पल्स पोलियो महाअभियान रविवार को 2 बूँद जिंदगी की गटकेंगे पौने 4 लाख बच्चे

0
बीकानेर बुलेटिन


बीकानेर। पोलियो से देश के भविष्य की रक्षा के लिए प्रदेश के साथ पूरे जिले मे पल्स पोलियो बूथों पर रविवार को सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिला कर राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस पूरे जोर-शोर के साथ मनाया जाएगा। अभियान का जिला स्तरीय उद्घाटन सेटेलाईट जिला अस्पताल स्थित बूथ पर जिला कलेक्टर नमित मेहता द्वारा बच्चों को ओरल पोलियो वेक्सीन पिला कर किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुकुमार कश्यप ने बताया कि इस बार पल्स पोलियो महाभियान में जिले के 0 से 5 वर्ष तक के करीब 3 लाख 76 हजार बच्चों को पोलियो वैक्सीन पिलाने का लक्ष्य निर्धारित है। भारत 27 मार्च 2014 को पोलियो मुक्त घोषित हो चुका है लेकिन पड़ौसी पकिस्तान में अब भी पोलियो केस निकल रहे है इसलिए बीकानेर जिले को खासकर खाजूवाला व कोलायत क्षेत्र में अभियान को विशेष गंभीरता से संचालित करने की आवश्यकता है ताकि देश का सुरक्षा चक्र कोई न भेद पाए। उन्होने बताया कि ये दवा हर अभियान में हर बार पिलानी जरूरी है चाहे पहले दवा पिला रखी है। उन्होने जनता से आह्वान किया कि सभी माता-पिता और परिजन अपनी जिम्मेदारी निभाएं और अपने 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिलाने बूथ पर अवश्य लेकर आएं और दूसरों को भी प्रेरित करें । जिले में एनआईसी मेल के माध्यम से लाखों लोगों के मोबाइल पर एसएमएस द्वारा सन्देश भेजकर भी अपील की जा रही है।  
अभियान के नोडल अधिकारी जिला प्रजनन एवं बाल स्वास्थ्य अधिकारी डा. राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि पल्स पोलियों महा अभियान के तहत 31 जनवरी को जिले में 1513 स्थायी बूथ, 55 ट्रांजिट टीम, 147 मोबाइल टीम्स, 290 सुपरवाइजर व 6090 वैक्सीनेटर्स की सहायता से 3,76,000 बच्चों को पोलियो रोधी दवा पिलाई जाएगी। 204 हाई रिस्क एरिया पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। डॉ. गुप्ता ने बताया कि अभियान की सम्पूर्ण तैयारियां कर ली गई है। जिले मे वैक्सीन डिपो द्वारा कोल्ड चैन मेन्टेन रखते हुए वैक्सीन आपूर्ति की जाएगी। अभियान की सफलता के लिए नर्सिंग कॉलेज, रोटरी क्लब, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, स्काउट गाइड व स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग लिया जाएगा। समस्त प्रमुख बस स्टेंडों और रेलवे स्टेशन पर बच्चों को पोलियो वैक्सीन पिलाने के लिए ट्रांजिट टीम और स्लम-कच्ची बस्तियों, ढाणियों, घूमंतु जाति, रोड साइड कन्स्ट्रक्शन साइट जैसे हाई रिस्क एरिया के लिये मोबाइल टीमों का गठन भी किया गया है।

Post a Comment

0Comments

Please Select Embedded Mode To show the Comment System.*