Wednesday, November 16, 2022

विवाहिता की संदिग्ध हालात में मौत, पीहर पक्ष ने लगाया दहेज हत्या का आरोप

बीकानेर बुलेटिन




बीकानेर। जिले के देशनोक थाना क्षेत्र में विवाहिता की संदिग्ध हालात में मौत होने का मामला सामने आया है। घटना आंबासर गांव की है। जहां माया उर्फ बाबुड़ी पत्नी महेन्द्र सिंह की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। जिसके शव को पीबीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है। देशनोक पुलिस व परिजन भी पीबीएम अस्पताल पहुंचे। जहां परिजनों ने दहेज हत्या का आरोप लगाते हुए पहले आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की और कहा कि उसके बाद पोस्टमार्टम प्रक्रिया शुरू की जाए। परिजनों का आरोप है कि माया की शादी चार वर्ष पूर्व हुई थी। शादी के बाद ससुराल वाले उसे दहेज की मांग को लेकर तंग-परेशान व मारपीट करते थे। जिससे परेशान होकर माया एक साल पीहर रही। दो माह पहले पंचायती कर ससुराल वालों की जिम्मेवारी पर वापस उसे ससुराल भेजा गया। लेकिन आज सुबह उसका फोन आया कि जिसमें उसने बताया कि उसके साथ ससुराल वाले मारपीट कर रहे है उसे यहां से ले जाओ। आरोप है कि उसके बाद पति ने उसके साथ मारपीट की और फोन कर कहा कि आपकी बेटी जहर पी लिया है, इसलिए आप लोग हॉस्पिटल पहुंचो, मैं इसको लेकर हॉस्पिटल पहुंच रहा हूं। हॉस्पिटल पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, देशनोक थानाधिकारी रूपाराम ने बताया कि मृतका के पीहर पक्ष के लोग दहेज हत्या का आरोप लगा रहे है। मामला सीओ के अंडर में होने के कारण परिजन उन्हीं को इस मामले की रिपोर्ट देंगे।

Labels:

कांग्रेस में कलह, अजय माकन का प्रदेश प्रभारी पद से इस्तीफा, सामने आई ये वजह

बीकानेर बुलेटिन




कांग्रेस महासचिव अजय माकन ने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को पत्र लिखकर राजस्थान प्रभारी की जिम्मेदारी छोड़ दी है. अजय माकन ने जयपुर में 25 सितंबर के राजनीतिक घटनाक्रम का हवाला देते हुए खरगे से आग्रह किया कि अब उन्हें इस जिम्मेदारी से मुक्त किया जाए. सूत्रों के मुताबिक, माकन ने गत 8 नवंबर को खरगे को पत्र लिखा था.

उल्लेखनीय है कि 25 सितंबर को मुख्यमंत्री आवास पर कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक बुलाई गई थी. इसे कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव से पहले मुख्यमंत्री को बदलने की कवायद के रूप में देखा गया, क्योंकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को अध्यक्ष पद की दौड़ में सबसे आगे माना जा रहा था. हालांकि, सीएलपी की बैठक नहीं हो सकी, क्योंकि गहलोत के वफादार विधायकों ने संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल के आवास पर समानांतर बैठक की और सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाने के किसी भी संभावित कदम के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष सी पी जोशी को अपना इस्तीफा सौंप दिया.

विधायक दल का नेता चुनने पर दिया गया था यह सुझाव
इन विधायकों का कहना था कि अगर विधायक दल का नया नेता चुनना है तो वह उन 102 विधायकों में से हो, जिन्होंने जुलाई 2020 में राजनीतिक संकट के दौरान अशोक गहलोत की सरकार का समर्थन किया था. तब पायलट  और 18 अन्य विधायकों ने गहलोत के खिलाफ बगावत की थी.

विधायकों को जारी हुआ था कारण बताओ नोटिस
इसके बाद कांग्रेस की अनुशासनात्मक समिति ने मंत्री शांति धारीवाल और महेश जोशी तथा पार्टी के नेता धर्मेंद्र राठौड़ को उनकी इस ‘घोर अनुशासनहीनता’ के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया और उनसे 10 दिन के भीतर यह बताने के लिए कहा कि उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए.

