गुजरात के मोरबी में रविवार शाम करीब 6.30 बजे केबल सस्पेंशन ब्रिज टूटने से करीब 400 लोग मच्छु नदी में गिर गए। मोरबी के पूर्व भाजपा विधायक कांति अमृतिया ने दावा किया है कि हादसे में अब तक 60 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं। इनमें 25 से ज्यादा बच्चे भी शामिल हैं। गुजरात सरकार के मंत्री बृजेश मेरजा ने पहले 35 लोगों की मौत की बात कही थी, बाद में उन्होंने भी 60 मौतों की पुष्टि की। रेस्क्यू के लिए वायुसेना के गरुड़ कमांडो रवाना हो गए हैं। पीएम मोदी इस समय केवड़िया में हैं, बताया जा रहा है कि वे भी मोरबी जाएंगे।
बता दें कि यह पुल पिछले 6 महीने से बंद था। हाल ही में करीब 2 करोड़ रुपए की लागत से इसके मरम्मत का काम पूरा किया गया था। दिवाली के एक दिन बाद यानी 25 अक्टूबर को इसे आम लोगों के लिए खोला गया था। जिला प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर (02822243300) जारी किया है। इसके अलावा घायलों के इलाज के लिए मोरबी और राजकोट हॉस्पिटल में इमरजेंसी वार्ड बनाया गया है।
ब्रिज पर क्षमता से ज्यादा लोग, यही हादसे की वजह
ब्रिज की क्षमता करीब 100 लोगों की थी, लेकिन रविवार को छुट्टी होने के चलते इस पर करीब 500 लोग जमा थे। यही हादसे की वजह बना। भास्कर को मोरबी के भाजपा सांसद मोहन कुंडारिया ने बताया कि ब्रिज टूटने से जहां लोग गिरे, वहां 15 फीट तक पानी था। कुछ लोग तैरकर बाहर निकल आए, लेकिन कई लोग झूले पर अटके रहे। इन्हें बाहर निकाला जा रहा है।