Wednesday, September 28, 2022

गंगाशहर में मासूम से दुष्कर्म का आरोपी 24 घँटे में चढ़ा पुलिस के हत्थे

बीकानेर बुलेटिन




बीकानेर। गंगाशहर थाना क्षेत्र में 11 वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है। मामले का पता चलने पर पुलिस हरकत में आई। पुलिस ने परिजनों की रिपोर्ट पर मामला दर्ज किया गया। पीड़िता का रात को ही मेडिकल कराया।

गंगाशहर पुलिस के अनुसार थाना क्षेत्र में रहने वाली 11 वर्षीय बालिका परिवार के साथ यहां रहती है। पीड़िता के माता पिता पश्चिम बंगाल से यहां आकर मजदूरी कर रहे थे। मंगलवार को बच्ची के माता-पिता मजदूरी करने गए हुए थे। तभी पश्चिम बंगाल का रहने वाले एक व्यक्ति ने दुष्कर्म किया। उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़ित के माता-पिता घर पहुंचे तब बच्ची रो रही थी। मां-बाप ने बच्ची से पूछा तो उसने आपबीती बताई। तब परिजन पुलिस थाने पहुंचे। पुलिस ने मामले की गंभीरता देखते हुए तुरंत मामला दर्ज किया। पीड़िता का रात को ही मेडिकल कराया। मामले की जांच कर रहे सीओ सदर पवन कुमार भदौरिया ने बताया कि 11 वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म हुआ है। मेडिकल कराया है। वहशी दरिंदे को गंगाशहर पुलिस ने धर दबोचा है। आरोपी की पहचान कूचबिहार हाल घड़सीसर रोड़ गंगाशहर निवासी 22 वर्षीय शाहीनूर इस्लाम के रुप में हुई है। मामले की जांच कर रहे सीओ सदर आरपीएस पवन भदौरिया ने बताया कि घटना मंगलवार शाम करीब 6 बजे की है। आरोपी ने मौका पाकर बच्ची के साथ यौनाचार किया।

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जिला प्रशासन ने पहली बार पटाखा बिक्री के लिए की नई व्यवस्था, इस बार नही लगा सकेंगे स्थाई दुकाने, व्यपारी असमंजस में

बीकानेर बुलेटिन




बीकानेर। शहर में इस बार पटाखों की बिक्री गली-गली में अस्थाई दुकानें लगाकर नहीं हो सकेगी। बाजार में भी पटाखों की दुकानें लगाने के लिए अस्थाई लाइसेंस जारी नहीं किए जाएंगे। इस बार जिला प्रशासन ने एक ही जगह पर अस्थाई दुकानें लगाकर पटाखा-आतिशबाजी की बिक्री करने की व्यवस्था की है। प्रशासन के पास 400 से अधिक लोगों ने अस्थाई दुकानें लगाने के लिए आवेदन किया है। आवेदनों की जांच के बाद अस्थाई दुकान आवंटन के लिए लॉटरी निकाली जाएगी। 

अतिरिक्त जिला कलक्टर (सिटी) पंकज शर्मा ने मीडिया को बताया कि पटाखा विक्रेता एसोसिएशन के साथ बातचीत कर तय किया गया है कि पटाखों की बिक्री केवल अस्थाई मार्केट में ही की जा सकेगी। अस्थाई मार्केट के लिए शहर में पांच जगहों को देखा गया है। इनमें से किसी एक का चयन किया जाएगा। अस्थाई दुकान के लिए आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। इनकी जांच के बाद अस्थाई लाइसेंस दिए जाएंगे। जिन लोगों को लाइसेंस मिलेंगे, उन्हें अस्थाई पटाखा मार्केट में दुकानें आवंटित की जाएंगी। यह पूरी प्रक्रिया दशहरा तक कर ली जाएगी।

