यह थी हत्या की वजह, यूं दिया अंजाम
एएसपी ग्रामीण ने बताया कि मृतक बाबूलाल को शक था कि मनोज जाट उसकी पत्नी के संपर्क में है। इस बात को लेकर करीब चार-पांच महीने पहले दाेनों में झगड़ा भी हुआ था। 29 अगस्त को बाबूलाल पीबीएम आया हुआ था। तब मनोज से उसकी मुलाकात हो गई। तब मनोज ने अपने दोस्त रामनिवास जाट को भी बुला लिया। सुलह कराने का झांसे देकर वह बाबूलाल को अपने साथ जयपुर-जोधपुर बाइपास एक रिसॉर्ट में ले गया। वहां उन्होंने शराब पार्टी की। बाद में आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से धारदार चाकू से बाबूलाल का गला रेत डाला। सबूत मिटाने के उद्देश्य से शव पर पेट्रोल छिड़क कर जला दिया और शव को अधजला छोड़ कर भाग गए।
मंत्री के हस्तक्षेप के बाद माने
इस हत्याकांड को लेकर शुक्रवार को पीबीएम अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरना-प्रदर्शन किया गया। पुलिस के साथ हुई वार्ता में कोई सहमति नहीं बनी। बाद में कैबिनेट मंत्री गोविन्द राम मेघवाल पहुंचे। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस हत्याकांड की निष्पक्ष जांच की जाएगी। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। इसके बाद प्रदर्शनकारी माने और शव लेने को राजी हुए। मृतक के पिता अक्कासर निवासी जगाराम मेघवाल की रिपोर्ट पर हत्या का मामला दर्ज किया गया।
इनका कहना है...
अवैध संबंधों के चलते बाबूलाल की हत्या को अंजाम दिया गया। आरोपियों ने पहले चाकू से बाबूलाल का गला काटा और बाद में पेट्रोल छिड़क कर जला दिया। हत्या का मामला दर्ज किया गया है। दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। शेष अन्य आरोपियों की संलिपप्ता की गहनता से जांच की जा रही है। - सुनील कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण