बिजली विभाग की टेक्निकल असिस्टेंट की ऑनलाइन परीक्षा में कंप्यूटर हैक कर नकल कराने का मामला सामने आया है। कैंडिडेट्स से नकल कराने की एवज में 6-6 लाख रुपए लिए गए। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने शनिवार को इसका भंडाफोड़ किया।
SOG के एडीजी अशोक राठौड़ ने बताया कि जयपुर, बीकानेर, अजमेर, अलवर व कोटा सहित कई शहरों में नकल गिरोह सक्रिय था। SOG को इसकी भनक पहले ही लग चुकी थी, लेकिन एग्जाम का इंतजार किया जा रहा था। शनिवार को एक साथ कई जिलों में कार्रवाई करते हुए SOG ने सभी बड़े सेंटर्स से नकल कराने वाले दलालों और नकल करा रहे लेक्चरर तक को हिरासत में लिया गया है। अब तक हिरासत में लिए गए लोगों की पूरी जानकारी SOG ने जारी नहीं की है।
ऐसे हो रही थी नकल
SOG के आईजी विकास कुमार ने बताया कि हाईटेक तरीके से नकल कराने का मामला सामने आने के बाद कार्रवाई की गई है। नकल के लिए उस कंप्यूटर को ही हैक किया जा रहा था, जिसके आगे बैठकर कैंडिडेट्स को एग्जाम देना था। जिन कैंडिडेट्स ने छह लाख रुपए इस गिरोह को दिए थे, उनके ही कंप्यूटर हैक किए गए। हैक कंप्यूटर पर जवाब अब कैंडिडेट को नहीं बल्कि गिरोह की ओर से तय लेक्चरर को देना था। नकल करते हुए हिरासत में लिया गया है।
बड़ी संख्या में लोगों को लिया हिरासत
पुलिस ने इस पूरे गिरोह की धरपकड़ की है। बड़ी संख्या में लोगों को हिरासत में लिया गया है। बीकानेर के एक प्राइवेट कॉलेज के अलावा जयपुर, जोधपुर, कोटा सहित अनेक क्षेत्रों में SOG ने पैनी नजर रखी है। जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है,उनकी भूमिका की छानबीन हो रही है। जो इसमें लिप्त मिलेंगे, उनकी गिरफ्तारी रविवार सुबह तक हो सकती है।
बिजली विभाग की जानकारी में
SOG के अफसरों ने इस परीक्षा में हो रही गड़बड़ी के संबंध में शुक्रवार को ही ऊर्जा विभाग के अफसरों को रिपोर्ट कर दी थी।