वरिष्ठ रंगकर्मी, पत्रकार व साहित्यकार मधु आचार्य ‘आशावादी’ का नागरिक अभिनंदन समारोह बुधवार को स्थानीय पीएन पैलेस में ‘मधुरम’ कार्यक्रम के तहत हुआ। यह कार्यक्रम हाल ही में आचार्य को भुवालका जन कल्याण ट्रस्ट, कोलकाता द्वारा साहित्य के क्षेत्र में महती योगदान के लिये मिले सम्मान के लिए आयोजित किया गया। कार्यक्रम में श्रीडूंगरगढ़ विधायक गिरधारीलाल महिया, नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई, नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष मकसूद अहमद, पूर्व विधायक डॉ.विश्वनाथ, भाजपा नेता सत्यप्रकाश आचार्य, भवानीशंकर आचार्य, विजय आचार्य, व्यवसायी व समाजसेवी राजेश चूरा, जननारायण व्यास कॉलोनी थाना प्रभारी अरविंद भारद्वाज ने आचार्य का अभिनंदन किया।
इस अवसर पर श्रीडूंगरगढ़ विधायक गिरधारीलाल महिया ने कहा कि साहित्यकारों से समाज ज्ञान लेता है। ज्ञान के कारण ही साहित्यकार पूजनीय होता है। मधु जी को जो पुरस्कार मिला है, वास्तव में उससे पुरस्कार ही पुरस्कृत हुआ है। बीकानेर की सृजन परंपरा को याद करते हुए महिया ने कहा कि उन्होंने हरीश भादाणी से बहुत सीखा है। मधुजी भी उन्हीं की सृजन परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं। महिया ने कहा कि वे विधानसभा में सदैव राजस्थानी भाषा के लिए संघर्ष करते रहे हैं। करते रहेंगे।
नोखा विधायक बिहारलाल बिश्नोई ने कहा कि मधु जी के सृजन में परिवेश की खुशबू है। उनका साहित्य यथार्थ की अभिव्यक्ति है, आम जन की पीड़ा को स्वर देते हुए मधुजी जब लिखते हैं तो वह आमजन के मन में सीधे उतरता है। बिहारी ने कहा राजस्थानी भाषा को प्राथमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल करवाना उनका प्रमुख मुद्दा होगा।
पूर्व विधायक डॉ.विश्वनाथ ने कहा कि मधुजी संवेदनशील व्यक्ति हैं, जो सभी को साथ लेकर चलते हैं। बीकानेर की सृजन परंपरा को आगे बढ़ाने में मधुजी का योगदान अद्वितीय है।
नगर विकास न्यास के पूर्व अध्यक्ष मकसूद अहमद ने कहा कि मधुजी हमेशा बड़े भाई की भूमिका में रहे और लगातार सीखने को मिला है। भाजपा नेता सत्यप्रकाश आचार्य ने कहा कि रंगमंच, पत्रकारिता और साहित्य की दुनिया में मधुजी का कार्य प्रेरक है। भाजपा नेता भवानीशंकर आचार्य ने कहा कि मधुजी ने बचपन से लेकर अभी तक अपनी सक्रियता से प्रभावित किया है। भाजपा नेता विजय आचार्य ने कहा कि मधुजी हमेशा उनके नजदीक रहे और सदैव उनसे सीखने को मिला है। व्यवसायी व समाजसेवी राजेश चूरा ने मधुजी को समाज का दैदीप्यमान नक्षत्र बताया। जयनारायण व्यास कॉलोनी थाना प्रभारी अरविंद भारद्वाज ने कहा कि मधुजी जैसे व्यक्तित्व समाज के लिए आलोक-पुंज हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.श्रीलाल मोहता ने भुवालका जन कल्याण ट्रस्ट द्वारा दिये जाने वाले सम्मान कि प्रतिष्ठा पर चर्चा करते हुए कहा कि निश्चय ही यह पुरस्कार प्रतिष्ठापूर्ण है और बीकानेर को मधुजी पर गर्व है।
सम्मान के प्रत्युत्तर में मधु आचार्य ने कहा कि सम्मान सदैव एक नई जिम्मेदारी का बोध करवाते हैं। अपने परिवेश और परिवार के प्रति ऋणी हूं कि उन्होंने मुझे आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राजस्थानी में निरंतर साहित्य रचा जा रहा है। समाज और जनप्रतिनिधियों को चाहिए कि वे पुस्तक संस्कृति की रक्षा के लिए आगे आएं। हमें किताबों को पढऩे की आदत डालनी चाहिए। आचार्य ने जनप्रतिनिधियों से कहा कि राजस्थानी भाषा को प्राथमिक शिक्षा का माध्यम बनाने के लिए विधानसभा में आवाज उठाएं।
कार्यक्रम के प्रारंभ में कर्मचारी नेता भंवर पुरोहित ने स्वागत करते हुए कहा कि यह सम्मान बीकानेर की सृजन परंपरा का सम्मान है। आभार मानते हुए शहर कांग्रेस महासचिव आनंद जोशी ने कहा कि किसी भी साहित्यिक विभूति का आज तक पांच बार नागरिक अभिनंदन नहीं हुआ होग, मधुजी के प्रति लोगों का भाव है। वरिष्ठ साहित्यकार बुलाकी शर्मा ने इस अवसर पर मधु आचार्य के व्यक्तित्व-कृतित्व पर विचार रखते हुए कहा कि यह भी संयोग है कि यही पुरस्कार पिछली बार बीाकनेर के डॉ.नंदकिशोर आचार्य को मिला था, इस बार मधुजी को मिला है। समाजसेवी महेंद्र आचार्य ने अभिनंदन-पत्र का वाचन किया।कार्यक्रम का संचालन पत्रकार हरीश बी.शर्मा ने किया। इस अवसर अनेक सामाजिक व राजनीतिक संस्थाओं ने मधुजी का नागरिक अभिनंदन किया। इस मौके शहर के अनेक गणमान्य लोग उपस्थित थे।