करीब दस दिन लगेगा मार्केट

जिला प्रशासन ने पटाखों की सुरक्षित बिक्री के लिए अस्थाई मार्केट लगाकर बिक्री की व्यवस्था करने का निर्णय किया है। दशहरा तक अस्थाई लाइसेंसों की जांच का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद अस्थाई मार्केट में उपलब्ध दुकानों को लॉटरी के माध्यम से आवंटित किया जाएगा। जिस लाइसेंसी को जो दुकान आवंटित होगी, वह केवल उसी जगह पटाखों की बिक्री कर सकेंगे। इसके अलावा कहीं और बिक्री को अवैध माना जाएगा।

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PFI पर 5 साल का बैन, जयपुर ऑफिस में भी लगा ताला,8 और संगठनों पर भी एक्शन

बीकानेर बुलेटिन



केंद्र सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) संगठन पर बैन लगा दिया है। PFI के साथ ही इसके 8 सहयोगी संगठनों पर भी 5 साल के लिए पाबंदी लगाई गई है। बैन लगाने की मांग कई राज्यों ने केंद्र सरकार से की थी। बुधवार को जयपुर के ऑफिस में भी ताला लगा रहा। बीजेपी शासित ज्यादातर राज्यों की पुलिस और एजेंसियों ने पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी और बड़ी संख्या में गिरफ्तारियां भी हाल ही में की थीं। राजस्थान में भी हाल ही जयपुर, कोटा, बारां में इस संगठन के ठिकानों पर छापेमारी की गई। भारत सरकार ने राजपत्र में गजट नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है।

राजस्थान में कई जिलों में हुए दंगों में PFI का हाथ- अरुण सिंह

बीजेपी राजस्थान के प्रदेश प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने बेंगलुरू से बयान जारी कर कहा है- राजस्थान में भी जिस तरह कई जिलों में दंगा हुआ, उसी समय हम कह रहे थे कि PFI का इसमें हाथ था। यहां (कर्नाटक में) पर भी जब सिद्धारमैया की सरकार थी उस वक्त भी 23 से ज्यादा लोगों की हत्या हुई थी। देश को अखंड रखने के लिए इस पर (PFI) बैन जरूरी था।

राजस्थान के 3 शहरों में PFI ठिकानों पर 22 सितम्बर को हुई थी छापेमारी

PFI के जयपुर, कोटा, बारां में ऑफिसों और ठिकानों पर NIA, ईडी और पुलिस ने 22 सितम्बर को रेड मारी थी। सीआरपीएफ भी साथ में मौजूद रही। जयपुर के मोती डूंगरी रोड पर पीएफआई ऑफिस पर रेड के दौरान बड़ी संख्या में स्थानीय पीएफआई कार्यकर्ता विरोध में उतर आए थे। पीएफआई के झंडे लहराए गए। बाद में बैनर के साथ एनआईए की कार्रवाई का विरोध किया गया। कोटा और बारां से 2 गिरफ्तारियां भी हुई थीं। साथ ही सूत्रों के मुताबिक कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया था।

कन्हैयालाल हत्याकांड में भी सामने आया नाम

NIA ने कोटा और बारां से कई संदिग्धों को हिरासत में लिया। बारां से सादिक हुसैन नाम के शख्स को हिरासत में लिया गया। सादिक हुसैन SDPI का जिला सचिव है। उससे पूछताछ हुई, तो अजमेर के ब्यावर और सरवाड़ में बड़े नेटवर्क का पता चला। उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड में PFI के शामिल होने की बात भी सामने आई।