Labels:

खेलते हुए पानी में गिरने से मासूम की मौत, दो साल के बच्चे की हुई मौत

बीकानेर बुलेटिन



बीकानेर। नोखा के हिमटसरगांव में दर्दनाक हादसा सामने आया है। दोपहर बाद अपने ही घर के आंगन में खेल रहे करीब 2 वर्षीय बालक की पानी से भरी बाल्टी में डूबने से मौत हो गई। प्राप्त जानकारी के अनुसार ने बताया कि हिम्मताराम मेघवाल का 2 वर्षीय पुत्र हरीश दोपहर घर के आंगन में खेल रहा था। आंगन में पानी भरे एक प्लास्टिक का बाल्टी रखा हुआ था। जो कि खेलते-खेलते वे बाल्टी के समीप आया और बाल्टी पकड़ कर उसके अंदर घूस गया। उस समय परिवार के सभी लोग घर में थे। घर के लोग कुछ समझ पाते इससे पहले हरीश की पानी भरे बाल्टी में डूबने से मौत हो गई थी। छोटे बच्चे का डूबने के कारण मौत होने से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। नोखा पुलिस ने बालक के शव का पोस्टमार्टम करवाकर शव को परिजनों को सुपुर्द किया।

Labels:

बस की टक्कर से महिला की मौके पर मौत

बीकानेर बुलेटिन




बीकानेर: बीकानेर के जसरासर पुलिस थाना क्षेत्र में बस की टक्कर लगने से एक महिला की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। इस आशय की रिपोर्ट मृतक के पुत्र ने बस चालक के खिलाफ थाने में दी है। पुलिस के मुताबिक भोम बिदासरिया निवासी तोलाराम पुत्र खेताराम ने बताया कि 14 नवम्बर की शाम को बस के चालक ने गफलत व लापरवाही से बस को चलाते हुए बस से उसकी मां को कुचल दिया। जिससे उसकी मां की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। पुलिस ने बस चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

Labels:

पत्नी ही निकली अपने पति की हत्यारिन, यूं खुली परत-दर-परत

बीकानेर बुलेटिन




महाजन थाना क्षेत्र के मनोहरिया गांव में पांच महीने पहले एक व्यक्ति की हत्या के मामले का पुलिस ने पटाक्षेप कर दिया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सुनील कुमार ने बताया कि गोगी पत्नी गुलाम हुसैन को इस सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। आरोपित महिला ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है। उसे बुधवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। वारदात से पर्दा उठाने में पुलिस को करीब सवा चार महीने का समय लगा।


यह है मामला
मनोहरिया गांव में 21 जुलाई की रात को गुलाम हुसैन व उसकी पत्नी गोगी पर धारदार हथियार से हमला होने की पुलिस को सूचना मिली थी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और दोनों घायलों को महाजन अस्पताल लेकर आई, जहां से उन्हें बीकानेर के पीबीएम अस्पताल रेफर कर दिया। बीच रास्ते में गुलाम हुसैन की मौत हो गई, जबकि गोगी के सिर में लगी चोट का उपचार कर घर भेज दिया। महाजन थाने में गोगी की रिपोर्ट पर करीब आधा दर्जन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।


पुलिस का दावा: हकीकत यह है
पुलिस सूत्रों की मानें, तो मामला नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ के चलते हुए विवाद का था। गुलाम ने एक युवक व महिला के साथ मारपीट की थी। इस मसले को लेकर गांव में पंचायत भी हुई। गुलाम को पुलिस ने भादंसं की धारा 151 में गिरफ्तार किया। जमानत से आने के बाद गुलाम ने अपनी दोनों बेटियों के साथ मारपीट की थी। इस दौरान गोगी बीच-बचाव करने आई। एकबारगी तो मामला शांत हो गया, लेकिन रात को फिर दोनों में झगड़ा शुरू हो गया। इसी दरम्यान गुलाम ने कुल्हाड़ी से वार किया, तो वह गोगी के सिर में लग गया। इसी धक्का-मुक्की में गुलाम के सिर में अंदरूनी चोट लग गई और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।


यूं खुली परत-दर-परत
महाजन सीआइ अनिल कुमार के नेतृत्व में टीम ने हत्या के मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। पहले महिला ने ही कुछ लोगों पर हत्या का आरोप लगाया था। उन सबसे पूछताछ की। मौके से जुटाए साक्ष्य सबूतों के आधार पर पुलिस को घटनाक्रम पर शक हुआ। पुलिस ने मृतक गुलाम हुसैन की पत्नी गोगी पर निगाह रखनी शुरू की। तब पुलिस को पता चला कि घटना के दिन घर में झगड़ा हुआ था। इसी झगड़े के दौरान गुलाम सिर के बल नीचे गिर गया और उसे चोट लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई। आरोपी गोगी घटना के बाद काफी डर गई थी। उसने पुलिस से बचने के लिए झूठा घटनाक्रम रच डाला। पुलिस जांच में सच्चाई सामने आ गई।

