बीकानेर। रुपए दोगुने करने का झांसा देकर ठगी करने वाली अंतरराज्यीय ठग गिरोह का बीछवाल पुलिस ने पर्दाफाश किया है। गिरोह के मुख्य सरगना को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी से ठगी करने के उपकरण व एक कार जब्त की गई है। आरोपी को रविवार को न्यायालय में पेश किया गया। बीछवाल एसएचओ महेन्द्रदत्त शर्मा ने बताया कि फाजिल्का के बेहक हस्ता निवासी बाबा जीतसिंह (65) पुत्र निगरसिंह रायसिख को गिरफ्तार किया है। आरोपी गिरोह का मुख्य सरगना है। आरोपी के पास से ठगी करने के शीशा, कैमिकल की शीशियां व अन्य कई उपकरण एवं घटना में उपयोग ली गई कार को बरामद किया गया है।
ग्रामीणों को बनाते अपना शिकार
एसएचओ शर्मा ने बताया कि अंतरराज्जीय गिरोह लंबे समय से बीकानेर के आसपास के क्षेत्रों में जमीन खरीद फरोख्त के नाम पर ग्रामीणों से संपर्क करते। इस दरम्यान लोगों को रुपए दोगुने करने का प्रलोभन देकर झांसे में ले लेते। उक्त गिरोह के लोगों ने कई लोगों को ठगी का शिकार बनाया। रिमांड के दौरान पूछताछ की जाएगी कि उन्होंने किस-किस के साथ और कितनी ठगी की है। प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि सरगना जीतसिंह व इसकी गैंग के सदस्य पहले भी इस तरह की ठगी की वारदातों में गिरफ्तार होकर जेल जा चुके हैं। वारदात का खुलासा करने में हेडकांस्टेबल रामनिवास की मुख्य भूमिका रही।
यह है मामला
कानासर निवासी जितेन्द्र पुत्र हेमाराम राजपुरोहित ने थाने में ठगी का मामला दर्ज कराया था। रिपोर्ट में बताया कि करणीसर भाटियान निवासी मांगू खां पुत्र रमजान खां एवं उसके गुरुजी बाबा जीतसिंह रायसिख मिले। मांगू ने कहा कि गुरुजी के सेवादार बन जाओ, बाबाजी जादुई विद्या जानने वाले हैं। आप जितने रुपए दोगे, यह दोगुने करके वापस दे देंगे और करोड़पति बन जाओगे। उक्त आरोपियों के झांसे में आकर चार लाख 30 हजार रुपए दे दिए। आरोपियों ने आज तक रुपए वापस नहीं लौटाए। रुपयों का तकादा करने पर आरोपियों ने साढ़े 3 लाख रुपए और लाकर देने को कहा। इस पर आरोपियों पर शक हो गया। पुलिस ने ठग गिरोह की धरपकड़ के लिए बीछवाल एसएचओ शर्मा के नेतृत्व में उपनिरीक्षक शारदा, हेडकांस्टेबल रामनिवास, कांस्टेबल बलवीरसिंह आदि की टीम बनाई। पुलिस टीम ने आरोपियों का लगातार पीछा कर मुख्य सरगना को पकड़ा। शेष आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।