प्रदेश में माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा 10 वीं और 12 वीं बोर्ड की परीक्षाएं इस बार आयोजित नहीं की जाएंगी। बच्चों की जिन्दगी हमारे लिए अनमोल है। जब पूरा देश और राज्य कोरोना को प्रकोप झेल रहा है ऐसे में बच्चों पर परीक्षा का मानसिक बोझ उचित नहीं है।
बुधवार शाम हुई कैबिनेट बैठक में सीबीएसई की तर्ज पर कोविड-19 महामारी के चलते छात्रों के स्वास्थ्य व सुरक्षा को ध्यान में रखकर परीक्षाएं न कराने का फैसला लिया गया। बैठक में सीएम अशोक गहलोत, शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा समेत कई अन्य मंत्री व वरिष्ठ शिक्षा अधिकारी मौजूद थे।
कैबिनेट बैठक के बाद गोविंद सिंह डोटासरा ने बताया कि छात्रों के स्वास्थ्य, सुरक्षा और हित को ध्यान में रखकर इस वर्ष परीक्षा ना कराने का फैसला किया गया है। छात्रों को किस आधार पर मार्क्स दिए जाएंगे, इसका फॉर्मूला राजस्थान बोर्ड और शिक्षा विभाग के अधिकारी मिलकर तय करेंगे। अगर कोई छात्र मार्क्स से असंतुष्ट रहता है तो सीबीएसई की तरह उसे भी हालात सामान्य होने पर परीक्षा देने का मौका दिया जाएगा।