Tuesday, December 20, 2022

प्रदेश में 75 लाख परिवार को 500 रुपए में मिलेगा सिलेंडर

बीकानेर बुलेटिन



राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने सोमवार को अलवर के मालाखेड़ा में जरुरतमंदों को 500 रुपए में गैस सिलेंडर मुहैया कराने की घोषणा की। गहलोत की इस घोषणा के बाद राजस्थान सहित पूरे देश में इस घोषण की चर्चाएं होने लग गई हैं।

देशभर का बड़ा वर्ग इस पहल का स्वागत कर रहा है। वहीं, एक हिस्सा इसे जमीनी तौर पर टेस्ट करने की बात कर रहा है। मगर सियासी जानकारों का कहना है कि इससे अशोक गहलोत ने एक तीर से कई निशाने साधे हैं। यदि यह योजना लागू हुई तो

गहलोत की इस घोषणा का आम जनता, राजस्थान की सरकार, कांग्रेस, बीजेपी और प्रदेश की राजनीति पर असर पड़ेगा। जानते हैं कैसा रहेगा गहलोत का यह सियासी स्ट्रोक और क्या हैं इसके मायने?

पहले जानते हैं कि इस योजना में किन लोगों को फायदा होगा।

दरअसल, यह योजना सिर्फ उन ग्राहकों के लिए है जो राजस्थान में बीपीएल श्रेणी में हैं या फिर केंद्र की उज्जवला योजना के तहत एलपीजी गैस सिलेंड लेते हैं। ऐसे ग्राहकों को यह सिलेंडर 500 रुपए में राजस्थान सरकार मुहैया कराएगी। फिलहाल साधारण तौर पर सिलेंडर राजस्थान में लगभग 1050 रुपए में मिलता है। ऐसे में 1 अप्रैल 2023 से आधी से भी कम कीमत पर यह सिलेंडर मिल सकेगा।


उज्जवला योजना में कुल 69 लाख उपभोक्तों को सिलेंडर है

सिर्फ तीन एजेंसी इंडियन ऑयल, बीपीसीएल और एचीपीसीएल को ही सब्सिडी दरों पर रीफिलींग की अनुमति है।

इंडियन ऑयल : 29 लाख

बीपीसीएल : 21 लाख

एचपीसीएल : 19 लाख

इस तरह 69 लाख उज्जवला उपभोक्ताओं को राजस्थान में 850 रुपए प्रति सिलेंडर की दर से गैस मिलती है। उज्जवला उपभोक्ताओं को केंद्र से 200 रुपए सब्सिडी मिलती है।

इसी तरह राजस्थान से बीपीएल श्रेणी में 6 लाख उपभोक्ता रजिस्टर्ड हैं।

इंडियन ऑयल : 3 लाख

बीपीसीएल : 1.5 लाख

एचपीसीएल : 1.5 लाख

इस तरह बीपीएल श्रेणी के 6 लाख उपभोक्ताओं को राजस्थान में सामान्य 1050 रुपए प्रति सिलेंडर की दर से गैस मिलती है। इन्हें उज्जवला योजना वाली 200 रुपए सब्सिडी भी नहीं मिलती।

राजस्थान का फूड डिपार्टमेंट और सेंटर का पेट्रोलियम प्लानिंग एंड एनालिसिस सैल का मानना है कि राजस्थान में औसतन 3 से 4 लोगों के परिवार के बीच एक सिलेंडर का इस्तेमाल होता है। ऐसे में इन 75 लाख उपभोक्ताओं को राजस्थान सरकार जब सस्ता सिलेंडर देगी तो इसका सीधा असर लगभग 2.25 करोड़ लोगों पर पड़ेगा।

सरकार को कितने पैसे देने होंगे इसे ऐसे समझें

  • बीपीएल श्रेणी के 6 लाख उपभोक्ताओं को फिलहाल सिलेंडर 1050 रुपए में मिल रहा है। इसके बाद जब 500 रुपए में मिलेगा तो बचा हुआ 550 रुपया राज्य सरकार को देना होगा। इससे राज्य सरकार पर सालाना लगभग 396 करोड़ का अतिरिक्त खर्चा आएगा।

  • इसी तरह उज्जवला के 69 लाख उपभोक्ताओं को फिलहाल सिलेंडर सब्सिडी के बाद 850 रुपए में मिल रहा है। ऐसे में जब उन्हें 500 रुपए में मिलेगा तो बचे हुए 350 रुपए राज्य सरकार को देने होंगे। इससे राज्य सरकार पर सालाना लगभग 2898 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार आएगा।
कुल 75 लाख उज्जवला और बीपीएल श्रेणी के उपभोक्ताओं को जब रियायती दरों पर राजस्थान सरकार सिलेंडर देगी तो इससे सरकार पर सालाना 3294 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार आएगा।

