पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने दो दिवसीय दौरे के दूसरे दिन भी कार्यकर्ताओं और जिले के बड़े नेताओं से संपर्क साधने में कोई कसर नहीं छोड़ी। राजे न सिर्फ पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी के निवास पर गई, बल्कि उनके साथ गोचर भूमि देखने के लिए भी पहुंची। इसके बाद वो साले की होली पहुंची, जहां पूर्व विधायक गोपाल जोशी के निधन पर शोक जताया। राजे यहां से अब चूरू के लिए रवाना हो गई है।
आमतौर पर लालगढ़ होटल में ठहरने वाली पूर्व मुख्यमंत्री ने इस बार सर्किट हाउस में ही डेरा डाला। यहां सुबह दस बजे कार्यकर्ताओं के बीच पहुंची। जहां पार्क में अलग अलग गुट में भाजपा नेताओं ने राजे के समक्ष अपना शक्ति प्रदर्शन किया। बाद में राजे नगर विकास न्यास के पूर्व चैयरमेन महावीर रांका के ऑफिस गई। यहां काफी देर रुकने के बाद वो पूर्व मंत्री देवी सिंह भाटी के जस्सूसर गेट स्थित निवास पर पहुंची। यहां भाटी के साथ काफी देर बातचीत की। भाटी के आग्रह पर वो गोचर देखने के लिए सरेह नथानिया पहुंची। यहां गोचर के चारों तरफ बन रही दीवार और सेवण घास का जायजा लिया।
राजे इसके बाद शहरी परकोटे में स्थित साले की होली पहुंची। यहां पूर्व विधायक गोपाल जोशी को पुष्पांजलि अर्पित की। इस दौरान राजे ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि गोपाल जोशी बहुत कम अंतर से हारे थे, जिसे वो हार नहीं मानती। राजे ने कहा कि जोशी ने स्वयं चुनाव लड़ने से मना किया था लेकिन मेरे को विश्वास था कि वो चुनाव लड़कर फिर जीत जाएंगे। उन्होंने जोशी परिवार के साथ रहने का विश्वास दिलाया। इस दौरान गोपाल जोशी के पुत्र गोकुल जोशी, पौत्र विजय मोहन जोशी और ऋषिमोहन जोशी से राजे ने मुलाकात करते हुए हर स्तर पर साथ रहने की बात कही।
राजे के सामने बड़ी संख्या में नेताओं ने शक्ति प्रदर्शन किया। विधानसभा चुनाव में टिकट पाने के इच्छुक नेताओं ने भी दमखम दिखाया। श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ से भी बड़ी संख्या में नेता बीकानेर पहुंचे और राजे के समक्ष शक्ति प्रदर्शन किया। श्रीगंगानगर के सांसद निहालचंद लगातार दूसरे दिन राजे के साथ बीकानेर में रहे। बीकानेर पूर्व की विधायक सिद्धि कुमारी भी सर्किट हाउस में राजे के साथ रही। वहीं शहर भाजपा अध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह भी सर्किट हाउस में साथ रहे।