पीबीएम में डॉक्टर्स की लेटलतीफी शुक्रवार को उजागर हो गई। संभागीय आयुक्त नीरज के. पवन अचानक निरीक्षण करने पहुंच गए। सुबह 10 बजे पहुंचे आयुक्त पवन ने हाजिरी रजिस्टर देखा तो 58 डॉक्टर्स के हस्ताक्षर नहीं थे, जबकि ड्यूटी सुबह नौ बजे से होती है। वे एक घंटा यहीं रुके। अनुपस्थित डॉक्टर्स में 55 सीनियर रेजीडेंट अर्जेंट टेंपरेरी बेसिस (यूटीबी) पर हैं। इनके अलावा तीन सीनियर डॉक्टर हैं। आयुक्त ने सुपरिटेंडेंट डॉ. पीके सैनी को सभी को नोटिस देने को कहा। शाम तक 58 डॉक्टर्स के नाम नोटिस जारी हो गया है। कई डॉक्टर्स के वीकली ऑफ, इवनिंग ड्यूटी आदि होने की बात सामने आई। हिदायत दी गई कि जिनका वीकली ऑफ है वे एक दिन पहले रजिस्टर में इंद्राज करें।
ड्यूटी टाइम सुधारने को सुपरिटेंडेंट ऑफिस में रखा रजिस्टर
कुछ समय पहले तक डॉक्टर्स की हाजिरी संबंधित विभाग में ही लगाई जाती थी। यानी जनाना हॉस्पिटल वाले जनाना में, ट्रोमा वाले ट्रोमा में अपने ही विभाग में हाजिरी लगाते थे। इसमें किसी के आने-जाने का सही वक्त पता नहीं चल पाता था। इसी वजह से कुछ दिन पहले हाजिरी रजिस्टर सुपरिटेंडेंट ऑफिस में रखवाया गया। पाबंद किया गया कि सभी यहां उपस्थिति दर्ज करने के बाद अपने विभाग में जाएं।
रोजमर्रा की बात : एक दिन पहले यानी गुरुवार के हस्ताक्षर भी इस रजिस्टर में नहीं है। ऐसे में माना जा रहा है कि कई डॉक्टर फरलो मनाते हैं या बहुत देरी से आते हैं। कई दिन के हस्ताक्षर एक साथ भी करते हैं।
"इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधार दिया। जरूरी संसाधन उपलब्ध हैं। सर्विस डिलीवरी में डॉक्टर्स कोताही बरतें यह ठीक नहीं। रात में भी डॉक्टर्स की ड्यूटी चेक करेंगे।"
-नीरज के. पवन, संभागीय आयुक्त
"सभी अनुपस्थितों को नोटिस दिया है। उनके जवाब आने के मुताबिक कार्रवाई तय होगी। इसके साथ ही कई हिदायतें भी दी हैंं।"
-डॉ. पीके सैनी, सुपरिटेंडेंट, पीबीएम हॉस्पिटल