2011 की जनगणना और 2021 की एक सर्वे रिपाेर्ट के मुताबिक शहर में करीब एक लाख से अधिक मकान हैं। नगर निगम ने टिपर के माध्यम से घर-घर कचरा कलेक्शन के साथ यूजर चार्ज वसूलना शुरू कर दिया, लेकिन अभी सिर्फ शहर के 40 प्रतिशत घराें से ही कचरा कलेक्शन हाे रहा है। वाे भी एक वक्त। कूड़ा खुद लाेगाें काे डालना पड़ता है। जबकि प्रत्येक घर से न्यूनतम 20 और अधिकतम 150 रुपए यूजर चार्ज की वसूली शुरू कर दी गई है
वैसे यूजर चार्ज की वसूली जुलाई से होनी चाहिए थी, लेकिन इससे पहले ही निगम ने वसूली के आदेश जारी कर दिए। शुरुआत में ठेकेदार के लोग बिना पहचान पत्र के लोगों के घर गए तो बिना पहचान के किसी ने यूजर चार्ज देना बंद कर दिया। बाद में उनका पहचान पत्र बनाया गया। शहर में करीब एक लाख घर हैं। सबसे छोटे 50 वर्ग मीटर के मकान से 20 रुपए, 50 से 300 वर्ग मीटर से 80 और 300 वर्गमी. से ज्यादा बड़े मकान से 150 रुपए यूजर चार्ज वसूला जा रहा है। परकोटे मेंं टिपर चौक तक ही जाते हैं। लोगों को कचरा डालने वहां तक आना पड़ता है।
घराें से पूरे साल की वसूली एक साथ, कॉमर्शियल से हर महीने
नगर निगम और ठेकेदार घराें से पूरे साल का यूजर चार्ज एक साथ वसूल कर रहे हैं। वहीं, कॉमर्शियल को पूरे साल का एकमुश्त या महीने के हिसाब से यूजर चार्ज जमा करने की छूट है। जानकार बताते हैं कि घर-घर यूजर चार्ज वसूलने के लिए ठेकेदार काे सालभर ये प्रक्रिया जारी रखनी हाेगी। इसके एवज में उसे ज्यादा आदमी रखने हाेंगे। कॉमर्शियल के लिए जाे आदमी रखे हैं वे महीने वार भी वसूल सकते हैं।
टिपर कहीं रुकता नहीं, चलती गाड़ी में डालना पड़ता है कचरा
काेटा जैसे तमाम शहराें में दाेनाें टाइम टिपर आता है। लाेग अपने घराें के आगे कचरा पात्र रखते हैं। टिपर के साथ चलता एक आदमी उससे कचरा टिपर में डालता है, लेकिन बीकानेर में टिपर रुकता नही है। धीमी गति से चलता है। लाेग कचरा डाल पाएं ताे ठीक वरना वाे गया। एक बार वाे गया ताे अगले 24 घंटे बाद ही आएगा। ऐसे मेंं मजबूरी में लाेग मजबूरी में सड़काें पर कचरा फेंकते हैं।
जहां टिपर नहीं जा रहे वहां दूसरे इंतजामाें से कचरा कलेक्शन हाेना चाहिए। ये टेंडर की शर्ताें में शामिल हैं। कल ही टीम से क्राॅस चेक कराता हूं। अगर कचरा कलेक्शन किसी भी दूसरे विकल्प से कलेक्ट नहीं हाे रहा ताे कंपनी पर जुर्माना लगाएंगे। यदि कचरा कलेक्शन की सुविधा गेट तक नहीं जा रही, तो हमें शिकायत दें। -गाेपालराम विरदा, आयुक्त नगर निगम
जेएनवी-पवनपुरी से वसूली शुरू
50 वर्ग मीटर तक के लिए 20 रुपए यूजर चार्ज किया गया। 50 से 300 वर्ग मीटर तक 80, 300 से ज्यादा होने पर 150 रुपए प्रति मकान यूजर चार्ज वसूला जाएगा।
व्यावसायिक दुकान, खानपान प्रतिष्ठान व मिठाई की दुकान से 250 रुपए। गेस्ट हाउस से ₹750, सरकारी हॉस्टल से ₹500, प्राइवेट हॉस्टल से 1000, रेस्टोरेंट से 750, होटल रेस्टोरेंट से 1000, थ्री स्टार होटल रेस्टोरेंट से 1500, थ्री स्टार से ऊपर होटल से 3000 रुपए वसूला जाएगा।
निजी-प्राइवेट कार्यालय, कोचिंग व शैक्षणिक संस्थान से ₹700, व्यावसायिक कॉमर्शियल बैंक, शैक्षणिक संस्थान से ₹700, निजी शैक्षणिक संस्थान से ₹1000, निजी कोचिंग से ₹500, क्लीनिक से ₹1000, 50 बेड से ऊपर की डिस्पेंसरी से ₹4000, इससे कम पर 2000, निजी क्लीनिक से ₹200, लघु कुटीर उद्योग से 750, गोदाम से 750, शादी हॉल प्रदर्शनी 300 वर्ग मीटर तक के ₹5000 और इससे कम होने पर ₹2000 रुपए वसूले जाएंगे।
Source-भास्कर