PFI के ये 8 सहयोगी संगठन भी बैन

गजट नोटिफेकेशन में रिहैब इंडिया फाउंडेशन, कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया, ऑल इंडिया इमाम काउंसिल, नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन, नेशनल वीमेन फ्रंट, जूनियर फ्रंट, एम्पावर इंडिया फाउंडेशन और रिहैब फाउंडेशन, केरल सहित इनके सहयोगी संगठन और संबद्ध संस्थाओं को बैन किया गया है। नोटिफिकेशन में कहा गया है कि इंवेस्टीगेशन में पीएफआई और इसके सहयोगी संगठन या संबद्ध संस्थाओं, फ्रंटल ऑर्गेनाइजेशन के बीच साफ संबंध स्थापित हुआ है। रिहैब इंडिया फाउंडेशन पीएफआई के सदस्यों के जरिए फंड जुटाता है। नोटिफिकेशन में कहा गया है कि कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया, एम्पावर इंडिया फाउंडेशन, रिहैब फाउंडेशन, केरल के कुछ सदस्य PFI के भी मेम्बर हैं। पीएफआई के नेता जूनियर फ्रंट, ऑल इंडिया इमाम काउंसिल, नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन (एनसीएचआरओ), नेशनल वीमेन फ्रंट की एक्टिविटीज की मॉनिटरिंग और कॉर्डिनेशन करते हैं।

PFI ने समाज के अलग-अलग वर्गों जैसे-युवाओं, छात्रों, महिलाओं, इमामों, वकीलों या समाज के कमजोर वर्गों के बीच अपनी पहंच को बढ़ाने के मकसद से इन सहयोगी संगठनों या संबंधद्ध संस्थाओं या अग्रणी संगठनों की स्थापना की है। जिसका इकलौता मकसद इसकी सदस्यता, प्रभाव और फंड जुटाने की कैपेसिटी को बढ़ाना है। इन सहयोगी संगठनों और जुड़ी संस्थाओं और PFI के बीच -हब और स्पोक जैसा संबंध है। जिसमें PFI हब के रूप में काम करते हुए सहयोगी संगठनों या संबद्ध संस्थाओं की जनता के बीच पहुंच और फंड जुटाने की कैपिसिटी का इस्तेमाल गैर कानूनी एक्टिविटीज के लिए अपनी कैपिसिटी बढ़ाने के लिए करता है। ये सहयोगी संगठन रूट और ब्रांचेज़ की तरह भी काम करते हैं। इनके जरिए PFI को फंड और पावर मिलती है।

15 राज्यों में PFI और सहयोगी संगठन एक्टिव हैं

PFI राजस्थान, दिल्ली, आंध्र,प्रदेश, असम, बिहार, केरल, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, तमिलनाडु, तेलंगाना, मध्य प्रदेश में एक्टिव है।

क्या है पूरा मामला ?

22 से 27 सितंबर के बीच NIA, ED ने अलग-अलग राज्यों में स्टेट पुलिस को साथ लेकर PFI और सहयोगी संगठनों के ठिकानों पर ताबड़तोड़ रेड मारी थी। पहले राउंड की रेड में 106 PFI से जुड़े लोग गिरफ्तार किए गए। दूसरे राउंड में 247 PFI से जुड़े लोगों को पकड़कर गिरफ्तार किया या हिरासत में लिया गया। इंवेस्टीगेशन एजेंसीज को PFI के खिलाफ गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल होने और कई सहयोगी संगठनों का फंडिंग और पावर बढ़ाने के लिए इस्तेमाल करने के सबूत मिले। इसलीए इंवेस्टीगेशन एजेंसीज ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से इन संगठनों पर कार्रवाई की मांग रखी। एजेंसियों की सिफारिश पर ही गृह मंत्रालय ने PFI और सहयोगी संगठनों पर बैन लगाने का फैसला लिया है।

इन बड़ी घटनाओं में PFI लिंक

  • राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड और सिर तन से जुड़ा मॉल्यूल में परदे के पीछे रहकर काम किया।
  • पटना के फुलवारी शरीफ में गजवा-ए-हिन्द स्थापित करने के लिए बड़ी साजिश हो रही थी, इसे लेकर NIA ने हाल ही रेड मारी।
  • तेलंगाना के निजामाबाद में कराटे ट्रेनिंग के नाम पर PFI हथियार चलाने की ट्रेनिंग देता पाया गया। NIA में इस मामले में भी छापा मारा।
  • कर्नाटक में प्रवीण नेत्तरू हत्याकांड केस में PFI कनेक्शन सामने आया। जिसमें NIA जांच जारी है।
  • हिजाब विवाद और हाल में हुए प्रदर्शनों के दौरान PFI के फंडिंग के रोल पर भी जांच हुई।
  • समान नागरिकता कानून को लेकर उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा में PFI से जुड़े आरोपियों के ठिकानों पर आपत्तिजनक सामग्री, साहित्य और सीडी बरामद हुए। जिसे आधार बनाकर PFI को बैन करने का प्रस्ताव उत्तर प्रदेश सरकार ने भेजा था।

