बीकानेर। पीबीएम हॉस्पिटल के पोस्ट कोविड आईसीयू में भर्ती महाजन गांव के 15 वर्षीय किशोर में इस बीमारी की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही दो साल में यह पहला स्वाइन फ्लू रोगी सामने आया है। दरअसल बुखार-जुकाम से पीड़ित गंभीर रोगियों में जब कोविड, डेंगू, ब्रुसेला, मलेरिया किसी भी बीमारी की पुष्टि नहीं हुई तो आठ मरीजों की स्वाइन फ्लू जांच करवाई जिसमें से एक में बीमारी की पुष्टि हुई है। इस रिपोर्ट के साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने जिलेभर में अलर्ट जारी किया है।
महाजन में संक्रमित के परिजनों और आस-पास वाले सभी लोगों की स्क्रीनिंग करने को कहा गया है। सीएमएचओ डा.मोहम्मद अबरार का कहना है, ब्लॉक सीएमओ, सीएचसी इंचार्ज से लेकर सभी अधिकारियों-कर्मचारियों को इस मामले में त्वरित कार्रवाई करने को कहा गया है। हालांकि स्वाइन फ्लू का पहला रोगी सामने आया है लेकिन चिंता इस बात की है कि अभी इस बीमारी की आशंका में किसी की जांच ही नहीं हो रही थी। स्थिति यह हे कि वर्ष 2021 में जहां स्वाइन फ्लू के लिए एक भी सैंपल नहीं लिया गया वहीं वर्ष 2022 में भी पहली बार आठ सैंपल लिए गए। इनमें से एक में बीमारी की पुष्टि हुई है।
जिन्हें कोविड नहीं, निमोनिया हो रहा है, उनमें स्वाइन फ्लू का संदेह : डॉ.कोचर मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभागाध्यक्ष डा.संजय कोचर का कहना है, जिन मरीजों को कोविड नहीं है लेकिन खांसी-जुकाम ठीक नहीं हो रहा। निमोनिया के लक्षण आ रहे हैं। उनमें स्वाइन फ्लू की आशंका में जांच करवा रहे हैं। अब तक आठ की जांच में एक को बीमारी की पुष्टि हुई है। कई मरीजों का लक्षणों के आधार पर स्वाइन फ्लू के लिहाज से ट्रीटमेंट चल रहा है।
अलग वार्ड-स्टाफ का करना होगा इंतजाम : स्वाइन फ्लू में भी कोविड की ही तरह अलग से वार्ड,स्टाफ का इंतजाम करना होगा। पीबीएम हॉस्पिटल प्रशासन ने एक रोगी रिपोर्ट होते ही इस दिशा में बातचीत शुरू की है। फिलहाल पॉजिटिव रोगी को आईसीयू के ही एक कोने में अलग रखा गया है।