इंदिरा गांधी नहर की पूगल ब्रांच बुधवार दोपहर अचानक टूट गई। इसके बाद नहरी पानी आसपास के खेतों में घुस गया, जिससे बड़ी संख्या में खेत जलमग्न हो गए हैं। फसल चौपट होने के कगार पर पहुंच गई है। नहर टूटने के दो घंटे बाद भी नहर विभाग के अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। हालांकि अब नहर को फिर से बांधने का काम शुरू हो गया है।
पूगल ब्रांच की नहर RD 153 के पास टूट गई। नहर में लगभग सौ फीट का कटाव आ गया, जिससे पानी नहर से बाहर किसानों के खेतों में पहुंच गया। बहाव तेज होने के कारण फसल भी क्षतिग्रस्त हो गई। आसपास के कई खेत पूरी तरह जलमग्न हो गए। जिससे फसल को भारी नुकसान होने की आशंका है। यहां तक कि नहर कॉलोनी में भी पानी पहुंच रहा है। जिससे लोगों के घरों में भी पानी पहुंच सकता है। सियासर सरपंच खलील खान पडिहार मौके पर पहुंच गए हैं। इसके बाद एसडीएम श्योराम और तहसीलदार डॉ. गिरधारी ने अब मौके पर पहुंचकर नहर को फिर से बांधने के लिए काम शुरू करवाया है। मिट्टी से भरे कट्टे डालकर पानी का बहाव रोका जा रहा है, साथ ही नहर को आगे टूटने से भी रोका जा रहा है। शुरू में नहर में बीस फीट का कटाव आया था, जो बढ़कर सौ फीट से भी बड़ा हो गया।
अधिकारी बेपरवाह रहे
नहर टूटने की शिकायत करने के दो घंटे बाद भी नहर विभाग का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। अधिशासी अभियंता ओमप्रकाश को सूचना दी गई लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके बाद खेत में खड़ी ग्वार की फसलें पानी में डूब गई। एक एसएसएम का पटड़ा टूटा तो आबादी क्षेत्र तक पानी पहुंच गया। इसके बाद भी प्रशासनिक व नहरी अधिकारी दिखाई नहीं दिए। बाद में स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी, पुलिस ने अधिकारियों को फोन करके मौके पर बुलाया।