बीकानेर. ऑनलाइन व किसी भी तरह की साइबर ठगी के शिकार पीडि़तों को भटकना नहीं पड़ेगा। जिले में साइबर थाना विधिवत खुल चुका है। साइबर थाना वैकल्पिक व्यवस्था के तहत एकबार सिटी कोतवाली थाना परिसर में संचालित होगा। थाने में एएसपी, पुलिस निरीक्षक समेत 13 कर्मचारियों को नियुक्त कर दिया गया है।
इस तरह के मामले होंगे दर्ज
थाने में कार्ड क्लोनिंग, एटीएम पिन, ओटीपी, ऑनलाइन शॉपिंग, अकाउंट हैकिंग, ऑनलाइन नौकरी, ऑनलाइन शॉपिंग, एनी डेस्क एप समेत अन्य तरह की ठगी के मामले दर्ज किए जाएंगे। साइबर थाना खुलने से साइबर ठगों पर अंकुश लगेगा।
पहले सीआईयू अब कोतवाली
साइबर सेल में आने वाली शिकायतें साल दर साल लगभग दोगुनी होती जा रही हैं। फोन पर धमकी, फर्जी नाम से सोशल मीडिया का इस्तेमाल, एटीएम पिन पूछना, एटीएम कार्ड बदलकर पैसा निकालना समेत अन्य शिकायतों का साइबर सेल में ढेर लगा है।
साइबर थाना नहीं होने से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। स्थानीय पुलिस प्रशासन ने साइबर थाने का भवन नहीं होने तक सीआईयू (साइबर स्पेशल यूनिट) में वैकल्पिक तौर पर चालू किया था , लेकिन अब वहां से हटाकर सिटी कोतवाली थाने में संचालित किया गया है।इस बार विधिवत रूप से चालू किया गया है। अब जब तक साइबर थाने का अलग से भवन नहीं होगा, तब तक सिटी कोतवाली थाना परिसर में ही साइबर थाना संचालित होगा।
इन्हें दी नियुक्ति
पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने गुरुवार को आदेश जारी कर साइबर थाने में पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों को तैनात कर दिया है। आदेश में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अंजुम कायल को थाना की प्रभारी बनाया गया है, लेकिन वे किन्हीं कारणों से अवकाश पर हैं।