महाजन थाना क्षेत्र के मनोहरिया गांव में पांच महीने पहले एक व्यक्ति की हत्या के मामले का पुलिस ने पटाक्षेप कर दिया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सुनील कुमार ने बताया कि गोगी पत्नी गुलाम हुसैन को इस सिलसिले में गिरफ्तार किया गया है। आरोपित महिला ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया है। उसे बुधवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। वारदात से पर्दा उठाने में पुलिस को करीब सवा चार महीने का समय लगा।
यह है मामला
मनोहरिया गांव में 21 जुलाई की रात को गुलाम हुसैन व उसकी पत्नी गोगी पर धारदार हथियार से हमला होने की पुलिस को सूचना मिली थी। पुलिस टीम मौके पर पहुंची और दोनों घायलों को महाजन अस्पताल लेकर आई, जहां से उन्हें बीकानेर के पीबीएम अस्पताल रेफर कर दिया। बीच रास्ते में गुलाम हुसैन की मौत हो गई, जबकि गोगी के सिर में लगी चोट का उपचार कर घर भेज दिया। महाजन थाने में गोगी की रिपोर्ट पर करीब आधा दर्जन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस का दावा: हकीकत यह है
पुलिस सूत्रों की मानें, तो मामला नाबालिग लड़की से छेड़छाड़ के चलते हुए विवाद का था। गुलाम ने एक युवक व महिला के साथ मारपीट की थी। इस मसले को लेकर गांव में पंचायत भी हुई। गुलाम को पुलिस ने भादंसं की धारा 151 में गिरफ्तार किया। जमानत से आने के बाद गुलाम ने अपनी दोनों बेटियों के साथ मारपीट की थी। इस दौरान गोगी बीच-बचाव करने आई। एकबारगी तो मामला शांत हो गया, लेकिन रात को फिर दोनों में झगड़ा शुरू हो गया। इसी दरम्यान गुलाम ने कुल्हाड़ी से वार किया, तो वह गोगी के सिर में लग गया। इसी धक्का-मुक्की में गुलाम के सिर में अंदरूनी चोट लग गई और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।
यूं खुली परत-दर-परत
महाजन सीआइ अनिल कुमार के नेतृत्व में टीम ने हत्या के मामले की जांच शुरू की। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। पहले महिला ने ही कुछ लोगों पर हत्या का आरोप लगाया था। उन सबसे पूछताछ की। मौके से जुटाए साक्ष्य सबूतों के आधार पर पुलिस को घटनाक्रम पर शक हुआ। पुलिस ने मृतक गुलाम हुसैन की पत्नी गोगी पर निगाह रखनी शुरू की। तब पुलिस को पता चला कि घटना के दिन घर में झगड़ा हुआ था। इसी झगड़े के दौरान गुलाम सिर के बल नीचे गिर गया और उसे चोट लग गई, जिससे उसकी मौत हो गई। आरोपी गोगी घटना के बाद काफी डर गई थी। उसने पुलिस से बचने के लिए झूठा घटनाक्रम रच डाला। पुलिस जांच में सच्चाई सामने आ गई।