नहर बंदी के दौरान पेयजल आपूर्ति रहे सुचारू, वैकल्पिक प्लान की समय पर हो क्रियान्वति-मेहता साप्ताहिक बैठक में जिला कलेक्टर ने की विभागीय कार्यों की समीक्षा, दिए निर्देश

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बीकानेर बुलेटिन





बीकानेर, 8 फरवरी। नहरबंदी के दौरान जिले में पेयजल आपूर्ति व्यवस्था सुचारू रहे, इसे सुनिश्चित करने के लिए सम्बंधित अधिकारी वैकल्पिक एक्शन प्लान के अनुरूप सभी व्यवस्थाएं समय पर कर लें । 

मेहता ने सोमवार को साप्ताहिक समीक्षा बैठक में पीएचईडी अधीक्षण अभियंता को यह निर्देश दिए। मेहता ने कहा कि नहरबंदी के दौरान पेयजल आपूर्ति के लिए जो आपात रणनीति बनाई गई है उसके तहत टेंडर समय पर लगाएं ताकि पेयजल आपूर्ति में कोई बाधा ना हो। साथ ही इस संबंध में आईजीएनपी और अधीक्षण अभियंता पीएचईडी समन्वय करते हुए सभी व्यवस्थाएं करें। अधीक्षण अभियंता पीएचईडी दीपक बंसल ने बताया कि नहर बंदी के दौरान पेयजल आपूर्ति के लिए 9.50 करोड़ रुपए का प्लान बना कर सबमिट कर दिया गया है।

जिला कलक्टर ने जल जीवन मिशन के तहत आवंटित गांव और इसमें अब तक हुई प्रगति की भी समीक्षा की। अधीक्षण अभियंता पीएचईडी ने बताया कि जिले में 854 में से 721 विलेज वॉटर सैनिटेशन कमेटी गठित कर ली गई है जिनके प्रशिक्षण की कार्यवाही जल्द की जाएगी । इसके पश्चात विलेज एक्शन प्लान बनाया जाएगा जिसके तहत गांवों में पेयजल आपूर्ति सुधारने और घर-घर कनेक्शन पर काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नोखा, पांचू, खाजूवाला तथा श्रीडूंगरगढ़ के गांवों को नहरी पानी से जोड़ने की स्कीम भेज दी गई है, शेष रहे गांवों के लिए पेयजल आपूर्ति हेतु एक्शन प्लान बनाकर 30 मार्च से पहले भिजवा दिया जाएगा।

7 दिन में दे जन सुनवाई प्रकरणों पर रिपोर्ट

जिला कलक्टर ने उपखंड स्तर पर आयोजित की जाने वाली जन सुनवाई के दौरान प्राप्त किए गए प्रकरणों और ज्ञापनों पर संबंधित विभाग द्वारा की गई कार्यवाही के सम्बंध में 7 दिन में रिपोर्ट देंने के निर्देश दिए। उन्होंने  कहा कि 7 दिन में जवाब नहीं मिलने पर संबंधित अधिकारी के विरुद्ध कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। विद्युत विभाग के विभिन्न कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि जिले में जो भी जीएसएस प्रगतिरत है, उन्हें समय पर पूरा करना सुनिश्चित किया जाए, जिससे वोल्टेज की समस्या का शीघ्र समाधान हो सके। जो कृषि और नलकूप विद्युत कनेक्शन से लंबित हैं उन्हें प्राथमिकता से कनेक्शन करवाया जाए। मेहता ने कहा कि वर्तमान में जिले में 600 स्कूल अविद्युतीकृत है। प्रत्येक उपखंड में 15 स्कूलों का चयनत कर अगले 1 महीने में इन्हें विद्युतीकृत करने की कार्यवाही पूरी की जाए। इस कार्य में उपखंड अधिकारी के साथ समन्वय करें। 

नियमित रूप से हो गड्ढे भरने की कार्यवाही

जिला कलक्टर ने नगर निगम उपायुक्त को निर्देश दिए कि सीवरेज व सफाई आदि के काम के बाद बने गड्ढे इत्यादि भरने की कार्यवाही नियमित रूप से की जाए। इस कार्य में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चांदमल बाग समस्या के निस्तारण के लिए नगर विकास न्यास तीनों पंप नए लगवाते हुए पूरे। कार्य को निगम को हैंड ओवर करने के काम में तेजी लाए। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि क्षतिग्रस्त वल्लभ गार्डन पुलिया को पिलर लेकर ही ठीक किया जाए। सीवरेज लाइन को किसी भी स्थिति में रोड के अंदर से नहीं बनाया जाए बल्कि इसके लिए अलग से पाइप लाइन डाली जाए। उन्होंने लिलिपॉन्ड में सफाई के साथ-साथ सौंदर्यकरण का काम भी समय पर करवाने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने कहा कि यदि सड़क इत्यादि सार्वजनिक संपत्ति पर किसी व्यक्ति द्वारा गोबर या अन्य अपशिष्ट डालने की घटना सामने आती है तो संबंधित के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करवाते हुए सफाई कार्य पर हुए खर्च के लिए सम्बंधित को रिकवरी का नोटिस जारी किया जाए। 

डार्क स्पोट चिन्हित करने के लिए करें पुलिस से चर्चा

  मेहता ने कहा कि अतिरिक्त जिला कलेक्टर (शहर), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के साथ चर्चा कर जिले के संभावित दुर्घटना बिंदुओं के संबंध में सूची तैयार कर प्रस्तुत करें। 

