प्राइवेट स्कूल में घुसकर संचालक के साथ मारपीट और जबर्दस्ती थाने ले जाने के मामले में गंगाशहर पुलिस के ASI भवानीदान को सस्पेंड किया जा रहा है, साथ ही दो सिपाहियों को गंगाशहर थाने से पुलिस लाइन भेज दिया गया है। इस मामले में पुलिस वाहन के ड्राइवर को छोड़ सभी पर कार्रवाई हो रही है। प्राइवेट स्कूल संचालकों के साथ वार्ता में पुलिस अधीक्षक योगेश यादव ने कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पूरे मामले की जांच एडिशनल एसपी अमित बुडानिया करेंगे।
मंगलवार सुबह गंगाशहर थाने के एएसआई भवानीदान ने एक प्राइवेट स्कूल में पहुंचकर गार्जन को टीसी नहीं देने पर नाराजगी जताई और फिर स्कूल संचालक के साथ मारपीट की। जबरन उसे गंगाशहर थाने ले गया और बीच बचाव करने आए भाई व पिता के साथ भी धक्का मुक्की की फिर भाई को थप्पड़ भी मारा। ये पूरा मामला सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया और बाद में इसे वायरल कर दिया गया। प्राइवेट स्कूल संचालकों में इस घटना के बाद से आक्रोश था। मंगलवार रात बड़ी संख्या में स्कूल संचालक गंगाशहर थाने पहुंच गए। जहां विरोध प्रदर्शन के बाद बुधवार दोपहर एसपी को ज्ञापन देने के लिए बड़ी संख्या में स्कूल संचालक कलक्टरी परिसर में एकत्र हुए। यहीं से जुलूस के रूप में एसपी को ज्ञापन दिया गया।
प्राइवेट स्कूल संगठन पैपा के गिरीराज खैरीवाल ने बताया कि एसपी ने तुरंत प्रभाव से निलंबित करने के आदेश दिए हैं। वहीं सेवा संगठन के कोडाराम भादू भी इस प्रतिनिधि मंडल में शामिल थे। भादू ने सभी थानों को टीसी के मामले में जिला शिक्षा अधिकारी के पास भेजने का आग्रह किया। स्कूल शिक्षा परिवार के मनोज राजपुरोहित व सुरेंद्र डागा ने भी इस मुद्दे पर एसपी के समक्ष विरोध दर्ज कराया। एसपी यादव ने बताया कि संबंधित अभिभावक ने गलत सूचना दी थी, इसलिए उस पर भी कार्रवाई की जा रही है। भविष्य में इस तरह की शिकायत नहीं करें, इसलिए पाबंद भी किया जाएगा।
निदेशक को भी ज्ञापन
बाद में स्कूल संचालक एकत्र होकर माध्यमिक शिक्षा निदेशक गौरव अग्रवाल से मिलने पहुंचे। अग्रवाल के बाहर होने के कारण स्टाफ ऑफिसर अरुण शर्मा को ज्ञापन दिया गया। यहां स्कूल की टीसी में फीस के बारे में कॉलम देने की मांग की गई। साथ ही निदेशालय व जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से प्राइवेट स्कूल में अनाधिकृत तौर पर फोन करके धमकाने का आरोप लगाया।