Saturday, December 3, 2022

नोखा के कारोबारी की दुकान पर लूट का प्रयास, जाबांज सुनील कठातला ने गोली खा कर भी दिया ईमानदारी का परिचय

बीकानेर बुलेटिन





असम के जोरहाट स्थित मारवाड़ी ठाकुरबाड़ी के पास नवल चंद रामकिशन नामक प्रतिष्ठान में लूट के प्रयास की घटना में श्रीबालाजी निवासी सुनील कठातला घायल हो गया। उसके पांव में गोली लगने के बाद उसे हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है। प्रतिष्ठान पर पहुंचे दो बदमाशों ने सुनील से तिजौरी में रखे रुपए मांगे थे। नहीं देने पर आरोपियों ने उसके पांव में गोली मार दी। खून से लहूलुहान हालत के बावजूद सुनील ने एक आरोपी को दबोचे रखा। मौके पर पहुंची आसाम पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद सुनील की बहादुरी पर 50 हजार रुपए का नगद इनाम दिया है। गोलीबारी में सुनील पैर में गोली लगने से घायल हो गया था। इसके बावजूद उसने साहस दिखाते हुए अपने सहयोगी अनिल यादव व ड्राइवर बिटुपन बोरा के सहयोग से आरोपी देहा को पकड़ लिया। शर्मा को तत्काल जेएमसीएच में भर्ती कराया गया। 
असम पुलिस द्वारा सुनील कठातला का सम्मान



नोखा के व्यापारी रामकिशन गट्‌टाणी का जोरहाट में आटे और मैदे का बिजनेस है। आरोपी प्रांजल बोरा उर्फ देहा और राहुल साहू ने फिरौती की मांग करते हुए लूट की घटना को अंजाम दिया था। सुनील ने बताया कि रात के करीब दस बजे मोटरसाइकिल पर सवार दो युवक दुकान आए। हथियारों से लैस दोनों ने गल्ले और तिजोरी में रखे रुपए देने को कहा। एक आरोपी ने कनपट्टी पर बंदूक तान दी। हाथापाई के दौरान एक बदमाश ने मेरे पांव पर गोली मार दी। इसके बावजूद मैंने उसे पकड़े रखा। घटना की सूचना के बाद मौके पर आसाम पुलिस ने प्रांजल बोरा को मौके से गिरफ्तार कर लिया वहीं फरार आरोपी राहुल साहू को अगले दिन पकड़ लिया। सुनील की जाबांजी जिसने भी देखी वो दांतो तले उंगलियां दबाने को मजबूर हो गया। स्वामीभक्ति और कर्त्तव्यनिष्ठा का अनुपम उदाहरण उसने पेश किया। बदमाशों की पैसे की मांग को उसने साफ तौर पर नकार दिया। वहीं गोली लगने के बाद उन्हें ललकारते हुए सुनील अपनी परवाह न कर बदमाश प्रांजल पर चढ़ बैठा। आखिर उसने दो बदमाशों में एक को पकड़ कर ही दम लिया। घटना के बाद अस्पताल में डीएसपी मामोनी ने सुनील की पीठ थपथपाते हुए कहा कि आपने पुलिस का काम आसान कर दिया। वहीं अस्पताल पहुंचे एसपी ने कहा कि सिर पर जब पिस्तौल तनी हो तो अच्छे-अच्छे का फ्यूज उड़ जाता है। लेकिन सुनील ने अपनी क्षमता से कहीं आगे बढ़कर प्रतिरोध किया जो काबिले तारीफ है। घटना के दौरान सुनील की बहादुरी के साथ चश्मदीदों ने उसका मानवीय पक्ष भी देखा। जब भीड़ बदमाश प्रांजल को पीटने लगी तो घायल सुनील ने अपनी परवाह न कर प्रांजल को सुरक्षित दुकान में ले जाने को कहा। सुनील के अनुसार भीड़ की पिटाई से उसकी जान जा सकती थी। ऐसी विकट परिस्थिति में सुनील की इस सूझबूझ और मानवता ने उसका कद लोगों की नज़रों में ऊंचा कर दिया।
पुलिस गिरफ्त में आया राहुल साहू





