बीकानेर। जिले में कोरोना का प्रभाव भले ही कम हो गया हो। लेकिन खतरा कम नहीं हुआ है। हमेशा पॉजिटिव आने का सिलसिला अभी भी जारी है। तो मौत भी हो रही है। हालांकि मौत का कारण केवल कोरोना संक्रमण नहीं है। इसके साथ अन्य बीमारियों के कारण भी पॉजिटिव मरीज की मौत के सामने आ रहे है। जिले में कोरोना संक्रमण से एक 26 वर्षीय महिला की मौत हो गई है। जो थारूसर की थी। वह पहले से एक गंभीर बीमारी से ग्रसित थी। जिसके चलते उसे 28 अक्टुबर को पीबीएम अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जो 9 नवम्बर को कोरोना पॉजिटिव हुई थी। जिसके बाद उसे कोविड वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया। जहां इलाज के दौरान 15 नवम्बर को मौत हो गई। वहीं जिले में 6 नये रोगी कोरोना संक्रमित पाएं गये है।
लापरवाही फिर जोर मारती दिख रही है। आलम यह है कि लोग बूस्टर डोज से दूर भाग रहे हैं। यही वजह है कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में जितना लक्क्ष्य जिलों के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को दिया था, उससे वे मीलों दूर हैं। समस्या यह भी है कि प्रदेश में अधिकांश लोगों ने कोविशील्ड लगाई थी। इसका भी टोटा बना हुआ है। यानी लापरवाही दोनों तरफ से है। हालांकि सरकार ने सितंबर तक बूस्टर डोज लगाने की समय सीमा निर्धारित की थी। यह सीमा भी अब समाप्त हो चुकी है। सरकारी लापरवाही का नजारा कुछ ऐसा है कि इसके बाद अब तक बूस्टर डोज लगाने की न तो योजना का अता-पता है और न ही इसको लेकर कोई गाइडलाइन है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने शुरुआत में तो बूस्टर डोज लगाने के लिए प्रयास भी किए थे, लेकिन लोगों की रुचि कम होने के कारण अब उसने भी रुचि लेना बंद कर दिया है।