Labels:

दिनदहाड़े बीकानेर में हुई 1.75 करोड़ रुपए के हीरे-जेवरात की लूट के मामले में एक गिरफ्तार

बीकानेर बुलेटिन



सितम्बर के अंतिम सप्ताह में बीकानेर में हुई करीब 1.75 करोड़ रुपए के हीरे-जेवरात की लूट के मामले में पुलिस ने एक बस ड्राइवर को गिरफ्तार किया है। पुलिस की जांच के मुताबिक बीकानेर से अहमदाबाद के बीच बस चलाने वाले इस ड्राइवर को पता था कि कुछ लोग उसकी बस में करोड़ों रुपए के हीरे-जेवरात लेकर बीकानेर जाते हैं। उसी ने अपने साथियों को बोलकर इस लूट को अंजाम की साजिश रची थी।


पुलिस के अनुसार जांच के दौरान आरोपी रवि मोदी ने बयान दिया कि ट्रेवल्स की बस से आने वाले सोने चांदी के जेवरात व अन्य कीमती सामान की सुचना उसे राजाराम विश्नोई ने दी थी। राजाराम विश्नोई उसी बस सर्विस में ड्राइवर था, जिससे जालौर निवासी हीराराम प्रजापत जेवरात लेकर बीकानेर आता था। उसने लगातार रैकी करते हुए लूट गिरोह को सूचना कर दी कि हीरालाल किस दिन और किस बस से बीकानेर आ रहा है। आरोपी रवि मोदी ने पुलिस को बताया कि राजाराम से मेरी जो भी माल मिलें उसमें से पचास प्रतिशत हिस्से में सौदा तय हुआ था। राजाराम के कहने पर ट्रेवल्स की बस जो अहमदाबाद से बीकानेर आती जाती है, उसकी रैकी करते हुए लूट की गई।

फरार हो गया था राजाराम

करीब दो महीने बाद पुलिस ने इस मामले में अब बिश्नोई को गिरफ्तार कर लिया है। जैसे ही ये गिरोह पकड़ा गया, राजाराम को शक हो गया कि उसका नाम आ सकता है। ऐसे में वो बीकानेर से फरार हो गया। इस दौरान पुलिस ने राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड सहित अनेक स्थानों पर दबिश दी। साइबर टीम ने भी राजाराम को तकनीकी रूप से पीछा किया। अब उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।

अब तक छह गिरफ्तार

राजाराम सहित इस मामले में अब तक छह आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। घटना के दिन ही बीकानेर जिले के सभी थानाधिकारी को उक्त बोलेरो कैम्पर के पीछे लगा दिया गया था। तोलाराम, सतीश मोची, इरफान उर्फ मोडिया, वसीम अकरम व रवि मोदी को गिरफतार किया गया और इनसे ही ही सोने चांदी के जेवरात व अन्य सामान बरामद किया गया।

जीपीएस से पकड़े गए

दरअसल, जो सामान इन लोगों ने लूटा था, उसमें जीपीएस लगा हुआ था। लूट के तुरंत बाद संबंधित कंपनी ने पुलिस को बता दिया कि सामान में जीपीएस लगा हुआ है। त्वरित कार्रवाई करते हुए बीकानेर पुलिस की साइबर टीम एक्टिव हुई और लुटेरों के पीछे लग गई। कुछ ही घंटे में पुलिस ने इन लोगों को कैंपर गाड़ी व सामान के साथ गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस का दावा है कि इस दौरान लूट करने वालों ने फायरिंग भी की।

इस टीम ने किया गिरफ्तार

राजाराम को गिरफ्तार करने में सदर थानाधिकारी लक्ष्मणसिंह राठौड, कांस्टेबल सीमांत, ईमीचंद व लाखाराम और मुकेश कुमार की विशेष भूमिका रही। जबकि लूट का पर्दाफाश करने में बीकानेर के कई थानों की पुलिस ने जबर्दस्त प्रयास किया था।

Labels:

महिला तीन महीने से पुलिस के चक्कर लगाती रही, बीकानेर से न्याय के लिए पैदल जयपुर गई तो पुलिस ने शांति भंग में पकड़ा आरोपी

बीकानेर बुलेटिन



महिला अत्याचार के मामलों में पुलिस का बड़ा कारनामा सामने आया है। दुष्कर्म के एक मामले में आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर महिला तीन महीने से पुलिस के चक्कर लगाती रही। अंत में न्याय के लिए वह पैदल ही परिवार सहित जयपुर रवाना हो गई। मामला मुख्यालय तक पहुंचा तो पुलिस ने आरोपी को शांति भंग करने के आरोपी में गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया।