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Saturday, September 10, 2022

जिस मंच पर सीएम अशोक गहलोत ने भाषण दिया, उसी मंच पर कुछ घंटों बाद अश्लीलता के ठुमके लगे, मंत्री खुद लगे व्यवस्था बनाने में

बीकानेर बुलेटिन



मंत्री के बेटे के जन्मदिन पर जमकर नाची विदेशी बालाएं


राजस्थान सरकार में सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा के बेटे के बर्थडे पर अश्लील डांस करने का मामला सामने आया है। रात 10 बजे तक लड़कियों ने डांस किया। खास बात ये है कि इस दौरान मंत्री गुढ़ा भी मंच पर मौजूद थे। मामला झुंझुनूं जिले के उदयपुरवाटी कस्बे में लिबट्री फार्म हाउस का 9 सितंबर का है।

दरअसल, 9 सितंबर को मंत्री गुढ़ा के बेटे शिवम का बर्थडे था। बर्थडे पर बड़ा भोज भी आयोजित किया गया था। भोजन के बाद रात को 8 बजे अश्लील डांस शुरू हुआ। कार्यक्रम में अलग-अलग डांसर्स बुलाई गईं। इनमें विदेशी युवतियां भी मौजूद थीं। कुल 10 युवतियां डांस के लिए बुलाई गईं थी।

बता दें कि शुक्रवार को राजेंद्र सिंह गुढ़ा के बेटे शिवम गुढ़ा के बर्थडे पर कई कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। इस दौरान उदयपुरवाटी प्रीमियर लीग क्रिकेट प्रतियोगिता का समापन समारोह भी किया गया। इसमें विजेता और उप विजेता टीम को ट्रॉफी और अन्य पुरस्कार दिए गए थे।

मंत्री गुढ़ा का कहना है कि गम का माहौल तो था नहीं, खुशी का माहौल था और किसी समर्थक ने पार्टी बुक कर दी थी। मैं खुद मंच पर गया था, तब लड़कियां डांस रही थी। हजारों की भीड़ एकत्र थी और एकाएक बंद कराने पर भीड़ उग्र हो सकती थी, इसलिए दो-तीन गानों के बाद डांस बंद करवा दिया था।

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Thursday, July 14, 2022

मुख्यमंत्री बीकानेर में खिलाड़ियों को देगे सौगात पांच हजार खिलाड़ी समारोह में लेगे भाग

बीकानेर बुलेटिन





माननीय मुख्यमंत्री बीकानेर में खिलाड़ियों को देगे सौगात
पांच हजार खिलाड़ी समारोह में लेगे भाग

राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलो का लोगो व टी-शर्ट का भी करेंगे विमोचन 

बीकानेर में मल्टीपरपज इंडोर स्टेडियम का भी करेंगे शिलान्यास 

बीकानेर, 14 जुलाई। माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत शुक्रवार को बीकानेर के महाराजा गंगा सिंह विष्वविद्यालय में ऑडिटोरियम एवं इंडोर स्पोटर्स कॉम्प्लेक्स सहित खिलाड़ियों को कई सौगाते देगे।
   राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद् की अध्यक्ष, ओलंपियन व पद्मश्री डॉ. कृष्णा पूनिया ने बताया कि बीकानेर में करोड़ों की लागत से ऑडिटोरियम एवं इंडोर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत लोकार्पण करेंगे।
   उन्होंने बताया कि पांच हजार खिलाड़ियों की मौजूदगी में आयोजित समारोह में माननीय मुख्यमंत्री द्वारा नवनिर्मित महात्मा गांधी स्मारक के लोकार्पण के साथ ही राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलो के लोगो व टी-शर्ट का विमोचन भी करेगे। इसके अलावा वे मल्टीपरपज इंडोर स्टेडियम का भी शिलान्यास करेंगे तथा ख्यातिनाम खिलाड़ियों को भी सम्मानित करेंगे  
    डॉ. पूनिया ने बताया कि इस मौके पर मुख्यमंत्री प्रदेश भर में राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलो की अलख जगाने प्रदेश भर मे 29 मई से शुरू हुए मशाल वाहन को बीकानेर से बाडमेर के लिए रवाना करेगे। यह मशाल पूरे राजस्थान में जायेगी और इन खेलो की अलख जगाएगी।
   उन्होंने बताया कि राजस्थान के इतिहास में पहली बार ब्लॉक, पंचायत और राज्य स्तर पर राजीव गांधी ग्रामीण ओलंपिक खेलो का आयोजन राष्ट्रीय खेल दिवस 29 अगस्त से किया जायेगा।
   डॉ. कृष्णा पूनिया ने बताया कि इन खेलो में कबड्डी, खो-खो, वॉलीबॉल, शूटिंगबॉल, टेनिसबॉल क्रिकेट और हॉकी खेलो का आयोजन किया जायेगा। इस अनूठे ग्रामीण ओलंपिक खेलो में अब तक 27 लाख खिलाड़ियों ने अपना रजिस्ट्रेषन करवा चुके है।