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रेलवे फाटक पर बाइक टकराई ट्रेन से 2 लोग हुए घायल, RPF के जवान पहुंचे मौके पर, RPF की मॉक ड्रिल !

बीकानेर बुलेटिन



बीकानेर। बीकानेर रेल मंडल के फाटक संख्या नं 262 पर एक मोटरसाइकिल के ट्रेन की चपेट में आने की सूचना तेजी से फैली। जानकारी मिली कि इस हादसे में मोटरसाइकिल घायल हो गए है। तुरंत रेलवे पुलिस और ऑफिसर्स अपनी-अपनी रेस्क्यू टीम लेकर पर दौड़े। थोड़ी ही देर में एम्बुलेंस भी मौके पर आकर खड़ी हो गई। लेकिन सभी ने तब राहत की सांस ली जब उन्हें ये पता लगा कि ये एक मॉक ड्रिल थी। हकीकत में ऐसा कोई हादसा नहीं हुआ था। डिजीवन सुरक्षा कमीश्नर आरपीएफ बीकानेर मंडल संजय बिस ने बताया कि हांलांकि हादसे की सूचना के तुरंत बाद पुलिस, एंबुलेंस व रेलवे का स्टाफ अलर्ट हो गया। संकट और आपदा के समय रेस्क्यू टीमों के रेस्पोंस टाइम को परखने के लिए मॉक ड्रिल की जाती है रेलवे के ने रेलवे की ओर से समय-समय पर स्टाफ व सिविल ऑथरिटी की वर्क स्टाइल को परखा जाता है। इसमें यह देखा जाता हैं कि कहीं जान-माल का नुकसान होता है या रेलवे को कोई नुकसान होता है तो सिविल अथॉरिटी, एंबुलेंस, सिविल पुलिस या संबंधित एजेंसीज, रेलवे की एजेंसीज- एआरटी, एआरएमई कितनी तत्परता से मौके पर पहुंच कर बचाव कार्य में जुटते हैं।

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सिंघम स्टाईल में ढूंढ निकाले लाखों की लूट के आरोपी को , पुलिस की तत्परता से सभी 5 आरोपी गिरफ्तार

बीकानेर बुलेटिन



बीकानेर @रोशन बाफना। इस वक्त की बड़ी ख़बर यह है कि बीकानेर पुलिस ने मात्र दो घंटों में करीब दो करोड़ की ज्वैलरी लूट ले जाने वाले डकैतों को धर दबोचा है। सूचना के अनुसार पांच डकैतों को नापासर थाना के मूंडसर की रोही से दबोचा गया है। वहीं लूटा हुआ माल भी बरामद कर लिया गया है। 

पुलिस सूत्रों के मुताबिक ज्वैलरी का पार्सल मिलन ट्रैवल्स की बस में बीकानेर आया था। पार्सल के मालिक ने पार्सल प्राप्त किया तथा वैगनार गाड़ी में लौटने लगा। उसी वक्त पांच बदमाशों ने कार रोककर हमला बोल दिया। कार के शीशे तोड़ दिए। डकैत पार्सल लेकर फरार हो गए। एसपी योगेश यादव व एएसपी अमित कुमार बुडानिया के निर्देशन में डीएसटी प्रभारी मनोज शर्मा मय टीम, सदर थानाधिकारी विकास विश्नोई मय टीम व जसरासर थानाधिकारी देवीलाल सहारण मय टीम ने मात्र दो घंटों में ही पांचों डकैतों को काबू में लिया। पुलिस ने अति त्वरित गति से कार्रवाई करते हुए करीब पचास किलोमीटर तक डकैतों का पीछा किया।

