दीपावली पर सोमवार की पूरी रात बीकानेर में आतिशबाजी का दौर चला। आसमान कुछ पल के लिए भी खाली नहीं रहा। एक के बाद एक आतिशबाजी ने लोगों को रोमांचित कर दिया। कोरोना के बावजूद पिछले दो साल आतिशबाजी तो हुई लेकिन इस बार पिछले सालों से ज्यादा आतिशबाजी हुई। इस बार कोरोना नहीं था तो ग्रहण का असर दिखाई दे रहा है। दीपावली के अगले दिन घरों के आगे महिलाएं गोवर्द्धन पूजा करती नजर आती है लेकिन मंगलवार को ऐसा नहीं हुआ। अब बुधवार को बीकानेर में गोवर्द्धन पूजा होगी।
आज ग्रहण, कल गोवर्द्धन पूजन
सूर्य ग्रहण के कारण बीकानेर में गोवर्द्धन पूजन अब बुधवार को होगा। बीकानेर में ग्रहण का समय शाम 4:27 बजे से शुरू होगा और 5:55 तक रहेगा। सूर्यग्रहण की अवधि 1 घंटा 28 मिनट होगी। इस दौरान लोग घरों में रहेंगे। सूर्यग्रहण से 12 घंटे पहले पहले सूतक लग गया है। ऐसे में पूजा पाठ से जुड़े लोग इस काल में न तो भोजन करते हैं और न पूजा पाठ। भगवान को याद करते हुए कई लोग माला फेरते हैं। शाम साढ़े छह बजे बाद स्नान करके लोग भोजन व पाठ पूजा करेंगे। दीपावली पर लक्ष्मी का पूजन हुआ लेकिन सुबह सूतक के कारण लक्ष्मी मंदिर को विसर्जित नहीं किया। अब ग्रहण के कारण लक्ष्मी पूजन का विसर्जन भी बुधवार को होगा।