मुख्य खेल अधिकारी वीरेन्द्र पुनिया ने बताया कि समारोह के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बीकानेर संभाग, जोधपुर, सीकर, झुंझुनूं, जयपुर, जैसलमेर, व नागौर जिले के पांच हजार से अधिक खिलाड़ी रूबरू होंगे।

मुख्यमंत्री के बीकानेर दौरे को लेकर डॉ. कृष्णा पूनिया ने अधिकारियों की ली समीक्षा बैठक:-
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के 15 जुलाई को बीकानेर दौरे को लेकर गठित की गई विभिन्न समितियों की राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद की अध्यक्ष पदमश्री ओलम्पियन डॉक्टर डॉ. कृष्णा पूनिया ने समीक्षा बैठक लेकर की जा रही तैयारियों की जानकारी लेते हुए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए। डॉ. कृष्णा पूनिया व कैबिनेट मंत्री श्री बी. डी. कल्ला ने समारोह  स्थल का भी जायज़ा लिया।

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Wednesday, April 14, 2021

संक्रमण के भयावह दौर से मुकाबले के लिए सभी के सहयोग की जरूरत - मुख्यमंत्री, राजनेताओं, धर्मगुरूओं एवं धार्मिक-सामाजिक संगठनों के साथ संवाद

बीकानेर बुलेटिन




प्रतिनिधियों ने कठोर कदम उठाने पर सहयोग का आश्वासन दिया

जयपुर, 14 अप्रेल। मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने कहा है कि कोविड-19 महामारी से प्रदेश की जनता को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है। हम लोगों को समझाइश कर और सख्ती करके अपनी जिम्मेदारी को निभाएंगे, जिसमें सभी संगठनों, धार्मिक-सामाजिक संस्थाओं, महत्वपूर्ण व्यक्तियों और आम लोगों के सहयोग की सख्त आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन लगभग 6 हजार पॉजिटिव केस आने तथा केवल अप्रेल माह में ही 161 से अधिक मौतों से स्पष्ट है कि संक्रमण का यह दौर भयावह है। 

श्री गहलोत बुधवार को राजनैतिक एवं धार्मिक-सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों तथा धर्मगुरूओं के साथ मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण की पहली लहर के दौरान आमजन स्वास्थ्य गाइडलाइन्स का समुचित पालन कर रहे थे, इसी कारण हम महामारी से बच पाए। इस बार जबकि संक्रमण अधिक तेजी से फैल रहा है, ज्यादा घातक है और कम उम्र के लोगों को भी चपेट में ले रहा है। इसके बावजूद आम लोगों ने कोविड प्रोटोकॉल की पालना छोड़ दी है, यह गंभीर चिंता का विषय है। 

मुख्यमंत्री ने सभी प्रतिष्ठित जनों से अपील की कि वे अपने प्रभाव में आने वालों से मास्क पहनने, सामाजिक दूरी रखने तथा हाथ धोने सहित कोविड प्रोटोकॉल की हर जगह सख्ती से पालना करवाने में राज्य सरकार का सहयोग करें। उन्होंने कहा कि सरकार ने पर्याप्त चिकित्सकीय सुविधाओं की व्यवस्था की है, लेकिन आने वाले दिनों में संक्रमण के ज्यादा प्रसार से इन सुविधाओं पर भार बहुत अधिक बढ़ सकता है। इस वैश्विक महामारी से हम सब मिलकर ही मुकाबला कर सकते हैं।