ख़बर लिखने तक माल की वैल्यू निकाली जा रही थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक दो करोड़ अथवा अधिक की कीमत का माल था। आरोपियों के नाम अभी उजागर नहीं किए गए हैं। हालांकि तोलाराम सियाग पुत्र चेतनराम इस गैंग का सरगना बताया जा रहा है। पूछताछ जारी है।

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बीकानेर:कार सवार पर किया हमला, लूट की वारदात को दिया अंजाम

बीकानेर बुलेटिन



बीकानेर। सदर थाना क्षेत्र में लूट का मामला सामने आया है। प्राथमिक जानकारी के अनुसार सादुलगंज स्थित मिलन ट्रेवल्स में एक पार्सल आया था। पार्सल मालिक ट्रेवल्स से पार्सल लेकर वैगनार में लौट रहा था। इसी दौरान लुटेरों ने वैगनार के शीशे तोड़कर लूट की बताते हैं। सदर पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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प्रदेश में कार चलाने वालो के लिए आदेश जारी, उल्लंघन पर कटेगा चालान

बीकानेर बुलेटिन




जयपुर। कार में फ्रंट सीट के साथ ही पिछली (बैक) सीट पर बैठने वाले यात्रियों को भी सीट बेल्ट लगाना होगा। सड़क व परिवहन मंत्रालय के आदेश के बाद मंगलवार को परिवहन विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी किए। आदेश के अनुसार केंद्रीय मोटर यान नियम 1989 के नियम 125(1)(क) के अनुसार एम-1 श्रेणी के वाहनों (चालक के अतिरिक्त अधिकतम आठ सीटर यात्री वाहन) में फ्रंट सीट के अलावा फ्रंट फेसिंग रीयर सीट पर बैठे यात्रियों को सीट बेल्ट लगानी अनिवार्य है।

पिछली सीट पर बैठे यात्री सीट बेल्ट नहीं लगाते हैं तो उनका चालान काटा जाएगा। केंद्रीय मोटर वाहन नियम (सीएमवीआर) के नियम 138 (3) के तहत पिछली सीट पर सीट बेल्ट नहीं लगाने पर 1,000 रुपए का चालान काटा जाएगा। आदेश के अनुसार वाहनों में सीट कवर लगवाते समय यह ध्यान रखा जाए कि सीट कवर के कारण सीट बेल्ट को लॉक करने या लॉक हटाने में बाधा न पहुंचे।

इसलिए जरूरी
सीट बेल्ट कमर और कंधे पर कसकर लगाई जानी चाहिए। जिससे रीड की हड्डी और पसलियां किसी भी तरह के झटके को सहन कर सके। मोटर व्हीकल एक्सपर्ट के अनुसार एयरबैग सीट बेल्ट का पूरक होता है। सीट बेल्ट लगे होने पर ही एयर बैग खुलते हैं।


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राजस्थान राजनीतिक घटनाक्रम में एक नया मोड़ ! गहलोत बने रहेंगे राजस्थान में ही मुख्यमंत्री

बीकानेर बुलेटिन




जयपुरः राजस्थान राजनीतिक घटनाक्रम में एक नया मोड़ आ गया ! अब अजय माकन से भी आलाकमान के नाराज होने की खबरें सामने आ रही हैं.

माकन द्वारा सारा मामला ठीक तरह से हैंडल नहीं किए जाने की खबरें है. इसी बीच एक कट्टर गहलोत समर्थक ने दावा करते हुए कहा कि गहलोत राजस्थान में ही मुख्यमंत्री बने रहेंगे और अब कोई दूसरा व्यक्ति कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेगा. 

इन चर्चाओं से अध्यक्ष पद के दूसरे उम्मीदवार शशि थरूर का भी आत्मविश्वास बढ़ रहा हैं. अब अगले 24 घंटे राजस्थान की राजनीति के लिए महत्वपूर्ण हैं.

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