सोमवार रात एक गांव से चार युवक कार लूटकर भाग गए, पुलिस और स्थानीय ग्रामीणों की मदद से कुछ ही घंटों में कार को बरामद करने के साथ ही युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया। इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस की सक्रियता के साथ ही ग्रामीणों का सहयोग भी रहा।
दरअसल, सोमवार की रात सरदारशहर के भालेरी गांव से एक व्यक्ति से चार युवक कार लूटकर फरार हो गए। पुलिस को सूचना मिलने पर चारों तरफ थानों में नाकाबंदी करवा दी गई। पुलिस के मुखबीर भी सक्रिय हुए। सूचना मिली कि कार मोमासर की ओर जा रही है। इस पर मोमासर पुलिस चौकी पर जानकारी दी गई। वहां से दो कांस्टेबल विनोद और सुभाष ने आम लोगों के सहयोग से रास्ता जाम कर दिया। मुख्य मार्ग पर पत्थर डाल दिए गए। ये कार पातलिसर की ओर जा रही थी लेकिन इस सड़क पर आते ही पत्थरों से टकरा गई। कार का एक टायर फट गया। ऐसे में कार रुकते ही चारों बदमाश अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गए। मौके पर खड़े पुलिसकर्मी इन्हें पकड़ नहीं पाए। इसके बाद ग्रामीणों ने अपने स्तर पर तलाशी शुरू की। बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने मोमासर गांव की एक-एक गली को छान लिया। काफी मेहनत के बाद चारों बदमाश पुलिस व ग्रामीणों के हाथ लग गए। सोमवार देर रात करीब साढ़े बारह बजे चारों बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़े। आरोपियों की पहचान नौसरिया निवासी मुकेश, पाबूसर निवासी अशोक, गंगाशहर निवासी रोहित प्रजापत व सेरूणा निवासी हरिओम शर्मा के रूप में हुई। इसके बाद इन्हें भालेरी पुलिस को सौंप दिया गया।
ग्रामीणों का सहयोग
इस घटनाक्रम में ग्रामीणों का सहयोग सराहनीय रहा। बड़ी संख्या में युवकों ने गांव की एक-एक गली और घर को छान मारा। काफी देर मशक्कत के बाद चारों बदमाश एक घर की ओट में छिपे हुए मिले। इस सर्च अभियान में पुलिस के तो कुछ सिपाही थे लेकिन जनता बड़ी संख्या में थी। बाद में इन चारों युवकों को भालेरी पुलिस के हवाले कर दिया गया है। चारों बदमाशों की पहचान हो गई है लेकिन पुलिस ने अब तक नाम सार्वजनिक नहीं किए हैं। श्रीडूंगरगढ़ थाने से गांव पहुंचे पुलिसकर्मियों में हेडकांस्टेबल सुरेश कुमार, ओमप्रकाश, आवड़दान, कांस्टेबल अजीत कुमार, लेखराम, सतीश कुमार की खास भूमिका रही