बीकानेर। म्यूकोर माइकोसिस यानी ब्लैक फंगस की सर्जरी बीकानेर में शुरू होगी। सोमवार को पहली सर्जरी की तैयारी कर ली गई है। इस बीमारी में उपयोग होने वाले एंफोटेरिसिन-बी इंजेक्शन पीबीएम हॉस्पिटल को मिल गए हैं। हालांकि फिलहाल 48 इंजेक्शन मिले हैं लेकिन इसकी नियमित आपूर्ति होने का आश्वासन मिला है। ऐसे में सोमवार को पहले सर्जिकल प्रोसेस की तैयारी की गई है। यह एंडोस्कोपिक सर्जरी होगी।
इसके साथ ही भविष्य में गंभीर रोगियों की ओपन सर्जरी भी करनी पड़ेगी। इसके बंदोबस्त और विशेषज्ञों की टीम भी बनाई है। हॉस्पिटल के पी-वार्ड को ब्लैक फंगस से पीडि़त रोगियों के लिए आरक्षित किया गया है। अब सोमवार से ऐसे सभी रोगी इस वार्ड में भर्ती होंगे। इसके साथ ही म्यूकोर ओपीडी भी शुरू की गई है। मेडिसिन आउटडोर के एक कमरे में यह ओपीडी सोमवार से शुरू हो जाएगी। इसमें म्यूकोर की आशंका वाले रोगियों की स्क्रीनिंग होगी और यहीं से जांच करवाने के साथ भर्ती का निर्णय होगा।
विभाग के सचिव अखिल अरोड़ा ने इस संबंध में रविवार को विस्तार से अलग-अलग आदेश जारी किए हैं.
कोविड-19 एवं ब्लैक फंगस की रोकथाम तथा इससे बचाव के लिए निजी अस्पतालों के प्रतिनिधियों एवं विषय विशेषज्ञों के साथ विचार विमर्श के बाद संबंधित जांच की दरें तय की गई हैं. उन्होंने बताया कि इन जांचों में सीबीसी से लेकर एमआरआई तक की विभिन्न जांच शामिल हैं.
ब्लैक फंगस के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए राजस्थान सरकार ने अधिकृत अस्पतालों की सूची में चार नाम और जोड़े हैं. पूर्व में सभी मापदंडों और प्रोटोकॉल का पालन करने वाले 20 अस्पतालों की सूची जारी की गई थी, अब इनमें मेडिकल कॉलेज, भरतपुर, पेसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, उदयपुर, जीबीएच अमेरिकन हॉस्पिटल, उदयपुर, चिरायु हॉस्पिटल, जयपुर और अपेक्स हॉस्पिटल, जयपुर को भी शामिल कर लिया गया है. इन अस्पतालों को ब्लैक फंगस रोग के उपचार के लिए मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना से भी संबद्ध किया गया है.
हाल ही में गहलोत सरकार ने घोषणा की है कि राजस्थान में ब्लैक फंगस का इलाज ‘चिरंजीवी योजना’ के तहत मुफ्त किया जाएगा. ब्लैक फंगस के मरीजों को कोविड की तरह फ्री इलाज मिलेगा.