देशनोक कस्बे की ओरण परिक्रमा रविवार और सोमवार को होगी। इस बार परिक्रमा मार्ग, मंदिर प्रांगण के आसपास दीपक और धूपबत्ती जलाना निषेध रहेगा। श्रीकरणी मंदिर निजी प्रन्यास के अध्यक्ष बादलसिंह चारण ने बताया कि इस बार परिक्रमा मार्ग या मंदिर परिसर परिसर के आसपास दीपक, धूपबत्ती बेचते या जलाते पाया गया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि मां करणी की ओरण परिक्रमा मार्ग में कहीं पर भी अस्थाई रूप से या गाड़ी पर दुकान लगाना निषेध रहेगा। माँ करणी जी की पवित्र 12 कोसी और परिक्रमा अखण्डित रूप से परम्परागत तरीके से आज दिनांक 6 नवम्बर अलसुबह से दर्शनार्थियों द्वारा माँ करणी जी के जयकारों के साथ पवित्र परिक्रमा लगवायी जा रही है।
सभी करणी जी के परम भक्तों को बताया जा रहा है श्री करणी जी मन्दिर प्रांगण में किसी भी तरह का ग्रहण (सूर्य व चन्द्र) नहीं लगता है और उस समय परम्परागत तरीको से सम्पूर्ण कार्यो (पूजा पाठ) का निवर्हन पूर्व की भांति नियोजित किये जाते हैं।
ओरण परिक्रमा में लंगर सेवा लगाने वाले सेवार्थियों को एक अनिवार्य प्रक्रिया के तहत मंदिर ऑफिस में आकर रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। ओरण परिक्रमा को लेकर श्रीकरणी मंदिर निजी प्रन्यास की ओर से विशेष व्यवस्था की गई है। प्रन्यास अध्यक्ष बारठ ने बताया कि मां करणी की ओरण परिक्रमा इस बार विशेष रुप से दो दिवस तक चलेगी। यह 12 कोसी ओरण परिक्रमा 6 व 7 नवंबर लगातार दिन- रात चलेगी। दोनों समय तक श्रद्धालु ओरण की परिक्रमा लगा सकेंगे एवं मां करणी के दर्शन भी कर सकेंगे। इस बार ओरण परिक्रमा के चलते मंदिर 24 घंटे खुला रहेगा। ओरण परिक्रमा के दौरान प्लास्टिक की थैली पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा।