नगर पालिका के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर (EO) की लोगों ने लात-घूंसों से जमकर पिटाई कर दी। पुलिस की मौजूदगी में लोगों ने ईओ पर हमला किया। मामला बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ का सोमवार दोपहर 12 बजे का है।
दरअसल, यहां ईओ के पद पर भवानीशंकर व्यास को लगा रखा था। 9 दिन पहले 21 अक्टूबर को सरकार ने इनका ट्रांसफर भरतपुर के बयाना कर दिया और ललित सिंह देथा को यहां लगा दिया। ट्रांसफर के खिलाफ व्यास कोर्ट चले गए और स्टे ले लिया। इसी को लेकर दोनों में विवाद चल रहा था।
सोमवार सुबह 12 बजे भवानीशंकर व्यास पहले ऑफिस पहुंचे और EO की सीट पर जाकर बैठ गए। इसके बाद हाल ही में ट्रांसफर होकर आए ललित सिंह देथा सीट पर बैठने के लिए पहुंचे। वहां पहले से व्यास को देखकर वो नाराज हुए। इस पर देथा को सीट पर देखने के इच्छुक लोगों ने व्यास को सीट से उठने के लिए बोला।
व्यास ने कोर्ट आदेश से सीट पर रहने की बात कही तो लोग नाराज हो गए। लोग नारेबाजी और प्रदर्शन करने लगे। एकाएक प्रदर्शन कर रहे लोग रूम में घुसे और भवानीशंकर व्यास से मारपीट करने लगे। लोगों ने व्यास पर जमकर लात-घूंसे बरसाए। यहां तक कि पुलिस की मौजूदगी में लोगों ने व्यास पर हमला किया। थोड़ी देर बाद पुलिस ने बीच-बचाव कर व्यास को छुड़ाया।। फिर भी कुछ लोग पिटाई करने लगे।
EO की पोस्ट पर ट्रांसफर होकर आए देथा ने 21 अक्टूबर को ही चार्ज संभाल लिया था। इसके बाद सोमवार को ही दोनों अफसर एक सीट पर बैठने की जल्दबाजी में थे। व्यास जल्दी पहुंचे और कुर्सी पर जाकर बैठ गए। इसी से नाराज होकर व्यास के विरोधी लोगों ने हमला कर दिया।
आरोप लगाया जा रहा है कि भवानीशंकर व्यास ने चार्ज नहीं दिया तो EO देथा ने रूम का ताला तोड़कर एंट्री ली।
फर्जी पट्टों का है विवाद
श्रीडूंगरगढ़ में करोड़ों रुपए के फर्जी पट्टों को लेकर विवाद चल रहा है। एक पक्ष का आरोप है कि कुछ लोग दबाव बनाकर पट्टे लेना चाहते हैं। वहीं दूसरे पक्ष का आरोप है कि EO व्यास पट्टों का वितरण नहीं होने दे रहे। दोनों पक्षों के अपने तर्क है, शिकायत है।
व्यास बोले- जानबूझकर लोगों को इकट्ठा किया
पूरे मामले में भवानीशंकर व्यास ने कहा- यहां जानबूझकर लोगों को इकट्ठा किया गया। मेरे साथ मारपीट की गई। पुलिस को बार-बार फोन करके बुलाया, लेकिन समय पर पुलिस नहीं आई। ये लोग फर्जी पट्टे बनाकर नगर पालिका की करोड़ों रुपए की जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं।
ललित सिंह देथा ने कहा- ये तो भवानीशंकर व्यास की गलती है कि जब उनका ट्रांसफर कर दिया गया है, रिलीव कर दिया गया है। फिर वो सीट पर क्यों बैठे हैं? मारपीट मेरे सामने नहीं हुई, मेरी जानकारी में नहीं है।
घटना के बाद शाम 5 बजे राज्य सरकार ने आदेश जारी करके भवानीशंकर व्यास को निलंबित कर दिया है। इस आदेश में कहा कि बयाना नगर पालिका के ईओ के पद पर ट्रांसफर हुए व्यास के खिलाफ श्रीडूंगरगढ़ में जांच पैंडिंग है, ऐसे में उन्हें निलंबित किया जाता है। निलंबन के दौरान इनका मुख्यालय बांसवाड़ा का परतापुरगढ़ी रहेगा।