स्वच्छ बीकाणा अभियान में शामिल हो जनप्रतिनिधि

  जिला कलक्टर मेहता ने कहा कि शहर की साफ सफाई व्यवस्था को दुरुस्त बनाने की और सफाई कर्मियों को प्रेरित करने के उद्देश्य से प्रारम्भ किए जाने वाले ’स्वच्छ बीकाणा-स्वस्थ बीकाणा’ विशेष अभियान के तहत जनप्रतिनिधियों को आवश्यक रूप से जोड़ें। उन्होंने कहा कि सफाई एक नियमित प्रक्रिया के रूप में अपनाते हुए लोगों में भी इसके प्रति जागरूकता आए, इसके मद््देनजर अभियान में आमजन की भागीदारी भी सुनिश्चित करें। मेहता ने निराश्रित पशु पकड़ने की कार्रवाई में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि शेड्यूल बना कर रोजाना पकड़े गए निराश्रित पशुओं की सूचना भेजें, यदि ऐसा नहीं होता है तो संबंधित की जिम्मेदारी तय की जाएगी। 
सम्पर्क प्रकरण निस्तारण में संतुष्टि स्तर का रखें ध्यान
सम्पर्क पोर्टल पर निस्तारित किए गए प्रकरणों की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि 60 और 180 दिन से पुराना एक भी प्रकरण किसी भी विभाग में लंबित ना रहे, यह सुनिश्चित किया जाए। विभिन्न आयोगों और सीएमओ से भेजे जाने वाले प्रकरणों के निस्तारण में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी । औसत निस्तारण समय अवधि को कम से कम करने पर सभी विभागीय अधिकारी विशेष ध्यान दें, साथ ही रिलीफ या रिजेक्ट प्रकरणों में संतुष्टि स्तर पर लेकर विशेष काम किया जाए। उन्होंने कहा कि डिस्काॅम, पीएचईडी और यूआईटी ने अपने यहां लंबित पुराने प्रकरणों का निस्तारण करने में बेहतर काम किया है। संतुष्टि स्तर को क्राॅसचैक करने के लिए विभिन्न विभागों द्वारा दिए गए जवाब की रैडम आधार पर जांच की जाएगी और यदि गलत जवाब या उचित मानदंडों से कमतर जवाब पाए जाते हैं तो संबंधित अधिकारी की जवाबदेही सुनिश्चित करते हुए उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। मनरेगा भुगतान के एक प्रकरण में जिला कलक्टर ने बज्जू बीडीओ से स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिए। उन्होंने पी एच ई डी के डेली तलाई में पीने के पानी के मुद्दे पर सेनेटरी डिग्गी के निर्माण के संबंध में प्राप्त प्रकरण पर समय पर जवाब नहीं देने पर सहायक अभियंता पीएचईडी को नोटिस देने के भी निर्देश दिए। मेहता ने मनरेगा,  आरयूआईडीपी के तहत सीवरेज कार्यों, सुजानदेसर समस्या, हाउस टू हाउस कनेक्शन में तेजी लाने,20 सूत्री कार्यक्रम  सहित पंचायती राज व अन्य विभागों के कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। 
बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर (प्रशासन) बलदेव राम धोजक, जिला अतिरिक्त कलक्टर (शहर) अरुण प्रकाश शर्मा, रसद अधिकारी यशवंत भागकर, सहायक निदेशक लोक सेवाएं सबीना विश्नोई, पीएचइडी अधीक्षण अभियंता दीपक बंसल तथा नगर विकास न्यास के अधीक्षण अभियंता संजय माथुर सहित संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
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कृषि अनुदान के लिए तैयार हो रहे डाटा
प्रभावित किसान को 10 फरवरी तक देनी होगी जानकारी
बीकानेर, 8 फरवरी। खरीफ फसल 2020 में सूखे से प्रभावित 14 ग्राम में कृषि आदान अनुदान वितरण हेतु कृषकों का डाटा डी.एम.आई.एस पोर्टल पर 10 फरवरी तक अपलोड किये जा रहे हैं।  
तहसीलदार बीकानेर ने बताया इनमें कालासर, संवाईसर, लाखूसर, जोगनाथसर, जालवाली, नूरसर, नूरमोहम्मद की ढाणी, शरह जाटान, घोलेरा नं. 1, घोलेरा नं. 2, शरह घोलेरा, घोलेरा हिस्सा मधजी, घोलेरा हिस्सा पेमजी व हरखासर बागोडान ग्राम सम्मिलित है। उन्होंने बताया कि पोर्टल पर प्रभावित काश्तकारों के बैंक खाता विवरण, आधार नम्बर व मोबाईल नम्बर फीड किये जा रहे है। इन गावों के प्रभावित किसानों ने अभी तक पटवारी को इसकी जानकारी  नहीं दी है।  अतः काश्तकारों को चाहिए कि 10 फरवरी तक अपने डाटा संबंधित ग्राम पटवारी के पास जमा करवाएं ताकि वे अनुदान से वंचित ना रहें।
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श्रीडूंगरढ़ में औद्योगिक प्रोत्साहन शिविर 12 फरवरी को
बीकानेर, 08 फरवरी। पंचायत समिति श्रीडूंगरढ़ में औद्योगिक प्रोत्साहन शिविर 12 फरवरी को सुबह 11 बजे से सांय 4 बजे तक आयोजित होगा। 