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Monday, May 10, 2021

हेमंत बिस्वा सरमा बने असम के नए मुख्यमंत्री, राज्यपाल जगदीश मुखी ने दिलाई शपथ

बीकानेर बुलेटिन





दिसपुरः बीजेपी के नेता हेमंत बिस्वा सरमा असम को असम का मुख्यमंत्री बनाया गया है. राज्यपाल जगदीश मुखी ने उन्हें शपथ दिलाई. श्रीमंत शंकरदेव कलाक्षेत्र में नए मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण हुआ. रविवार के दिन हेमंत विस्वा सरमा को सर्वसम्मति से बीजेपी विधायक दल और उसके बाद फिर असम में एनडीए विधायक दल का नेता चुना गया था. उनके शपथ ग्रहण समारोह में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी शामिल हुए. सरमा के साथ-साथ कई मंत्रियों को भी शपथ दिलाई गई.

एनडीए को दूसरी बार बहुमत


राज्य विधान सभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद मुख्यमंत्री कौन बनेगा इसके लिए बैठकों का दौर जारी था. एक हफ्ते तक चली अलग-अलग बैठकों के बाद यह तय हुआ कि सरमा राज्य के नए मुख्यमंत्री बनेंगे. 


बता दें कि हाल में हुए असम विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सबसे बड़ी पार्टी के रूप में सामने आई है. विधानसभा चुनाव में सत्ताधारी एनडीए को लगातार प्रदेश में दूसरी बार स्पष्ट बहुमत मिला है.


बैठक में सर्बानंद सोनोवाल ने सरमा के नाम का प्रस्ताव रखा और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष रंजीत कुमार दास और हाफलांग से नव निर्वाचित विधायक नंदिता गार्लोसा ने उनके प्रस्ताव का समर्थन किया. बैठक में किसी भी अन्य नेता के नाम का प्रस्ताव नहीं रखा गया जिसके बाद साफ हो गया कि सरमा राज्य के अगरले मुख्यमंत्री होंगे.

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Wednesday, December 16, 2020

राज्य में नए साल से शुरू हो जाएंगी सभी कक्षाओं की क्लास, जानें क्या कहा शिक्षा मंत्री ने

 


असम@ असम में नए साल से सभी क्लास की कक्षाए शुरू हो जाएंगी. राज्य के शिक्षा मंत्री हिमंत बिस्व शर्मा (Himanta Biswa Sarma) ने यह जानकारी दी. असम के शिक्षा मंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि कोविड-19 (Covid-19) नियमों के चलते प्राथमिक विद्यालयों से लेकर विश्वविद्यालयों तक शैक्षिक संस्थानों पर लगी सभी पाबंदियों को 1 जनवरी से हटा दिया जाएगा. सरमा ने कहा कि राज्य में कोविड-19 से उत्पन्न हालात में पहले के मुकाबले सुधार हुआ है. फिलहाल संक्रमण दर बहुत कम है. इसके मद्देनजर पाबंदियां हटाने का फैसला लिया गया है

उन्होंने कहा कि विभिन्न कक्षाओं की उपस्थिति की क्रमानुसार व्यवस्था को खत्म करने दिया जाएगा और अगले साल से सभी स्तर की नियमित कक्षाएं शुरू हो जाएंगी. 

उधर, मध्य प्रदेश में 10वीं और 12वीं की कक्षाएं 18 दिसंबर से नियमित रूप से शुरू होंगी. ये जानकारी मध्य प्रदेश के स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार इंदर सिंह तोमर ने दी. उन्होंने कहा कि कक्षा 10 वीं और 12 वीं के विद्यार्थियों के लिए स्कूल आगामी 18 दिसंबर से नियमित रूप से पूरे निर्धारित समय तक के लिए संचालित होंगे. 

बता दें कि यह निर्णय बोर्ड की परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया है. उन्होंने कहा कि कक्षा 9 वीं एवं 11 वीं के लिए विद्यार्थियों के नामांकन और उपलब्ध अध्यापन कक्ष के आधार पर प्राचार्य द्वारा स्थानीय स्तर पर कक्षाओं के संचालन पर निर्णय लिया जा सकेगा. मंत्री ने कहा कि कक्षा 9 और 11 के लिए स्कूल खोलने के निर्णय स्थानीय स्तर पर लिए जाएंगे

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