बीकानेर. परीक्षाओं में नकल कराने वाले गिरोह और पुलिस के बीच लग रहा है शह-मात का खेल सा चल रहा है। राज्य सरकार की तमाम सतर्कताओं और चुस्ती को धता बताते हुए नकल गिरोह से जुड़े लोग किसी न किसी तरह लोगों को अपने झांसे में फंसाने में कामयाब हो जा रहे हैं। शिक्षक भर्ती की शनिवार से शुरू होने वाली परीक्षा से पहले बीकानेर पुलिस की सतर्कता से नकल गिरोह से जुड़े कुछ लोग पुलिस के हत्थे चढ़े। दरअसल, सीआरपीएफ सहायक उपनिरीक्षक, आंशु लिपिक व हवलदार भर्ती परीक्षा की ऑनलाइन फर्जी आन्सर की बनाकर बेरोजगारों से ठगी करने का मामला सामने आया है। नयाशहर पुलिस व डीएसटी ने इस मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने बताया कि शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर पुलिस निगरानी रख रही थी। कई लोगों को सर्विलेंस पर रखा हुआ था। इसी बीच एएसपी सिटी हरीशंकर व नयाशहर एसएचओ वेदपाल शिवरान को परीक्षा को लेकर धांधली की सूचना मिली। डीएसटी के हवलदार दीपक यादव की मदद से पुलिस आरोपियों राजाराम बिश्नोई व सीताराम बिश्नोई तक पहुंची। उनके पास से एक लाख रुपए नकद एवं तीन चेक हस्ताक्षरशुदा बरामद किए। राजाराम बिश्नोई रामपुरा बस्ती में एक इंस्टीटयूट का संचालन करता है। यह वर्ष 2021 में भी उप निरीक्षक भर्ती के दौरान नकल प्रकरण में पकड़ा जा चुका है।