अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान ताऊते के प्रभाव से जिले में भी आगामी दोदिनों में हो सकती है बारिश''
विधायक बिहारी लाल बिश्नोई ने चक्रवात के चलते जिले के किसानों को किया सचेत
जिले के किसानों को आगामी दो दिनों में फसल को लेकर मंडी में नहीं आने को लेकर आगाह किया खरीफ के मूंगफली कपास की फसल की बुवाई को भी दो दिन के लिए रोकने को कहा है। विधायक बिश्नोई ने बताया कि मौसम विभाग के अनुसार दक्षिण पूर्व अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान ताऊते के उत्तर- उत्तर पश्चिम दिशा की ओर आगे बढ़ने और 18 मई को दोपहर कमजोर होकर डिप्रेशन के रूप में दक्षिण पश्चिम राजस्थान में प्रवेश को देखते हुए जिले में भी आगामी दो दिनों 18 औऱ 19 मई को 40-50 किलोमीटर प्रतिघंटे से हवा चलने और बारिश की संभावना है। लिहाजा जिले के किसान एहतियात के तौर पर आगामी दो दिन अपनी फसल लेकर मंडियों में ना आएं। साथ ही कृषि मंडियों में खुले आसमान में रखे हुए अनाज को ढककर व सुरक्षित स्थान पर रखें ताकि उन्हें भीगने से बचाया जा सके। साथ ही विधायक ने व्यापारियों को मंडियों में खुले में पड़े अनाज को ढक रखने या किसी सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। विधायक बिहारी लाल बिश्नोई ने बताया कि मौसम विभाग की जानकारी के मुताबिक बारिश के चलते निचले इलाकों में जल भराव हो सकता है। आगामी मौसम के मद्देनजर किसानों को खुले आसमान या खलिहान में पड़े अनाज को सुरक्षित स्थान पर भंडारण करने की सलाह दी जाती है। साथ ही खेतों में लगे सोलर सिस्टम इत्यादि को भी तेज हवाओं से नुकसान हो सकता है लिहाजा उन्हें सुरक्षित स्थान पर रखें। बारिश के दौरान पेड़ के नीचे शरण ना लें। तेज अंधड़ के समय भी बड़े पेड़ों और कच्चे मकानों के नीचे शरण लेने से बचें। तेज अंधड़ के बिजली के तारों के टूटने व खंभों के गिरने से क्षति होने की संभावना रहती है। अंधड़ के समय वाहन चालक भी विशेष सावधानी बरतें।
गौरतलब है कि मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर ने अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान ताऊते के प्रभाव से राज्य के कई संभागों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम पूर्वानुमान एवं चेतावनी मेें 18 और 19 मई को इस तूफान के राज्य में सर्वाधिक प्रभाव पड़ने की जानकारी दी गई है। इसमें अजमेर, जयपुर व भरतपुर संभाग में 40-50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलने और कहीं भारी से अति भारी बारिश की संभावना जाहिर की गई है। वहीं बीकानेर संभाग में भी इसके प्रभाव के चलते 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे से हवा चलने और बारिश की संभावना व्यक्त की गई है।