बीकानेर संभाग में बढ़ती चोरी, लूट और दुष्कर्म जैसी घटनाओं से जहां एक और जनता त्रस्त है, वहीं दूसरी ओर पुलिस विभाग भी काफी परेशान है। अब ऐसे पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है, जिनके सर्किल व थाना एरिया में ऐसी घटनाएं ज्यादा हो रही है। बीकानेर संभाग के पुलिस अधीक्षकों के साथ क्राइम मीटिंग करते हुए आईजी ओमप्रकाश ने सात आरपीएस अधिकारियों सहित करीब एक दर्जन अधिकारियों को नोटिस थमा दिए हैं।
पुलिस ने बताया कि चोरी, नकबजनी, दुष्कर्म, छोटी बच्चियों के साथ दुष्कर्म और छेड़छाड़ के मामलों में बढ़ोतरी पर नाराजगी जताई गई। तय संख्या से अधिक अपराध होने पर बीकानेर के सीओ सिटी दीपचंद, सीओ सदर पवन भदौरिया, नोखा सीओ भवानी सिंह इंदा के अलावा हनुमानगढ़ के संगरिया सीओ, श्रीगंगानगर के सीओ सिटी, पुलिस उप अधीक्षक, एस.आई.यू.सी.ए.डब्लयू को चोरी, नकबजनी, बलात्कार, पोक्सो एक्ट, एससी / एसटी व बकाया मामलों का निपटारा समय पर नहीं करने और कमजोर सुपरविजन से नाराज होकर आईजी ने कारण बताओ नोटिस (शो - काज) जारी किया गया है।
इसके अलावा रेंज के कई थानेदारों को भी कारण बताओ नोटिस दिया गया है। रेंज के बीकानेर के श्रीकोलायत, गजनेर, लूणकरनसर व जिला श्रीगंगानगर में पुलिस थाना कोतवाली, सूरतगढ़ शहर, पुलिस थाना महिला व चूनावढ में केस समय पर नहीं निपटाने पर थानाधिकारियों को कारण बताओ नोटिस दिया गया है। हालांकि कुछ थानों में पुराने थानेदारों का तबादला हो चुका है।
आईजी बीकानेर रेंज ने बढ़ते अपराधों पर नाराजगी जताते हुए बीकानेर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू के एसपी के साथ चर्चा की। इस बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एचसीएमयू रेंज बीकानेर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सीआईडी जोन रेंज बीकानेर, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, सीआईडी (आईबी) रेंज बीकानेर, पुलिस उप अधीक्षक, साईबर क्राईम यूनिट रेंज बीकानेर भी सम्मिलित हुए। बैठक में रेंज के अधीनस्थ जिलों की कानून-व्यवस्था एवं अपराधों की समीक्षा की गई । जिलों में पेन्डिंग चल रहे बलात्कार, पोक्सो एक्ट एससी / एसटी एक्ट के दो माह से अधिक अवधि के पेन्डिंग प्रकरणों, धारा 173 (8) दप्रसं. के लम्बित प्रकरणों, एक वर्ष से अधिक अवधि के लम्बित प्रकरणों के निस्तारण, चोरी / नकबजनी में दर्ज प्रकरणों, चालानी / बरामदगी प्रतिशत में सुधार लाने, सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाए जाने हेतु और अधिक सार्थक प्रयास करने, हार्डकोर / एचएस / टॉप-10 अपराधियो व अन्य वान्छित अपराधियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही करने तथा साईबर सुरक्षा हेतु आधुनिक तकनिकी अपनाने के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।