संक्रमण की पहली और दूसरी लहर का तुलनात्मक अध्ययन करें

श्री गहलोत ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति की गंभीरता के आकलन और प्रबंधन के लिए रणनीति बनाने के उद्देश्य से चिकित्सकों को कोरोना की पहली और दूसरी लहर में संक्रात्मकता, रोग की गंभीरता और मौतों का तुलनात्मक अध्ययन करने के निर्देश दिए। उन्होेंने कहा कि इस बार ग्रामीण क्षेत्र और युवा आबादी भी संक्रमण की शिकार हो रही है। उन्होंने कहा कि इस महामारी से जूझने की बड़ी जिम्मेदारी हम सब को मिल कर निभानी है। 

संवाद में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष श्री सतीश पूनिया, उपनेता प्रतिपक्ष श्री राजेन्द्र राठौड़, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रतिनिधि श्री डी.के. छंगाणी सहित अन्य सभी सामाजिक संगठनों, व्यापारी संघों, कर्मचारी संगठनों के नेताओं ने महामारी के प्रकोप से बचाव के लिए बीते एक वर्ष के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा लिए गए निर्णयों की सराहना की। सभी ने एक स्वर में संक्रमण की दूसरी लहर पर नियंत्रण के लिए कठोर कदम उठाने की अपील की। उन्होंने कहा कि आम लोगों द्वारा कोविड प्रोटोकॉल की पालना नहीं करने के कारण पैदा हुई गंभीर स्थिति पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकार के सभी निर्णयों एवं दिशा-निर्देशों की पालना में उनके संगठन पूरा सहयोग करेंगे। तीन घंटे से अधिक अवधि तक चली इस बैठक को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लाइव प्रसारित किया गया।

चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा ने दूसरी लहर में अधिक संक्रात्मकता पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पिछली लहर के मुकाबले इस बार प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में आधारभूत ढ़ांचे और सुविधाओं की उपलब्धता अधिक है। लेकिन आम जनता द्वारा कोविड अनुशासन की पालना नहीं करने से संक्रमण बहुत तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि यदि लोग लापरवाही करते रहेंगे तो सभी चिकित्सकीय इन्तजाम कम पड़ सकते हैं। 

शिक्षा राज्यमंत्री श्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने कहा कि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर द्वारा आयोजित की जाने वाली 10वीं एवं 12वीं की परीक्षाओं को फिलहाल स्थगित किया गया है। साथ ही, कक्षा 8 के विद्यार्थियोंं को 9वीं कक्षा, कक्षा 9 के विद्यार्थियोें को 10वीं तथा कक्षा 11 के विद्यार्थियों को 12वीं कक्षा में प्रमोट करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्कूलों में अध्यापन कार्य फिलहाल बंद होने पर अध्यापकों को जागरूकता अभियान सहित कोविड प्रबंधन से जुड़े दायित्वों के निर्वहन की जिम्मेदारी दी जा सकती है। 

चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में शामिल विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार संक्रमण के नियंत्रण के लिए सभी संभव उपाय करेगी और उनको धरातल पर लागू करने के लिए सभी का सहयोग अपेक्षित है। 

शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री वैभव गालरिया ने कॉन्फ्रेंस के दौरान कोरोना संक्रमण की स्थिति और प्रबंधन के उपायों पर प्रस्तुतीकरण दिया। उन्होंने बताया कि राजस्थान में संक्रमण की पॉजिटिविटी दर 5.01 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत 5.32 प्रतिशत से बेहतर है। इसी प्रकार, प्रदेश में मृत्यु दर (0.78 प्रतिशत) भी, राष्ट्रीय औसत (1.24 प्रतिशत) से कम है। उन्होंने कहा कि चिंताजनक स्थिति यह है कि अप्रेल माह में अब तक 161 लोगाें की कोरोना से मौत हो चुकी है तथा पिछले कुछ दिनों के दौरान कोरोना रोगियों के लिए अस्पतालों में ऑक्सीजन की मांग 4 गुना तक बढ़ गई है।  

इस दौरान मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य, पुलिस महानिदेशक श्री एमएल लाठर, प्रमुख शासन सचिव गृह श्री अभय कुमार, प्रमुख सचिव वित्त श्री अखिल अरोरा, स्वायत्त शासन सचिव श्री भवानी सिंह देथा, परिवहन आयुक्त श्री महेन्द्र सोनी, शासन सचिव गृह श्री सुरेश चन्द गुप्ता, अतिरिक्त निदेशक जनसम्पर्क श्री राजपाल यादव, राजस्थान स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. राजा बाबू पंवार, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भण्डारी, वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. वीरेन्द्र सिंह सहित अन्य उच्च अधिकारी भी उपस्थित थे। 

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