बीकानेर के तीन व्यापारियों के चालीस ठिकानों पर हुई छापेमारी की कार्रवाई में आयकर विभाग को करीब सत्तर करोड़ रुपए की अघोषित आय मिली है। इसमें सर्वाधिक 52 करोड़ रुपए की अघोषित आय नोखा के श्रीनिवास झंवर के यहां मिली है, जबकि बीकानेर के व्यापारी जुगल राठी के यहां दस करोड़ और धनपत चायल के यहां आठ करोड़ रुपए की अघोषित आय मिली है। छानबीन पूरी होने के साथ ही अधिकारी वापस लौट गए हैं लेकिन जांच में ये अघोषित आय घट भी सकती है और बढ़ भी सकती है।
आयकर विभाग के अधिकारियों ने चार दिन तक लगातार छापेमारी करते हुए रिकार्ड्स एकत्र किए। इस दौरान बैंकों में लॉकर भी संभाले गए तो घरों में यहां-वहां एक-एक कागज को खंगाला गया। तीनों व्यापारियों के करीब चालीस ठिकानों पर हुई कार्रवाई में अघोषित संपत्ति का पता लगाया गया। सबसे ज्यादा नोखा के व्यापारी श्रीनिवास झंवर के आवास व ऑफिस में मिला। इस दौरान कई जमीनों के कागजात भी आयकर विभाग ने कब्जे में लिए हैं, वहीं नगद राशि, जेवरात भी रिकार्ड पर लिए गए हैं। श्रीनिवास झंवर और उनसे जुड़े दस लोगों के यहां रिकार्ड की छानबीन की गई। नोखा में इनकम टेक्स की कार्रवाई में ये सबसे बड़ी अघोषित आय मानी जा रही है।
बीकानेर के दो व्यापारियों जुगल राठी और धनपत चायल के यहां भी कार्रवाई पूरी हो गई है। दोनों व्यापारियों के घर और ऑफिस के अलावा उनसे जुड़े करीब तीस ठिकानों पर एक साथ सर्च शुरू की गई। इस दौरान जुगल राठी के यहां दस करोड़ रुपए की अघोषित आय मिली है जबकि धनपत चायल के यहां आठ करोड़ रुपए की अघोष्ज्ञित आय मिलने की सूचना है। आयकर विभाग ने दोनों व्यापारियों के यहां से जो कागजात लिए हैं, अब उनकी छानबीन की जाएगी।