जिला उद्योग केन्द्र की महाप्रबंधक मंजू नैण गोदारा ने बताया कि शिविर में उद्योग विभाग, राजस्थान वित्त निगम, रीको व खादी बोर्ड से संबंधित कार्य तथा विभागीय योजनाओं जैसे उद्योग आधार, मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, बुनकर परिचय पत्र, आर्टीजन परिचय पत्र आदि के पत्र आॅनलाइन की जानकारी दी जायेगी। साथ ही उद्योग आधार मेमोरेडम जारी के सत्यापन उलाम रजिस्ट्रेशन का कार्य भी किया जायेगा।
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भूगर्भ  विषयक ज्ञानगंगा कार्यक्रम का शुभारंभ
बीकानेर 8 फरवरी। आयुक्तालय कॉलेज शिक्षा एवं भूगर्भ विभाग राजकीय डूंगर महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में छः दिवसीय शिक्षक दक्षता संवर्धन कार्यक्रम ज्ञान गंगा का शुभारंभ सोमवार को हुआ। जिसके तहत अद्यतन ज्ञान संवर्धन, कौशल एवं नवाचार प्रशिक्षण को प्रोत्साहन करने एवं संस्थागत क्षमता संबलम हेतु विभिन्न राजकीय महाविद्यालयों के भूगर्भ विज्ञान विषय के संकाय सदस्य लाभान्वित होंगे। 
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ जी. पी. सिंह ने भूगर्भ  विज्ञान विभाग को सफल आयोजन के लिए शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए सभी आगंतुकों का स्वागत किया। इससे पूर्व कार्यक्रम के समन्वयक  डॉ ए.के. यादव ने ज्ञान गंगा कार्यक्रम की जानकारी देते हुए भूगर्भ विज्ञान विभाग का परिचय करवाया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. शिशिर शर्मा प्राचार्य राजकीय महारानी सुदर्शना कन्या महाविद्यालय ने भूगर्भ विज्ञान विषय में आयोजित कार्यक्रम से प्रतिभागियों को अधिकाधिक लाभ उठाने का आह्वान किया।  डाॅ. शर्मा ने कहा कि वर्तमान समय में भूगर्भ विज्ञान के मूल को समझना अत्यावश्यक है। डाॅ. शिशिर ने  आयुक्तालय से इस प्रकार के कार्यक्रम महारानी कॉलेज को भी आवंटित किए जाने का आग्रह किया।
  विशिष्ट अतिथि सहायक निदेशक काॅलेज शिक्षा डॉ राकेश हर्ष ने  आयुक्तालय के ज्ञान गंगा कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम महाविद्यालय शिक्षकों के लिए ज्ञानवर्धक एवं कौशल परक साबित हो रहा है साथ ही उन्होंने भूगर्भ विभाग का अपने शोध शोध कार्य में सहयोग के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ. बी. एल. शर्मा, संयुक्त निदेशक रूसा आयुक्तालय जयपुर ने ज्ञान गंगा कार्यक्रम एवं कॉलेज शिक्षकों द्वारा तैयार किए गए ई-कंटेंट की सराहना की। आयुक्तालय के प्रतिनिधि डॉ. शिवांगना शर्मा ने  ज्ञान गंगा कार्यक्रमों के तहत  कॉलेज शिक्षकों द्वारा उत्साह एवं उनके साथ सहभागिता की सराहना करते हुए बताया कि हजार से अधिक शिक्षक इस कार्यक्रम में  अब तक लाभान्वित हो चुके हैं।  
आयोजन सचिव डॉ देवाराम ने बताया कि ज्ञान गंगा कार्यक्रम में नवाचार परक के रूप में महाविद्यालय शिक्षकों के अतिरिक्त शिक्षकों के निर्देशन में शोध कर रहे शोधार्थी एवं स्नातकोत्तर कक्षाओं के विद्यार्थियों को जोड़ते हुए  इस कार्यक्रम से लाभान्वित  किया जा रहा है। कार्यक्रम के संयोजक डॉ देवेश खंडेलवाल ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए सभी प्रतिभागियों से कार्यक्रम में  पूर्ण मनोयोग से जुड़कर लाभान्वित होने का आह्वान किया।

प्रथम तकनीकी सत्र में डॉ शिशिर शर्मा ने बेसिन विश्लेषण एवं अवसादीकी  परिपेक्ष के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान की।  द्वितीय व्याख्यान में खान एवं भूविज्ञान विभाग के अतिरिक्त निदेशक प्रदीप अग्रवाल ने विभिन्न खनन  नियमों एवं खनन नीतियांे के बारे में विस्तृत एवं महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध करवाई। प्रायोगिक सत्र में विभागाध्यक्ष डॉ ए.के. यादव ने सूक्ष्मदर्शी स्लाइड निर्माण के  पहलुओं पर  ऑनलाइन  प्रदर्शन के माध्यम  प्रशिक्षित किया।  तकनीकी सत्र के पश्चात राजकीय बांगड़ महाविद्यालय डीडवाना के डॉ अरुण व्यास ने सत्रावसान पर टिप्पणी करते हुए संक्षिप्त सार प्रस्तुत किया। डॉ विजय कुमार  मटोरिया ने  सभी संदर्भ व्यक्तियों एवं प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।
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