किसानों को यूरिया के लिए कतारों में लगाना मजबूरी बन गया है। इन दिनों किसान खेतों में काम छोड़कर खाद के लिए दुकानों के आगे कतार में लगे नजर आते हैं और बड़ी संख्या में किसान खाली हाथ निराश घर लौट जाते हैं। किसानों को यही दिन देखने बाकी थे। आखिर जिम्मेदार कब तक मौन रहेंगे। बज्जू कस्बे में गुरुवार को तीन दिन बाद फिर से जब यूरिया की दो गाड़ी पहुंची तो सूचना मिलते ही किसानों की भीड़ उमड़ आई। इस दौरान आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में किसान पहुंचे। बढ़ती लाइन को देखकर व नंबर नहीं आने से चिंतित कृषक परिवार से महिलाओं ने भी दूसरी लाइन लगा ली। बढ़ती भीड़ व परेशानी को देखते हुए पुलिस के जवान भी शांति व्यवस्था बनाने के लिए मौजूद रहे। देर शाम तक यूरिया का वितरण हुआ। इसके बाद कई किसानों को निराश लौटना पड़ा।
संयुक्त निदेशक कृषि कैलाश चौधरी ने बताया कि गुरुवार को दो गाड़ी चंबल फर्टिलाइजर की यूरिया का वितरण हुआ है। इसके बाद शुक्रवार को भी 2 से 3 गाड़ियां यूरिया की बज्जू पहुंचेगी जिससे वंचित किसानों को राहत मिलेगी। चौधरी ने बताया कि गुरुवार को राववाला, बीकमपुर व गोडू में भी यूरिया का वितरण हुआ है। चौधरी ने बताया कि बज्जू क्षेत्र में दो दिन 600 टन यूरिया का वितरण होगा। किसानों के लिए यूरिया पर्याप्त है, लेकिन किसानों को डर है कही यूरिया की कमी तो नही तो उन्हें घबराने की जरूरत नही है। आगामी दिनों में एनएफएल व इफको की यूरिया प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हो जाएगी।