दरअसल मामला लूणकरणसर थाने का है। किस्तूरिया गांव की एक विधवा महिला के साथ उसी के भतीजे ने दुष्कर्म कर डाला। पीड़िता ने 27 अगस्त को थाने में भतीजे के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया। मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी पक्ष पीड़िता को धमकाने लगे। महिला ने थाने में शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। परेशान होकर 27 सितंबर को वह परिवार सहित कलेक्ट्रेट पर धरने पर बैठ गई और भूख हड़ताल शुरू कर दी। दस दिन बाद आरोपी को पकड़ने का आश्वासन मिलने पर उसने अनशन तोड़ दिया।

फिर भी आरोपी नहीं पकड़ा गया तो महिला ने एसपी और आईजी से गुहार लगाई। यहां न्याय ना मिलते देख सामाजिक कार्यकर्ता शारदा राव के नेतृत्व में उसने परिवार सहित जयपुर कूच कर दिया। महिला 11 नवंबर को रवाना हुई थी। मंगलवार को सीकर पहुंचने पर उसे आरोपी पोकरराम की गिरफ्तारी का मैसेज मिला। शारदा राव ने बताया कि पुलिस ने आरोपी को शांति भंग करने के आरोप में पकड़ कर खानापूर्ति की है। राव का कहना है कि आरोपी रसूख वाले होने के कारण पुलिस दबाव में है।

27 अगस्त को दर्ज हुआ था मुकदमा, पीड़िता भटकती रही, पुलिस ने नहीं सुनी

मानवाधिकार आयोग पहुंचा मामला : दुष्कर्म के आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने का मामला मानवाधिकार आयोग तक जा पहुंचा है। पीड़िता ने मुख्यमंत्री से लेकर आयोग तक गुहार लगाई थी। उसके बाद आयोग ने फाइल तलब कर ली। एसएचओ चंद्र सिंह ने बताया कि फाइल आने पर आगे की कार्रवाई होगी। आरोपी को 151 में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

दुष्कर्म के मामले की जांच दो बार कराई है। फाइल आयोग में भेजी हुई है। उसके आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल आरोपी पकड़ा जा चुका है। -योगेश यादव, एसपी

दुष्कर्म के मामले की जांच पहले एसएचओ लूणकरणसर चंद्रसिंह भाटी और बाद में कालू एसएचओ सुरेश कुमार मील ने की। दोनों ने ही जांच में दुष्कर्म प्रमाणित तो माना। लेकिन आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया। वह फरार हो गया। सामाजिक कार्यकर्ता शारदा राव ने बताया कि आरोपी और उसके साथियों की गिरफ्तारी को लेकर जब आईजी से मिलने गए तो आरोपी पक्ष के लोग पहले से ही उनके पास बैठे थे। रसूख वाले होने के कारण पुलिस दबाव में रही। उधर गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी हाई कोर्ट गए बताते है।

दलित नाबालिग लड़की से गैंग रेप के मामले में डीजीपी को आयोग का नोटिस

मलकीसर में पिछले माह घर से अगवा कर ले गए थे लड़की को
दुष्कर्म के मामलों को लेकर लूणकरणसर पुलिस की ढिलाई का एक ओर मामला सामने आया है। दलित नाबालिग लड़की से गैंग रेप के आरोपी एक महीने बाद भी नहीं पकड़े गए हैं। इसे लेकर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने पुलिस महानिदेशक और एसपी को नोटिस जारी कर रिपोर्ट तलब की है।

घटना आठ अक्टूबर की है। छोटा मलकीसर में रात करीब 12 बजे तीन लोग एक नाबालिग लड़की को घर से अगवा कर ले गए और उसके साथ गैंग रेप किया। घटना का मुकदमा नौ अक्टूबर को पुलिस थाने में दर्ज हुआ। आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर पीड़ित पक्ष ने एसपी के समक्ष गुहार लगाई। फिर भी कार्रवाई नहीं हुई तो उन्होंने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को परिवाद भेजा। याचिकाकर्ता अमन खान के अनुसार आयोग ने उचित कार्रवाई के लिए डीजीपी को नोटिस भेजा है। राज्य के शीर्ष अधिकारियों व पुलिस अधीक्षक से चार सप्ताह में रिपोर्ट तलब की है। इस मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग को भी कार्रवाई के लिए लिखा है।

Labels: