द ने अपने दामाद बागावास हाल इन्दिरा गांधी नगर जयपुर में रहने वाले विक्रम सिंह मीणा पुत्र जयराम मीणा पर आरोप लगाया है। आरोप है कि दामाद विक्रम सिंह ने उसको व उसकी पत्नी को जान से मारने की नियत से उन पर तेजाब से भरी बोतल फेंकी। गनीमत रही बोतल उनको नहीं लगी, मगर उसकी खिडक़ी के शीशे टूटकर चकनाचूर हो गए। पुलिस ने आरोपी दामाद के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

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स्कूलों के बाद अब सरकारी अस्पताल पर भी तालाबंदी, कम्प्यूटर ऑपरेटर के भरोसे अस्पताल

बीकानेर बुलेटिन





अब तक स्कूलों में तालेबंदी हो रही थी लेकिन अब सरकारी अस्पताल पर भी लोग ताले लगा रहे हैं। बीकानेर के झझू गांव में स्थित सरकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर ग्रामीणों ने शुक्रवार को ताला लगा दिया। आरोप है कि एक कम्प्यूटर ऑपरेटर के भरोसे अस्पताल चल रहा है। न डॉक्टर समय पर आ रहे हैं और न नर्सिंग कर्मचारी। ऐसे अस्पताल के ताले खोलने के कोई मायने नहीं है।

श्रीकोलायत क्षेत्र के राजकीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र झझु में चिकित्सक व नर्सिंग कर्मचारियों द्वारा लगातार ड्यूटी पर समय पर नहीं आने के विरोध में सरपंच घमुराम नायक के नेतृत्व में ग्रामीणों ने प्राथमिक चिकित्सा केंद्र पर तालाबंदी कर दी। इस दौरान ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। सरपंच घमुराम नायक ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य केंद्र पर डॉक्टर नहीं आते। कभी कभी आकर हाजिरी लगाकर वापस लौट जाते हैं। नर्सिंग कर्मचारी तक अस्पताल में नहीं रहते। ऐसे में एक कंप्यूटर ऑपरेटर के भरोसे सारा काम चल रहा है। महज खानापूर्ति कर रहे इस अस्पताल का कोई उपयोग नहीं है। ग्रामीणों को स्वास्थ्य परीक्षण के लिए बीकानेर जाना पड़ता है या फिर प्राइवेट डॉक्टर को दिखाना होता है। दोनों ही स्थिति में आर्थिक मार पड़ती है।

शुक्रवार को सरपंच पीएचसी का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। तब भी ग्रामीणों की शिकायत सही मिली, डॉक्टर और नर्सिंगकर्मी दोनों ही उपस्थित नहीं थे। सरपंच ने बताया कि अचानक एक मरीज लेकर जब मै अस्पताल पहुंचा तो कंप्यूटर ऑपरेटर के अलावा कोई भी कर्मचारी नहीं मिला । जिस पर ग्रामीणों के साथ मिलकर विरोध प्रदर्शन भी किया और नाराज होकर ताला भी लगा दिया । जिसकी सूचना उपखंड स्तरीय अधिकारी व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दे दी गई । सूचना मिलने पर एसडीएम प्रदीप कुमार चाहर , बीसीएमओ डॉ सुनील जैन और डॉक्टर ताहिर मोहम्मद झझु अस्पताल परिसर में पहुंचे और वार्ता के बाद तालाबंदी खोल दी गई।

अन्य गांवों में भी ऐसे हालात

न सिर्फ झझु बल्कि आसपास के अन्य गांवों में भी ऐसे ही हालात है। जहां डॉक्टर के बजाय कम्प्यूटर ऑपरेटर या फिर एकाउंटेंट ही व्यवस्था संभाले हुए हैं। अस्पताल से लोग बीकानेर आते हैं। कई बार तहसील मुख्यालय पर प्राइवेट डॉक्टर से चेकअप करवाते है।


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पिंकी गंगवाल का तबादला भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो बीकानेर में, 15 पुलिस अफसरों की एसीबी में पोस्टिंग, देखे सूची

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बीकानेर। पुलिस महानिदेशक राजस्थान पुलिस ने 15 पुलिस निरीक्षकों व उपनिरीक्षकों की पोस्टिंग भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में कर दी है। इसी के तहत बीकानेर महिला थाने में तैनात सब इंस्पेक्टर पिंकी गंगवाल को सीआई के पद पर प्रमोट करते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो बीकानेर में लगाया है। पिंकी गंगवाल महिला थाने से पहले नयाशहर थाने में पदस्थापित थीं। अब वे भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो बीकानेर में काम करते हुए भ्रष्टाचारियों को सबक सिखाने का काम करेंगी। पिंकी के अतिरिक्त बीकानेर में तैनात सीआई सुमन जयपाल को भी एसीबी में ले लिया गया है। उनका तबादला बीकानेर से एसीबी चौकी जोधपुर ग्रामीण में कर दिया गया है।

ब्यूरो ने सूची जारी कर पिंकी गंगवाल सहित आदर्श कुमार, हरीश भारती, किशोर सिंह, विवेक कुमार सोनी, सुमन जयपाल, महेंद्र कुमार, पदमपाल सिंह, नरेंद्र सिंह, दीनदयाल, पृथ्वीराज मीणा, राजेंद्र सिंह, तेजाराम, सुनीता कुमारी व सज्जन कुमार को भी प्रदेश के अलग अलग जिलों में पोस्टिंग दी है। इसके अतिरिक्त जालौर एसीबी में तैनात राजेंद्र सिंह पुत्र कैलाश दान को एसीबी जोधपुर लगाया है। देखें सूची



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पंपिंग स्टेशन पर मिला अज्ञात शव, हत्या या आत्महत्या...

बीकानेर बुलेटिन



इंदिरा गांधी नहर में सुसाइड और हत्या के बाद शव फैंकने के मामले तेजी से सामने आ रहे हैं। गुरुवार देर रात एक शव देखकर मलकीसर पंपिंग स्टेशन पर काम कर रहे सरकारी कर्मचारियों के होश उड़ गए। ये शव पीछे से बहता हुआ यहां तक पहुंचा है और पूरी तरह खराब हो गया है। तैरते शव को रोककर पुलिस को सूचना दी गई, जिसने मोर्चरी में रखवाया है।

दरअसल, मलकीसर पंपिंग स्टेशन पर हर रोज की तरह कर्मचारी काम कर रहे थे। इस दौरान गुरुवार देर रात एक शव तैरता नजर आया। कर्मचारियों ने एकत्र होकर इस शव को आगे बढ़ने से रोका और पुलिस को सूचना दी। इसके बाद शव को बाहर निकालकर मोर्चरी में रखवाया गया। माना जा रहा है कि एक-दो दिन से ये शव इंदिरा गांधी नहर में ही तैर रहा है। नहर में पीछे शव किसी की नजर में नहीं आया, ऐसे में तैरता हुआ मलकीसर तक पहुंच गया।

हत्या या आत्महत्या

अभी ये तय नहीं हुआ हे कि ये शव किसी की हत्या करके नहर में फैंका गया है या फिर किसी ने नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली है। अब लूणकरनसर पुलिस इस बारे में जांच कर रही है। नहर के पीछे के एरिया में थानों से गुमशुदगी या फिर हत्या के मामलों का पता किया जाएगा ताकि युवक की शिनाख्त हाे सके। बड़ी संख्या में लोग नहर में कूदकर आत्महत्या कर लेते हैं, वहीं कई बार रंजिश के चलते हत्या करके नहर में फैंक दिया जाता है।

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