मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के शराब बिक्री को लेकर दिए गए बयान का असर शुक्रवार को बीकानेर में भी दिखा। शराब की दुकानों के बाहर खरीदारों की भीड़ तो दिखी, लेकिन शराब की बिक्री नहीं हो रही थी। पुलिस की सख्ती के चलते शराब ठेकेदार और सेल्समैन शराब की दुकानों के आसपास खड़े लोगों को खदेड़ते दिखाई दिए।
हालांकि कई स्थानों पर बंद दुकानों के अंदर शराब के सेल्समैन बैठे दिखाई दिए। लेकिन शनिवार से बंद दुकान के अंदर सेल्समैन भी नहीं बैठ सकेंगे। अगर कोई सेल्समैन आठ बजे बाद शराब की दुकान में बैठा दिखाई दिया तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि रात आठ बजे बाद शराब की बिक्री होती है तो इसके लिए संबंधित थाने का एसएचओ जिम्मेदार होगा। उन्होंने एसएचओ के साथ-साथ सीओ सिटी और एसपी की भी जिम्मेदारी तय की है।
अवैध मोखों से होती है सप्लाई
रात आठ बजे बाद शराब की दुकानें भले ही बंद हो जाती हो, लेकिन दुकानों के अंदर सेल्समैन बैठकर अवैध मोखों से शराब की बिक्री करते हैं। जिले में ऐसी कोई शराब की दुकान नहीं होगी, जिसने अनधिकृत रूप से अवैध मोखा नहीं बना रखा हो। शराब की बोतल और रुपयों का लेन-देन इसी मोखे से किया जाता है।
शुक्रवार को पुलिस की गाड़ियों ने शराब की दुकानों के आगे खड़े लोगों को खदेड़ने और ठेकेदार को आठ बजे बाद शराब की बिक्री नहीं करने की हिदायत तो दी, लेकिन अवैध मोखों को बंद नहीं करवाया। पुलिस प्रशासन की ढील होने के साथ ही रात आठ बजे बाद इन्हीं मोखों से शराब की बिक्री का खेल फिर से शुरू हो जाएगा।