शहर की नयी पीढ़ी के युवा तेजी से इस घातक नशे की चपेट में, युवाओं के लिये श्राप बनी एमडी ड्रग्स

0
बीकानेर बुलेटिन



Mukesh.Puniya

बीकानेर । महानगरों से बीकानेर में दस्तक दे चुके एमडी ड्रग्स की जड़े अब शहर के गली मौहल्लों तक पसर चुकी है। ड्रग्स के सप्लायरों ने अपना नेटवर्क चारों तरफ फैला लिया है। शहर की नयी पीढ़ी के युवा तेजी से इस घातक नशे की चपेट में आ रहे है। हालांकि ऑपरेशन क्लिन के तहत पुलिस नशे के सप्लायरों को लगातार पकड़ रही है,लेकिन पुलिस के हाथ इस नशे की तस्करी से जुड़े सरगनों तक नहीं पहुंचे है। इस मामले की पड़ताल में पता चला है कि बीकानेर में एमडी ड्रग्स की सप्लाई नागौर और जोधपुर से हो रही है और यह भी पुख्ता खबर है कि तस्करों का बड़ा गिरोह इस नशे की सप्लाई में जुटा है। गिरोह ने  बीकानेर शहर में अपने पैडलर छोड़ रखे है जो युवाओं तक नशे की खेप पहुंचाने का काम कर रहे है। इनमें शामिल कई पैडलर पिछले दिनों हुई पुलिस कार्यवाहियों में पकड़े भी जा चुके है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार बीकानेर में बीते दो माह के अंतराल में एक दर्जन से ज्यादा एमडी ड्रग्स के पैडलर पकड़े जा चुके है। इनमें कई नामी अपराधी और आरएसी का एक कंमाडों भी शामिल है। यह भी पता चला है कि बीते साल तक बीकानेर में एमडी ड्रग्स के नशेड़ी गिनती के थे,लेकिन साल भर के अंतराल में ऐसे नशेडिय़ों का आंकड़ा हजारों में पहुंच गया जो मदहोशी के लिये इस घातक नशे का सेवन कर रहे है। चौंकाने वाली खबर तो यह है कि चरम पर चल रहे सफेद नशे के कारोबार में पुरुषों के साथ महिलाएं भी लिप्त हैं। नशा जगत से जुड़े सूत्रों के अनुसार बीकानेर शहर में फिलहाल एक भी ऐसा कोई इलाका नहीं जहां एमडी ड्रग्स की सप्लाई न हो रही हो। इस घातक नशे के तस्करों से जुड़े सप्लायर हर रोज नशे की हजारों पुडिय़ा बेच कर युवा पीढ़ी को तबाह कर रहे हैं। पड़ताल में यह भी सामने आया है कि एमडी ड्रग्स फिलहाल ढाई हजार रूपये एक ग्राम की रेट से बिक रहा है । ऐसा नहीं है कि नशे के काले कारोबार की जानकारी पुलिस को नहीं है, लेकिन आरोप है कि पुलिस की मिलीभगत से ही यह कारोबार पैर पसार रहा है। सूत्र बताते हैं कि पुलिस थानों के बीट कांस्टेबल से लेकर दारोगाओं तक नशे के सफेद नशे के काले धंधे से वाकिफ हंै।
शहर से लेकर गांवो तक फैला है नेटवर्क
 युवाओ के लिये श्राप बने नशे के कारोबार से जुड़े तस्करों ने अपना नेटवर्क शहर से लेकर गांवो तक फैला रखा है। यहां बीकानेर शहर के अलावा नोखा,लूणकरणसर और जामसर समेत नहरी इलाको में इस नशे के सप्लायर पकड़े जा चुका है। चिंता की बात तो यह है कि एमडी ड्रग्स की लत युवाओं को अपराध की ओर धकेल रही है। पता चला है कि कोटगेट थाना इलाके में पिछले दिनों पशु चिकित्सालय रोड़ पर हुई चाकूबाजी की वारदात में एमड़ी ड्रग्स की सप्लाई को लेकर हुई थी। इसके अलावा शहर में लूट और छीनाझपटी की कई वारदातों में इस एमडी ड्रग्स के नशेड़ी पकड़े जा चुके है।

पुलिस कार्यवाही सप्लायरों की धर पकड़ तक  सिमित
ऐसा नहीं है कि पुलिस कार्यवाही नहीं कर रही है लेकिन पुलिस की कार्यवाही सिर्फ नशे के सप्लायरों की धर पकड़ तक सिमित रहती है। अगर पकड़े गये सप्लायरों से कड़ी पूछताछ कर इनके सरगनों पर कानूनी शिंकजा से कसा जाये तो युवाओं की तबाही का कारण बने इस घातक नशे के नेटवर्क का खत्म किया जा सकता है ।
 इनका कहना है:
 जिला पुलिस अधीक्षक योगेश यादव का कहना है कि मादक पदार्थ तस्करों और सप्लायरों की धरपकड़ के लिये पुलिस लगातार कार्यवाही कर रही है । ऑपरेशन प्रहार के तहत पुलिस मादक पदार्थ तस्करों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचाने का काम कर रही है। इसके लिये पुलिस विशेष कार्ययोजना बनाकर काम रही है,जिसमें काफी हद तक सफलता भी मिली है।

Post a Comment

0Comments

Please Select Embedded Mode To show the Comment System.*