अज्ञात महिला का रेलवे ट्रैक के पास मिला शव, सीमा विवाद के चक्कर में कई घंटे तक पड़ा रहा शव,बलात्कार के बाद हत्या का अंदेशा

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बीकानेर बुलेटिन



कस्बे में रेलवे स्टेशन से करीब एक किमी दूर लूणकरणसर की और रेल पटरियों के पास रविवार दोपहर बाद मिले एक अद्र्धनग्न महिला के शव को करीब 20 घंटे बाद स्थानीय पुलिस ने आखिरकार मोर्चरी तक पहुंचाया। घटना स्थल से कुछ दूर महिला का बैग भी पुलिस को मिला है। प्रथम दृष्टि से पुलिस बलात्कार के बाद हत्या का अंदेशा जताते हुए जांच कर रही है।

गौरतलब है कि रविवार शाम करीब तीन बजे रेलवे कर्मचारी ने पिलर संख्या 205/9 के पास पटरियों से दूर एक महिला का शव पड़ा होने की सूचना स्टेशन अधिकारियों को दी। रेलवे अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस को मामले से अवगत करवाया। सूचना मिलने पर महाजन सीआइ अनिल कुमार, हैड कांस्टेबल नंदराम, भंवरलाल ङ्क्षघटाला आदि मौके पर पहुंचे। पुलिस ने बताया कि शव देखने पर तीन चार दिन पुराना लग रहा है।

पुलिस ने अंदेशा जताया कि बलात्कार के बाद महिला की हत्या कर शव दबाने का प्रयास किया है। महिला के आधे शरीर पर कपड़े भी नहीं थे। शव के पैर मिट्टी में दबाए हुए थे। चेहरा बुरी तरह से नोचा व कुचला होने से होने के कारण पहचान नहीं हो पा रही थी। शव के पास महिला की चप्पल भी मिली है। पुलिस ने आसपास के थानों में शिनाख्त के लिए सूचना जारी की।

जहां महिला का शव मिला, उससे करीब 50 फीट दूर झाडिय़ों में पुलिस को एक बैग मिला। जिसमें महिला के पहनने के कपड़े, लिपिस्टिक, चूडिय़ां, चप्पल सहित अन्य सामान मिला है। इस बैग से पुलिस को कुछ साक्ष्य भी हाथ लगे है। जिनके आधार पर पुलिस मामले की तह तक जाने व जल्द ही वारदात का खुलासा करने की कोशिश में है।

शव रेलवे के आउटर सिग्नल के अंदर होने के कारण स्थानीय पुलिस ने इसे रेलवे पुलिस का क्षेत्राधिकार बताया। महाजन सीआइ ने सूरतगढ़ व बीकानेर स्थित रेलवे पुलिस के अधिकारियों को घटना व क्षेत्राधिकार से अवगत करवाते हुए मामले की जानकारी दी लेकिन रेलवे पुलिस ने संवेदनहीनता का परिचय दिया। रविवार शाम करीब साढ़े छह बजे बाद सूरतगढ़ से रेलवे पुलिस के दो कांस्टेबल मौके पर पहुंचे। रेलवे पुलिस के आने के बाद पुलिस ने शव उनके सुपुर्द कर दिया।

जीआरपी ने भी रातभर शव को मौके से नहीं उठाया। सोमवार सुबह जीआरपी के राजेंद्र डूडी व अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। जीआरपी ने सुबह अपना क्षेत्राधिकार नहीं बताते हुए मामले से किनारा कर लिया। किसी ने शव को अस्पताल की मोर्चरी तक पहुंचाने की जहमत नहीं उठाई और क्षेत्राधिकार को लेकर मामला एक दूसरे पर डालते रहे। आखिरकार महाजन सीआइ अनिल कुमार, हैड कांस्टेबल नंदराम ने मानवता का परिचय देते हुए मौका रिपोर्ट तैयार कर शव को कब्जे में लिया। पुलिस ने वाहन की व्यवस्था कर शव को बीकानेर पीबीएम अस्पताल के मुर्दाघर में रखवाया है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सुनील कुमार ने घटना स्थल पर पहुंचकर वारदात की जानकारी ली। उन्होंने सीआई अनिल कुमार को इस मामले को हर पहलू को ध्यान में रखकर जांच करने के निर्देश दिए। पुलिस बलात्कार के बाद हत्या का अंदेशा जताते हुए मामले की जांच कर रही है। घटना स्थल पर बीकानेर से एफएसएल टीम व मेडिकल मोबाइल टीम भी पहुंची व रिपोर्ट तैयार की।

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