बीकानेर मानसून को आने में अभी तीन हफ्ते से ज्यादा का समय बचा है, पर प्री मानसून से प्रदेश के अधिकांश हिस्से तरबतर हो रहे हैं। शुक्रवार सुबह हिल स्टेशन माउंट आबू की नक्की झील व आसपास के एरिया में बादलों की आवाजाही रही।
जैसलमेर में मचाई थी तबाही
इससे पहले राजस्थान में बीते दो-तीन दिनों से अलग-अलग क्षेत्रों में बारिश और आंधी चलने का दौर जारी है। गुरुवार रात पश्चिमी राजस्थान के जैसलमेर में आए अंधड़ ने जमकर तबाही मचाई। करीब 70KM की गति से आए इस अंधड़ से कई पेड़ धराशायी हो गए और कच्चे मकानों के टीन शेड-छप्पर उड़ गए। पूरे जिले में अलग-अलग क्षेत्रों में सैकड़ों बिजली के पोल गिरने व उन पर लगे तार टूटने की शिकायते आई हैं। बताया जा रहा है कि पिछले माह अरब सागर से आए ताऊ-ते तूफान में जितनी गति से आंधी चली थी, उससे भी ज्यादा तेज आंधी चली। पूरा शहर देर रात धूल के गुबार से ढंक गया। इस तूफान का असर बाड़मेर में भी देखने को मिला। बाड़मेर में भी गुरुवार को तेज गति से हवाएं चलीं।
बीकानेर में उमस से राहत
बीकानेर में सुबह से बादल छाए हुए हैं और हल्की गति से हवा चल रही है। बीकानेर में गुरुवार रात न्यूनतम तापमान 29.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। उमस से परेशान लोगों को हवा चलने के बाद राहत मिली। अभी 2 बजे से लगातार बारिश ने हो रही है।कई इलाकों में पानी की जमावड़ा भी होगया है ।धूप नहीं निकलने से मौसम भी सुहावना हो गया। बीकानेर के अलावा आज पूर्वी राजस्थान के कोटा, झालावाड़ा, बारां, बूंदी, सवाई माधोपुर, टोंक, अलवर, भरतपुर, करौली, धौलपुर जिले में भी सुबह से बादल छाए हुए हैं। मौसम विभाग ने इन एरिया में आज बारिश होने की भी संभावना जताई है।