संवित सोमगिरि महाराज के शिष्य स्वामी विमर्शानंदगिरी को लालेश्वर महादेव मन्दिर शिवबाड़ी मठ का अधिष्ठाता बनाया गया है। पूर्व राजघराने की राजकुमारी और विधायक सिद्दीकुमारी ने उनका तिलक कर गद्दी पर बैठाया।जीवन में सदा सुख-दुःख दोनों साथ चलते हैं। जहां हमें स्वामी सोमगिरि जी महाराज का हमारे बीच से चले जाने का दुःख है तो यह भी प्रसन्नता की बात है कि हमारे मित्र उस पद पर विराजमान हुए हैं। स्वामी विमर्शानन्द जी को शिवबाड़ी मंदिर के महंत बनने पर हार्दिक बधाई।
अब उनके सामने चुनौती है कि संवित सोमगिरि जी महाराज ने जो मानक स्थापित किए हैं उन पर न केवल खरा उतरना होगा बल्कि उनसे भी ऊपर के मानक तय करेंगे और उच्च आदर्श स्थापित करेंगे। इससे न केवल देश और शहर का नाम चमकेगा बल्कि हिन्दू धर्म और संस्कृति की पताका भी उच्चायमान होगी। हम सबकी यही शुभेच्छा है स्वामी विमर्शानन्द जी की आध्यात्मिक यात्रा निरन्तर चलती रहे, उन्नत होती रहे और हम उसके दर्शनार्थी रहें, सहभागी रहें ताकि धर्म और अध्यात्म के कुछ प्रेरणा प्रसून हमें भी मिलते रहें।